अमृतसर के गोलबाग इलाके में दुर्ग्याणा मंदिर के सामने से एक इंसानी खोपड़ी मिली। राहगीरों ने सबसे पहले यह खोपड़ी देखी, जिस पर हल्के बाल भी मौजूद थे, जबकि चमड़ी पूरी तरह उतर चुकी थी। मौके पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और तुरंत पुलिस को सूचित किया गया। घटना शनिवार देर शाम की है। सूचना मिलते ही दुर्ग्याणा पुलिस चौकी की टीम मौके पर पहुंची और खोपड़ी को कब्जे में ले लिया। पुलिस ने खोपड़ी का डीएनए टेस्ट करवाने का भी फैसला लिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की एडीसीपी विशालजीत सिंह ने बताया, यह खोपड़ी देखने में काफी पुरानी प्रतीत हो रही है। फिलहाल इसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है और डीएनए सैंपल भी लिया गया है, ताकि मृतक की पहचान की जा सके। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 174 के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है, जो असामान्य परिस्थितियों में मौत या संदिग्ध अवस्था में मिले शवों की जांच के लिए लागू होती है। जानवर द्वारा लाए जाने का भी शक एडीसीपी विशालजीत सिंह ने यह भी कहा कि खोपड़ी के यहां मिलने के पीछे कोई जानवरों द्वारा खींचे जाने की संभावना भी हो सकती है या फिर यह किसी आपराधिक घटना से जुड़ा मामला हो सकता है। फिलहाल सभी एंगल से जांच की जा रही है। स्थानीय लोगों में भय और जिज्ञासा का माहौल है कि आखिर यह खोपड़ी यहां कैसे पहुंची और किसकी हो सकती है। फिलहाल रिपोर्ट आने तक खोपड़ी की पहचान, मृत्यु का कारण, और घटनास्थल तक इसके पहुंचने की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। अमृतसर के गोलबाग इलाके में दुर्ग्याणा मंदिर के सामने से एक इंसानी खोपड़ी मिली। राहगीरों ने सबसे पहले यह खोपड़ी देखी, जिस पर हल्के बाल भी मौजूद थे, जबकि चमड़ी पूरी तरह उतर चुकी थी। मौके पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और तुरंत पुलिस को सूचित किया गया। घटना शनिवार देर शाम की है। सूचना मिलते ही दुर्ग्याणा पुलिस चौकी की टीम मौके पर पहुंची और खोपड़ी को कब्जे में ले लिया। पुलिस ने खोपड़ी का डीएनए टेस्ट करवाने का भी फैसला लिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की एडीसीपी विशालजीत सिंह ने बताया, यह खोपड़ी देखने में काफी पुरानी प्रतीत हो रही है। फिलहाल इसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है और डीएनए सैंपल भी लिया गया है, ताकि मृतक की पहचान की जा सके। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 174 के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है, जो असामान्य परिस्थितियों में मौत या संदिग्ध अवस्था में मिले शवों की जांच के लिए लागू होती है। जानवर द्वारा लाए जाने का भी शक एडीसीपी विशालजीत सिंह ने यह भी कहा कि खोपड़ी के यहां मिलने के पीछे कोई जानवरों द्वारा खींचे जाने की संभावना भी हो सकती है या फिर यह किसी आपराधिक घटना से जुड़ा मामला हो सकता है। फिलहाल सभी एंगल से जांच की जा रही है। स्थानीय लोगों में भय और जिज्ञासा का माहौल है कि आखिर यह खोपड़ी यहां कैसे पहुंची और किसकी हो सकती है। फिलहाल रिपोर्ट आने तक खोपड़ी की पहचान, मृत्यु का कारण, और घटनास्थल तक इसके पहुंचने की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
