गुरुग्राम में इंटरनेशनल ट्रेवलर्स से कोरोना की एंट्री:एयरपोर्ट से आने वाले यात्रियों की होगी निगरानी; CMO बोलीं- बुखार-खांसी मिलने पर कोविड टेस्ट जरूरी

गुरुग्राम में इंटरनेशनल ट्रेवलर्स से कोरोना की एंट्री:एयरपोर्ट से आने वाले यात्रियों की होगी निगरानी; CMO बोलीं- बुखार-खांसी मिलने पर कोविड टेस्ट जरूरी

गुरुग्राम में कोरोना की लहर को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब विदेश से आने वाले यात्रियों की कड़ी निगरानी की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने फैसला किया है कि बुखार, खांसी या अन्य कोविड जैसे लक्षण वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का अनिवार्य रूप से कोविड टेस्ट करवाया जाएगा। टेस्ट की रिपोर्ट आने तक ऐसे यात्रियों को घर पर रहना होगा। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोविड पॉजिटिव मिले कई मरीजों की इंटरनेशनल ट्रैवल हिस्ट्री मिली है। इसके अलावा 8 से 10 लोगों की गोवा और मुंबई जैसे टूरिस्ट स्पॉट की भी ट्रैवल हिस्ट्री हैं। इन सभी ने हवाई यात्रा की थी। सीएमओ बोलीं- विदेश से आए कुछ यात्रियों से फैला वायरस मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. अलका सिंह ने बताया कि गुरुग्राम में हाल के सप्ताहों में कोविड मामलों में तेजी से वृद्धि देखी गई है। गुरुग्राम एक कॉस्मोपॉलिटन शहर है, जहां बड़ी संख्या में लोग विदेशों से आते-जाते हैं। संभावना है कि विदेश से आए कुछ यात्रियों के माध्यम से वायरस का प्रसार हुआ है। उन्होंने बताया कि पाबंदियों की कमी के कारण मामले बढ़ रहे हैं, जिसे नियंत्रित करना जरूरी है। समय पर टेस्टिंग और निगरानी से स्थिति को काबू में लाया जा सकता है। हवाई यात्रा करने वालों की स्क्रीनिंग होगी स्वास्थ्य विभाग ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की स्क्रीनिंग के लिए विशेष टीमें लगाने की प्लानिंग की है। इन टीमों द्वारा यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी और लक्षण दिखने पर तुरंत सैंपल लिया जाएगा। टेस्टिंग प्रक्रिया को तेज करने के लिए एक दर्जन कोविड टेस्टिंग सेंटर सक्रिय किए गए हैं। इसके अलावा अस्पतालों को नए सिरे से कोविड मरीजों के लिए बेड, ऑक्सीजन और अन्य चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य संबंधी जानकारी शेयर करें उन्होंने बताया कि विदेश से आने वाले सभी यात्रियों को अपनी यात्रा और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के साथ साझा करनी चाहिए। पॉजिटिव पाए जाने वाले यात्रियों को तुरंत आइसोलेशन में भेजा जाएगा और उनके संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग और टेस्टिंग की जाएगी। नागरिकों से मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की अपील की है। विशेष टास्क फोर्स का गठन गुरुग्राम में कोविड की स्थिति पर नजर रखने के लिए एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जो दैनिक आधार पर डेटा का विश्लेषण कर रही है। साथ ही शैक्षणिक संस्थानों, एमएनसी कंपनियों, ऑफिस, मॉल और दूसरे सार्वजनिक स्थानों पर कोविड प्रोटोकॉल लागू करने के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया है। केरल जैसी जांच हो तो बढ़ सकते हैं केस गुरुग्राम में अगर केरल की तरह कोरोना की जांच शुरू कर दी जाए, तो संक्रमितों की संख्या कई गुना बढ़ सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय जिन मरीजों में वायरल जैसे लक्षण दिख रहे हैं, उनमें से कई कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं। लक्षण दिखते ही RT-PCR जांच की जा रही है। इसी वजह से मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। संक्रमण रोकना लक्ष्य डिप्टी सीएमओ और नोडल अधिकारी डॉ. जेपी रजलीवाल ने बतायाकि हमारा लक्ष्य संक्रमण को शुरुआती