<p style=”text-align: justify;”>भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आगामी स्थानीय निकाय चुनावों से पहले महाराष्ट्र में संगठनात्मक बदलाव करते हुए नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की है. पार्टी ने कई नए चेहरों को मौका दिया है और आगामी चुनावी मुकाबलों को ध्यान में रखते हुए अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण फेरबदल किए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुणे में धीरज घाटे का पद बरकरार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इन बदलावों के तहत, सतारा जिले में मंत्री जयकुमार गोरे की जगह अतुल भोसले को नया जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. पुणे में धीरज घाटे ने अपना पद बरकरार रखा है, जबकि मावल में प्रदीम कंद को एक महत्वपूर्ण नेतृत्व भूमिका सौंपी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कुल मिलाकर, कोकण, पश्चिमी महाराष्ट्र, उत्तर महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के चार प्रमुख क्षेत्रों में कुल 58 जिलों में नए जिला अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं. इस कदम को पार्टी के जमीनी नेटवर्क को मजबूत करने और स्थानीय निकाय चुनावों की तैयारियों के तहत पार्टी गतिविधियों को सक्रिय करने के रूप में देखा जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>टीम पूरी ताकत के साथ काम करेगी- सीएम देवेंद्र फडणवीस</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इन नियुक्तियों पर टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “बीजेपी महाराष्ट्र के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र चव्हाण ने राज्य में 58 संगठनात्मक जिला अध्यक्षों की घोषणा की है. मुझे पूरा विश्वास है कि यह टीम आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में पूरी ताकत से काम करेगी. सभी नव नियुक्त पदाधिकारियों को हार्दिक बधाई.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुप्रीम कोर्ट ने निकाय चुनावों को लेकर दिया था निर्देश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र में अभी निकाय चुनावों की घोषणा नहीं हुई है. 6 मई 2025 को सुप्रीम कोर्ट के महाराष्ट्र राज्य निर्वाचन आयोग को राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव की अधिसूचना चार सप्ताह के अंदर निर्देश दिया था. मुंबई महानगरपालिका और राज्य की दूसरी महानगरपालिकाओं में कोरोना काल के बाद से ही चुनाव नहीं हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सबसे महत्वपूर्ण बीएमसी का चुनाव है. ये देश की सबसे अमीर महानगरपालिका है. निकाय चुनावों में उद्धव ठाकरे और शरद पवार गुट के लिए चुनौती होगी क्योंकि इन दोनों दलों का विधानसभा चुनावों प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा. </p> <p style=”text-align: justify;”>भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आगामी स्थानीय निकाय चुनावों से पहले महाराष्ट्र में संगठनात्मक बदलाव करते हुए नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की है. पार्टी ने कई नए चेहरों को मौका दिया है और आगामी चुनावी मुकाबलों को ध्यान में रखते हुए अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण फेरबदल किए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुणे में धीरज घाटे का पद बरकरार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इन बदलावों के तहत, सतारा जिले में मंत्री जयकुमार गोरे की जगह अतुल भोसले को नया जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. पुणे में धीरज घाटे ने अपना पद बरकरार रखा है, जबकि मावल में प्रदीम कंद को एक महत्वपूर्ण नेतृत्व भूमिका सौंपी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कुल मिलाकर, कोकण, पश्चिमी महाराष्ट्र, उत्तर महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के चार प्रमुख क्षेत्रों में कुल 58 जिलों में नए जिला अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं. इस कदम को पार्टी के जमीनी नेटवर्क को मजबूत करने और स्थानीय निकाय चुनावों की तैयारियों के तहत पार्टी गतिविधियों को सक्रिय करने के रूप में देखा जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>टीम पूरी ताकत के साथ काम करेगी- सीएम देवेंद्र फडणवीस</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इन नियुक्तियों पर टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “बीजेपी महाराष्ट्र के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र चव्हाण ने राज्य में 58 संगठनात्मक जिला अध्यक्षों की घोषणा की है. मुझे पूरा विश्वास है कि यह टीम आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में पूरी ताकत से काम करेगी. सभी नव नियुक्त पदाधिकारियों को हार्दिक बधाई.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुप्रीम कोर्ट ने निकाय चुनावों को लेकर दिया था निर्देश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र में अभी निकाय चुनावों की घोषणा नहीं हुई है. 6 मई 2025 को सुप्रीम कोर्ट के महाराष्ट्र राज्य निर्वाचन आयोग को राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव की अधिसूचना चार सप्ताह के अंदर निर्देश दिया था. मुंबई महानगरपालिका और राज्य की दूसरी महानगरपालिकाओं में कोरोना काल के बाद से ही चुनाव नहीं हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सबसे महत्वपूर्ण बीएमसी का चुनाव है. ये देश की सबसे अमीर महानगरपालिका है. निकाय चुनावों में उद्धव ठाकरे और शरद पवार गुट के लिए चुनौती होगी क्योंकि इन दोनों दलों का विधानसभा चुनावों प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा. </p> महाराष्ट्र योगी सरकार का बागवानी पर बड़ा फोकस, सब्जी-फलों की खेती से दूर होगी बेरोजगारी, बढ़ेगा निर्यात
पुणे, सतारा समेत BJP ने नियुक्त किए 58 जिलाध्यक्ष, स्थानीय निकाय चुनाव से पहले टीम तैयार
