मेरे पति ने पोर्न वीडियो बनाए। उसको पेड साइड पर डाले। वह सबके सामने आकर जुर्म कबूल करें। इससे उनकी और मेरी बदनामी हो रही है। मैं घर से निकल नहीं सकती। मेरे बच्चे का भविष्य खराब हो जाएगा। पति सबके सामने आएं और सच्चाई बताएं। प्रापर्टी का कोई विवाद नहीं है। आज मेरा डॉक्टरी परीक्षण हुआ है। मैंने सारे सबूत और पोर्न वीडियो पेन ड्राइव में डालकर पुलिस को दिए हैं। मुझे न्याय चाहिए। ये कहना है पोर्न वीडियो के आरोपों में घिरे सीएचसी खलीलाबाद के अधीक्षक डॉ वरुणेश दुबे की पत्नी का। केस दर्ज होने के 4 दिन बाद पुलिस ने उनका मेडिकल कराया। इसके बाद डॉक्टर की पत्नी खलीलाबाद कोतवाली पहुंची। यहां जांच अधिकारी जयराम सिंह यादव को पेन ड्राइव में मामले से जुड़े वीडियो और फुटेज दिए। इसके बाद दैनिक भास्कर से बातचीत में पत्नी ने गंभीर आरोप लगाए। पढ़िए पूरी बातचीत… जायदाद हड़पनी होती तो पहले ही मिल जाती
पत्नी ने बताया- मुझे 10 दिन पहले उनके मोबाइल से ढेर सारे वीडियो मिले। मैंने उन्हें अपने मोबाइल में रिकॉर्ड किया। तब ये मामला खुला। आज मैंने सारे वीडियो पुलिस को दे दिए हैं। आज मेरा मेडिकल कराया गया है। हालांकि पुलिस ने बयान दर्ज नहीं कराया है। मैं चाहती हूं मुझे न्याय मिले। इस मामले की निष्पक्ष जांच हो। दोषी को सजा मिले। मैं आगे अपने पति के साथ रहूंगी, या नहीं रहूंगी। इस पर मैंने अभी सोचा नहीं है। पहले इस केस में सच सामने आए। मेरे पति सबके सामने आकर जुर्म कबूल करें। कहे कि हां मैंने ये किया था। उनकी बदनामी हो रही है, तो मेरी भी बदनामी हो रही है। इसलिए वो सामने आकर अपना जुर्म कबूल करें। अगर मुझे जायदाद हड़पनी होती तो शादी के बाद कुछ लड़कियां मेरे घर आई थीं। एक ने मुझसे कहा था कि मेरा आपके पति से अफेयर है। उसने प्रूफ भी दिया था। अगर जायदाद हड़पना होता तो तभी उनसे तलाक ले लेती। तब मेरा कोई बच्चा भी नहीं था। मुझे तब भी प्रापर्टी मिल जाती। जबकि आज मेरा एक बच्चा भी है। मेरे पति के भाई-बहन भी नहीं हैं। तो प्रापर्टी तो हमको ही मिलेगी। इसलिए प्रापर्टी वाला कोई विवाद नहीं है। आज उन्होंने जो भी कुछ किया है, अपनी मर्जी से किया है, तो मुझे इससे क्या दिक्कत होगी। डॉक्टर का आरोप- बार-बार आरोप लगाती है पत्नी
डॉक्टर वरुणेश ने गुरुवार को गोरखपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा- जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें दाढ़ी नहीं है। मैंने पिछले 5 साल में केवल एक बार पिताजी के निधन पर दाढ़ी बनवाई थी। इससे पता चलता है कि इन लोगों ने क्या साजिश की है। पत्नी कभी मेरे ऊपर अवैध संबंध का आरोप लगाती है। कभी पोर्न वीडियो का। हर बार इनके अलग आरोप होते हैं। मेरी पत्नी का खुद ही दूसरे पुरुष के साथ अवैध संबंध है। मेरे ना रहने पर वह घर आता था। मेरे पिता ने गोरखनाथ थाने में दो साल पहले भी शिकायत की थी। तब पुलिस ने शांति भंग में चलान कर दिया था। उसके बाद पिता से उन्होंने निवेदन किया था अब गलती नहीं होगी। मैंने उससे तलाक के लिए भी कहा था। बोला था कि मुझसे तलाक ले लो, तुमको आधा घर भी दे देंगे। इस पर उसने कहा था कि मुझे पूरा घर चाहिए तुम मर जाओ। वह मुझे मरा देखना चाहती है। जांच टीम ने क्या कहा…
