लखनऊ में आलमबाग मेट्रो स्टेशन के नीचे मां के साथ सो रही 3 साल की बच्ची को दरिंदा उठा ले गया। उसने बच्ची के साथ रेप किया। बच्ची बेहोश हो गई तो उसे मरा समझकर झाड़ियों में फेंककर चला गया। बच्ची के साथ किया गया यह हादसा राजधानी को शर्मसार करने वाला है। भास्कर रिपोर्टर ने ग्राउंड जीरो पर हालात जाने। जहां बच्ची मां के साथ सो रही थी, वह स्थान पिंक बूथ सहित 3 चौकियों से घिरा है। मतलब उसके आसपास 3 पुलिस चौकियां हैं। दरिंदा सोती हुई मासूम को रात में उठा ले गया। कुछ दूर जाकर उसने रेप किया। लहूलुहान बच्ची की सूचना के बाद उसे रेप वाली जगह से जहां-जहां ले जाया गया, हर जगह खून के बड़े धब्बे के निशान मिले। प्राइम लोकेशन पर ऐसी घटना हो जाए और पुलिस को पता भी न चले, यह सुरक्षा-व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाता है। घटनास्थल से 300 मीटर के दायरे में पिंक बूथ है। बावजूद इसके आरोपी घटना को अंजाम देकर चला गया। उधर, बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है। डॉक्टर्स ने प्राइवेट पार्ट में सर्जरी करने की बात कही है। पहले 3 तस्वीरें देखिए… अब ग्राउंड पर जो-जो दिखा, वह जानिए… बच्ची जहां-जहां चली, वहां मिले खून के निशान मेट्रो स्टेशन के पीछे की तरफ खाली एरिया पड़ा है, जहां पर लोग सोते हैं। घटनास्थल को देखकर ऐसा लग रहा है कि घटनास्थल से बच्ची खुद कुछ दूर चली है। खून बहने की वजह से बच्ची जहां से गुजरी वहां उसके पंजे के निशान बन गए। खून की बूंदें भी मिलीं। शायद बच्ची ने माता-पिता तक जाने का प्रयास किया हो और रास्ते में गिर गई। एक चौकी 50, दूसरी 80 और तीसरी 150 कदम दूर घटनास्थल के 300 मीटर के दायरे में तीन पुलिस चौकियां है। इसके साथ ही एक पिंक बूथ भी है। चंदर नगर पुलिस चौकी करीब 50 कदम दूर, आलमबाग बस अड्डा पुलिस चौकी 150-200 कदम, भिलांवा पुलिस चौकी 80-100 कदम दूर। बावजूद इसके आरोपी को पुलिस का डर नहीं था। पुलिस के गश्त पर भी सवाल खड़े होते हैं। घटना का अनुमानित समय 2:30 से तीन बजे के बीच का माना जा रहा है। 500 मीटर की दूरी आलमबाग बस अड्डा है। जिसके चलते पूरी रात वहां रोडवेज बस और आम ट्रैफिक गुजरता है। पूरे रास्ते में पर्याप्त रोशनी रहती है। बावजूद इसके किसी की नजर नहीं पड़ी। एक महीने पहले आलमबाग बस अड्डे से ही महिला को अगवा कर रेप के बाद हत्या की गई थी। जहां घटना हुई, वहां रहता है नशेड़ियों का जमावड़ा मेट्रो स्टेशन के पास घटनास्थल से सटी अंडर ग्राउंड पार्किंग है। यहीं नशेड़ियों और अराजकतत्वों का जमावड़ा रहता है। रोजाना गाली-गलौज और मारपीट की घटनाएं भी सामने आती हैं। मेट्रो स्टेशन के बरामदे में और पास ही एक पार्क में नशेड़ी रात और दिन के समय यहां झुंड लगाकर बैठते हैं। कुछ तो नशीले इंजेक्शन भी लगाते हैं। अब बच्ची का हालचाल जानिए प्राइवेट पार्ट में मल्टीपल इंजरी मिली राजनारायण लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.