लुधियाना उपचुनाव में कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची जारी:सिद्धू लिस्ट से बाहर, अमेठी सांसद और सीएम सुक्खू समेत 40 नेता संभालेंगे मोर्चा

लुधियाना उपचुनाव में कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची जारी:सिद्धू लिस्ट से बाहर, अमेठी सांसद और सीएम सुक्खू समेत 40 नेता संभालेंगे मोर्चा

पंजाब के लुधियाना में 19 जून को उप-चुनाव होना है। इससे पहले अपने उम्मीदवार को मजबूत करने और उसके पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में कांग्रेस के सीनियर नेता एवं पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू लिस्ट से बाहर है। सिद्धू कांग्रेस पार्टी के बड़े वक्ता है। उनका स्टार प्रचारकों में नाम न होने से कही न कही उप-चुनाव में कांग्रेस पार्टी को असर पड़ेगा। सूची में सबसे ऊपर नाम भूपेश बघेल का है। राहुल के करीबी किशोरी लाल करेंगे आशू के लिए प्रचार वहीं दूसरे तरफ राहुल गांधी के अमेठी से सांसद किशोरी लाल शर्मा भी उप-चुनाव में मोर्चा संभालेंगे। किशोरी लाल ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कलाकार स्मृति ईरानी को हराया। वहीं किशोरी लाल खुद भी लुधियाना में कांग्रेस की सेवा कर चुके है। उनका लुधियाना से जमीनी नाता है। किशोरी लाल का परिवार अभी भी लुधियाना में ही रहता है। कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशू के पक्ष में कुल 40 स्टार प्रचारक उप चुनाव में प्रचार के लिए आ रहे है। इन स्टार प्रचारकों में मुख्य चेहरे सचिन पायलट, मनीष तिवाड़ी, अदाकार राज बबर, मोहम्मद सदीक और कन्हैया कुमार है। हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री का नाम भी इस लिस्ट में शामिल किया गया है। वहीं प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा, वड़िंग प्रताप सिंह बाजवा, पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, सुखपाल सिंह खैहरा आदि के नाम भी प्रमुख है। पिछले साल जनवरी से ही पार्टी से दूर हैं सिद्धू पिछले साल जनवरी में ही नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब कांग्रेस पार्टी से दूर हो गए थे। उसके बाद से वह पार्टी कार्यालय भी नहीं आए। वह सिर्फ अपने करीबी नेताओं से ही मिलते थे। इसके बाद वह टीवी कमेंट्री में आ गए। उन्होंने पूरा फोकस उसी पर कर दिया। इस दौरान पिछले साल मार्च में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले चंडीगढ़ में गवर्नर हाउस के बाहर मीडिया ने सिद्धू से पूछा था कि क्या वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। इस पर उनका जवाब था कि उनका लक्ष्य सिर्फ पंजाब की सेवा करना है। वह केंद्र में नहीं जाना चाहते। अगर उन्हें केंद्र में मंत्री बनना होता तो वह कुरुक्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर वहां पहुंच सकते थे। पंजाब के लुधियाना में 19 जून को उप-चुनाव होना है। इससे पहले अपने उम्मीदवार को मजबूत करने और उसके पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में कांग्रेस के सीनियर नेता एवं पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू लिस्ट से बाहर है। सिद्धू कांग्रेस पार्टी के बड़े वक्ता है। उनका स्टार प्रचारकों में नाम न होने से कही न कही उप-चुनाव में कांग्रेस पार्टी को असर पड़ेगा। सूची में सबसे ऊपर नाम भूपेश बघेल का है। राहुल के करीबी किशोरी लाल करेंगे आशू के लिए प्रचार वहीं दूसरे तरफ राहुल गांधी के अमेठी से सांसद किशोरी लाल शर्मा भी उप-चुनाव में मोर्चा संभालेंगे। किशोरी लाल ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कलाकार स्मृति ईरानी को हराया। वहीं किशोरी लाल खुद भी लुधियाना में कांग्रेस की सेवा कर चुके है। उनका लुधियाना से जमीनी नाता है। किशोरी लाल का परिवार अभी भी लुधियाना में ही रहता है। कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशू के पक्ष में कुल 40 स्टार प्रचारक उप चुनाव में प्रचार के लिए आ रहे है। इन स्टार प्रचारकों में मुख्य चेहरे सचिन पायलट, मनीष तिवाड़ी, अदाकार राज बबर, मोहम्मद सदीक और कन्हैया कुमार है। हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री का नाम भी इस लिस्ट में शामिल किया गया है। वहीं प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा, वड़िंग प्रताप सिंह बाजवा, पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, सुखपाल सिंह खैहरा आदि के नाम भी प्रमुख है। पिछले साल जनवरी से ही पार्टी से दूर हैं सिद्धू पिछले साल जनवरी में ही नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब कांग्रेस पार्टी से दूर हो गए थे। उसके बाद से वह पार्टी कार्यालय भी नहीं आए। वह सिर्फ अपने करीबी नेताओं से ही मिलते थे। इसके बाद वह टीवी कमेंट्री में आ गए। उन्होंने पूरा फोकस उसी पर कर दिया। इस दौरान पिछले साल मार्च में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले चंडीगढ़ में गवर्नर हाउस के बाहर मीडिया ने सिद्धू से पूछा था कि क्या वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। इस पर उनका जवाब था कि उनका लक्ष्य सिर्फ पंजाब की सेवा करना है। वह केंद्र में नहीं जाना चाहते। अगर उन्हें केंद्र में मंत्री बनना होता तो वह कुरुक्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर वहां पहुंच सकते थे।   पंजाब | दैनिक भास्कर