सीएमओ डॉक्टर रामानुज कन्नौजिया द्वारा जांच के लिए बनाई की तीन सदस्यीय कमेटी के अध्यक्ष डॉक्टर महेन्द्र प्रसाद ने कहा- डॉ वरुणेश दुबे के मामले में मेरे द्वारा उनको पत्र भेजा गया है। जिसमें उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है। अब जानिए पूरा मामला… डॉक्टर वरुणेश दुबे खलीलाबाद सीएचसी में तैनात है। उनकी पत्नी गोरखपुर में रहती हैं। पत्नी ने कहा- 10 दिन पहले मुझे इंटरनेट पर कुछ अश्लील वीडियो मिले, जिनमें मेरे पति एक पुरुष के साथ महिला वेशभूषा में आपत्तिजनक हरकतें करते दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो उन्होंने एक पेड वेबसाइट पर अपलोड किए, जिन्हें देखने के लिए पहले भुगतान करना होता है। मेरे पति ने “मीना राय” नाम से एक फर्जी फेसबुक आईडी बनाई, जिसमें खुद को ट्रांसजेंडर बताकर तमाम वीडियो अपलोड किए गए। मैं यह दावे के साथ कह सकती हूं कि ये वीडियो हमारे ही क्वार्टर के अंदर बनाए गए, क्योंकि वीडियो में दिख रहा वॉलपेपर, बेड, सजावट आदि मैंने खुद ऑनलाइन ऑर्डर करके लगवाए थे। एक पत्नी अपने पति को शरीर, आवाज और आदतों से पहचान सकती है। वह इनकार कर सकते हैं, लेकिन सच्चाई छिपाई नहीं जा सकती। पीड़ित ने दावा किया कि डॉक्टर के आवास की तलाशी लेने पर पूरा मामला सामने आ जाएगा। मंगलवार को वह अपने भाई और रिश्तेदारों के साथ पति के सरकारी आवास के बाहर पहुंची। उन्होंने आवास का ताला खोलने की मांग की। जिसपर मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने ताला खुलवाया और अंदर पड़ताल की थी। पत्नी का कहना है- जब उन्होंने इस बात की जानकारी अपने मायके में अपने पिता और भाई को दी तो वो वरुणेश के घर गए। वहां वरुणेश ने उनके साथ बदतमीजी और मारपीट की। पीड़ित पत्नी ने संत कबीरनगर एसपी को पत्र लिखकर मामले की शिकायत की। एसपी के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सरकारी आवास को सीज कर दिया गया। 2008 में अफेयर को शादी के रिश्ते में बदला
डॉक्टर की पत्नी ने बताया- मेरी और डॉ. वरुणेश दुबे की शादी 2018 में हुई थी। हम दोनों का अफेयर था। बाद में परिवार ने इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया। परिवार ने हिंदू रीति-रिवाज और दहेज के साथ विवाह किया था। विवाह के बाद से ही उनका कई महिलाओं से संपर्क रहा है। जब मैंने इसका विरोध किया तो हमेशा यह कह कर टालते रहे कि अब उन संबंधों का कोई मतलब नहीं है। पत्नी के आरोपों पर डॉक्टर की सफाई, पढ़िए 3 मिनट के वीडियो में क्या कहा…