स्तर पर ही रोकना है। इसके लिए जनता का सहयोग अहम है। बिना लक्षण वाले लोग भी वायरस फैला सकते हैं, इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है। गुरुग्राम में कोरोना की लहर को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब विदेश से आने वाले यात्रियों की कड़ी निगरानी की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने फैसला किया है कि बुखार, खांसी या अन्य कोविड जैसे लक्षण वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का अनिवार्य रूप से कोविड टेस्ट करवाया जाएगा। टेस्ट की रिपोर्ट आने तक ऐसे यात्रियों को घर पर रहना होगा। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोविड पॉजिटिव मिले कई मरीजों की इंटरनेशनल ट्रैवल हिस्ट्री मिली है। इसके अलावा 8 से 10 लोगों की गोवा और मुंबई जैसे टूरिस्ट स्पॉट की भी ट्रैवल हिस्ट्री हैं। इन सभी ने हवाई यात्रा की थी। सीएमओ बोलीं- विदेश से आए कुछ यात्रियों से फैला वायरस मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. अलका सिंह ने बताया कि गुरुग्राम में हाल के सप्ताहों में कोविड मामलों में तेजी से वृद्धि देखी गई है। गुरुग्राम एक कॉस्मोपॉलिटन शहर है, जहां बड़ी संख्या में लोग विदेशों से आते-जाते हैं। संभावना है कि विदेश से आए कुछ यात्रियों के माध्यम से वायरस का प्रसार हुआ है। उन्होंने बताया कि पाबंदियों की कमी के कारण मामले बढ़ रहे हैं, जिसे नियंत्रित करना जरूरी है। समय पर टेस्टिंग और निगरानी से स्थिति को काबू में लाया जा सकता है। हवाई यात्रा करने वालों की स्क्रीनिंग होगी स्वास्थ्य विभाग ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की स्क्रीनिंग के लिए विशेष टीमें लगाने की प्लानिंग की है। इन टीमों द्वारा यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी और लक्षण दिखने पर तुरंत सैंपल लिया जाएगा। टेस्टिंग प्रक्रिया को तेज करने के लिए एक दर्जन कोविड टेस्टिंग सेंटर सक्रिय किए गए हैं। इसके अलावा अस्पतालों को नए सिरे से कोविड मरीजों के लिए बेड, ऑक्सीजन और अन्य चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य संबंधी जानकारी शेयर करें उन्होंने बताया कि विदेश से आने वाले सभी यात्रियों को अपनी यात्रा और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के साथ साझा करनी चाहिए। पॉजिटिव पाए जाने वाले यात्रियों को तुरंत आइसोलेशन में भेजा जाएगा और उनके संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग और टेस्टिंग की जाएगी। नागरिकों से मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की अपील की है। विशेष टास्क फोर्स का गठन गुरुग्राम में कोविड की स्थिति पर नजर रखने के लिए एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जो दैनिक आधार पर डेटा का विश्लेषण कर रही है। साथ ही शैक्षणिक संस्थानों, एमएनसी कंपनियों, ऑफिस, मॉल और दूसरे सार्वजनिक स्थानों पर कोविड प्रोटोकॉल लागू करने के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया है। केरल जैसी जांच हो तो बढ़ सकते हैं केस गुरुग्राम में अगर केरल की तरह कोरोना की जांच शुरू कर दी जाए, तो संक्रमितों की संख्या कई गुना बढ़ सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय जिन मरीजों में वायरल जैसे लक्षण दिख रहे हैं, उनमें से कई कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं। लक्षण दिखते ही RT-PCR जांच की जा रही है। इसी वजह से मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। संक्रमण रोकना लक्ष्य डिप्टी सीएमओ और नोडल अधिकारी डॉ. जेपी रजलीवाल ने बतायाकि हमारा लक्ष्य संक्रमण को शुरुआती स्तर पर ही रोकना है। इसके लिए जनता का सहयोग अहम है। बिना लक्षण वाले लोग भी वायरस फैला सकते हैं, इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर