हरियाणा के लांसनायक ने पंजाब के बठिंडा में जहरीली चीज निगल कर सुसाइड कर लिया। सुसाइड करने से पहले लांसनायक ने वीडियो बनाई, जिसमें उन्होंने अफसरों पर तंग करने का आरोप लगाया है। शुक्रवार को उनका शव घर पहुंचा। जहां उनका सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। छोटे भाई मोनू ने उन्हें मुखाग्नि दी। पुलिस ने वायुसेना के 5 अधिकारियों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है। लांसनायक के पिता ने पड़ोस में ही रहने वाले हवलदार सतीश पर बहू को परेशान करने का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर सतीश और सोनू के बीच लड़ाई भी हुई थी। तो वहीं सूबेदार मेजर मनोज ने बताया कि 20 मई की शाम सोनू ने उनके पास कॉल किया था और कहा थी कि मुझे बचा लो। लांसनायक सोनू यादव (28) झज्जर के गांव भिंडावास के रहने वाले थे। वह 2 साल से बठिंडा में भिसियाना एयरफोर्स स्टेशन के चीफ वर्क्स इंजीनियर विंग (CWE) में क्लर्क की पोस्ट पर तैनात थे। सोनू क्वार्टर में पत्नी और ढाई साल की बेटी के साथ रहते थे। 2018 में वह भर्ती हुए थे। सिलसिलेवार तरीके से पढ़ें कैसे हुई पूरी घटना… कंप्यूटर ठीक करवाने की बात कहकर निकले
20 मई को सोनू सुबह घर से यह कहकर निकले कि उन्हें कंप्यूटर ठीक करवाना है। दिनभर वापस नहीं लौटे। पत्नी ने जब उनके भाई को फोन किया तो उन्होंने कई बार कॉल किया, लेकिन सोनू ने फोन नहीं उठाया। सूबेदार मेजर को कॉल कर कहा- मुझे बचा लो
सूबेदार मेजर मनोज कुमार ने बताया कि 20 मई की शाम को उन्हें सोनू का कॉल आया। कॉल पर सोनू ने कहा- साहब, मैंने खुद दवाई खा ली है, मुझे बचा लो। इसके तुरंत बाद सूबेदार मेजर ने सोनू से उसकी लोकेशन पूछी और कुछ ही देर में अपनी टीम के साथ वहां पहुंच गए। ढाबे के पास सोनू की गाड़ी लॉक हालत में खड़ी मिली। आसपास तलाशने पर पास ही झाड़ियों में सोनू बेहोश पड़ा मिला। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रात करीब 9 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अफसर पहले बोला ठीक है, बाद में कहा मौत हो गई
उधर सोनू के घरवाले परेशान हो गए थे क्योंकि उनका फोन बंद आ रहा था। सोनू के लापता होने की खबर उनके पिता सुरेश कुमार को भी लग गई थी। इसके बाद सोनू की पत्नी ने अपने भाई अंकित को कॉल कर किसी अफसर से संपर्क करने को कहा। अंकित ने एक अफसर को कॉल किया। पहले तो अफसर ने कहा कि सोनू ने कोई जहरीली चीज खा ली है और वह 50 प्रतिशत ठीक है। लेकिन फिर बाद में सुरेश कुमार को कॉल कर कहा कि आपके बेटे की मौत हो चुकी है। पिता बठिंडा पहुंचे, पोस्टमॉर्टम में देरी हुई
सुरेश यादव 21 मई की सुबह 4 बजे बठिंडा पहुंचे। उन्होंने बताया कि वहां पहुंचते ही उन्हें जानकारी मिली कि सोनू और उसकी पत्नी का किसी सतीश नामक शख्स से झगड़ा हुआ था, इसी वजह से अफसर उसे परेशान कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि दिनभर न तो पोस्टमॉर्टम किया गया और न ही कोई अफसर उन्हें रिसीव करने आया। दो थानों के चक्कर काटने के बाद आखिरकार जीआरपी ने मामला दर्ज किया। जिसके बाद 22 मई को पोस्टमॉर्टम हुआ। दो फोन थे, एक अफसरों ने छुपा लिया
सुरेश यादव ने कहा कि सोनू के पास दो मोबाइल थे। एक वीडियो वाला फोन अफसरों ने छुपा लिया और जब यह वीडियो उन्हें किसी अफसर ने दी तो अफसरों ने धमकाया कि ये वीडियो किसने दी, फोन क्यों नहीं फेंका गया? सुरेश ने आगे कहा कि जब उन्होंने यह सब मीडिया को बताने की धमकी दी तब कहीं जाकर अफसर हरकत में आए। हत्या की आशंका भी जताई