जय श्रीराम दोस्तों! कैसे हैं आप सब? थोड़ा कठिन समय चल रहा है। कुछ लालची और स्वार्थी लोग, जो सिर्फ धन-दौलत और दूसरों की संपत्ति हड़पने के इरादे से भेड़ियों की तरह घूम रहे हैं- उनके बीच मैं फंसा हुआ हूं। इन लोगों के मन में न स्नेह है, न प्रेम। इनका एकमात्र उद्देश्य दूसरों को बदनाम करके उनकी संपत्ति पर कब्जा करना है। जैसा कि आपमें से कई लोगों को अब तक पता चल गया होगा, मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए कई जगहों पर मेरे डीपफेक वीडियो वायरल किए जा रहे हैं। मेरा छोटा साला, जो एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, उन्हीं तकनीकों का उपयोग करके यह वीडियो बना रहा है। मेरे ऊपर कई तरह के झूठे और भद्दे आरोप लगाए जा रहे हैं, जिन्हें ये लोग जानबूझकर फैला रहे हैं। इतनी बदनामी और अपमान के बाद कोई आत्महत्या करने की सोच सकता है। हां, यह बात सच है कि मेरे लिए मेरी प्रतिष्ठा मेरी जान से भी बढ़कर है, रही है और हमेशा रहेगी। लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं कि मैं झूठे आरोपों के कारण आत्महत्या जैसा कोई कदम उठाऊंगा। मैं स्वर्गीय रामानंद दुबे जी का पुत्र हूं और मेरा कर्तव्य है कि मैं इस झूठ और फरेब के जाल से बाहर निकलूं और सत्य को सामने लाऊं। डॉक्टर ने जारी किया लिखित बयान, 6 प्वाइंट में पढ़िए 1. हमला और लूटपाट की घटना
डॉक्टर ने बताया कि 18 मई 2025 की सुबह करीब 9:40 बजे मेरी पत्नी और ससुर विनोद पांडेय, सास शोभा पांडेय, साले राहुल और ऋषभ पांडेय ने गोरखपुर स्थित मेरे आवास में जबरन घुसे। मेरे और मेरी मौसी नैंसी पर जानलेवा हमला किया। हमले के दौरान मेरे गले से सोने की चेन, मौसी के गहने, मेरा मोबाइल और घर में रखे अन्य कीमती जेवर लूट लिए गए। मैंने इस घटना की तत्काल सूचना गोरखनाथ थाने को दी। 2. झूठे मुकदमे और मानसिक प्रताड़ना का आरोप
जब ये लोग मुझे जान से मारने में असफल रहे, तो मेरी पत्नी और उनके परिजनों ने मेरे खिलाफ झूठे आरोप लगाकर मेरे कार्य स्थल पर मुकदमा दर्ज करा दिया। मीडिया में झूठे बयान देकर मेरी छवि खराब करने का प्रयास किया। ये सब साजिशें मेरी आत्महत्या करवाने और मेरी मौत के बाद मेरी पैतृक संपत्ति हड़पने के लिए की जा रही है। 3. पत्नी ने पिता और मुझे मानसिक प्रताड़ना दी
चार वर्षों से मेरी पत्नी द्वारा मुझे, मेरे स्वर्गीय पिता रामानंद दूबे और मेरी मौसी को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। इस संबंध में मेरे पिता द्वारा एसपी कार्यालय और सीओ कार्यालय में कई बार शिकायतें की गईं। 4. सीसीटीवी कैमरे तोड़ने का आरोप
सुरक्षा के लिहाज से घर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए, जिन्हें मेरी पत्नी ने बार-बार तोड़ा। मेरी गैर-मौजूदगी में वह एक अज्ञात पुरुष को घर बुलाया करती थीं और जब मैं इसका विरोध करता तो झगड़ा करती थीं। फुटेज मेरे पास सुरक्षित है। 5. पहले भी मेरे ऊपर इन लोगों ने हमला किया है
