Delhi News: ‘दिल्ली में खतरे से खाली नहीं साइकिल की सवारी’, स्टडी रिपोर्ट में बड़ा दावा

Delhi News: ‘दिल्ली में खतरे से खाली नहीं साइकिल की सवारी’, स्टडी रिपोर्ट में बड़ा दावा

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<p><strong>Delhi Cycle Riding:</strong> अगर आप दिल्ली में रहते हैं और सड़क पर साइकिल चलाते हैं तो यह आपके जीवन के लिए खतरे से खाली नहीं है. ऐसा इसलिए कि आईआईटी दिल्ली के 17 देशों के 35 प्रमुख शहरों में कराए गए एक अध्ययन में सामने आया है ​कि नीदरलैंड, जापान और जर्मनी जैसे देशों में साइकिलिंग आम जीवन का अभिन्न हिस्सा है. भारत में साइकिल चलाने वालों को गरीब मान लिया जाता है या फिर उन्हें मॉर्निंग वाकर के रूप में ट्रीट किया जाता है. <br /><br />यही वजह है कि दिल्ली में बाइक चलाने वालों की तुलना में साइकिल चलाने वालों की मृत्यु दर 40 गुना ज्यादा है. दिल्ली की तुलना लंदन से की जाए तो साइकिल चलाने वालों की मौत की संभावना 3 से 6 गुना ज्यादा है. लंदन में बाइक चालकों की तुलना में साइकिल चलाने में मौत की संभावना 57 प्रतिशत कम है. <br /><br /><strong>दिल्ली में जरूरत के हिसाब से नहीं बनते साइकिल लेन</strong><br />&nbsp;<br />दिल्ली जैसे कमजोर शहरी क्षेत्रों में साइकिल सवारों की संख्या काफी ज्यादा है, लेकिन उनके लिए सड़कें सुरक्षित नहीं हैं. खास बात यह है कि दिल्ली में जहां साइकिल ट्रैक बनाने की जरूरत है, वहां पर साइकिल लेन बनाए ही नहीं जाते. जहां पर साइकिल चलाने वाले नहीं हैं वहां साइकिल लेन बनाए जाते हैं. <br /><br />दिल्ली आईआईटी की ओर से साल 2016 से 2018 के दौरान 167 साइकिल चालकों की मौत को लेकर किए गए अध्ययन में सामने आया था कि 60 प्रतिशत मामलों साइकिल चालकों को सेम डायरेक्शन से आ रहे वाहन चालक ने पीछे से साइकिल को हिट किया था. <br /><br /><strong>दिल्ली में साइकिल सवारी खतरनाक क्यों?</strong> <br />&nbsp;<br />दरअसल, दिल्ली में साइकिल लेन और सुरक्षित साइकिलिंग सर्विस लेन की बहुत कमी है. बेकबू यातायात और मोटर वाहनों की भारी संख्या के कारण साइकिल चालकों के लिए खतरा बढ़ गया है.<br /><br />इस मामले में हमेशा गलती वाहन चालक की &nbsp;नहीं होती है. कई मामलों में साइकिल चालक भी यातायात नियमों का पालन नहीं करते हैं. इतना ही नहीं वे जरूरी सुरक्षा उपकरण भी नहीं लगाते. साइकिल चालकों और मोटर वाहन चालकों दोनों में जागरूकता की कमी है, जिससे दुर्घटनाएं चरम पर हैं.<br /><br /><strong>क्या करने की जरूरत है?</strong> <br /><br />दिल्ली में अलग से साइकिल लेन बनाने की जरूरत है. साइकिल चालकों को भी यातायात नियमों का पालन करना चाहिए. उन्हें साइकिल चलाते वक्त सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल करना चाहिए.</p>
<p>दिल्ली में साइकिलिंग को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक परिवहन और निजी परिवहन के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करने की भी आवश्यकता है. दिल्ली के औद्योगिक इलाकों में सा​इकिल चलाने वालों की संख्या ज्यादा है. वहीं पर साइकिल लेन बनाने की जरूरत है.</p>