सुरेश यादव का कहना है कि अफसरों की प्रताड़ना से तंग आकर सोनू ने आत्महत्या की। उन्होंने आशंका जताई कि संभव है कि उसे मारकर फेंका गया हो। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिस गाड़ी में सोनू मिला, उसकी कोई वीडियो नहीं बनाई गई और बिना एफएसएल टीम के गाड़ी को ले जाया गया। पड़ोस में रहने वाले जवान ने पत्नी को छेड़ा
पुलिस को दी शिकायत में सुरेश कुमार ने ये भी बताया की बीते दिनों सोनू ने ही उन्हें बताया था कि उसके पड़ोस में रहने वाले जींद के सतीश ने उसकी पत्नी को गंदे इशारे किए और छेड़छाड़ करने की कोशिश की। उच्चाधिकारियों ने किया परेशान
16 मई को सोनू का सतीश से झगड़ा हो गया। सोनू ने उच्चाधिकारियों के पास शिकायत भी की थी, लेकिन सतीश पर कार्रवाई करने के बजाय उल्टा सोनू को ही परेशान करना शुरू कर दिया। सुरेश कुमार ने बताया कि बेटे सोनू यादव को इंसाफ देने की बजाय उसपर क्वाटर खाली करने का दवाब बनाया गया, उसे परेशान करना शुरू कर दिया गया। जिस कारण दुखी होकर उसने मंगलवार रात को रेलवे लाइन बादल रोड के समीप जहर निगल कर खुदकुशी कर ली। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस
थाना जीआरपी के सब इंस्पेक्टर जसवीर सिंह का कहना था कि पुलिस ने मृतक सोनू यादव के पिता सुरेश कुमार के बयान पर एयरफोर्स स्टेशन के चीफ वर्कर्स इंजीनियर में तैनात मुख्य अधिकारी एस.के पांडे, सहायक विकास गांधी, सहायक तेज राम मीना, हवलदार राजीव, हवलदार सतीश के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करके उनकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं। हरियाणा के लांसनायक ने पंजाब के बठिंडा में जहरीली चीज निगल कर सुसाइड कर लिया। सुसाइड करने से पहले लांसनायक ने वीडियो बनाई, जिसमें उन्होंने अफसरों पर तंग करने का आरोप लगाया है। शुक्रवार को उनका शव घर पहुंचा। जहां उनका सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। छोटे भाई मोनू ने उन्हें मुखाग्नि दी। पुलिस ने वायुसेना के 5 अधिकारियों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है। लांसनायक के पिता ने पड़ोस में ही रहने वाले हवलदार सतीश पर बहू को परेशान करने का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर सतीश और सोनू के बीच लड़ाई भी हुई थी। तो वहीं सूबेदार मेजर मनोज ने बताया कि 20 मई की शाम सोनू ने उनके पास कॉल किया था और कहा थी कि मुझे बचा लो। लांसनायक सोनू यादव (28) झज्जर के गांव भिंडावास के रहने वाले थे। वह 2 साल से बठिंडा में भिसियाना एयरफोर्स स्टेशन के चीफ वर्क्स इंजीनियर विंग (CWE) में क्लर्क की पोस्ट पर तैनात थे। सोनू क्वार्टर में पत्नी और ढाई साल की बेटी के साथ रहते थे। 2018 में वह भर्ती हुए थे। सिलसिलेवार तरीके से पढ़ें कैसे हुई पूरी घटना… कंप्यूटर ठीक करवाने की बात कहकर निकले
20 मई को सोनू सुबह घर से यह कहकर निकले कि उन्हें कंप्यूटर ठीक करवाना है। दिनभर वापस नहीं लौटे। पत्नी ने जब उनके भाई को फोन किया तो उन्होंने कई बार कॉल किया, लेकिन सोनू ने फोन नहीं उठाया। सूबेदार मेजर को कॉल कर कहा- मुझे बचा लो