आठ माह पहले भी मेरी मौसी को मेरी पत्नी ने बुरी तरह पीटा था। जब इसका विरोध किया तो मेरे और मेरे परिवार पर झूठा मुकदमा गोरखनाथ थाने में दर्ज करा दिया गया। मेरी पत्नी आए दिन गाली-गलौज व मारपीट करती थी और मुझे उकसाती थी कि मैं उस पर हाथ उठाऊं, ताकि मेरे खिलाफ मामला बना सके। इससे परेशान होकर मैंने गोरखपुर आवास पर आना-जाना कम कर दिया। 6. झांसे में बुलाकर दुबारा हमला
18 मई 2025 को बच्चे को गंभीर चोट लगने की झूठी सूचना देकर मुझे बुलाया गया। वहां पहुंचते ही मेरी पत्नी ने गाली-गलौज शुरू कर दी और जब मैं वीडियो रिकॉर्ड करना चाहा तो मोबाइल छीन लिया। उसके बाद ससुराल पक्ष के सदस्य फिर से घर में घुसे, मेरी मौसी को पीटकर बेहोश कर दिया और मेरा गला दबाकर मुझे मारने का प्रयास किया। सास चिल्ला रही थी कि “इन दोनों को मार डालो”। शोर सुनकर पड़ोसी आए और हमारी जान बचाई। मेरी पत्नी ने खलीलाबाद थाने में जो भी आरोप लगाए गए हैं, उनमें मुझे निर्दोष पाया गया है और संबंधित कार्रवाई चल रही है। अब पढ़िए FIR, जो पत्नी ने दर्ज कराई डॉक्टर की पत्नी ने एफआईआर दर्ज करवाई। शिकायत में बताया- मेरे पति डॉ. वरुणेश दुबे जिला कारागार के आवास में निवास करते हैं। वहां पर वे खुद को ट्रांसजेंडर दर्शाकर अन्य युवकों को बुलाकर अश्लील (पोर्न) वीडियो बनाते हैं। उन्हें इंटरनेट पर पैसे लेकर अपलोड करते हैं। 18 मई को वे गोरखपुर स्थित हमारे निजी आवास पर आए। जब मैंने उनसे इन अश्लील वीडियो के बारे में पूछताछ की, तो उन्होंने मेरे साथ मारपीट की। मैंने अपने पिता को समझाने के लिए बुलाया, लेकिन मेरे पति ने मेरे पिता और भाई के साथ मारपीट की। इस अमानवीय व्यवहार और हिंसा से त्रस्त होकर मैंने उनसे कहा कि कारागार क्वार्टर खुलवाइए, वहां सबूत मौजूद हैं। तब से मैं कारागार स्थित उनके आवास पर जाकर क्वार्टर खुलवाने का प्रयास कर रही हूं, लेकिन मेरी कोई मदद नहीं की जा रही है। मुझे दो पुलिसकर्मियों के साथ क्वार्टर खुलवाकर उसमें मौजूद सबूतों को सुरक्षित करने की परमिशन दी जाए। ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। डीएम के आदेश पर मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। इसमें डॉ. महेन्द्र प्रसाद, डॉ. रामरतन और डॉ. शैलेन्द्र शामिल हैं। समिति को एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट सौंपनी है। पुलिस विभाग की जांच में यदि उनके खिलाफ कोई ठोस तथ्य सामने आते हैं, तभी आगे की कार्रवाई की जाएगी। ——————– ये खबर भी पढ़ें… यूपी में खुद के अश्लील VIDEO बनाने वाला डॉक्टर डरा:बोला- भेड़ियों के बीच फंसा हूं, पत्नी मेरी हत्या करा सकती है जय श्रीराम दोस्तों! थोड़ा कठिन समय चल रहा है। कुछ लालची भेड़ियों के बीच मैं फंसा हूं। मेरे छोटे साले ने मेरे डीप-फेक वीडियो बनाए हैं और पूरे परिवार के लोग मुझे फंसा रहे हैं। अगर कल को मेरी मौत होती है, तो समझ लीजिए ये साजिश के तहत की गई मेरी हत्या होगी, आत्महत्या नहीं। पढे़ं पूरी खबर… मेरे पति ने पोर्न वीडियो बनाए। उसको पेड साइड पर डाले। वह सबके सामने आकर जुर्म कबूल