अमृतसर | पंजाब सरकार ने पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स में एडमिशन के लिए सेंट्रलाइज्ड ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और काउंसलिंग शुरू कर दी है। यह प्रक्रिया शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए लागू होगी। इसमें बीए एलएलबी (ऑनर्स), बीए एलएलबी, बीकॉम एलएलबी, बीकॉम एलएलबी (ऑनर्स) और बीबीए एलएलबी कोर्स शामिल हैं। ये कोर्स गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर, पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़, पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला और लॉ यूनिवर्सिटी से संबद्ध सभी लॉ कॉलेजों में उपलब्ध हैं। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी को इस प्रक्रिया की नोडल एजेंसी बनाया गया है। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने प्रोफेसर अमित कौत्स को कोऑर्डिनेटर और प्रोफेसर पवन कुमार को डिप्टी कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया है। दोनों अधिकारी एडमिशन प्रक्रिया की पारदर्शिता और सुचारू संचालन सुनिश्चित करेंगे। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 6 मई 2025 से शुरू हो चुकी है। इच्छुक अभ्यर्थी पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और एडमिशन शेड्यूल की पूरी जानकारी पोर्टल पर देख सकते हैं। अमृतसर | पंजाब सरकार ने पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स में एडमिशन के लिए सेंट्रलाइज्ड ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और काउंसलिंग शुरू कर दी है। यह प्रक्रिया शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए लागू होगी। इसमें बीए एलएलबी (ऑनर्स), बीए एलएलबी, बीकॉम एलएलबी, बीकॉम एलएलबी (ऑनर्स) और बीबीए एलएलबी कोर्स शामिल हैं। ये कोर्स गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर, पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़, पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला और लॉ यूनिवर्सिटी से संबद्ध सभी लॉ कॉलेजों में उपलब्ध हैं। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी को इस प्रक्रिया की नोडल एजेंसी बनाया गया है। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने प्रोफेसर अमित कौत्स को कोऑर्डिनेटर और प्रोफेसर पवन कुमार को डिप्टी कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया है। दोनों अधिकारी एडमिशन प्रक्रिया की पारदर्शिता और सुचारू संचालन सुनिश्चित करेंगे। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 6 मई 2025 से शुरू हो चुकी है। इच्छुक अभ्यर्थी पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और एडमिशन शेड्यूल की पूरी जानकारी पोर्टल पर देख सकते हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पूर्व PM मनमोहन सिंह का पंजाब से गहरा नाता:अमृतसर से पढ़ाई की; PU में प्रोफेसर रहे, न्यू चंडीगढ़ का नींव पत्थर रखा
