फाजिल्का जिले के अबोहर में बेसहारा पशु की टक्कर से एक बुजुर्ग की मौत हो गई। चाचा-भतीजा बाइक पर घर लौट रहे थे तभी अचानक पशु के टकराने से दोनों गिर गए। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। रेफर करने के दौरान चाचा की रास्ते में मौत हो गई। सीतो रोड पर सोमवार शाम एक पशु से टकराने के बाद गांव राजांवाली के 60 वर्षीय तसरेम सिंह और उनके 35 वर्षीय भतीजे सुरजीत सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। बाइक पर मजदूरी से लौट रहे चाचा-भतीजे की टक्कर अचानक सामने आए पशु से हो गई। अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप घायल तसरेम सिंह को बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया। लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। अस्पताल में शव को मोर्चरी में रखा गया। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सुरजीत सिंह ने बताया कि उनके चाचा आधे घंटे तक अस्पताल में तड़पते रहे। अस्पताल में सीटी स्कैन, वेंटिलेटर और न्यूरो सर्जन की सुविधा नहीं होने के कारण उन्हें रेफर करना पड़ा। अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन की कमी सुरजीत ने जिला प्रशासन पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि बेसहारा पशुओं को पकड़ने का अभियान बंद होने से सड़कों पर पशुओं की संख्या बढ़ी है। इससे दुर्घटनाएं लगातार हो रही हैं। अबोहर अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन की कई बार घोषणा की गई। लेकिन अभी तक यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। गंभीर मरीजों को अन्य अस्पतालों में रेफर करना पड़ता है। परिजनों ने रोष जताते हुए बिना पोस्टमार्टम कराए शव को घर ले गए। फाजिल्का जिले के अबोहर में बेसहारा पशु की टक्कर से एक बुजुर्ग की मौत हो गई। चाचा-भतीजा बाइक पर घर लौट रहे थे तभी अचानक पशु के टकराने से दोनों गिर गए। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। रेफर करने के दौरान चाचा की रास्ते में मौत हो गई। सीतो रोड पर सोमवार शाम एक पशु से टकराने के बाद गांव राजांवाली के 60 वर्षीय तसरेम सिंह और उनके 35 वर्षीय भतीजे सुरजीत सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। बाइक पर मजदूरी से लौट रहे चाचा-भतीजे की टक्कर अचानक सामने आए पशु से हो गई। अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप घायल तसरेम सिंह को बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया। लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। अस्पताल में शव को मोर्चरी में रखा गया। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सुरजीत सिंह ने बताया कि उनके चाचा आधे घंटे तक अस्पताल में तड़पते रहे। अस्पताल में सीटी स्कैन, वेंटिलेटर और न्यूरो सर्जन की सुविधा नहीं होने के कारण उन्हें रेफर करना पड़ा। अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन की कमी सुरजीत ने जिला प्रशासन पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि बेसहारा पशुओं को पकड़ने का अभियान बंद होने से सड़कों पर पशुओं की संख्या बढ़ी है। इससे दुर्घटनाएं लगातार हो रही हैं। अबोहर अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन की कई बार घोषणा की गई। लेकिन अभी तक यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। गंभीर मरीजों को अन्य अस्पतालों में रेफर करना पड़ता है। परिजनों ने रोष जताते हुए बिना पोस्टमार्टम कराए शव को घर ले गए। पंजाब | दैनिक भास्कर