राजीव दीक्षित ने बताया- सुबह साढ़े 7 बजे करीब पीड़ित परिवार बच्ची को लेकर आया। वह गंभीर हालत में दर्द से कराह रही थी। उसे तुरंत इमरजेंसी के ICU में शिफ्ट में किया गया। गायनी एक्सपर्ट डॉ. शालिनी कटियार, पीडियाट्रिक एक्सपर्ट डॉ. ब्रजेश कुमार, सर्जन डॉ.राजेश श्रीवास्तव सहित कई एक्सपर्ट ने बच्ची को एक्जामिन किया। शुरुआती जांच में बच्ची के प्राइवेट पार्ट में मल्टीपल इंजरी मिली है, जिसके चलते उसे तत्काल सर्जरी की जरूरत थी। ऐसे में दोपहर 12 बजे करीब उसे ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। KGMU ट्रॉमा सेंटर में पहुंचने के बाद उसे पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में भेजा गया है। वहां डॉ. जेडी रावत की निगरानी में बच्ची का इलाज चल रहा है। गर्भवती मां बच्ची का इंतजार करती रही मासूम बच्ची को दोपहर के वक्त इलाज के लिए केजीएमयू पहुंचाया गया। वहां बच्ची की गर्भवती मां बच्ची की हालत को लेकर चिंतित दिखी। पिता लगातार कमरे के अंदर-बाहर आते-जाते रहे। मां गर्भवती होने की वजह से ज्यादा चल नहीं सकती थी। हालांकि, पुलिस के आने-जाने के दौरान हर बार हालचाल जरूर पूछती थी। आज होगी बच्ची की सर्जरी KGMU के डॉ. जेडी रावत ने बताया कि 2 बजे के करीब बच्ची को भर्ती कराया गया है। बच्ची फिलहाल स्टेबल कंडीशन में है। उसके प्राइवेट पार्ट में गहरे जख्म आए हैं। इंजरी कितनी गहरी है, इस बारे में कुछ कह पाना अभी संभव नहीं है। शुक्रवार को सर्जरी होगी। अभी एक्सपर्ट चिकित्सकों की निगरानी में ICU में इलाज चल रहा है। मामले में डीसीपी सेंट्रल का कहना है कि पुलिस टीम लगातार आरोपी की तलाश में लगी हैं। इलाके में लगे CCTV कैमरे खंगाले जा रहे हैं। पुलिस को किसी करीबी या आसपास सड़क किनारे सोने वालों पर संदेह है। जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा। अब पूरी घटना पढ़िए… लखनऊ में तीन साल की बच्ची के साथ दरिंदगी हुई। बच्ची अपने माता-पिता के साथ आलमबाग मेट्रो स्टेशन के नीचे सो रही थी। बुधवार आधी रात आरोपी ने सोते वक्त उसका मुंह दबाया और मां के बगल से उठा ले गया। आरोपी ने बच्ची के साथ रेप किया। बच्ची दर्द से बेहोश हो गई तो उसे मरा समझकर झाड़ियों में फेंक दिया। गुरुवार सुबह एक अधेड़ व्यक्ति ने सड़क किनारे सो रहे उसके माता-पिता को जानकारी दी। इसके बाद से उस व्यक्ति का पता नहीं है। मरा समझकर आरोपी भाग गया बच्ची के नाना ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि बेटी-दामाद उन्नाव में रहते थे। 15 दिन लखनऊ आए। यहां कृष्णानगर में सड़क किनारे रहकर कूड़ा बीनने का काम करते थे। पांच दिन से आलमबाग मेट्रो स्टेशन पर आकर रहने लगे। रात को खाना खाकर एक पोल की दूरी के बीच सब सो गए। चार बजे बेटी दामाद आए उठाकर बोले बिटिया की तबीयत खराब है। बिटिया को देखा तो उसके निजी अंग से खून निकल रहा था। तब तक पांच बज चुके थे। रिक्शा करके लोकबंधु अस्पताल पहुंचे। वहां पर देखने के बाद डॉक्टरों ने पुलिस को सूचना देने के लिए कहा। इसके बाद पुलिस पहुंच गई। फिर हमें पता चला कि बच्ची के साथ गलत काम किया गया है। लखनऊ में आलमबाग मेट्रो स्टेशन के नीचे मां के साथ सो रही 3 साल की बच्ची को दरिंदा उठा