कौशांबी में 8 साल की बच्ची से बलात्कार की घटना ने उत्तर प्रदेश की सियासत को गरमा दिया है। इस मामले में पुलिस पर जातिगत पक्षपात और पीड़ित परिवार को धमकाने के गंभीर आरोप लगे हैं। रेप के आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पीड़िता के पिता छोटका तिवारी उर्फ रामबाबू ने आत्महत्या कर ली, जिसके बाद पीड़िता के पूरे परिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बीजेपी की अंदरूनी राजनीति पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के दोनों उपमुख्यमंत्रियों के बीच आपसी सत्ता संघर्ष के कारण कौशांबी में यह त्रासदी हुई। अखिलेश ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि पीड़ितों को न्याय मिले। समाजवादी पार्टी ने इस मामले की जांच के लिए दो अलग-अलग डेलीगेशन कौशांबी भेजने का फैसला किया है। दोनों डेलीगेशन 12 जून को कौशांबी पहुंचकर अलग-अलग पक्षों से मुलाकात करेंगे और अपनी रिपोर्ट अखिलेश यादव को सौंपेंगे। पहला डेलीगेशन रेप पीड़िता के पिता जग्नेश पाल के परिवार से मुलाकात करेगा। इसमें शामिल हैं: कौशांबी के जिलाध्यक्ष दयाशंकर यादव, पूर्व सांसद राजाराम पाल, सांसद पुष्पेंद्र सरोज, एमएलसी मान सिंह यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी जौनपुर अवधनाथ पाल, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश बघेल, सपा के प्रदेश सचिव समरपाल और सिराथू विधानसभा अध्यक्ष शहनवाज अहमद। दूसरा डेलीगेशन छोटका तिवारी उर्फ रामबाबू की आत्महत्या के मामले में उनके परिवार से मिलेगा। इसमें शामिल हैं: कौशांबी के जिलाध्यक्ष दयाशंकर यादव, सांसद पुष्पेंद्र सरोज, एमएलसी मान सिंह यादव, पूर्व मंत्री पवन पांडेय, पूर्व विधायक संतोष पांडेय, सपा के प्रदेश सचिव शिवमूर्ति सिंह राणा और सिराथू विधानसभा अध्यक्ष शहनवाज अहमद। कौशांबी में 8 साल की बच्ची से बलात्कार की घटना ने उत्तर प्रदेश की सियासत को गरमा दिया है। इस मामले में पुलिस पर जातिगत पक्षपात और पीड़ित परिवार को धमकाने के गंभीर आरोप लगे हैं। रेप के आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पीड़िता के पिता छोटका तिवारी उर्फ रामबाबू ने आत्महत्या कर ली, जिसके बाद पीड़िता के पूरे परिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बीजेपी की अंदरूनी राजनीति पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के दोनों उपमुख्यमंत्रियों के बीच आपसी सत्ता संघर्ष के कारण कौशांबी में यह त्रासदी हुई। अखिलेश ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि पीड़ितों को न्याय मिले। समाजवादी पार्टी ने इस मामले की जांच के लिए दो अलग-अलग डेलीगेशन कौशांबी भेजने का फैसला किया है। दोनों डेलीगेशन 12 जून को कौशांबी पहुंचकर अलग-अलग पक्षों से मुलाकात करेंगे और अपनी रिपोर्ट अखिलेश यादव को सौंपेंगे। पहला डेलीगेशन रेप पीड़िता के पिता जग्नेश पाल के परिवार से मुलाकात करेगा। इसमें शामिल हैं: कौशांबी के जिलाध्यक्ष दयाशंकर यादव, पूर्व सांसद राजाराम पाल, सांसद पुष्पेंद्र सरोज, एमएलसी मान सिंह यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी जौनपुर अवधनाथ पाल, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश बघेल, सपा के प्रदेश सचिव समरपाल और सिराथू विधानसभा अध्यक्ष शहनवाज अहमद। दूसरा डेलीगेशन छोटका तिवारी उर्फ रामबाबू की आत्महत्या के मामले में उनके परिवार से मिलेगा। इसमें शामिल हैं: कौशांबी के जिलाध्यक्ष दयाशंकर यादव, सांसद पुष्पेंद्र सरोज, एमएलसी मान सिंह यादव, पूर्व मंत्री पवन पांडेय, पूर्व विधायक संतोष पांडेय, सपा के प्रदेश सचिव शिवमूर्ति सिंह राणा और सिराथू विधानसभा अध्यक्ष शहनवाज अहमद। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
कौशांबी रेप कांड: सपा के दो डेलीगेशन करेंगे जांच:पुलिस पर जातिगत पक्षपात और पीड़ित परिवार को धमकाने के आरोप, सियासत गर्म
