BJP को बिहार चुनाव से पहले हरियाणा से झटका लग सकता है। पार्टी ने हरियाणा यूनिट को राज्य में रहने वाले बिहार के प्रवासी लोगों का डेटा इकट्ठा करने की जिम्मेदारी दी थी, लेकिन अब तक यह काम पूरा नहीं हो पाया है। हालांकि पहले फेज में कुछ लोगों का डेटा जुटा लिया गया है और बाकी से संपर्क किया जा रहा है, लेकिन अब तक खास सफलता नहीं मिली है। दरअसल, हरियाणा में बिहार से आए लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है, इसलिए डेटा जुटाना मुश्किल हो रहा है। अब पार्टी अगले 2 महीनों में एक बड़ा प्लान बनाकर ये डेटा इकट्ठा करने की कोशिश करेगी। बता दें कि बिहार में इस साल के आखिर में चुनाव होंगे। हिसार सहित 12 जिलों में सबसे ज्यादा प्रवासी
बीजेपी का टारगेट हरियाणा के 12 जिले हैं। इन जिलों में बड़ी संख्या में बिहार के लोग रहते हैं। पार्टी ने जिन जिलों की पहचान की है, उनमें फरीदाबाद, गुरुग्राम, अंबाला, हिसार, झज्जर, करनाल, कुरुक्षेत्र, पंचकूला, पानीपत, रेवाड़ी, सोनीपत और यमुनानगर शामिल हैं। इन जिलों में बिहार से आने वाली प्रवासी आबादी की संख्या अधिक है। बीजेपी ने इन प्रवासियों से संपर्क करने के लिए कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई है। गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा खुद इस कैंपेन की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। बीजेपी की प्रवासियों के लिए यह है प्लानिंग.. 1. प्रवासी बिहारियों को चुनाव में बिहार भेजेगी
बिहार चुनाव में बड़ी जीत सुनिश्चित करने के लिए BJP ने प्लानिंग की है। करीब 3 महीने पहले हरियाणा में बिहार दिवस मनाने के बाद अब प्रवासी बिहारियों को चुनाव के दौरान बिहार भेजने की तैयारी है। क्योंकि हरियाणा में काम करने वाले प्रवासियों की बड़ी संख्या अभी भी अपने मूल स्थानों पर वोटर के रूप में रजिस्टर्ड है। 2. छठ पूजा के लिए जिलों में घाट बना रही सरकार
बिहारियों को लुभाने के लिए हरियाणा सरकार उनके धार्मिक आयोजनों के लिए जिलों में घाट बना रही है। पानीपत में अब तक 3 घाटों का निर्माण किया जा चुका है। अब अन्य जिलों में भी इसी तरह की सुविधाएं सरकार देने की तैयारी कर रही है। 3. छठ पूजा में स्पेशल ट्रेन चलाएगी
अक्टूबर में जब छठ पूजा होगी, उसी दौरान बिहार में विधानसभा चुनाव की गहमागहमी होगी। इस बार वोटिंग खत्म होने तक केंद्र सरकार स्पेशल ट्रेनें चलाने की तैयारी कर रही है। BJP का लक्ष्य है कि हर सीट पर कम से कम 5 हजार प्रवासी बिहारी आकर वोट करें। बिहार विधानसभा चुनाव में वोटिंग प्रतिशत बढ़ा तो माना जाएगा कि बीजेपी का प्रवासी बिहारियों वाला प्लान सफल हो गया है। 4. एक भारत, श्रेष्ठ भारत के जरिए पहुंचने की प्लानिंग
BJP सूत्रों के अनुसार, हरियाणा में पार्टी ने बिहारी मतदाताओं की पहचान करने और उनसे जुड़ने के लिए टीमें गठित की हैं। एक भारत, श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के तहत प्रदेश भाजपा ने प्रवासियों तक पहुंचने का अभियान शुरू किया है। अभियान से जुड़े एक नेता ने कहा कि शुरुआत में भाजपा ने प्रवासी बाहुल्य जिलों की पहचान की है, जहां पार्टी कार्यकर्ता लोगों से संपर्क कर रहे हैं। 5. ऐप पर अपलोड करेगी डेटा
योजना के तहत BJP प्रवासी बिहारियों के फोन नंबर, मूल स्थान के साथ विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा डेटा ले रही है। सूत्रों के अनुसार, इकट्ठा किए गए डेटा को प्रोसेस किया जा रहा है। अगस्त तक इसे एक ऐप पर अपलोड कर दिया जाएगा। अगला कदम यह होगा कि बाहर रहने वाले बिहारियों को फोन कर यह पता किया जाएगा कि वे वोट डालने बिहार जाएंगे या नहीं? 6. लॉयलटी जानने के लिए प्रश्नावली तैयार की