ले गया। उसने बच्ची के साथ रेप किया। बच्ची बेहोश हो गई तो उसे मरा समझकर झाड़ियों में फेंककर चला गया। बच्ची के साथ किया गया यह हादसा राजधानी को शर्मसार करने वाला है। भास्कर रिपोर्टर ने ग्राउंड जीरो पर हालात जाने। जहां बच्ची मां के साथ सो रही थी, वह स्थान पिंक बूथ सहित 3 चौकियों से घिरा है। मतलब उसके आसपास 3 पुलिस चौकियां हैं। दरिंदा सोती हुई मासूम को रात में उठा ले गया। कुछ दूर जाकर उसने रेप किया। लहूलुहान बच्ची की सूचना के बाद उसे रेप वाली जगह से जहां-जहां ले जाया गया, हर जगह खून के बड़े धब्बे के निशान मिले। प्राइम लोकेशन पर ऐसी घटना हो जाए और पुलिस को पता भी न चले, यह सुरक्षा-व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाता है। घटनास्थल से 300 मीटर के दायरे में पिंक बूथ है। बावजूद इसके आरोपी घटना को अंजाम देकर चला गया। उधर, बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है। डॉक्टर्स ने प्राइवेट पार्ट में सर्जरी करने की बात कही है। पहले 3 तस्वीरें देखिए… अब ग्राउंड पर जो-जो दिखा, वह जानिए… बच्ची जहां-जहां चली, वहां मिले खून के निशान मेट्रो स्टेशन के पीछे की तरफ खाली एरिया पड़ा है, जहां पर लोग सोते हैं। घटनास्थल को देखकर ऐसा लग रहा है कि घटनास्थल से बच्ची खुद कुछ दूर चली है। खून बहने की वजह से बच्ची जहां से गुजरी वहां उसके पंजे के निशान बन गए। खून की बूंदें भी मिलीं। शायद बच्ची ने माता-पिता तक जाने का प्रयास किया हो और रास्ते में गिर गई। एक चौकी 50, दूसरी 80 और तीसरी 150 कदम दूर घटनास्थल के 300 मीटर के दायरे में तीन पुलिस चौकियां है। इसके साथ ही एक पिंक बूथ भी है। चंदर नगर पुलिस चौकी करीब 50 कदम दूर, आलमबाग बस अड्डा पुलिस चौकी 150-200 कदम, भिलांवा पुलिस चौकी 80-100 कदम दूर। बावजूद इसके आरोपी को पुलिस का डर नहीं था। पुलिस के गश्त पर भी सवाल खड़े होते हैं। घटना का अनुमानित समय 2:30 से तीन बजे के बीच का माना जा रहा है। 500 मीटर की दूरी आलमबाग बस अड्डा है। जिसके चलते पूरी रात वहां रोडवेज बस और आम ट्रैफिक गुजरता है। पूरे रास्ते में पर्याप्त रोशनी रहती है। बावजूद इसके किसी की नजर नहीं पड़ी। एक महीने पहले आलमबाग बस अड्डे से ही महिला को अगवा कर रेप के बाद हत्या की गई थी। जहां घटना हुई, वहां रहता है नशेड़ियों का जमावड़ा मेट्रो स्टेशन के पास घटनास्थल से सटी अंडर ग्राउंड पार्किंग है। यहीं नशेड़ियों और अराजकतत्वों का जमावड़ा रहता है। रोजाना गाली-गलौज और मारपीट की घटनाएं भी सामने आती हैं। मेट्रो स्टेशन के बरामदे में और पास ही एक पार्क में नशेड़ी रात और दिन के समय यहां झुंड लगाकर बैठते हैं। कुछ तो नशीले इंजेक्शन भी लगाते हैं। अब बच्ची का हालचाल जानिए प्राइवेट पार्ट में मल्टीपल इंजरी मिली राजनारायण लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.राजीव दीक्षित ने बताया- सुबह साढ़े 7 बजे करीब पीड़ित परिवार बच्ची को लेकर आया। वह गंभीर हालत में दर्द से कराह रही थी। उसे तुरंत इमरजेंसी के ICU में शिफ्ट में किया गया। गायनी एक्सपर्ट डॉ. शालिनी कटियार, पीडियाट्रिक एक्सपर्ट डॉ. ब्रजेश कुमार, सर्जन डॉ.