आजमगढ़: मदरसा सुरक्षा सम्मेलन में बोले मौलाना अरशद मदनी, ‘मदरसों को हर हाल में…’

आजमगढ़: मदरसा सुरक्षा सम्मेलन में बोले मौलाना अरशद मदनी, ‘मदरसों को हर हाल में…’

<p dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>Azamgarh News:</strong> उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में मदरसा सुरक्षा सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसका उद्देश्य देशभर में मदरसों की सुरक्षा, उनकी चुनौतियों और उनके विकास को लेकर चर्चा करना है. आयोजकों ने बताया कि इस सम्मेलन में मदरसा शिक्षकों, प्रबंधकों और स्थानीय लोगों को मदरसों के अधिकारों और उनके सामने आने वाली समस्याओं पर जानकारी दी जाएगी. साथ ही मदरसों की बेहतरी के लिए सरकार से उठाई जाने वाली मांगों पर भी चर्चा होगी.</p>
<p dir=”auto” style=”text-align: justify;”>दरअसल, जमीअत उलमा ए हिंद एक प्रमुख मुस्लिम संगठन है और दावा किया जाता है कि ये संगठन जो देशभर में मदरसों, धार्मिक संस्थाओं और समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों के लिए काम करता है. मौलाना अरशद मदनी इस संगठन के वरिष्ठ नेता हैं और मदरसों की शिक्षा व सुरक्षा पर हमेशा जोर देते रहे हैं. वह कई बार कह चुके हैं कि मदरसे देश की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर हैं, जिन्हें हर हाल में संरक्षित किया जाना चाहिए.</p>
<p dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>मदरसे अल्पसंख्यक समाज का अहम हिस्सा है- मदनी<br /></strong>मदनी का कहना है कि मदरसे देशभर में अल्पसंख्यक समाज की शिक्षा का अहम हिस्सा है. इन संस्थानों में धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा भी दी जाती है. हालांकि, हाल के वर्षों में मदरसों को लेकर कई तरह की चुनौतियां भी सामने आई हैं. कहीं मदरसों के पंजीकरण को लेकर विवाद है, तो कहीं उनके फंडिंग और रखरखाव की दिक्कतें. ऐसे में मदरसा सुरक्षा सम्मेलन इन समस्याओं पर चर्चा कर समाधान निकालने का एक प्रयास है.</p>
<p dir=”auto” style=”text-align: justify;”>सम्मेलन में मौलाना अरशद मदनी के अलावा स्थानीय मदरसा प्रबंधक, सामाजिक कार्यकर्ता और मुस्लिम समाज के कई प्रमुख लोग भी शामिल होंगे. आयोजन समिति ने बताया कि सम्मेलन के जरिए लोगों को यह संदेश दिया जाएगा कि मदरसों की भूमिका समाज में बेहद अहम है और इन्हें सुरक्षित रखना सभी की जिम्मेदारी है. इस मौके पर मदरसों की वर्तमान स्थिति, उनके अधिकार और सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियां भी साझा की जाएंगी. कार्यक्रम में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे ताकि कोई अप्रिय घटना न हो. सम्मेलन से मदरसा शिक्षा को लेकर समाज में जागरूकता बढ़ने की उम्मीद की जा रही है.</p>
<p dir=”auto” style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/gyanvapi-case-judge-claims-he-gets-death-threat-letter-to-high-court-demanding-security-ann-2953961″>चित्रकूट: ज्ञानवापी केस की सुनवाई करने वाले जज ने जताया जान का खतरा, सुरक्षा बढ़ाने की मांग</a></strong></p> <p dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>Azamgarh News:</strong> उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में मदरसा सुरक्षा सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसका उद्देश्य देशभर में मदरसों की सुरक्षा, उनकी चुनौतियों और उनके विकास को लेकर चर्चा करना है. आयोजकों ने बताया कि इस सम्मेलन में मदरसा शिक्षकों, प्रबंधकों और स्थानीय लोगों को मदरसों के अधिकारों और उनके सामने आने वाली समस्याओं पर जानकारी दी जाएगी. साथ ही मदरसों की बेहतरी के लिए सरकार से उठाई जाने वाली मांगों पर भी चर्चा होगी.</p>
<p dir=”auto” style=”text-align: justify;”>दरअसल, जमीअत उलमा ए हिंद एक प्रमुख मुस्लिम संगठन है और दावा किया जाता है कि ये संगठन जो देशभर में मदरसों, धार्मिक संस्थाओं और समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों के लिए काम करता है. मौलाना अरशद मदनी इस संगठन के वरिष्ठ नेता हैं और मदरसों की शिक्षा व सुरक्षा पर हमेशा जोर देते रहे हैं. वह कई बार कह चुके हैं कि मदरसे देश की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर हैं, जिन्हें हर हाल में संरक्षित किया जाना चाहिए.</p>
<p dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>मदरसे अल्पसंख्यक समाज का अहम हिस्सा है- मदनी<br /></strong>मदनी का कहना है कि मदरसे देशभर में अल्पसंख्यक समाज की शिक्षा का अहम हिस्सा है. इन संस्थानों में धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा भी दी जाती है. हालांकि, हाल के वर्षों में मदरसों को लेकर कई तरह की चुनौतियां भी सामने आई हैं. कहीं मदरसों के पंजीकरण को लेकर विवाद है, तो कहीं उनके फंडिंग और रखरखाव की दिक्कतें. ऐसे में मदरसा सुरक्षा सम्मेलन इन समस्याओं पर चर्चा कर समाधान निकालने का एक प्रयास है.</p>
<p dir=”auto” style=”text-align: justify;”>सम्मेलन में मौलाना अरशद मदनी के अलावा स्थानीय मदरसा प्रबंधक, सामाजिक कार्यकर्ता और मुस्लिम समाज के कई प्रमुख लोग भी शामिल होंगे. आयोजन समिति ने बताया कि सम्मेलन के जरिए लोगों को यह संदेश दिया जाएगा कि मदरसों की भूमिका समाज में बेहद अहम है और इन्हें सुरक्षित रखना सभी की जिम्मेदारी है. इस मौके पर मदरसों की वर्तमान स्थिति, उनके अधिकार और सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियां भी साझा की जाएंगी. कार्यक्रम में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे ताकि कोई अप्रिय घटना न हो. सम्मेलन से मदरसा शिक्षा को लेकर समाज में जागरूकता बढ़ने की उम्मीद की जा रही है.</p>
<p dir=”auto” style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/gyanvapi-case-judge-claims-he-gets-death-threat-letter-to-high-court-demanding-security-ann-2953961″>चित्रकूट: ज्ञानवापी केस की सुनवाई करने वाले जज ने जताया जान का खतरा, सुरक्षा बढ़ाने की मांग</a></strong></p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड चुनाव 2025 को लेकर राहुल गांधी का बिहार में पांचवा दौरा, 6 जून को नीतीश के गढ़ में भरेंगे हुंकार!