पहलगाम पर विकास दिव्यकिर्ती बोले, ‘लोकल सपोर्ट के बिना इतना बड़ा हमला नहीं हो सकता लेकिन…’

पहलगाम पर विकास दिव्यकिर्ती बोले, ‘लोकल सपोर्ट के बिना इतना बड़ा हमला नहीं हो सकता लेकिन…’

<p style=”text-align: justify;”>जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले की हर कोई निंदा कर रहा है. इसमें 26 बेगुनाहों की जान चली गई. इस घटना के बाद समाज के हर वर्ग ने अपनी प्रतिक्रिया दी. इस बीच जाने माने शिक्षक डॉ विकास दिव्यकिर्ती ने भी अपनी राय रखी और छात्रों को समझाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’अपने हिस्से का माहौल ठीक करना हमारी जिम्मेदारी'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉ विकास दिव्यकिर्ती ने छात्रों से कहा कि जब माहौल बहुत खराब हो तो अपने हिस्से का माहौल ठीक करना हमारी जिम्मेदारी है. हम हर व्यक्ति तो नहीं पहुंच सकते लेकिन जहां तक पहुंचे वहां के माहौल को ठीक करना बहुत जरूरी चीज है. अगर हम डेटा देखें तो पिछले दो सालों में जम्मू-कश्मीर में टूरिस्ट की संख्या 22 लाख से 25 लाख थी. पिछले साल 2.5 करोड़ की संख्या थी. वहां का मुख्य उद्योग तो पर्यटन ही है. इस साल भी उम्मीद थी कि पर्यटन बढ़ेगा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’पर्यटन बढ़ने से वहां के लोगों में खुशी थी'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>छात्रों को समझाते हुए उन्होंने आगे कहा कि पर्यटन बढ़ने से वहां के लोगों में खुशी हैं. उन्होंने कहा, “ऐसे रिपोर्ट्स मैं तीन-चार दिनों से पढ़ रहा हूं कि जो बेरोजगार युवक वहां पर पाकिस्तान के आतंकवादियों को कश्मीर के अंदर लेकर आते थे, उनमें से एक भी उपलब्ध नहीं है. क्योंकि उन सब को रोजगार मिल गया है. टूरिज्म की वजह से हर महीने 40-50 हजार रुपये कमा रहे हैं. जितने होटल थे सब भर जाते थे. जिस चीज से पूरे राज्य की इकॉनमी चल रही हो वो अपनी पेट पर लात क्यों मारेगा?”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’लोकल सपोर्ट के बिना इतना बड़ा हमला नहीं हो सकता'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉ विकास दिव्यकिर्ती ने कहा, “हो सकता है कि उनमें से कुछ लोग बहकावे में आए हों. लोकल सपोर्ट के बिना इतना बड़ा हमला नहीं हो सकता, ये बात भी सही है. लेकिन सामान्य तौर पर वहां का समुदाय क्यों चाहेगा कि जो <a title=”पहलगाम” href=”https://www.abplive.com/topic/pahalgam-terror-attack” data-type=”interlinkingkeywords”>पहलगाम</a> ‘स्विटजरलैंड’ था वो ‘घोस्ट सिटी’ बन जाए. कश्मीर का सामान्य मुसलमान ये नहीं चाहते होंगे, क्योंकि उसका रोजगार बढ़ रहा है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिनके सिर पर कैमरे लगे हैं, लाइव टेलीकास्ट कर रहे हैं, एडिट कर रहे हैं ऑन द स्पॉट और अपने आकाओं को भेज रहे हैं, बड़ी-बड़ी बंदूकें संभाल पा रहे हैं, जो पूछ रहे हैं कि तुम्हारा धर्म कौन सा है और सीधे मार दे रहे हैं, इतने ठंडे खून के साथ किलिंग करना मजाक नहीं होता है. जो इतना कोल्ड ब्लडेड मर्डर करता है, उसे ट्रेनिंग मिली होगी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’पाकिस्तान कटोरा लेकर भीख मांगता है'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>छात्रों से उन्होंने कहा, “ट्रेनिंग सीधी सी बात है पाकिस्तान से मिली होगी. पाकिस्तान की जनता को मेरे खयाल से कोई दिक्कत नहीं है. जनता में कुछ मूर्ख हर देश में होते हैं जो बिना बात के बिलबिलाते रहते हैं. मेरे खयाल से फिलहाल जो दिक्कत है वो वहां की आर्मी को है. आर्मी को इसलिए दिक्कत है क्योंकि पाकिस्तान एक फेल्ड स्टेट की स्थिति में जा चुका है. कटोरा लेकर दुनियाभर में भीख मांगता है. आम पाकिस्तानी के पास खाने के लिए पैसे नहीं हैं. जब जब किसी देश में जनता परेशान होती है, शासकों की कोशिश होती है कि किसी मामले में उलझा दो. पाकिस्तान की सरकार को जनता ध्यान भटकाने की जरूरत है इसलिए वो ऐसा कर सकते हैं.”