पुणे: वैष्णवी हगवणे सुसाइड केस में फरार देवर-ससुर गिरफ्तार, अजित पवार गुट में इस पद पर था आरोपी

पुणे: वैष्णवी हगवणे सुसाइड केस में फरार देवर-ससुर गिरफ्तार, अजित पवार गुट में इस पद पर था आरोपी

<p style=”text-align: justify;”><strong>Vaishnavi Hagawane Suicide Case:</strong> राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजित पवार गुट) के पूर्व पदाधिकारी राजेंद्र हगवणे और उनके परिवार द्वारा कथित तौर पर प्रताड़ित की जा रही बहू वैष्णवी हगवणे ने 16 मई के दिन आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाया. इस मामले में वैष्णवी हगवणे के सुसराल के कई लोग पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं, वहीं अब पुलिस ने ससुर और देवर को भी पकड़ लिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, जमीन की खरीद के लिए ससुराल द्वारा पैसे की मांग करने पर जब पैसे नहीं मिले, तो वैष्णवी को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, जिससे उसकी मौत हुई. इस मामले में उसके पति, सास और ननद को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. लेकिन ससुर राजेंद्र हगवणे और देवर सुशील हगवणे फरार थे. अब पुणे पुलिस को उन्हें पकड़ने में सफलता मिली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>खुलेआम घूम रहे थे आरोपी</strong><br />राजेंद्र हगवणे और उनके बेटे सुशील हगवणे पिछले सात दिनों से फरार थे. आज (शुक्रवार) दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तारी से पहले दोनों का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें दोनों तलेगांव के एक होटल में मटन खाते नजर आ रहे हैं. यह वीडियो सामने आने के बाद यह सवाल उठ रहा है कि जब वे इतने खुलेआम घूम रहे थे, तो पुलिस उन्हें पकड़ क्यों नहीं पाई? पुलिस कैसे जांच कर रही थी, इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. आज तड़के साढ़े चार बजे पुलिस ने जाल बिछाकर दोनों को हिरासत में लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पूरा मामला?</strong><br />ससुराल में शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर 23 वर्षीय वैष्णवी शशांक हगवणे ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस मामले में उसके पति शशांक राजेंद्र हगवणे, सास लता राजेंद्र हगवणे और ननद करिश्मा राजेंद्र हगवणे को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. जबकि ससुर राजेंद्र तुकाराम हगवणे और देवर सुशील राजेंद्र हगवणे फरार थे. आज इन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. राजेंद्र हगवणे राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजित पवार गुट) की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य रह चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाए गए चोट के निशान&nbsp;</strong><br />वैष्णवी हगवणे ने 16 मई, शुक्रवार को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की थी. वैष्णवी के पिता आनंद कस्पटे की शिकायत के अनुसार, वैष्णवी की शादी में 51 तोले सोना, फॉर्च्यूनर गाड़ी और चांदी के बर्तन दिए गए थे. शादी के दूसरे दिन से ही उसके पति शशांक और ससुराल वालों ने घर के छोटे-मोटे कामों को लेकर उससे झगड़ा करना शुरू कर दिया था. वे उसके चरित्र पर भी सवाल उठाते थे और शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना देते थे. पति, सास-ससुर, ननद और देवर ने दहेज के लिए उसका मानसिक शोषण किया. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी वैष्णवी के शरीर पर मारपीट के निशान पाए गए.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Vaishnavi Hagawane Suicide Case:</strong> राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजित पवार गुट) के पूर्व पदाधिकारी राजेंद्र हगवणे और उनके परिवार द्वारा कथित तौर पर प्रताड़ित की जा रही बहू वैष्णवी हगवणे ने 16 मई के दिन आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाया. इस मामले में वैष्णवी हगवणे के सुसराल के कई लोग पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं, वहीं अब पुलिस ने ससुर और देवर को भी पकड़ लिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, जमीन की खरीद के लिए ससुराल द्वारा पैसे की मांग करने पर जब पैसे नहीं मिले, तो वैष्णवी को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, जिससे उसकी मौत हुई. इस मामले में उसके पति, सास और ननद को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. लेकिन ससुर राजेंद्र हगवणे और देवर सुशील हगवणे फरार थे. अब पुणे पुलिस को उन्हें पकड़ने में सफलता मिली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>खुलेआम घूम रहे थे आरोपी</strong><br />राजेंद्र हगवणे और उनके बेटे सुशील हगवणे पिछले सात दिनों से फरार थे. आज (शुक्रवार) दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तारी से पहले दोनों का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें दोनों तलेगांव के एक होटल में मटन खाते नजर आ रहे हैं. यह वीडियो सामने आने के बाद यह सवाल उठ रहा है कि जब वे इतने खुलेआम घूम रहे थे, तो पुलिस उन्हें पकड़ क्यों नहीं पाई? पुलिस कैसे जांच कर रही थी, इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. आज तड़के साढ़े चार बजे पुलिस ने जाल बिछाकर दोनों को हिरासत में लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पूरा मामला?</strong><br />ससुराल में शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर 23 वर्षीय वैष्णवी शशांक हगवणे ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस मामले में उसके पति शशांक राजेंद्र हगवणे, सास लता राजेंद्र हगवणे और ननद करिश्मा राजेंद्र हगवणे को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. जबकि ससुर राजेंद्र तुकाराम हगवणे और देवर सुशील राजेंद्र हगवणे फरार थे. आज इन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. राजेंद्र हगवणे राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजित पवार गुट) की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य रह चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाए गए चोट के निशान&nbsp;</strong><br />वैष्णवी हगवणे ने 16 मई, शुक्रवार को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की थी. वैष्णवी के पिता आनंद कस्पटे की शिकायत के अनुसार, वैष्णवी की शादी में 51 तोले सोना, फॉर्च्यूनर गाड़ी और चांदी के बर्तन दिए गए थे. शादी के दूसरे दिन से ही उसके पति शशांक और ससुराल वालों ने घर के छोटे-मोटे कामों को लेकर उससे झगड़ा करना शुरू कर दिया था. वे उसके चरित्र पर भी सवाल उठाते थे और शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना देते थे. पति, सास-ससुर, ननद और देवर ने दहेज के लिए उसका मानसिक शोषण किया. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी वैष्णवी के शरीर पर मारपीट के निशान पाए गए.</p>  महाराष्ट्र सहेली ने तोड़ा भरोसा! दिल्ली में घर से लाखों की चोरी, दो बहनें गिरफ्तार