सूबेदार मेजर मनोज कुमार ने बताया कि 20 मई की शाम को उन्हें सोनू का कॉल आया। कॉल पर सोनू ने कहा- साहब, मैंने खुद दवाई खा ली है, मुझे बचा लो। इसके तुरंत बाद सूबेदार मेजर ने सोनू से उसकी लोकेशन पूछी और कुछ ही देर में अपनी टीम के साथ वहां पहुंच गए। ढाबे के पास सोनू की गाड़ी लॉक हालत में खड़ी मिली। आसपास तलाशने पर पास ही झाड़ियों में सोनू बेहोश पड़ा मिला। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रात करीब 9 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अफसर पहले बोला ठीक है, बाद में कहा मौत हो गई
उधर सोनू के घरवाले परेशान हो गए थे क्योंकि उनका फोन बंद आ रहा था। सोनू के लापता होने की खबर उनके पिता सुरेश कुमार को भी लग गई थी। इसके बाद सोनू की पत्नी ने अपने भाई अंकित को कॉल कर किसी अफसर से संपर्क करने को कहा। अंकित ने एक अफसर को कॉल किया। पहले तो अफसर ने कहा कि सोनू ने कोई जहरीली चीज खा ली है और वह 50 प्रतिशत ठीक है। लेकिन फिर बाद में सुरेश कुमार को कॉल कर कहा कि आपके बेटे की मौत हो चुकी है। पिता बठिंडा पहुंचे, पोस्टमॉर्टम में देरी हुई
सुरेश यादव 21 मई की सुबह 4 बजे बठिंडा पहुंचे। उन्होंने बताया कि वहां पहुंचते ही उन्हें जानकारी मिली कि सोनू और उसकी पत्नी का किसी सतीश नामक शख्स से झगड़ा हुआ था, इसी वजह से अफसर उसे परेशान कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि दिनभर न तो पोस्टमॉर्टम किया गया और न ही कोई अफसर उन्हें रिसीव करने आया। दो थानों के चक्कर काटने के बाद आखिरकार जीआरपी ने मामला दर्ज किया। जिसके बाद 22 मई को पोस्टमॉर्टम हुआ। दो फोन थे, एक अफसरों ने छुपा लिया
सुरेश यादव ने कहा कि सोनू के पास दो मोबाइल थे। एक वीडियो वाला फोन अफसरों ने छुपा लिया और जब यह वीडियो उन्हें किसी अफसर ने दी तो अफसरों ने धमकाया कि ये वीडियो किसने दी, फोन क्यों नहीं फेंका गया? सुरेश ने आगे कहा कि जब उन्होंने यह सब मीडिया को बताने की धमकी दी तब कहीं जाकर अफसर हरकत में आए। हत्या की आशंका भी जताई
सुरेश यादव का कहना है कि अफसरों की प्रताड़ना से तंग आकर सोनू ने आत्महत्या की। उन्होंने आशंका जताई कि संभव है कि उसे मारकर फेंका गया हो। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिस गाड़ी में सोनू मिला, उसकी कोई वीडियो नहीं बनाई गई और बिना एफएसएल टीम के गाड़ी को ले जाया गया। पड़ोस में रहने वाले जवान ने पत्नी को छेड़ा
पुलिस को दी शिकायत में सुरेश कुमार ने ये भी बताया की बीते दिनों सोनू ने ही उन्हें बताया था कि उसके पड़ोस में रहने वाले जींद के सतीश ने उसकी पत्नी को गंदे इशारे किए और छेड़छाड़ करने की कोशिश की। उच्चाधिकारियों ने किया परेशान
16 मई को सोनू का सतीश से झगड़ा हो गया। सोनू ने उच्चाधिकारियों के पास शिकायत भी की थी, लेकिन सतीश पर कार्रवाई करने के बजाय उल्टा सोनू को ही परेशान करना शुरू कर दिया। सुरेश कुमार ने बताया कि बेटे सोनू यादव को इंसाफ देने की बजाय उसपर क्वाटर खाली करने का दवाब बनाया गया, उसे परेशान करना शुरू कर दिया गया। जिस कारण दुखी होकर उसने मंगलवार रात को रेलवे लाइन बादल रोड के समीप जहर निगल कर खुदकुशी कर ली। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस
थाना जीआरपी के सब इंस्पेक्टर जसवीर सिंह का कहना था कि पुलिस ने मृतक सोनू यादव के पिता सुरेश कुमार के बयान पर एयरफोर्स स्टेशन के चीफ वर्कर्स इंजीनियर में तैनात मुख्य अधिकारी एस.के पांडे, सहायक विकास गांधी, सहायक तेज राम मीना, हवलदार राजीव, हवलदार सतीश के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करके उनकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
