पंजाब के लुधियाना में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को जान से मारने की धमकी मिली है। किसी ने उनके फेसबुक पेज पर मैसेंजर के जरिए उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। सिमरजीत बैंस का सोशल मीडिया हैंडल पेज चलाने वाले बंटी ने बताया कि उन्हें यह धमकी कल उस समय मिली जब बैंस और बाकी सभी साथी रोड शो में पैदल मार्च कर रहे थे। धमकी के बाद अब इस मामले को लेकर लुधियाना पुलिस कमिश्नर और चुनाव आयोग से शिकायत की जाएगी। बबर हैरी नाम से आई थ्रेट बंटी ने कहा कि बबर हैरी नाम की आई.डी से बैंस के पेज पर थ्रेट आई है। धमकी देने वाले ने लिखा- बड़ा नेता बनी जा रहे हो दिन-प्रतिदिन, ज्यादा सिर पर मत चढ़ो, थोड़ा शांति के साथ चलो नहीं तो पक्का शांत कर देंगे। समझ लो अभी भी समय है नहीं तो तेरी लाश की पहचान भी नहीं किसी से होगी। उधर, इस मामले में सिमरजीत सिंह बैंस ने कहा कि वह सच्चाई के रास्ते पर चलने वाले नेता हैं। आज कोई नई धमकी नहीं मिल रही। जब से वह लोगों के बीच काम कर रहे हैं तभी से शरारती लोग उन्हें धमकियां भेज रहे हैं। लेकिन वह सच से पीछे हटने वाले नेता नहीं है। इस मामले में पुलिस के सीनियर अधिकारियों को सूचित कर दिया जाएगा। पढ़े कौन हैं सिमरजीत सिंह बैंस -2017 में बनाई थी खुद की पार्टी संगरूर के मौजूदा सांसद सिमरनजीत सिंह मान के साथ राजनीतिक करियर शुरू करने वाले सिमरजीत सिंह बैंस, सुखबीर सिंह बादल की अगुवाई में अकाली दल में शामिल हो गए थे। शिअद में उनके ऊपर कई आरोप लगते रहे। बैंस के खिलाफ तहसीलदार को कार्यालय में घुसकर मारपीट करने का भी मामला दर्ज हुआ था। अकाली दल द्वारा चुनाव टिकट नहीं दिए जाने से नाराज होकर उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद सिमरजीत ने आत्म नगर और बलविंदर ने लुधियाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत गए। बैंस ने 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में लोक इंसाफ पार्टी बनाई और AAP से गठजोड़ कर लिया। इस बार भी दोनों भाई चुनाव जीत गए। साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ा, लेकिन AAP की लहर के सामने टिक नहीं पाए और हार गए। 2 बार जेल जा चुके हैं बैंस सिमरजीत सिंह बैंस 2 बार जेल जा चुके हैं। वर्ष 2009 में उन पर तहसीलदार के साथ मारपीट करने का आरोप लगा था। इस केस में वह जेल काट चुके हैं। इसके बाद 10 जुलाई 2021 में उन पर महिला ने रेप करने की कोशिश का आरोप लगाया था। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया था। पंजाब के लुधियाना में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को जान से मारने की धमकी मिली है। किसी ने उनके फेसबुक पेज पर मैसेंजर के जरिए उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। सिमरजीत बैंस का सोशल मीडिया हैंडल पेज चलाने वाले बंटी ने बताया कि उन्हें यह धमकी कल उस समय मिली जब बैंस और बाकी सभी साथी रोड शो में पैदल मार्च कर रहे थे। धमकी के बाद अब इस मामले को लेकर लुधियाना पुलिस कमिश्नर और चुनाव आयोग से शिकायत की जाएगी। बबर हैरी नाम से आई थ्रेट बंटी ने कहा कि बबर हैरी नाम की आई.डी से बैंस के पेज पर थ्रेट आई है। धमकी देने वाले ने लिखा- बड़ा नेता बनी जा रहे हो दिन-प्रतिदिन, ज्यादा सिर पर मत चढ़ो, थोड़ा शांति के साथ चलो नहीं तो पक्का शांत कर देंगे। समझ लो अभी भी समय है नहीं तो तेरी लाश की पहचान भी नहीं किसी से होगी। उधर, इस मामले में सिमरजीत सिंह बैंस ने कहा कि वह सच्चाई के रास्ते पर चलने वाले नेता हैं। आज कोई नई धमकी नहीं मिल रही। जब से वह लोगों के बीच काम कर रहे हैं तभी से शरारती लोग उन्हें धमकियां भेज रहे हैं। लेकिन वह सच से पीछे हटने वाले नेता नहीं है। इस मामले में पुलिस के सीनियर अधिकारियों को सूचित कर दिया