<p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand News:</strong> झारखंड के गिरिडीह जिले के बगोदर के कई प्रवासी मजदूर पश्चिम अफ्रीका के नाइजर में ट्रांसमिशन लाइन में काम कर रहे थे. इसी दौरान उग्रवादियों ने काम के दौरान ही वहां पर उपस्थित कई पुलिस कर्मियों को गोली मार दी और गिरिडीह के पांच प्रवासी मजदूरों का अपहरण कर लिया है. उन्हीं अपहरणकर्ताओं के चंगुल से वापस लौटे बगोदर के गोविंद महतो ने अपनी दर्द भरी दास्तां बताई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गोविंद ने बताया कि कल्पतरू कंपनी के ट्रांसमिशन लाइन में वे सभी काम कर रहे थे. इसी दौरान उग्रवादी हथियार से लैस होकर पहुंचे और मौजूद लगभग 12 पुलिसकर्मियों को गोली मार दी और मजदूरों को एक गाड़ी में भरकर ले जाने लगे. इस दौरान गाड़ी बालू में फंस गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गिरिडीह के गोविंद ने किसी तरह भाग कर बचाई जान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बालू में गाड़ी के फंसने के बाद गोविंद महतो ने जैसे तैसे भाग कर अपनी जान बचाई, बावजूद इसके पांच साथियों को उग्रवादी अपहरण कर ले गए और अभी तक कुछ आता पता नहीं चल पाया है. अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचकर अपने गांव पहुंचे गोविंद ने सबसे पहले मंदिर में जाकर पूजा की. इसके बाद वो गांव के सभी लोगों से मिले. इस दौरान उनके परिजन भी काफी भावुक दिखे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीएम हेमंत सोरेन ने केंद्र से मदद की अपील की</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ के जरिए विदेश मंत्री एस जयशंकर से अनुरोध करते हुए कहा कि नाइजर में अगवा किए गए झारखंड के प्रवासी भाइयों की मदद करें. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पीड़ित परिवारों से मिले बगोदर के पूर्व विधायक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर, मजदूरों के अपहरण होने की सूचना पाकर बगोदर के पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और अगवा होने की घटना की विस्तार से जानकारी ली. उन्होंने इस खराब परिस्थिति में मजदूर के परिजनों को हर संभव मदद करने का भरोसा दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>(पंचानंद राय की रिपोर्ट)</strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand News:</strong> झारखंड के गिरिडीह जिले के बगोदर के कई प्रवासी मजदूर पश्चिम अफ्रीका के नाइजर में ट्रांसमिशन लाइन में काम कर रहे थे. इसी दौरान उग्रवादियों ने काम के दौरान ही वहां पर उपस्थित कई पुलिस कर्मियों को गोली मार दी और गिरिडीह के पांच प्रवासी मजदूरों का अपहरण कर लिया है. उन्हीं अपहरणकर्ताओं के चंगुल से वापस लौटे बगोदर के गोविंद महतो ने अपनी दर्द भरी दास्तां बताई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गोविंद ने बताया कि कल्पतरू कंपनी के ट्रांसमिशन लाइन में वे सभी काम कर रहे थे. इसी दौरान उग्रवादी हथियार से लैस होकर पहुंचे और मौजूद लगभग 12 पुलिसकर्मियों को गोली मार दी और मजदूरों को एक गाड़ी में भरकर ले जाने लगे. इस दौरान गाड़ी बालू में फंस गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गिरिडीह के गोविंद ने किसी तरह भाग कर बचाई जान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बालू में गाड़ी के फंसने के बाद गोविंद महतो ने जैसे तैसे भाग कर अपनी जान बचाई, बावजूद इसके पांच साथियों को उग्रवादी अपहरण कर ले गए और अभी तक कुछ आता पता नहीं चल पाया है. अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचकर अपने गांव पहुंचे गोविंद ने सबसे पहले मंदिर में जाकर पूजा की. इसके बाद वो गांव के सभी लोगों से मिले. इस दौरान उनके परिजन भी काफी भावुक दिखे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीएम हेमंत सोरेन ने केंद्र से मदद की अपील की</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ के जरिए विदेश मंत्री एस जयशंकर से अनुरोध करते हुए कहा कि नाइजर में अगवा किए गए झारखंड के प्रवासी भाइयों की मदद करें. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पीड़ित परिवारों से मिले बगोदर के पूर्व विधायक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर, मजदूरों के अपहरण होने की सूचना पाकर बगोदर के पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और अगवा होने की घटना की विस्तार से जानकारी ली. उन्होंने इस खराब परिस्थिति में मजदूर के परिजनों को हर संभव मदद करने का भरोसा दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>(पंचानंद राय की रिपोर्ट)</strong></p> झारखंड आतंकवाद पर नित्यानंद राय के बयान से मच सकता है सियासी बवाल, विपक्ष पर लगाया ये गंभीर आरोप
नाइजर में उग्रवादियों ने किया था अपहरण, चंगुल से वापस लौटे गिरिडीह के मजदूर, बताई दर्द भरी दास्तां
