गाजीपुर में काशीदास पूजन के दौरान करंट से सिपाही, उसके भाई समेत 4 लोगों की मौत हो गई। 3 लोग झुलस गए हैं। हादसा उस वक्त हुआ, जब पूजन के लिए मंडप बनाया जा रहा था। एक गीला बांस ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। पलक झपकते ही बांस पकड़े हुए 7 लोग करंट की चपेट में आ गए। अचानक हुए हादसे से वहां भगदड़ मच गई। कुछ युवकों ने डंडे से करंट की चपेट में आए सातों लोगों को छुटाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। आसपास के लोग करंट की चपेट में आए झुलसे लोगों को नजदीकी अस्पताल ले गए। वहां 4 को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मरने वाले चारों लोग यादव समाज से हैं। घटना जिला मुख्यालय से 45 किमी दूर मरदह थाना के नरवर गांव की है। झंडा गाड़ते वक्त हुआ हादसा, 400 लोग मौजूद थे SDM सदर मनोज पाठक ने बताया- नरवर गांव में पंथी सुरेंद्र यादव के घर पर काशीदास बाबा का पूजन कार्यक्रम था। इसकी तैयारियां घर के बाहर चल रही थीं। सुबह साढ़े 7 बजे पूजन के लिए झंडा गाड़ा जा रहा था, तभी हरा बांस ऊपर से गुजर रही 4 लाख वोल्ट की हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। हादसे के वक्त करीब 400 लोग मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है- अचानक हुए हादसे से वहां अफरा-तफरी मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। हम लोगों ने डंडे से करंट की चपेट में आए लोगों को बचाने की कोशिश की। किसी तरह सूखे डंडे से बांस को हाईटेंशन लाइन से हटाया गया। इसके बाद लाइनमैन को फोन कर बिजली कटवाई गई। सिपाही मऊ में तैनात था, छुट्टी पर घर आया था SDM कासिमाबाद संजय यादव ने बताया -हादसे के बाद लोग घायलों को मऊ के फातिमा अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने छोटेलाल यादव (35), रविंद्र यादव उर्फ कल्लू (29), गोरख यादव (23) और अमन यादव (19) को मृत घोषित कर दिया। रविंद्र और गोरख यादव सगे भाई थे। रविंद्र मऊ में तैनात था और छुट्टी पर गांव आया था। वहीं, अभिरिक (16), संतोष (32) और जितेंद्र यादव (30) झुलस गए। सभी नरवर गांव के रहने वाले हैं। घायलों को मऊ के फातिमा अस्पताल में भर्ती कराया गया। SDM बोले- आयोजन की परमिशन नहीं ली गई थी
SDM सदर मनोज पाठक ने बताया- इतने बड़े आयोजन में हाईटेंशन लाइन के बीच हरे बांस और पंडाल लगाना हादसे का कारण बना। आयोजन को लेकर प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। फिलहाल, मृतकों के परिवार से संपर्क किया जा रहा है। अगर उनके नाम से जमीन होगी तो ‘यूपी दुर्घटना बीमा योजना’ के तहत मुआवजा दिया जाएगा। फिलहाल, घायलों का बेहतर इलाज हमारी प्राथमिकता है। सीएम ने हादसे का संज्ञान लिया, ऊर्जा मंत्री ने जांच के आदेश दिए इधर, सीएम योगी ने हादसे का संज्ञान लिया है। उन्होंने अफसरों को तुरंत मौके पर पहुंचने को कहा है। साथ ही घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा- घटना बेहद दुखद है। घटना की जानकारी मिलते ही हमने एमडी, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम, डीएम गाजीपुर, डीएम मऊ और एमडी विद्युत उत्पादन निगम से बात की। घायलों को हर संभव मदद प्रदान करने का आग्रह किया गया है। हादसे की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। क्यों होती है काशीदास बाबा की पूजा? काशीदास जी वैष्णव संत थे। वे भगवान कृष्ण के उपासक थे। मान्यता है कि काशीदास जी ने भगवान श्रीकृष्ण का साकार रूप में दर्शन किया था, इसलिए इस पूजा में भक्तगण भगवान कृष्ण के जयकारे लगाते हैं। काशीदास बाबा को यादव समाज के आराध्य देवता माना जाता है। इनकी पूजा जानवरों की भलाई के लिए की जाती है। एक स्थान पर सभी जानवरों को इकट्ठा किया जाता है, इसके बाद उनकी पूजा की जाती है। पूजा के पश्चात पूड़ी और खीर को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है। ————————————————- ये खबर भी पढ़ें- संकट मोचन मंदिर महंत के 3 कर्मचारियों का एनकाउंटर, पैर में गोली लगी वाराणसी में संकट मोचन मंदिर के महंत के घर चोरी करने वाले बदमाशों की पुलिस से मुठभेड़ हो गई। एनकाउंटर में तीन बदमाशों के पैर में गोली लग गई। जबकि तीन बदमाशों को पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया। एक आरोपी फरार हो गया। सभी बदमाश संकट मोचन मंदिर के महंत विश्वंभर नाथ मिश्र के आवास के कर्मचारी हैं। पढ़ें पूरी खबर गाजीपुर में काशीदास पूजन के दौरान करंट से सिपाही, उसके भाई समेत 4 लोगों की मौत हो गई। 