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<p><strong>Delhi Cycle Riding:</strong> अगर आप दिल्ली में रहते हैं और सड़क पर साइकिल चलाते हैं तो यह आपके जीवन के लिए खतरे से खाली नहीं है. ऐसा इसलिए कि आईआईटी दिल्ली के 17 देशों के 35 प्रमुख शहरों में कराए गए एक अध्ययन में सामने आया है ​कि नीदरलैंड, जापान और जर्मनी जैसे देशों में साइकिलिंग आम जीवन का अभिन्न हिस्सा है. भारत में साइकिल चलाने वालों को गरीब मान लिया जाता है या फिर उन्हें मॉर्निंग वाकर के रूप में ट्रीट किया जाता है. <br /><br />यही वजह है कि दिल्ली में बाइक चलाने वालों की तुलना में साइकिल चलाने वालों की मृत्यु दर 40 गुना ज्यादा है. दिल्ली की तुलना लंदन से की जाए तो साइकिल चलाने वालों की मौत की संभावना 3 से 6 गुना ज्यादा है. लंदन में बाइक चालकों की तुलना में साइकिल चलाने में मौत की संभावना 57 प्रतिशत कम है. <br /><br /><strong>दिल्ली में जरूरत के हिसाब से नहीं बनते साइकिल लेन</strong><br />&nbsp;<br />दिल्ली जैसे कमजोर शहरी क्षेत्रों में साइकिल सवारों की संख्या काफी ज्यादा है, लेकिन उनके लिए सड़कें सुरक्षित नहीं हैं. खास बात यह है कि दिल्ली में जहां साइकिल ट्रैक बनाने की जरूरत है, वहां पर साइकिल लेन बनाए ही नहीं जाते. जहां पर साइकिल चलाने वाले नहीं हैं वहां साइकिल लेन बनाए जाते हैं. <br /><br />दिल्ली आईआईटी की ओर से साल 2016 से 2018 के दौरान 167 साइकिल चालकों की मौत को लेकर किए गए अध्ययन में सामने आया था कि 60 प्रतिशत मामलों साइकिल चालकों को सेम डायरेक्शन से आ रहे वाहन चालक ने पीछे से साइकिल को हिट किया था. <br /><br /><strong>दिल्ली में साइकिल सवारी खतरनाक क्यों?</strong> <br />&nbsp;<br />दरअसल, दिल्ली में साइकिल लेन और सुरक्षित साइकिलिंग सर्विस लेन की बहुत कमी है. बेकबू यातायात और मोटर वाहनों की भारी संख्या के कारण साइकिल चालकों के लिए खतरा बढ़ गया है.<br /><br />इस मामले में हमेशा गलती वाहन चालक की &nbsp;नहीं होती है. कई मामलों में साइकिल चालक भी यातायात नियमों का पालन नहीं करते हैं. इतना ही नहीं वे जरूरी सुरक्षा उपकरण भी नहीं लगाते. साइकिल चालकों और मोटर वाहन चालकों दोनों में जागरूकता की कमी है, जिससे दुर्घटनाएं चरम पर हैं.<br /><br /><strong>क्या करने की जरूरत है?</strong> <br /><br />दिल्ली में अलग से साइकिल लेन बनाने की जरूरत है. साइकिल चालकों को भी यातायात नियमों का पालन करना चाहिए. उन्हें साइकिल चलाते वक्त सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल करना चाहिए.</p>
<p>दिल्ली में साइकिलिंग को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक परिवहन और निजी परिवहन के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करने की भी आवश्यकता है. दिल्ली के औद्योगिक इलाकों में सा​इकिल चलाने वालों की संख्या ज्यादा है. वहीं पर साइकिल लेन बनाने की जरूरत है.</p>
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