करें। इससे उनकी और मेरी बदनामी हो रही है। मैं घर से निकल नहीं सकती। मेरे बच्चे का भविष्य खराब हो जाएगा। पति सबके सामने आएं और सच्चाई बताएं। प्रापर्टी का कोई विवाद नहीं है। आज मेरा डॉक्टरी परीक्षण हुआ है। मैंने सारे सबूत और पोर्न वीडियो पेन ड्राइव में डालकर पुलिस को दिए हैं। मुझे न्याय चाहिए। ये कहना है पोर्न वीडियो के आरोपों में घिरे सीएचसी खलीलाबाद के अधीक्षक डॉ वरुणेश दुबे की पत्नी का। केस दर्ज होने के 4 दिन बाद पुलिस ने उनका मेडिकल कराया। इसके बाद डॉक्टर की पत्नी खलीलाबाद कोतवाली पहुंची। यहां जांच अधिकारी जयराम सिंह यादव को पेन ड्राइव में मामले से जुड़े वीडियो और फुटेज दिए। इसके बाद दैनिक भास्कर से बातचीत में पत्नी ने गंभीर आरोप लगाए। पढ़िए पूरी बातचीत… जायदाद हड़पनी होती तो पहले ही मिल जाती
पत्नी ने बताया- मुझे 10 दिन पहले उनके मोबाइल से ढेर सारे वीडियो मिले। मैंने उन्हें अपने मोबाइल में रिकॉर्ड किया। तब ये मामला खुला। आज मैंने सारे वीडियो पुलिस को दे दिए हैं। आज मेरा मेडिकल कराया गया है। हालांकि पुलिस ने बयान दर्ज नहीं कराया है। मैं चाहती हूं मुझे न्याय मिले। इस मामले की निष्पक्ष जांच हो। दोषी को सजा मिले। मैं आगे अपने पति के साथ रहूंगी, या नहीं रहूंगी। इस पर मैंने अभी सोचा नहीं है। पहले इस केस में सच सामने आए। मेरे पति सबके सामने आकर जुर्म कबूल करें। कहे कि हां मैंने ये किया था। उनकी बदनामी हो रही है, तो मेरी भी बदनामी हो रही है। इसलिए वो सामने आकर अपना जुर्म कबूल करें। अगर मुझे जायदाद हड़पनी होती तो शादी के बाद कुछ लड़कियां मेरे घर आई थीं। एक ने मुझसे कहा था कि मेरा आपके पति से अफेयर है। उसने प्रूफ भी दिया था। अगर जायदाद हड़पना होता तो तभी उनसे तलाक ले लेती। तब मेरा कोई बच्चा भी नहीं था। मुझे तब भी प्रापर्टी मिल जाती। जबकि आज मेरा एक बच्चा भी है। मेरे पति के भाई-बहन भी नहीं हैं। तो प्रापर्टी तो हमको ही मिलेगी। इसलिए प्रापर्टी वाला कोई विवाद नहीं है। आज उन्होंने जो भी कुछ किया है, अपनी मर्जी से किया है, तो मुझे इससे क्या दिक्कत होगी। डॉक्टर का आरोप- बार-बार आरोप लगाती है पत्नी
डॉक्टर वरुणेश ने गुरुवार को गोरखपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा- जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें दाढ़ी नहीं है। मैंने पिछले 5 साल में केवल एक बार पिताजी के निधन पर दाढ़ी बनवाई थी। इससे पता चलता है कि इन लोगों ने क्या साजिश की है। पत्नी कभी मेरे ऊपर अवैध संबंध का आरोप लगाती है। कभी पोर्न वीडियो का। हर बार इनके अलग आरोप होते हैं। मेरी पत्नी का खुद ही दूसरे पुरुष के साथ अवैध संबंध है। मेरे ना रहने पर वह घर आता था। मेरे पिता ने गोरखनाथ थाने में दो साल पहले भी शिकायत की थी। तब पुलिस ने शांति भंग में चलान कर दिया था। उसके बाद पिता से उन्होंने निवेदन किया था अब गलती नहीं होगी। मैंने उससे तलाक के लिए भी कहा था। बोला था कि मुझसे तलाक ले लो, तुमको आधा घर भी दे देंगे। इस पर उसने कहा था कि मुझे पूरा घर चाहिए तुम मर जाओ। वह मुझे मरा देखना चाहती है। जांच टीम ने क्या कहा…