पूर्व PM मनमोहन सिंह का पंजाब से गहरा नाता:अमृतसर से पढ़ाई की; PU में प्रोफेसर रहे, न्यू चंडीगढ़ का नींव पत्थर रखा देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली। उनके चले जाने से पूरे पंजाब में भी शोक की लहर है, क्योंकि उनका पंजाब और चंडीगढ़ से गहरा नाता रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री का परिवार बंटवारे के समय पाकिस्तान से भारत आया था। उन्होंने अमृतसर से अपनी शुरुआती पढ़ाई की। वहीं, चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) में उन्होंने प्रोफेसर के रूप में सेवाएं दीं। वह साल 1957 से लेकर 1965 तक PU में प्रोफेसर पद पर रहे। इसके अलावा पंजाब सरकार की ओर से बसाए जा रहे न्यू चंडीगढ़ के पहले सरकारी प्रोजेक्ट होमी भाभा कैंसर अस्पताल का उन्होंने ही नींव पत्थर रखा था। डॉ. मनमोहन सिंह के पंजाब से जुड़े 3 PHOTOS… पौने 16 करोड़ की प्रॉपर्टी
विनम्र स्वभाव और शालीनता के लिए मशहूर मनमोहन सिंह वर्ष 2019 में आखिरी बार राजस्थान से राज्यसभा सांसद चुने गए थे। उनकी प्रॉपर्टी की बात करें तो राज्यसभा में दिए गए एफिडेविट के मुताबिक मनमोहन सिंह के पास कुल 15 करोड़ 77 लाख रुपए की संपत्ति है। उनके पास दिल्ली और चंडीगढ़ में एक-एक मकान भी है। उन पर कोई कर्ज नहीं था। उनके परिवार में पत्नी गुरशरण कौर के अलावा तीन बेटियां हैं। दोस्त के कहने पर पंजाब को दिया था IISER
मोहाली में स्थापित भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IISER) के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है। 2004 में देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे। उस समय उनके दोस्त डॉ. केसर सिंह ने पत्र लिखकर पंजाब में IISER स्थापित करने के लिए कहा था। अपने मित्र के अनुरोध का सम्मान करते हुए डॉ. सिंह ने IISER को पंजाब को इस शर्त पर आवंटित किया कि इसे मोहाली में स्थापित किया जाए क्योंकि हवाई संपर्क है।

फतेहगढ़ साहिब में वाहन चोर गिरफ्तार:धर्म स्थलों पर खड़े वाहनों को बनाते थे निशाना, 7 व्हीकल बरामद, रोपड़ जेल से जुड़े तार
फतेहगढ़ साहिब में वाहन चोर गिरफ्तार:धर्म स्थलों पर खड़े वाहनों को बनाते थे निशाना, 7 व्हीकल बरामद, रोपड़ जेल से जुड़े तार फतेहगढ़ साहिब पुलिस ने एक ऐसे चोर गिरोह का पर्दाफाश किया जिसके तार रोपड़ जेल से जुड़े हुए हैं। पुलिस ने कबाड़ी समेत 4 लोगों को गिरफ्तार करते हुए चोरी के 7 व्हीकल बरामद किए। गिरोह के दो सदस्यों को रोपड़ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाकर उनकी निशानदेही पर चोरी के 4 मोटरसाइकिल बरामद की गई। पकड़े गए आरोपियों की पहचान सुरिंदर सिंह निवासी गंढुआं, अजय कुमार व सुमित भारद्वाज निवासी अमन कालोनी सरहिंद मंडी और तरसेम सिंह निवासी कपूरगढ़ के तौर पर हुई है। सार्वजनिक स्थलों से चोरी करते थे व्हीकल एसपी (आई) राकेश यादव ने बताया कि यह गिरोह गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब, धार्मिक व सार्वजनिक स्थलों पर चोरियां करते थे। सबसे पहले सुरिंदर सिंह को गिरफ्तार कर चोरी का मोटरसाइकिल बरामद की गई। इसके बाद सुरिंदर सिंह ने चोरी के केस में रोपड़ जेल में बंद अजय कुमार और सुमित का नाम लिया। दोनों को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लिया गया तो उनकी निशानदेही पर चोरी के 4 मोटरसाइकिल बरामद हुई। पूछताछ में खुलासा हुआ कि वे कपूरगढ़ के कबाड़ी तरसेम सिंह को सामान बेचते थे। जिसके बाद तरसेम को गिरफ्तार करते हुए चोरी की 1 एक्टिवा और 1 छोटा हाथी बरामद किया गया।

