जींद में इकलौते बेटे की डूबने से मौत:दादी के साथ सोनीपत से पिंडारा नहाने आया था; रेलिंग पार गहरे पानी में फंसा

जींद में इकलौते बेटे की डूबने से मौत:दादी के साथ सोनीपत से पिंडारा नहाने आया था; रेलिंग पार गहरे पानी में फंसा

जींद में अमावस्या के मौक पर पिंडारा तीर्थ में नहाने के लिए आए युवक की डूबने से मौत हो गई। मृतक अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। वह सोनीपत से अपनी दादी के साथ तीर्थ पर नहाने के लिए आया हुआ था। रविवार को बैसाख अमावस्या थी और हजारों श्रद्धालु पिंडारा तीर्थ पर नहाने के लिए आए हुए थे। सोनीपत जिले के गांव मिर्जापुर खेड़ी का 17 वर्षीय जितेंद्र अपनी दादी बीरमती के साथ पूजा-अर्चना के लिए आया हुआ था। दोपहर बाद जितेंद्र तीर्थ में नहाने लगा और नहाते समय रेलिंग के दूसरी तरफ चला गया। उसकी दादी सीढ़ियों में नहा रही थी। अस्पताल पहुंचाने से पहले मौत रेलिंग पार करते ही जितेंद्र गहरे पानी में समा गया और डूबने लगा। तीर्थ पर नहा रहे दूसरे श्रद्धालुओं की नजर जितेंद्र पर पड़ी और उसे बाहर निकालने की कोशिश की। जब तक जितेंद्र को बाहर निकाला जाता, तब तक वह बेसुध हो चुका था और शरीर में पानी चला गया था। हाल में 10वीं की परीक्षा दी थी जितेंद्र को जींद के सिविल अस्पताल लाया गया, यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना पाकर सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और हालातों का जायजा लिया। मृतक के पिता कृष्ण ने बताया कि जितेंद्र परिवार का इकलौता चिराग था। उसने दसवीं की परीक्षा दी हुई थी। पहले भी दादी के साथ तीर्थ पर आता था जितेंद्र पहले भी वह अपनी दादी के साथ तीर्थ पर आता-जाता रहा है। बेटे की मौत ने पूरे परिवार को तोड़ कर रख दिया है। सिविल लाइन थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया है। सिविल लाइन थाना के जांच अधिकारी संदीप ने बताया कि शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है। जींद में अमावस्या के मौक पर पिंडारा तीर्थ में नहाने के लिए आए युवक की डूबने से मौत हो गई। मृतक अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। वह सोनीपत से अपनी दादी के साथ तीर्थ पर नहाने के लिए आया हुआ था। रविवार को बैसाख अमावस्या थी और हजारों श्रद्धालु पिंडारा तीर्थ पर नहाने के लिए आए हुए थे। सोनीपत जिले के गांव मिर्जापुर खेड़ी का 17 वर्षीय जितेंद्र अपनी दादी बीरमती के साथ पूजा-अर्चना के लिए आया हुआ था। दोपहर बाद जितेंद्र तीर्थ में नहाने लगा और नहाते समय रेलिंग के दूसरी तरफ चला गया। उसकी दादी सीढ़ियों में नहा रही थी। अस्पताल पहुंचाने से पहले मौत रेलिंग पार करते ही जितेंद्र गहरे पानी में समा गया और डूबने लगा। तीर्थ पर नहा रहे दूसरे श्रद्धालुओं की नजर जितेंद्र पर पड़ी और उसे बाहर निकालने की कोशिश की। जब तक जितेंद्र को बाहर निकाला जाता, तब तक वह बेसुध हो चुका था और शरीर में पानी चला गया था। हाल में 10वीं की परीक्षा दी थी जितेंद्र को जींद के सिविल अस्पताल लाया गया, यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना पाकर सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और हालातों का जायजा लिया। मृतक के पिता कृष्ण ने बताया कि जितेंद्र परिवार का इकलौता चिराग था। उसने दसवीं की परीक्षा दी हुई थी। पहले भी दादी के साथ तीर्थ पर आता था जितेंद्र पहले भी वह अपनी दादी के साथ तीर्थ पर आता-जाता रहा है। बेटे की मौत ने पूरे परिवार को तोड़ कर रख दिया है। सिविल लाइन थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया है। सिविल लाइन थाना के जांच अधिकारी संदीप ने बताया कि शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर