जींद में रात 11 बजे पहले तेज आंधी और इसके बाद बारिश आफत बनकर आई। आंधी में बिजली के पोल और पेड़ गिर गए। खेतों में लगी सोलर प्लेट टूट गई। नरवाना बस स्टैंड समेत शहर में कई जगह जलभराव हो गया, तो वहीं रेलवे अंडरपास पर लगी शेड की टीन उड़ गई। जिले भर में औसत 32 एमएम बारिश दर्ज की गई। जींद में सबसे ज्यादा 67 एमएम, जुलाना में 51 एमएम, पिल्लूखेड़ा में 48 एमएम, नरवाना में 27 एमएम, अलेवा में 20 एमएम, सफीदों में 6 एमएम और उचाना में 5 एमएम बारिश दर्ज की गई। रात को 11 बजे अचानक से मौसम बदला और तेज आंधी शुरू हो गई। करीब 20 मिनट तक आंधी के बाद बारिश शुरू हो गई। सुबह तक भी बहाल नहीं हो पाई बिजली सप्लाई बारिश के दौरान भी तेज हवाएं चलती रहीं। इस कारण सड़कों पर खड़े पेड़ गिर गए, इससे कई जगह पर रास्ते बाधित हो गए। 200 से ज्यादा जगहों पर बिजली के पोल और पेड़ गिर गए। इससे रात भर ब्लैकआउट की स्थिति रही। ग्रामीण क्षेत्र में सुबह 9 बजे तक भी बिजली की सप्लाई शुरू नहीं हो पाई। स्कूल का सोलर पैनल टूटा, मकान की छत उड़ी उचाना क्षेत्र में सेढ़ा माजरा बिजली घर से लगने वाली लाइन के दो पोल और एक ट्रांसफॉर्मर गिर गया। उचाना खुर्द गौशाला एपी लाइन के भी दो पोल आंधी की वजह से टूट गए। सेढ़ा माजरा में विकास फौजी के घर में भैंसों के चारे के कमरे की छत उड़ गई। सेढ़ा माजरा के सरकारी स्कूल की छत पर लगे सोलर पैनल टूट गए। उचाना रेलवे लाइन के पास अंडरपास की शेड टूट गई। उचाना मंडी का रेलवे रोड जलमग्न हो गया। रात को हुई बारिश का पानी सुबह 10 बजे तक भी नहीं निकल पाया। वाहन चालक पानी के बीच से ही गुजरते रहे। दुपहिया वाहन चालकों को परेशानी हुई। बस अड्डे के अंदर भरा पानी, खेतों में टूटी सोलर प्लेट नरवाना के दनौदा गांव के खेतों में सोलर प्लेट टूट गई। जींद शहर में अर्जुन स्टेडियम, शिव कॉलोनी, भगत सिंह कॉलोनी, भिवानी रोड पर कुछ एरिया और पटियाला चौक क्षेत्र की कुछ कॉलोनियों में पानी भर गया। इसके अलावा गोहाना रोड पर पुलिस लाइन से आगे सड़क पर पानी भर गया। नरवाना बस अड्डे के अंदर, जींद-नरवाना नेशनल हाईवे पर बड़ौदा, उचाना, खटकड़ में सर्विस लेन पर जलभराव हो गया। बिजली निगम के अधिकारियों का कहना है कि जिले भर में कई जगह पोल टूटे हैं, इनकी गिनती की जा रही है। मकान में आई दरार शाम तक पता चल पाएगा कि कितने पोल टूटे हैं और कितने ट्रांसफॉर्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं। बुआना गांव के सुरेद्र, शुभम, महेंद्र, भोलू, रजनेश के खेतों में लगी सोलर प्लेट टूट गई। सोनी के मकान में दरार आ गई। जींद में रात 11 बजे पहले तेज आंधी और इसके बाद बारिश आफत बनकर आई। आंधी में बिजली के पोल और पेड़ गिर गए। खेतों में लगी सोलर प्लेट टूट गई। नरवाना बस स्टैंड समेत शहर में कई जगह जलभराव हो गया, तो वहीं रेलवे अंडरपास पर लगी शेड की टीन उड़ गई। जिले भर में औसत 32 एमएम बारिश दर्ज की गई। जींद में सबसे ज्यादा 67 एमएम, जुलाना में 51 एमएम, पिल्लूखेड़ा में 48 एमएम, नरवाना में 27 एमएम, अलेवा में 20 एमएम, सफीदों में 6 एमएम और उचाना में 5 एमएम बारिश दर्ज की गई। रात को 11 बजे अचानक से मौसम बदला और तेज आंधी शुरू हो गई। करीब 20 मिनट तक आंधी के बाद बारिश शुरू हो गई। सुबह तक भी बहाल नहीं हो पाई बिजली सप्लाई बारिश के दौरान भी तेज हवाएं चलती रहीं। इस कारण सड़कों पर खड़े पेड़ गिर गए, इससे कई जगह पर रास्ते बाधित हो गए। 200 से ज्यादा जगहों पर बिजली के पोल और पेड़ गिर गए। इससे रात भर ब्लैकआउट की स्थिति रही। ग्रामीण क्षेत्र में सुबह 9 बजे तक भी बिजली की सप्लाई शुरू नहीं हो पाई। स्कूल का सोलर पैनल टूटा, मकान की छत उड़ी उचाना क्षेत्र में सेढ़ा माजरा बिजली घर से लगने वाली लाइन के दो पोल और एक ट्रांसफॉर्मर गिर गया। उचाना खुर्द गौशाला एपी लाइन के भी दो पोल आंधी की वजह से टूट गए। सेढ़ा माजरा में विकास फौजी के घर में भैंसों के चारे के कमरे की छत उड़ गई। सेढ़ा माजरा के सरकारी स्कूल की छत पर लगे सोलर पैनल टूट गए। उचाना रेलवे लाइन के पास अंडरपास की शेड टूट गई। उचाना मंडी का रेलवे रोड जलमग्न हो गया। रात को हुई बारिश का पानी सुबह 10 बजे तक भी नहीं निकल पाया। वाहन चालक पानी के बीच से ही गुजरते रहे। दुपहिया वाहन चालकों को परेशानी हुई। बस अड्डे के अंदर भरा पानी, खेतों में टूटी सोलर प्लेट नरवाना के दनौदा गांव के खेतों में सोलर प्लेट टूट गई। जींद शहर में अर्जुन स्टेडियम, शिव कॉलोनी, भगत सिंह कॉलोनी, भिवानी रोड पर कुछ एरिया और पटियाला चौक क्षेत्र की कुछ कॉलोनियों में पानी भर गया। इसके अलावा गोहाना रोड पर पुलिस लाइन से आगे सड़क पर पानी भर गया। नरवाना बस अड्डे के अंदर, जींद-नरवाना नेशनल हाईवे पर बड़ौदा, उचाना, खटकड़ में सर्विस लेन पर जलभराव हो गया। बिजली निगम के अधिकारियों का कहना है कि जिले भर में कई जगह पोल टूटे हैं, इनकी गिनती की जा रही है। मकान में आई दरार शाम तक पता चल पाएगा कि कितने पोल टूटे हैं और कितने ट्रांसफॉर्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं। बुआना गांव के सुरेद्र, शुभम, महेंद्र, भोलू, रजनेश के खेतों में लगी सोलर प्लेट टूट गई। सोनी के मकान में दरार आ गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
