बकरा ईद कुर्बानी पर RSS नेता का बड़ा बयान, विरोधियों को दिया करारा जवाब!

बकरा ईद कुर्बानी पर RSS नेता का बड़ा बयान, विरोधियों को दिया करारा जवाब!

<p style=”text-align: justify;”><strong>Moradabad News:</strong> बकरा ईद पर पशुओं की कुर्बानी का विरोध करने वालों को संघ नेता और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक मज़ाहिर खान रूहेला ने आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जो लोग पशु क्रूरता के नाम पर ईद पर होने वाली पशुओं की कुर्बानी का विरोध कर रहे हैं यह उनका निजी बयान हो सकता है संघ या सरकार इसके विरोध में नहीं हैं कुर्बानी जैसे होती रही है वैसे ही होगी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>कुर्बानी को लेकर देश में सियासत तेज होने लगी है. इस बीच आरएसएस नेता ने इसको लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा इसे लेकर कोई विवाद देश के अंदर नहीं है जिसकी जो आस्था है वह उसका पालन करता रहेगा और जो लोग इसका विरोध और पशु क्रूरता की बात कर रहे हैं तो वह बकरा ईद पर ही क्यों कर रहे हैं उन्हें तो पूरे साल आन्दोलन करना चाहिए और बीफ निर्यात के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ भी आन्दोलन करना चाहिए.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकार नहीं है कुर्बानी के खिलाफ</strong><br />मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक मजाहिर खान रुहेला ने बकरा ईद पर विश्व हिंदु परिषद के लोगों की तरफ से कुर्बानी के विरोध किए जाने पर अपना बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि कुर्बानी के विरोध में संघ या सरकार नहीं है. इसका विरोध करने वाले लोगों का ये निजी बयान हो सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मजाहिर खान ने बात करते हुए कहा है कि उन्हें बीफ निर्यात करने वाले बड़े बुचड़-खानों के खिलाफ भी आन्दोलन चलाना चाहिए अगर पशु क्रूरता की बात है तो पूरे देश में बीफ एक्सपोर्ट के खिलाफ आन्दोलन करना चाहिए. और अगर समाज इसे रोकना चाहता है तो सरकार को बीफ निर्यात पर रोक लगानी चाहिए चाहे इसमें सरकार को कितना ही आर्थिक नुकसान क्यों न हो.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुसलमानों से की ये अपील</strong><br />बकरा ईद पर उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि वह जैसे कुर्बानी करते रहे हैं वैसे ही करें और भारत सरकार की गाइड लाइन का पालन करें साफ सफाई का ध्यान रखें और मांस को ढक कर ले जाएं, खून नालियों में न बहाये और दूसरो की भावनाओं का सम्मान करें. उन्होंने कहा की जो लोग बकरा ईद पर पशुओं की कुर्बानी का विरोध कर रहे हैं वह अपने नाम के लिए ऐसा कर रहे हैं. हम आपको बता दें कि विहिप नेताओं ने पशु क्रूरता के नाम पर बकरा ईद पर होने वाली पशुओं की कुर्बानी का विरोध किया था. &nbsp; &nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Moradabad News:</strong> बकरा ईद पर पशुओं की कुर्बानी का विरोध करने वालों को संघ नेता और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक मज़ाहिर खान रूहेला ने आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जो लोग पशु क्रूरता के नाम पर ईद पर होने वाली पशुओं की कुर्बानी का विरोध कर रहे हैं यह उनका निजी बयान हो सकता है संघ या सरकार इसके विरोध में नहीं हैं कुर्बानी जैसे होती रही है वैसे ही होगी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>कुर्बानी को लेकर देश में सियासत तेज होने लगी है. इस बीच आरएसएस नेता ने इसको लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा इसे लेकर कोई विवाद देश के अंदर नहीं है जिसकी जो आस्था है वह उसका पालन करता रहेगा और जो लोग इसका विरोध और पशु क्रूरता की बात कर रहे हैं तो वह बकरा ईद पर ही क्यों कर रहे हैं उन्हें तो पूरे साल आन्दोलन करना चाहिए और बीफ निर्यात के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ भी आन्दोलन करना चाहिए.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकार नहीं है कुर्बानी के खिलाफ</strong><br />मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक मजाहिर खान रुहेला ने बकरा ईद पर विश्व हिंदु परिषद के लोगों की तरफ से कुर्बानी के विरोध किए जाने पर अपना बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि कुर्बानी के विरोध में संघ या सरकार नहीं है. इसका विरोध करने वाले लोगों का ये निजी बयान हो सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मजाहिर खान ने बात करते हुए कहा है कि उन्हें बीफ निर्यात करने वाले बड़े बुचड़-खानों के खिलाफ भी आन्दोलन चलाना चाहिए अगर पशु क्रूरता की बात है तो पूरे देश में बीफ एक्सपोर्ट के खिलाफ आन्दोलन करना चाहिए. और अगर समाज इसे रोकना चाहता है तो सरकार को बीफ निर्यात पर रोक लगानी चाहिए चाहे इसमें सरकार को कितना ही आर्थिक नुकसान क्यों न हो.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुसलमानों से की ये अपील</strong><br />बकरा ईद पर उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि वह जैसे कुर्बानी करते रहे हैं वैसे ही करें और भारत सरकार की गाइड लाइन का पालन करें साफ सफाई का ध्यान रखें और मांस को ढक कर ले जाएं, खून नालियों में न बहाये और दूसरो की भावनाओं का सम्मान करें. उन्होंने कहा की जो लोग बकरा ईद पर पशुओं की कुर्बानी का विरोध कर रहे हैं वह अपने नाम के लिए ऐसा कर रहे हैं. हम आपको बता दें कि विहिप नेताओं ने पशु क्रूरता के नाम पर बकरा ईद पर होने वाली पशुओं की कुर्बानी का विरोध किया था. &nbsp; &nbsp;</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड चारधाम यात्रा के 34 दिनों में 8 लाख से ज्यादा भक्तों ने किए बाबा केदार के दर्शन, अब भी लंबी कतार