</p> <p style=”text-align: justify;”>जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले की हर कोई निंदा कर रहा है. इसमें 26 बेगुनाहों की जान चली गई. इस घटना के बाद समाज के हर वर्ग ने अपनी प्रतिक्रिया दी. इस बीच जाने माने शिक्षक डॉ विकास दिव्यकिर्ती ने भी अपनी राय रखी और छात्रों को समझाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’अपने हिस्से का माहौल ठीक करना हमारी जिम्मेदारी'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉ विकास दिव्यकिर्ती ने छात्रों से कहा कि जब माहौल बहुत खराब हो तो अपने हिस्से का माहौल ठीक करना हमारी जिम्मेदारी है. हम हर व्यक्ति तो नहीं पहुंच सकते लेकिन जहां तक पहुंचे वहां के माहौल को ठीक करना बहुत जरूरी चीज है. अगर हम डेटा देखें तो पिछले दो सालों में जम्मू-कश्मीर में टूरिस्ट की संख्या 22 लाख से 25 लाख थी. पिछले साल 2.5 करोड़ की संख्या थी. वहां का मुख्य उद्योग तो पर्यटन ही है. इस साल भी उम्मीद थी कि पर्यटन बढ़ेगा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’पर्यटन बढ़ने से वहां के लोगों में खुशी थी'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>छात्रों को समझाते हुए उन्होंने आगे कहा कि पर्यटन बढ़ने से वहां के लोगों में खुशी हैं. उन्होंने कहा, “ऐसे रिपोर्ट्स मैं तीन-चार दिनों से पढ़ रहा हूं कि जो बेरोजगार युवक वहां पर पाकिस्तान के आतंकवादियों को कश्मीर के अंदर लेकर आते थे, उनमें से एक भी उपलब्ध नहीं है. क्योंकि उन सब को रोजगार मिल गया है. टूरिज्म की वजह से हर महीने 40-50 हजार रुपये कमा रहे हैं. जितने होटल थे सब भर जाते थे. जिस चीज से पूरे राज्य की इकॉनमी चल रही हो वो अपनी पेट पर लात क्यों मारेगा?”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’लोकल सपोर्ट के बिना इतना बड़ा हमला नहीं हो सकता'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉ विकास दिव्यकिर्ती ने कहा, “हो सकता है कि उनमें से कुछ लोग बहकावे में आए हों. लोकल सपोर्ट के बिना इतना बड़ा हमला नहीं हो सकता, ये बात भी सही है. लेकिन सामान्य तौर पर वहां का समुदाय क्यों चाहेगा कि जो <a title=”पहलगाम” href=”https://www.abplive.com/topic/pahalgam-terror-attack” data-type=”interlinkingkeywords”>पहलगाम</a> ‘स्विटजरलैंड’ था वो ‘घोस्ट सिटी’ बन जाए. कश्मीर का सामान्य मुसलमान ये नहीं चाहते होंगे, क्योंकि उसका रोजगार बढ़ रहा है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिनके सिर पर कैमरे लगे हैं, लाइव टेलीकास्ट कर रहे हैं, एडिट कर रहे हैं ऑन द स्पॉट और अपने आकाओं को भेज रहे हैं, बड़ी-बड़ी बंदूकें संभाल पा रहे हैं, जो पूछ रहे हैं कि तुम्हारा धर्म कौन सा है और सीधे मार दे रहे हैं, इतने ठंडे खून के साथ किलिंग करना मजाक नहीं होता है. जो इतना कोल्ड ब्लडेड मर्डर करता है, उसे ट्रेनिंग मिली होगी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’पाकिस्तान कटोरा लेकर भीख मांगता है'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>छात्रों से उन्होंने कहा, “ट्रेनिंग सीधी सी बात है पाकिस्तान से मिली होगी. पाकिस्तान की जनता को मेरे खयाल से कोई दिक्कत नहीं है. जनता में कुछ मूर्ख हर देश में होते हैं जो बिना बात के बिलबिलाते रहते हैं. मेरे खयाल से फिलहाल जो दिक्कत है वो वहां की आर्मी को है. आर्मी को इसलिए दिक्कत है क्योंकि पाकिस्तान एक फेल्ड स्टेट की स्थिति में जा चुका है. कटोरा लेकर दुनियाभर में भीख मांगता है. आम पाकिस्तानी के पास खाने के लिए पैसे नहीं हैं. जब जब किसी देश में जनता परेशान होती है, शासकों की कोशिश होती है कि किसी मामले में उलझा दो. पाकिस्तान की सरकार को जनता ध्यान भटकाने की जरूरत है इसलिए वो ऐसा कर सकते हैं.”</p>  दिल्ली NCR राजस्थान में BJP की बड़ी कार्रवाई, पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा को पार्टी से निकाला