सीएमओ डॉक्टर रामानुज कन्नौजिया द्वारा जांच के लिए बनाई की तीन सदस्यीय कमेटी के अध्यक्ष डॉक्टर महेन्द्र प्रसाद ने कहा- डॉ वरुणेश दुबे के मामले में मेरे द्वारा उनको पत्र भेजा गया है। जिसमें उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है। अब जानिए पूरा मामला… डॉक्टर वरुणेश दुबे खलीलाबाद सीएचसी में तैनात है। उनकी पत्नी गोरखपुर में रहती हैं। पत्नी ने कहा- 10 दिन पहले मुझे इंटरनेट पर कुछ अश्लील वीडियो मिले, जिनमें मेरे पति एक पुरुष के साथ महिला वेशभूषा में आपत्तिजनक हरकतें करते दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो उन्होंने एक पेड वेबसाइट पर अपलोड किए, जिन्हें देखने के लिए पहले भुगतान करना होता है। मेरे पति ने “मीना राय” नाम से एक फर्जी फेसबुक आईडी बनाई, जिसमें खुद को ट्रांसजेंडर बताकर तमाम वीडियो अपलोड किए गए। मैं यह दावे के साथ कह सकती हूं कि ये वीडियो हमारे ही क्वार्टर के अंदर बनाए गए, क्योंकि वीडियो में दिख रहा वॉलपेपर, बेड, सजावट आदि मैंने खुद ऑनलाइन ऑर्डर करके लगवाए थे। एक पत्नी अपने पति को शरीर, आवाज और आदतों से पहचान सकती है। वह इनकार कर सकते हैं, लेकिन सच्चाई छिपाई नहीं जा सकती। पीड़ित ने दावा किया कि डॉक्टर के आवास की तलाशी लेने पर पूरा मामला सामने आ जाएगा। मंगलवार को वह अपने भाई और रिश्तेदारों के साथ पति के सरकारी आवास के बाहर पहुंची। उन्होंने आवास का ताला खोलने की मांग की। जिसपर मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने ताला खुलवाया और अंदर पड़ताल की थी। पत्नी का कहना है- जब उन्होंने इस बात की जानकारी अपने मायके में अपने पिता और भाई को दी तो वो वरुणेश के घर गए। वहां वरुणेश ने उनके साथ बदतमीजी और मारपीट की। पीड़ित पत्नी ने संत कबीरनगर एसपी को पत्र लिखकर मामले की शिकायत की। एसपी के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सरकारी आवास को सीज कर दिया गया। 2008 में अफेयर को शादी के रिश्ते में बदला
डॉक्टर की पत्नी ने बताया- मेरी और डॉ. वरुणेश दुबे की शादी 2018 में हुई थी। हम दोनों का अफेयर था। बाद में परिवार ने इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया। परिवार ने हिंदू रीति-रिवाज और दहेज के साथ विवाह किया था। विवाह के बाद से ही उनका कई महिलाओं से संपर्क रहा है। जब मैंने इसका विरोध किया तो हमेशा यह कह कर टालते रहे कि अब उन संबंधों का कोई मतलब नहीं है। पत्नी के आरोपों पर डॉक्टर की सफाई, पढ़िए 3 मिनट के वीडियो में क्या कहा…