3 लोग झुलस गए हैं। हादसा उस वक्त हुआ, जब पूजन के लिए मंडप बनाया जा रहा था। एक गीला बांस ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। पलक झपकते ही बांस पकड़े हुए 7 लोग करंट की चपेट में आ गए। अचानक हुए हादसे से वहां भगदड़ मच गई। कुछ युवकों ने डंडे से करंट की चपेट में आए सातों लोगों को छुटाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। आसपास के लोग करंट की चपेट में आए झुलसे लोगों को नजदीकी अस्पताल ले गए। वहां 4 को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मरने वाले चारों लोग यादव समाज से हैं। घटना जिला मुख्यालय से 45 किमी दूर मरदह थाना के नरवर गांव की है। झंडा गाड़ते वक्त हुआ हादसा, 400 लोग मौजूद थे SDM सदर मनोज पाठक ने बताया- नरवर गांव में पंथी सुरेंद्र यादव के घर पर काशीदास बाबा का पूजन कार्यक्रम था। इसकी तैयारियां घर के बाहर चल रही थीं। सुबह साढ़े 7 बजे पूजन के लिए झंडा गाड़ा जा रहा था, तभी हरा बांस ऊपर से गुजर रही 4 लाख वोल्ट की हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। हादसे के वक्त करीब 400 लोग मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है- अचानक हुए हादसे से वहां अफरा-तफरी मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। हम लोगों ने डंडे से करंट की चपेट में आए लोगों को बचाने की कोशिश की। किसी तरह सूखे डंडे से बांस को हाईटेंशन लाइन से हटाया गया। इसके बाद लाइनमैन को फोन कर बिजली कटवाई गई। सिपाही मऊ में तैनात था, छुट्टी पर घर आया था SDM कासिमाबाद संजय यादव ने बताया -हादसे के बाद लोग घायलों को मऊ के फातिमा अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने छोटेलाल यादव (35), रविंद्र यादव उर्फ कल्लू (29), गोरख यादव (23) और अमन यादव (19) को मृत घोषित कर दिया। रविंद्र और गोरख यादव सगे भाई थे। रविंद्र मऊ में तैनात था और छुट्टी पर गांव आया था। वहीं, अभिरिक (16), संतोष (32) और जितेंद्र यादव (30) झुलस गए। सभी नरवर गांव के रहने वाले हैं। घायलों को मऊ के फातिमा अस्पताल में भर्ती कराया गया। SDM बोले- आयोजन की परमिशन नहीं ली गई थी
SDM सदर मनोज पाठक ने बताया- इतने बड़े आयोजन में हाईटेंशन लाइन के बीच हरे बांस और पंडाल लगाना हादसे का कारण बना। आयोजन को लेकर प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। फिलहाल, मृतकों के परिवार से संपर्क किया जा रहा है। अगर उनके नाम से जमीन होगी तो ‘यूपी दुर्घटना बीमा योजना’ के तहत मुआवजा दिया जाएगा। फिलहाल, घायलों का बेहतर इलाज हमारी प्राथमिकता है। सीएम ने हादसे का संज्ञान लिया, ऊर्जा मंत्री ने जांच के आदेश दिए इधर, सीएम योगी ने हादसे का संज्ञान लिया है। उन्होंने अफसरों को तुरंत मौके पर पहुंचने को कहा है। साथ ही घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा- घटना बेहद दुखद है। घटना की जानकारी मिलते ही हमने एमडी, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम, डीएम गाजीपुर, डीएम मऊ और एमडी विद्युत उत्पादन निगम से बात की। घायलों को हर संभव मदद प्रदान करने का आग्रह किया गया है। हादसे की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। क्यों होती है काशीदास बाबा की पूजा? काशीदास जी वैष्णव संत थे। वे भगवान कृष्ण के उपासक थे। मान्यता है कि काशीदास जी ने भगवान श्रीकृष्ण का साकार रूप में दर्शन किया था, इसलिए इस पूजा में भक्तगण भगवान कृष्ण के जयकारे लगाते हैं। काशीदास बाबा को यादव समाज के आराध्य देवता माना जाता है। इनकी पूजा जानवरों की भलाई के लिए की जाती है। एक स्थान पर सभी जानवरों को इकट्ठा किया जाता है, इसके बाद उनकी पूजा की जाती है। पूजा के पश्चात पूड़ी और खीर को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है। ————————————————- ये खबर भी पढ़ें- संकट मोचन मंदिर महंत के 3 कर्मचारियों का एनकाउंटर, पैर में गोली लगी वाराणसी में संकट मोचन मंदिर के महंत के घर चोरी करने वाले बदमाशों की पुलिस से मुठभेड़ हो गई। एनकाउंटर में तीन बदमाशों के पैर में गोली लग गई। जबकि तीन बदमाशों को पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया। एक आरोपी फरार हो गया। सभी बदमाश संकट मोचन मंदिर के महंत विश्वंभर नाथ मिश्र के आवास के कर्मचारी हैं। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
गाजीपुर में सिपाही, उसके भाई समेत 4 की मौत:काशीदास पूजन में करंट लगा, झंडा लगाते वक्त बांस हाईटेंशन लाइन से टकराया