जाएगा। पढ़े कौन हैं सिमरजीत सिंह बैंस -2017 में बनाई थी खुद की पार्टी संगरूर के मौजूदा सांसद सिमरनजीत सिंह मान के साथ राजनीतिक करियर शुरू करने वाले सिमरजीत सिंह बैंस, सुखबीर सिंह बादल की अगुवाई में अकाली दल में शामिल हो गए थे। शिअद में उनके ऊपर कई आरोप लगते रहे। बैंस के खिलाफ तहसीलदार को कार्यालय में घुसकर मारपीट करने का भी मामला दर्ज हुआ था। अकाली दल द्वारा चुनाव टिकट नहीं दिए जाने से नाराज होकर उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद सिमरजीत ने आत्म नगर और बलविंदर ने लुधियाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत गए। बैंस ने 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में लोक इंसाफ पार्टी बनाई और AAP से गठजोड़ कर लिया। इस बार भी दोनों भाई चुनाव जीत गए। साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ा, लेकिन AAP की लहर के सामने टिक नहीं पाए और हार गए। 2 बार जेल जा चुके हैं बैंस सिमरजीत सिंह बैंस 2 बार जेल जा चुके हैं। वर्ष 2009 में उन पर तहसीलदार के साथ मारपीट करने का आरोप लगा था। इस केस में वह जेल काट चुके हैं। इसके बाद 10 जुलाई 2021 में उन पर महिला ने रेप करने की कोशिश का आरोप लगाया था। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया था। पंजाब | दैनिक भास्कर
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देश प्रेम के तीन रंग… जिम्मेदारी, मददगारी व जनजागृति भास्कर न्यूज | जालंधर स्वतंत्रता दिवस से तीन दिन पहले जालंधर शहर देश प्रेम के रंग में रंगा नजर आया। सोमवार को पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्मृति मंच की ओर से किशनपुरा में स्वतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में हर घर तिरंगा अभियान के तहत तिरंगा यात्रा निकाली। इस दौरान संदेश दिया गया कि जिम्मेदार नागरिकों से ही लोकतंत्र मजबूत होता है। दूसरा गुण मदद के एहसास का चाहिए, जो अपने लोगों को सामाजिक-आर्थिक विकास के रास्ते पर ले जाता है। तीसरा गुण जनजागृति है। इस अवसर पर भारी संख्या में स्कूली छात्र युवा, मात्रशक्ति ने हाथों में तख्तियां तिरंगा हमारी शान है, तिरंगा भारत की पहचान है और हाथों में तिरंगे लेकर भारत माता की जय, वन्दे मातरम के जयघोष लगाए। किशनपुरा इलाका निवासियों ने तिरंगा यात्रा का पुष्पवर्षा से स्वागत किया। इस अवसर पर बच्चों को संबोधित करते हुए पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्मृति मंच के पंजाब प्रधान किशनलाल शर्मा ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्मृति मंच 12 से 15 अगस्त तक अलग-अलग क्षेत्रों में तिरंगा यात्राएं निकालकर हर घर में तिरंगा लगे अभियान चलाएगा। उन्होंने कहा कि इस तिरंगे की खातिर देश के क्रांतिकारियों ने अपनी शहादत देकर देश को आजाद करवाया है। स्वतंत्रता को बरकरार रखना हर भारतवासी का कर्तव्य है। और कहा कि ऐसी तिरंगा यात्रा निकालने से युवाओं में राष्ट्रभक्ति की भावना उत्पन्न होती है। इसी प्रकार श्री गुरु रविदास सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल मुकेश कुमार ने कहा कि ऐसे आयोजनों से बच्चों को पता चलता है कि भारत देश को आजादी कैसे मिली है। इसके लिए क्रांतिकारी वीरों ने अपना पूरा जीवन भारत मां की सेवा में लगाया है। उन्होंने कहा कि हमारे स्कूल के बच्चे भी अपने-अपने घरों में तिरंगा लगाएंगे। युवाओं को इस कार्य के लिए प्रेरित करेंगे। इस मौके पर अजमेर सिंह बादल, नवीन भल्ला, बहादुर सिंह चड्डा, हरविन्द्र सिंह गौरा, पुरुषोत्तम कुमार, जसवीर पाल, डा. विनीत शर्मा, विक्की वर्मा, मनिंदर पाल, किनर बाला, मनप्रीत, अनु, जसविन्द्र कौर, नीरू, निधि अरोड़ा, स. गुरप्रीत सिंह आदि मौजूद रहे।
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