प्रवासी बिहारियों से 14 सवालों के साथ BJP बात करेगी। कार्यकर्ता पार्टी की ओर से बनाई गई प्रश्नावली के साथ वोटरों से मुलाकात करेंगे और उन्हें चुनाव में बिहार जाकर वोट देने के लिए राजी करेंगे। इन प्रश्नों से वोटर की लॉयलटी चेक की जाएगी। पार्टी ने इस प्रश्नावली का नाम ‘आम बिहारी प्रवासियों की जानकारी’ रखा है। इसमें यह भी पूछा गया है कि क्या वह BJP को सपोर्ट करते हैं? उनका अपने गांव या इलाके में कितना प्रभाव है? अगर वह BJP समर्थक निकले तो उनका इस्तेमाल प्रचार के लिए भी किया जाएगा। BJP को बिहार चुनाव से पहले हरियाणा से झटका लग सकता है। पार्टी ने हरियाणा यूनिट को राज्य में रहने वाले बिहार के प्रवासी लोगों का डेटा इकट्ठा करने की जिम्मेदारी दी थी, लेकिन अब तक यह काम पूरा नहीं हो पाया है। हालांकि पहले फेज में कुछ लोगों का डेटा जुटा लिया गया है और बाकी से संपर्क किया जा रहा है, लेकिन अब तक खास सफलता नहीं मिली है। दरअसल, हरियाणा में बिहार से आए लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है, इसलिए डेटा जुटाना मुश्किल हो रहा है। अब पार्टी अगले 2 महीनों में एक बड़ा प्लान बनाकर ये डेटा इकट्ठा करने की कोशिश करेगी। बता दें कि बिहार में इस साल के आखिर में चुनाव होंगे। हिसार सहित 12 जिलों में सबसे ज्यादा प्रवासी
बीजेपी का टारगेट हरियाणा के 12 जिले हैं। इन जिलों में बड़ी संख्या में बिहार के लोग रहते हैं। पार्टी ने जिन जिलों की पहचान की है, उनमें फरीदाबाद, गुरुग्राम, अंबाला, हिसार, झज्जर, करनाल, कुरुक्षेत्र, पंचकूला, पानीपत, रेवाड़ी, सोनीपत और यमुनानगर शामिल हैं। इन जिलों में बिहार से आने वाली प्रवासी आबादी की संख्या अधिक है। बीजेपी ने इन प्रवासियों से संपर्क करने के लिए कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई है। गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा खुद इस कैंपेन की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। बीजेपी की प्रवासियों के लिए यह है प्लानिंग.. 1. प्रवासी बिहारियों को चुनाव में बिहार भेजेगी
बिहार चुनाव में बड़ी जीत सुनिश्चित करने के लिए BJP ने प्लानिंग की है। करीब 3 महीने पहले हरियाणा में बिहार दिवस मनाने के बाद अब प्रवासी बिहारियों को चुनाव के दौरान बिहार भेजने की तैयारी है। क्योंकि हरियाणा में काम करने वाले प्रवासियों की बड़ी संख्या अभी भी अपने मूल स्थानों पर वोटर के रूप में रजिस्टर्ड है। 2. छठ पूजा के लिए जिलों में घाट बना रही सरकार
बिहारियों को लुभाने के लिए हरियाणा सरकार उनके धार्मिक आयोजनों के लिए जिलों में घाट बना रही है। पानीपत में अब तक 3 घाटों का निर्माण किया जा चुका है। अब अन्य जिलों में भी इसी तरह की सुविधाएं सरकार देने की तैयारी कर रही है। 3. छठ पूजा में स्पेशल ट्रेन चलाएगी
अक्टूबर में जब छठ पूजा होगी, उसी दौरान बिहार में विधानसभा चुनाव की गहमागहमी होगी। इस बार वोटिंग खत्म होने तक केंद्र सरकार स्पेशल ट्रेनें चलाने की तैयारी कर रही है। BJP का लक्ष्य है कि हर सीट पर कम से कम 5 हजार प्रवासी बिहारी आकर वोट करें। बिहार विधानसभा चुनाव में वोटिंग प्रतिशत बढ़ा तो माना जाएगा कि बीजेपी का प्रवासी बिहारियों वाला प्लान सफल हो गया है। 4. एक भारत, श्रेष्ठ भारत के जरिए पहुंचने की प्लानिंग
BJP सूत्रों के अनुसार, हरियाणा में पार्टी ने बिहारी मतदाताओं की पहचान करने और उनसे जुड़ने के लिए टीमें गठित की हैं। एक भारत, श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के तहत प्रदेश भाजपा ने प्रवासियों तक पहुंचने का अभियान शुरू किया है। अभियान से जुड़े एक नेता ने कहा कि शुरुआत में भाजपा ने प्रवासी बाहुल्य जिलों की पहचान की है, जहां पार्टी कार्यकर्ता लोगों से संपर्क कर रहे हैं। 5. ऐप पर अपलोड करेगी डेटा
योजना के तहत BJP प्रवासी बिहारियों के फोन नंबर, मूल स्थान के साथ विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा डेटा ले रही है। सूत्रों के अनुसार, इकट्ठा किए गए डेटा को प्रोसेस किया जा रहा है। अगस्त तक इसे एक ऐप पर अपलोड कर दिया जाएगा। अगला कदम यह होगा कि बाहर रहने वाले बिहारियों को फोन कर यह पता किया जाएगा कि वे वोट डालने बिहार जाएंगे या नहीं? 6. लॉयलटी जानने के लिए प्रश्नावली तैयार की
प्रवासी बिहारियों से 14 सवालों के साथ BJP बात करेगी। कार्यकर्ता पार्टी की ओर से बनाई गई प्रश्नावली के साथ वोटरों से मुलाकात करेंगे और उन्हें चुनाव में बिहार जाकर वोट देने के लिए राजी करेंगे। इन प्रश्नों से वोटर की लॉयलटी चेक की जाएगी। पार्टी ने इस प्रश्नावली का नाम ‘आम बिहारी प्रवासियों की जानकारी’ रखा है। इसमें यह भी पूछा गया है कि क्या वह BJP को सपोर्ट करते हैं? उनका अपने गांव या इलाके में कितना प्रभाव है? अगर वह BJP समर्थक निकले तो उनका इस्तेमाल प्रचार के लिए भी किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