जय श्रीराम दोस्तों! कैसे हैं आप सब? थोड़ा कठिन समय चल रहा है। कुछ लालची और स्वार्थी लोग, जो सिर्फ धन-दौलत और दूसरों की संपत्ति हड़पने के इरादे से भेड़ियों की तरह घूम रहे हैं- उनके बीच मैं फंसा हुआ हूं। इन लोगों के मन में न स्नेह है, न प्रेम। इनका एकमात्र उद्देश्य दूसरों को बदनाम करके उनकी संपत्ति पर कब्जा करना है। जैसा कि आपमें से कई लोगों को अब तक पता चल गया होगा, मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए कई जगहों पर मेरे डीपफेक वीडियो वायरल किए जा रहे हैं। मेरा छोटा साला, जो एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, उन्हीं तकनीकों का उपयोग करके यह वीडियो बना रहा है। मेरे ऊपर कई तरह के झूठे और भद्दे आरोप लगाए जा रहे हैं, जिन्हें ये लोग जानबूझकर फैला रहे हैं। इतनी बदनामी और अपमान के बाद कोई आत्महत्या करने की सोच सकता है। हां, यह बात सच है कि मेरे लिए मेरी प्रतिष्ठा मेरी जान से भी बढ़कर है, रही है और हमेशा रहेगी। लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं कि मैं झूठे आरोपों के कारण आत्महत्या जैसा कोई कदम उठाऊंगा। मैं स्वर्गीय रामानंद दुबे जी का पुत्र हूं और मेरा कर्तव्य है कि मैं इस झूठ और फरेब के जाल से बाहर निकलूं और सत्य को सामने लाऊं। डॉक्टर ने जारी किया लिखित बयान, 6 प्वाइंट में पढ़िए 1. हमला और लूटपाट की घटना
डॉक्टर ने बताया कि 18 मई 2025 की सुबह करीब 9:40 बजे मेरी पत्नी और ससुर विनोद पांडेय, सास शोभा पांडेय, साले राहुल और ऋषभ पांडेय ने गोरखपुर स्थित मेरे आवास में जबरन घुसे। मेरे और मेरी मौसी नैंसी पर जानलेवा हमला किया। हमले के दौरान मेरे गले से सोने की चेन, मौसी के गहने, मेरा मोबाइल और घर में रखे अन्य कीमती जेवर लूट लिए गए। मैंने इस घटना की तत्काल सूचना गोरखनाथ थाने को दी। 2. झूठे मुकदमे और मानसिक प्रताड़ना का आरोप
जब ये लोग मुझे जान से मारने में असफल रहे, तो मेरी पत्नी और उनके परिजनों ने मेरे खिलाफ झूठे आरोप लगाकर मेरे कार्य स्थल पर मुकदमा दर्ज करा दिया। मीडिया में झूठे बयान देकर मेरी छवि खराब करने का प्रयास किया। ये सब साजिशें मेरी आत्महत्या करवाने और मेरी मौत के बाद मेरी पैतृक संपत्ति हड़पने के लिए की जा रही है। 3. पत्नी ने पिता और मुझे मानसिक प्रताड़ना दी
चार वर्षों से मेरी पत्नी द्वारा मुझे, मेरे स्वर्गीय पिता रामानंद दूबे और मेरी मौसी को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। इस संबंध में मेरे पिता द्वारा एसपी कार्यालय और सीओ कार्यालय में कई बार शिकायतें की गईं। 4. सीसीटीवी कैमरे तोड़ने का आरोप
सुरक्षा के लिहाज से घर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए, जिन्हें मेरी पत्नी ने बार-बार तोड़ा। मेरी गैर-मौजूदगी में वह एक अज्ञात पुरुष को घर बुलाया करती थीं और जब मैं इसका विरोध करता तो झगड़ा करती थीं। फुटेज मेरे पास सुरक्षित है। 5. पहले भी मेरे ऊपर इन लोगों ने हमला किया है
आठ माह पहले भी मेरी मौसी को मेरी पत्नी ने बुरी तरह पीटा था। जब इसका विरोध किया तो मेरे और मेरे परिवार पर झूठा मुकदमा गोरखनाथ थाने में दर्ज करा दिया गया। मेरी पत्नी आए दिन गाली-गलौज व मारपीट करती थी और मुझे उकसाती थी कि मैं उस पर हाथ उठाऊं, ताकि मेरे खिलाफ मामला बना सके। इससे परेशान होकर मैंने गोरखपुर आवास पर आना-जाना कम कर दिया। 6. झांसे में बुलाकर दुबारा हमला