राजेश श्रीवास्तव सहित कई एक्सपर्ट ने बच्ची को एक्जामिन किया। शुरुआती जांच में बच्ची के प्राइवेट पार्ट में मल्टीपल इंजरी मिली है, जिसके चलते उसे तत्काल सर्जरी की जरूरत थी। ऐसे में दोपहर 12 बजे करीब उसे ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। KGMU ट्रॉमा सेंटर में पहुंचने के बाद उसे पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में भेजा गया है। वहां डॉ. जेडी रावत की निगरानी में बच्ची का इलाज चल रहा है। गर्भवती मां बच्ची का इंतजार करती रही मासूम बच्ची को दोपहर के वक्त इलाज के लिए केजीएमयू पहुंचाया गया। वहां बच्ची की गर्भवती मां बच्ची की हालत को लेकर चिंतित दिखी। पिता लगातार कमरे के अंदर-बाहर आते-जाते रहे। मां गर्भवती होने की वजह से ज्यादा चल नहीं सकती थी। हालांकि, पुलिस के आने-जाने के दौरान हर बार हालचाल जरूर पूछती थी। आज होगी बच्ची की सर्जरी KGMU के डॉ. जेडी रावत ने बताया कि 2 बजे के करीब बच्ची को भर्ती कराया गया है। बच्ची फिलहाल स्टेबल कंडीशन में है। उसके प्राइवेट पार्ट में गहरे जख्म आए हैं। इंजरी कितनी गहरी है, इस बारे में कुछ कह पाना अभी संभव नहीं है। शुक्रवार को सर्जरी होगी। अभी एक्सपर्ट चिकित्सकों की निगरानी में ICU में इलाज चल रहा है। मामले में डीसीपी सेंट्रल का कहना है कि पुलिस टीम लगातार आरोपी की तलाश में लगी हैं। इलाके में लगे CCTV कैमरे खंगाले जा रहे हैं। पुलिस को किसी करीबी या आसपास सड़क किनारे सोने वालों पर संदेह है। जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा। अब पूरी घटना पढ़िए… लखनऊ में तीन साल की बच्ची के साथ दरिंदगी हुई। बच्ची अपने माता-पिता के साथ आलमबाग मेट्रो स्टेशन के नीचे सो रही थी। बुधवार आधी रात आरोपी ने सोते वक्त उसका मुंह दबाया और मां के बगल से उठा ले गया। आरोपी ने बच्ची के साथ रेप किया। बच्ची दर्द से बेहोश हो गई तो उसे मरा समझकर झाड़ियों में फेंक दिया। गुरुवार सुबह एक अधेड़ व्यक्ति ने सड़क किनारे सो रहे उसके माता-पिता को जानकारी दी। इसके बाद से उस व्यक्ति का पता नहीं है। मरा समझकर आरोपी भाग गया बच्ची के नाना ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि बेटी-दामाद उन्नाव में रहते थे। 15 दिन लखनऊ आए। यहां कृष्णानगर में सड़क किनारे रहकर कूड़ा बीनने का काम करते थे। पांच दिन से आलमबाग मेट्रो स्टेशन पर आकर रहने लगे। रात को खाना खाकर एक पोल की दूरी के बीच सब सो गए। चार बजे बेटी दामाद आए उठाकर बोले बिटिया की तबीयत खराब है। बिटिया को देखा तो उसके निजी अंग से खून निकल रहा था। तब तक पांच बज चुके थे। रिक्शा करके लोकबंधु अस्पताल पहुंचे। वहां पर देखने के बाद डॉक्टरों ने पुलिस को सूचना देने के लिए कहा। इसके बाद पुलिस पहुंच गई। फिर हमें पता चला कि बच्ची के साथ गलत काम किया गया है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
3 पुलिसचौकियों के बीच ढाई साल की बच्ची से रेप:लखनऊ में मां के पास से उठा ले गया दरिंदा, जहां-जहां से गुजरी खून फैला
