भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल हो गया है। इस गर्मी की वजह से बहुत से लोगों के बीमार होने के मामले भी सामने आ रहे हैं। इसी तरह फाजिल्का में भी 11 साल एक बच्चा भीषण गर्मी की वजह से बीमार हो गया। जिसके बाद परिवार वालों द्वारा उसे उपचार के लिए सिविल अस्पताल फाजिल्का में भर्ती करवाया गया। अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा उसका उपचार शुरू कर दिया गया। जिसके बाद बच्चे की हालत सथिर बताई जा रही है। जानकारी देते हुए 11 साल के गौरव की माता पूनम निवासी खटीक मोहल्ला, फाजिल्का ने बताया कि उनका गर्मी की वजह से उनके बच्चे को उल्टियां आने लगी। जिसके बाद उनकी ओर उपचार के लिए उसे अस्पताल में लाया गया। जहां पर डॉक्टरों द्वारा उसका उपचार शुरू कर दिया गया। इसके बाद उसकी हालत सथिर बनी हुई है। डाक्टर ने की सावधानी बरतने की अपील वहीं सिविल सर्जन फाजिल्का डॉक्टर चंद्र शेखर ने लोगों को इस गर्मी से बचने के लिए सावधानियां बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इन दिनों तापमान 46 से 47 डिग्री तक चल रहा है। इस दौरान अगर जरूरी हो तो ही घर से बाहर निकला जाए। घर से बाहर जाने के दौरान सिर और चेहरे को कपड़े से ढक कर ही निकला जाए। इसके अलावा छाते का सहारा भी लेना चाहिए। भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल हो गया है। इस गर्मी की वजह से बहुत से लोगों के बीमार होने के मामले भी सामने आ रहे हैं। इसी तरह फाजिल्का में भी 11 साल एक बच्चा भीषण गर्मी की वजह से बीमार हो गया। जिसके बाद परिवार वालों द्वारा उसे उपचार के लिए सिविल अस्पताल फाजिल्का में भर्ती करवाया गया। अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा उसका उपचार शुरू कर दिया गया। जिसके बाद बच्चे की हालत सथिर बताई जा रही है। जानकारी देते हुए 11 साल के गौरव की माता पूनम निवासी खटीक मोहल्ला, फाजिल्का ने बताया कि उनका गर्मी की वजह से उनके बच्चे को उल्टियां आने लगी। जिसके बाद उनकी ओर उपचार के लिए उसे अस्पताल में लाया गया। जहां पर डॉक्टरों द्वारा उसका उपचार शुरू कर दिया गया। इसके बाद उसकी हालत सथिर बनी हुई है। डाक्टर ने की सावधानी बरतने की अपील वहीं सिविल सर्जन फाजिल्का डॉक्टर चंद्र शेखर ने लोगों को इस गर्मी से बचने के लिए सावधानियां बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इन दिनों तापमान 46 से 47 डिग्री तक चल रहा है। इस दौरान अगर जरूरी हो तो ही घर से बाहर निकला जाए। घर से बाहर जाने के दौरान सिर और चेहरे को कपड़े से ढक कर ही निकला जाए। इसके अलावा छाते का सहारा भी लेना चाहिए। पंजाब | दैनिक भास्कर
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