बीजेपी MLA फूल सिंह मीणा ने 66 की उम्र में कायम की मिसाल, जानें- अब क्या करना चाहते हैं?

बीजेपी MLA फूल सिंह मीणा ने 66 की उम्र में कायम की मिसाल, जानें- अब क्या करना चाहते हैं?

<p style=”text-align: justify;”><strong>Phool Singh Meena News:</strong> कहते हैं न ​कि पढ़ाई या फिर कुछ सीखने की कोई उम्र नहीं होती. राजस्थान भारतीय जनता पार्टी के 66 वर्षीय विधायक फूल सिंह मीणा इस बात के नायाब उदाहरण हैं. उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में नई मिसाल कायम की है. वह जब पहली बार विधायक बने तो सातवीं पास थे. अब वे एमए सेकेंड ईयर के छात्र हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी विधायक फूल सिंह मीणा किसी कारण से पढ़ाई नहीं कर पाए ​थे. साल 2013 में जब वह पहली बार विधायक बने तब सिर्फ सातवीं कक्षा पास थे. पढ़ाई नहीं करने को लेकर लोग उन्हें ताना देते थे. इससे तंग आकर उन्होंने विधायक बनने के बाद फिर से पढ़ाई शुरू की.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एमए के बाद करेंगे पीएचडी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>फिलहाल, फूल सिंह मीणा एमए सेकेंड ईयर के छात्र हैं. उनका कहना है कि वो एमए करने के बाद पीएचडी करेंगे. विधायक बनने के बाद परिवार की बेटियों को भी पढ़ा रहे हैं. पहले परिवार में पढ़ाई का माहौल नहीं था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बच्चियों की पढ़ाई पर दे रहे जोर&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी विधयक फूल सिंह मीणा अब क्षेत्र की बच्चियों को पढ़ने के लिए प्रमोट करने के काम में जुटे हैं. 10वीं और 12वीं में अच्छे नंबर लाने वाली 50 छात्राओं को वह अपने खर्चे पर हवाई सफर भी करा चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कौन हैं बीजेपी विधायक फूल सिंह मीणा?&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>फूल सिंह मीणा उदयपुर ग्रामीण विधानसभा सीट से लगातार दो बार से बीजेपी हैं. उनकी चार बेटियां हैं. पिता के निधन के बाद उन्होंने 7वीं पास कर पढ़ाई छोड़ दी थी. उन्हें पिता के निधन की वजह से मजदूरी भी करनी पड़ी. नौकरी के लिए आर्मी का फार्म भरा और फिजिकल में चयन हुआ, लेकिन 15 दिन ओवर एज होने पर बाहर हो गए.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>भारतीय सेना में चयन न होने के बाद उन्होंने खेती शुरू की. आरएसएस से जुड़ा होने के कारण वह बीजेपी में शामिल हो गए. वह सालों से बीजेपी के लिए काम करते आए हैं. साल 2013 में बीजेपी ने उन्हें उदयपुर ग्रामीण से टिकट दिया और मतदाताओं उन्हें विधानसभा पहुंचा दिया.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Phool Singh Meena News:</strong> कहते हैं न ​कि पढ़ाई या फिर कुछ सीखने की कोई उम्र नहीं होती. राजस्थान भारतीय जनता पार्टी के 66 वर्षीय विधायक फूल सिंह मीणा इस बात के नायाब उदाहरण हैं. उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में नई मिसाल कायम की है. वह जब पहली बार विधायक बने तो सातवीं पास थे. अब वे एमए सेकेंड ईयर के छात्र हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी विधायक फूल सिंह मीणा किसी कारण से पढ़ाई नहीं कर पाए ​थे. साल 2013 में जब वह पहली बार विधायक बने तब सिर्फ सातवीं कक्षा पास थे. पढ़ाई नहीं करने को लेकर लोग उन्हें ताना देते थे. इससे तंग आकर उन्होंने विधायक बनने के बाद फिर से पढ़ाई शुरू की.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एमए के बाद करेंगे पीएचडी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>फिलहाल, फूल सिंह मीणा एमए सेकेंड ईयर के छात्र हैं. उनका कहना है कि वो एमए करने के बाद पीएचडी करेंगे. विधायक बनने के बाद परिवार की बेटियों को भी पढ़ा रहे हैं. पहले परिवार में पढ़ाई का माहौल नहीं था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बच्चियों की पढ़ाई पर दे रहे जोर&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी विधयक फूल सिंह मीणा अब क्षेत्र की बच्चियों को पढ़ने के लिए प्रमोट करने के काम में जुटे हैं. 10वीं और 12वीं में अच्छे नंबर लाने वाली 50 छात्राओं को वह अपने खर्चे पर हवाई सफर भी करा चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कौन हैं बीजेपी विधायक फूल सिंह मीणा?&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>फूल सिंह मीणा उदयपुर ग्रामीण विधानसभा सीट से लगातार दो बार से बीजेपी हैं. उनकी चार बेटियां हैं. पिता के निधन के बाद उन्होंने 7वीं पास कर पढ़ाई छोड़ दी थी. उन्हें पिता के निधन की वजह से मजदूरी भी करनी पड़ी. नौकरी के लिए आर्मी का फार्म भरा और फिजिकल में चयन हुआ, लेकिन 15 दिन ओवर एज होने पर बाहर हो गए.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>भारतीय सेना में चयन न होने के बाद उन्होंने खेती शुरू की. आरएसएस से जुड़ा होने के कारण वह बीजेपी में शामिल हो गए. वह सालों से बीजेपी के लिए काम करते आए हैं. साल 2013 में बीजेपी ने उन्हें उदयपुर ग्रामीण से टिकट दिया और मतदाताओं उन्हें विधानसभा पहुंचा दिया.</p>  राजस्थान UP 2027 चुनाव में इन विधायकों का बीजेपी काट देगी टिकट? पार्टी ने शुरू कराया ऑडिट