रोहतक में सांसद दीपेंद्र हुड्डा द्वारा डीसी धर्मेंद्र को धमकाने के मामले को लेकर पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा ने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा ने सारी हदें पार कर दी हैं। एक वरिष्ठ आईएएस का अपमान करने का कृत्य किया गया। दीपेंद्र का अहंकार सातवें आसमान पर है, जिसके चलते आज जनता ने उन्हें नकार दिया है। पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा ने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यह कौन सा प्रोटोकॉल है कि एक डीसी किसी सांसद को रिसीव करने आता है। अगर गलती भी हुई है तो यह कहना ठीक नहीं है कि आप चले जाइए, मैं आपके बिना ही मीटिंग कर लूंगा। इससे बड़ा कोई अपमान नहीं है। दीपेंद्र 2024 की हार को पचा नहीं पा रहे हैं। दीपेंद्र के खिलाफ होनी चाहिए एफआईआर
कृष्णमूर्ति हुड्डा ने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा सरकार को टारगेट करना चाहते हैं, लेकिन ऐसा नहीं होगा। इस मामले में डीसी का कुछ नहीं गया, लेकिन दीपेंद्र का सबकुछ चला गया। इतने बड़े अधिकारी को अपमानित कर रहे हैं। दीपेंद्र हुड्डा के खिलाफ सरकार को एफआईआर दर्ज करवाकर गिरफ्तार करना चाहिए। उसके साथ 2 एमएलए थे, जिन्होंने दीपेंद्र को भड़काया। उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती तो वह कोर्ट का सहारा लेंगे। दीपेंद्र हुड्डा ने घमंड का किया प्रदर्शन
कृष्णमूर्ति हुड्डा ने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा ने अपने घमंड का प्रदर्शन किया है। घमंड के चक्कर में तो सरकार चली गई। इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। मैं मंत्री रहा हूं, कभी डीसी रिसीव करने नहीं आया। प्रोटोकॉल है तो डीसी ने सीईओ को भेजा है। लेकिन जनता के सामने एक आईएएस को धमकाना, प्रजातंत्र में सही नहीं है। कानून को हाथ में लेने का नहीं अधिकार
कृष्णमूर्ति हुड्डा ने कहा कि रोहतक के सांसद ने गलत किया है। जनता के सामने कानून हाथ में लेने का किसने अधिकार दिया है। दीपेंद्र सस्ती लोकप्रियता चाहता है, उसे लोग पप्पू कहते हैं और दीपेंद्र ने अपनी पप्पू गिरी दिखा दी। इस मामले में सांसद रामचंद्र जांगड़ा से बात हुई, वो भी कह रहे हैं कि गलत हुआ है। बाप बेटे का खेल खत्म हो चुका है, लोगों के साथ धोखा किया है। जब तक कांग्रेस में रहेंगे, तब तक कांग्रेस नहीं उभरेगी। रोहतक में सांसद दीपेंद्र हुड्डा द्वारा डीसी धर्मेंद्र को धमकाने के मामले को लेकर पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा ने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा ने सारी हदें पार कर दी हैं। एक वरिष्ठ आईएएस का अपमान करने का कृत्य किया गया। दीपेंद्र का अहंकार सातवें आसमान पर है, जिसके चलते आज जनता ने उन्हें नकार दिया है। पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा ने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यह कौन सा प्रोटोकॉल है कि एक डीसी किसी सांसद को रिसीव करने आता है। अगर गलती भी हुई है तो यह कहना ठीक नहीं है कि आप चले जाइए, मैं आपके बिना ही मीटिंग कर लूंगा। इससे बड़ा कोई अपमान नहीं है। दीपेंद्र 2024 की हार को पचा नहीं पा रहे हैं। दीपेंद्र के खिलाफ होनी चाहिए एफआईआर
कृष्णमूर्ति हुड्डा ने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा सरकार को टारगेट करना चाहते हैं, लेकिन ऐसा नहीं होगा। इस मामले में डीसी का कुछ नहीं गया, लेकिन दीपेंद्र का सबकुछ चला गया। इतने बड़े अधिकारी को अपमानित कर रहे हैं। दीपेंद्र हुड्डा के खिलाफ सरकार को एफआईआर दर्ज करवाकर गिरफ्तार करना चाहिए। उसके साथ 2 एमएलए थे, जिन्होंने दीपेंद्र को भड़काया। उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती तो वह कोर्ट का सहारा लेंगे। दीपेंद्र हुड्डा ने घमंड का किया प्रदर्शन
कृष्णमूर्ति हुड्डा ने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा ने अपने घमंड का प्रदर्शन किया है। घमंड के चक्कर में तो सरकार चली गई। इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। मैं मंत्री रहा हूं, कभी डीसी रिसीव करने नहीं आया। प्रोटोकॉल है तो डीसी ने सीईओ को भेजा है। लेकिन जनता के सामने एक आईएएस को धमकाना, प्रजातंत्र में सही नहीं है। कानून को हाथ में लेने का नहीं अधिकार
कृष्णमूर्ति हुड्डा ने कहा कि रोहतक के सांसद ने गलत किया है। जनता के सामने कानून हाथ में लेने का किसने अधिकार दिया है। दीपेंद्र सस्ती लोकप्रियता चाहता है, उसे लोग पप्पू कहते हैं और दीपेंद्र ने अपनी पप्पू गिरी दिखा दी। इस मामले में सांसद रामचंद्र जांगड़ा से बात हुई, वो भी कह रहे हैं कि गलत हुआ है। बाप बेटे का खेल खत्म हो चुका है, लोगों के साथ धोखा किया है। जब तक कांग्रेस में रहेंगे, तब तक कांग्रेस नहीं उभरेगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