पाकिस्तानी रेंजर्स ने पंजाब बॉर्डर पर BSF जवान पकड़ा:AK-47 भी छीनी, आंखों में पट्टी बांध फोटो जारी की; फ्लैग मीटिंग से भी इनकार
पाकिस्तानी रेंजर्स ने पंजाब बॉर्डर पर BSF जवान पकड़ा:AK-47 भी छीनी, आंखों में पट्टी बांध फोटो जारी की; फ्लैग मीटिंग से भी इनकार पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। इसी बीच पाकिस्तानी रेंजर्स ने पंजाब के इंडो-पाक बॉर्डर पर BSF के जवान को हिरासत में लिया है। जिस दौरान उसके हाथ से AK-47 भी छीन ली गई। हिरासत में लेने के बाद वे जवान को अपने साथ ले गए। इसके बाद पाकिस्तानी मीडिया में जवान की 2 फोटो जारी की गईं। एक फोटो में आंख पर पट्टी बांधी गई है तो दूसरी में बीएसएफ जवान AK-47 और पानी की बोतल के साथ खड़ा है। पकड़ा गया BSF जवान पीके सिंह मूल रूप से कोलकाता के जिला हुगली का रहने वाला है। अभी तक उसे छोड़ा नहीं गया है। BSF के अधिकारी लगातार पाक रेंजर्स के संपर्क में हैं। हालांकि, सूत्रों से पता चला है कि पाक रेंजर्स फिरोजपुर के हुसैनीवाला में फ्लैग मीटिंग के लिए नहीं आ रहे हैं। जिसके चलते बात सिरे नहीं चढ़ पाई है। उधर, अभी तक BSF की तरफ से कोई बयान भी नहीं आया है। श्रीनगर से आई बटालियन, किसानों के साथ ड्यूटी पर था जवान
दरअसल श्रीनगर से BSF की बटालियन-24 ममदोट में आई है। बुधवार की सुबह किसान अपनी कंबाइन मशीन लेकर खेत में गेहूं काटने गए थे। यह खेत फेंसिंग पर लगे गेट नंबर-208/1 के पास था। किसानों की निगरानी के लिए दो बीएसएफ जवान भी उनके साथ थे। उसी समय एक जवान गलती से बॉर्डर पार कर गया। तभी पाकिस्तानी रेंजर्स बीएसएफ की चेक पोस्ट जल्लोके पर आ गए। उन्होंने बीएसएफ जवान को पकड़ लिया और उसका हथियार भी ले लिया। कुछ दिन पहले ही ट्रांसफर होकर आया, जीरो लाइन का पता नहीं था
जानकारी के मुताबिक जो जवान पकड़ा गया है, वह कुछ दिन पहले ट्रांसफर होकर आया था। उसे जीरो लाइन का पता नहीं था। किसान अपनी फसल की कटाई के लिए मशीन लेकर गए थे। इस दौरान 2 जवान भी उसके साथ थे। गर्मी ज्यादा होने के चलते वह एक पेड़ के नीचे बैठ गया। इस दौरान पाक रेंजर्स ने उसे घेर लिया। साथ ही उसकी राइफल छीन ली। इसके बाद उसे बंदी बना लिया। BSF ने पाक रेंजर्स से बात की, जवान को नहीं छोड़ा
जैसे ही यह खबर मिली, बीएसएफ के बड़े अफसर बॉर्डर पर पहुंचे। जवान को छुड़ाने के लिए पाकिस्तानी रेंजर्स और बीएसएफ अफसरों के बीच रात तक मीटिंग चलती रही। अभी तक वह छोड़ा नहीं गया है। बीएसएफ के अधिकारी लगातार पाक रेंजर्स के संपर्क में हैं। हालांकि, सूत्रों से पता चला है कि पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाक रेंजर्स हुसैनीवाला में फ्लैग मीटिंग के लिए नहीं आ रहे हैं। जिसके चलते बात सिरे नहीं चढ़ पाई है। उधर, अभी तक BSF की तरफ से कोई बयान भी नहीं आया है। क्या है जीरो लाइन
जीरो लाइन बॉर्डर का वह हिस्सा होता है, जहां दोनों देशों की सीमाएं मिलती हैं। इस जगह पर किसानों को खेती करने के लिए स्पेशल परमिशन मिलती है। जब किसान फसल बोते या काटते हैं, तो BSF के जवान उनकी सुरक्षा के लिए साथ रहते हैं। इन्हें किसान गार्ड भी कहते हैं।