Delhi Weather Today: दिल्ली में आसमान से बरस रही आग! 50 डिग्री तक पहुंचा पारा, जानें- कब मिलेगी गर्मी से राहत? Delhi Weather Today: दिल्ली में आसमान से बरस रही आग! 50 डिग्री तक पहुंचा पारा, जानें- कब मिलेगी गर्मी से राहत? दिल्ली NCR WATCH: आसमान से बरस रही आग के बीच नागा साधु की अग्रि तपस्या बनी चर्चा, बड़ी संख्या में पहुंच रहे लोग
Related Posts
Kerala Lottery Result Today 15.07.2024 LIVE: Win Win W-778 Lottery result & Winning Numbers
Kerala Lottery Result Today 15.07.2024 LIVE: Win Win W-778 Lottery result & Winning Numbers Kerala Lottery Result Today 15.07.2024, Win Win W-778 Lottery result & Winning Numbers at statelottery.kerala.gov.in Live Updates:
4.7 लाख ठगने वाले आईटी के 4 छात्र काबू
4.7 लाख ठगने वाले आईटी के 4 छात्र काबू भास्कर न्यूज | यमुनानगर थर्मल प्लांट के चीफ इंजीनियर से 4.70 लाख रुपए ठगने के मामले में पुलिस ने चार छात्रों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पटियाला की थापर यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे चीफ इंजीनियर के बेटे की दुष्कर्म मामले में गिरफ्तारी की बात कह ठगी की थी। 28 मई को पाकिस्तान के नंबर से कॉल कर रुपए खाते में ट्रांसफर करा लिए थे। । एसएचओ रविकांत शर्मा ने बताया कि 28 मई को थर्मल प्लांट के चीफ इंजीनियर राम कुमार को वाट्सएप कॉल आई थी। कॉल करने वालों ने खुद को थाना पटियाला से एसएचओ बताया और कहा कि उसका बेटा हार्दिक दो साथियों के साथ दुष्कर्म केस पकड़ा गया है। यदि उसे छुड़वाना है तो पैसे लगेंगे। साइबर ठगों ने उनसे 4.70 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए, तब उन्हें पता चला कि उनके साथ फ्रॉड हो चुका है। मामले में 28 जून को थाने में केस दर्ज हुआ था। जांच में बैंक खाते को खोलने के लिए प्रयोग की गई आईडी के माध्यम से पुलिस ने कार्रवाई की । नोएडा की यूनिवर्सिटी से आईटी की पढ़ाई कर रहे जीशान निवासी बेतिया चंपारन बिहार , अभिनव प्रताप सिंह निवासी गाजीपुर उत्तर प्रदेश, कुंवर लोहताक्ष सिंह निवासी वाराणसी यूपी तथा आदित्य नथैनियल निवासी छत्तीसगढ़ को गिरफ्तार किया। चारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो चारों ने जुर्म कबूल लिया। एसएचओ ने बताया कि इस गिरोह का सरगना व कुछ अन्य अभी फरार हैं, उनकी तलाश में भी दबिश डाली जा रही है।
Atul Subhash: समस्तीपुर से दिल्ली फिर बेंगलुरु तक का सफर, बिहार में कैसे आकर बसा था अतुल सुभाष का परिवार? जानें
Atul Subhash: समस्तीपुर से दिल्ली फिर बेंगलुरु तक का सफर, बिहार में कैसे आकर बसा था अतुल सुभाष का परिवार? जानें <p style=”text-align: justify;”><strong>Atul Subhash Suicide:</strong> बेंगलुरु में रहकर नौकरी करने वाले एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या से समस्तीपुर स्थित उनके गांव में सन्नाटा पसरा है. घर पर कोई नहीं है. परिवार के लोग बेंगलुरु चले गए हैं. अतुल सुभाष समस्तीपुर के पूसा प्रखंड के वैनी पूसा रोड बाजार के रहने वाले थे. अब उनकी मौत के बाद गांव में पड़ोसी भी शोक में डूबे हैं. गांव के लोगों से ही पता चला का अतुल सुभाष के पिता छत्तीसगढ़ के रहने वाले थे. वे बिहार आकर बसे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अतुल सुभाष के दोस्त संत सुमन ने बताया कि वे दोनों बचपन में क्लास एक से सात तक साथ पढ़े थे. संत ने कहा कि अतुल बहुत ही अच्छे विचार का लड़का था. बचपन की पढ़ाई पूसा रोड स्थित एक प्राइवेट स्कूल और केंद्रीय विद्यालय पूसा से की थी. बाद में वह आगे की पढ़ाई करने के लिए दिल्ली चला गया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>संघर्षों से भरा है अतुल सुभाष के पिता का जीवन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अतुल सुभाष ने दिल्ली में पढ़ाई पूरी करने के बाद बेंगलुरु में नौकरी की. यहां तक तो सब ठीक था लेकिन बिहार आकर बसने के पीछे लंबी कहानी है. अतुल सुभाष के पिता पवन मोदी का जीवन काफी संघर्षों से भरा रहा है. बचपन में ही उन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया. इसके बाद समस्तीपुर के पूसा रोड बाजार के एक बड़े व्यवसायी सनेहीराम जो उनके रिश्तेदार भी थे उन्होंने पवन मोदी को शरण दी. पवन मोदी छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के मूल निवासी थे. जीवन को चलाना था तो बिहार के समस्तीपुर में आकर बस गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>…और पवन मोदी ने बढ़ा लिया अपना व्यवसाय</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बताया जाता है कि पवन मोदी को पूसा रोड लाने के बाद सनेहीराम ने उनसे छोटा सा व्यवसाय शुरू कराया. बाद में अपनी मेहनत और लगन की बदौलत पवन मोदी ने देखते ही देखते अपने व्यवसाय को काफी बढ़ा दिया. इसके बाद आर्थिक स्थिति पहले से और बेहतर हो गई. परिवार की गाड़ी धीरे-धीरे आराम से चल रही थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पवन मोदी के दो पुत्र हैं जिनमें से एक अतुल सुभाष थे. अतुल सुभाष के छोटे भाई विकास मोदी दिल्ली में रहकर निजी कंपनी में काम करते हैं. अतुल सुभाष की मृत्यु से पवन मोदी और उनकी पत्नी सदमे में डूबे हैं. उन्होंने अपने पुत्र को बड़े अरमान से पढ़ा-लिखाकर इंजीनियर बनाया था. उन्हें पता भी नहीं था कि उन्हें एक दिन यह सब देखना पड़ेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दूर के चचेरे भाई बजरंग अग्रवाल ने बताया कि पिछले कुछ सालों से अतुल सुभाष अपनी पत्नी को लेकर मानसिक रूप से परेशान रहता था. उन्होंने कहा कि अतुल सुभाष के साथ हुई इस घटना की जानकारी सबसे पहले उनके माता-पिता को हुई थी. इसके बाद माता-पिता और परिवार के लोग बेंगलुरु के लिए निकल पड़े.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/atul-subhash-case-first-reaction-of-nikita-singhania-family-know-here-what-they-claims-2840523″>Atul Subhash मामले में निकिता सिंघानिया के परिजन का पहला बयान, जानें- क्या कहा?</a><br /></strong></p>