18 मई 2025 को बच्चे को गंभीर चोट लगने की झूठी सूचना देकर मुझे बुलाया गया। वहां पहुंचते ही मेरी पत्नी ने गाली-गलौज शुरू कर दी और जब मैं वीडियो रिकॉर्ड करना चाहा तो मोबाइल छीन लिया। उसके बाद ससुराल पक्ष के सदस्य फिर से घर में घुसे, मेरी मौसी को पीटकर बेहोश कर दिया और मेरा गला दबाकर मुझे मारने का प्रयास किया। सास चिल्ला रही थी कि “इन दोनों को मार डालो”। शोर सुनकर पड़ोसी आए और हमारी जान बचाई। मेरी पत्नी ने खलीलाबाद थाने में जो भी आरोप लगाए गए हैं, उनमें मुझे निर्दोष पाया गया है और संबंधित कार्रवाई चल रही है। अब पढ़िए FIR, जो पत्नी ने दर्ज कराई डॉक्टर की पत्नी ने एफआईआर दर्ज करवाई। शिकायत में बताया- मेरे पति डॉ. वरुणेश दुबे जिला कारागार के आवास में निवास करते हैं। वहां पर वे खुद को ट्रांसजेंडर दर्शाकर अन्य युवकों को बुलाकर अश्लील (पोर्न) वीडियो बनाते हैं। उन्हें इंटरनेट पर पैसे लेकर अपलोड करते हैं। 18 मई को वे गोरखपुर स्थित हमारे निजी आवास पर आए। जब मैंने उनसे इन अश्लील वीडियो के बारे में पूछताछ की, तो उन्होंने मेरे साथ मारपीट की। मैंने अपने पिता को समझाने के लिए बुलाया, लेकिन मेरे पति ने मेरे पिता और भाई के साथ मारपीट की। इस अमानवीय व्यवहार और हिंसा से त्रस्त होकर मैंने उनसे कहा कि कारागार क्वार्टर खुलवाइए, वहां सबूत मौजूद हैं। तब से मैं कारागार स्थित उनके आवास पर जाकर क्वार्टर खुलवाने का प्रयास कर रही हूं, लेकिन मेरी कोई मदद नहीं की जा रही है। मुझे दो पुलिसकर्मियों के साथ क्वार्टर खुलवाकर उसमें मौजूद सबूतों को सुरक्षित करने की परमिशन दी जाए। ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। डीएम के आदेश पर मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। इसमें डॉ. महेन्द्र प्रसाद, डॉ. रामरतन और डॉ. शैलेन्द्र शामिल हैं। समिति को एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट सौंपनी है। पुलिस विभाग की जांच में यदि उनके खिलाफ कोई ठोस तथ्य सामने आते हैं, तभी आगे की कार्रवाई की जाएगी। ——————– ये खबर भी पढ़ें… यूपी में खुद के अश्लील VIDEO बनाने वाला डॉक्टर डरा:बोला- भेड़ियों के बीच फंसा हूं, पत्नी मेरी हत्या करा सकती है जय श्रीराम दोस्तों! थोड़ा कठिन समय चल रहा है। कुछ लालची भेड़ियों के बीच मैं फंसा हूं। मेरे छोटे साले ने मेरे डीप-फेक वीडियो बनाए हैं और पूरे परिवार के लोग मुझे फंसा रहे हैं। अगर कल को मेरी मौत होती है, तो समझ लीजिए ये साजिश के तहत की गई मेरी हत्या होगी, आत्महत्या नहीं। पढे़ं पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
पत्नी बोली-डॉक्टर ने पोर्न वीडियो बनाए, जुर्म कबूल करें:संतकबीर नगर में कहा-मेरे पति की बदनामी, मतलब मेरी; सबूत पुलिस को दिए
