<p style=”text-align: justify;”><strong>Raj Thackeray MNS Meeting:</strong> महाराष्ट्र की सियासत में उस समय हलचल तेज हो गई जब मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की और करीब एक घंटे तक दोनों के बीच में बातचीत हुई. ताज लैंड्स एंड में दोनों नेताओं में क्या बात हुई, यह तो सामने नहीं आया, लेकिन अब राज ठाकरे ने मनसे नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अटकलें लगाई जा रही हैं कि सीएम देवेंद्र फडणवीस से मिलने के बाद अब राज ठाकरे अपने नेताओं से यह चर्चा करना चाहते हैं कि बीजेपी से गठबंधन करने के क्या फायदे या नुकसान हो सकते हैं. ऐसे में राज ठाकरे के शिवतीर्थ पर मुंबई, ठाणे और पालघर के सभी शहर प्रमुख और उपशहर प्रमुखों को बुलाया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या भाई उद्धव ठाकरे के साथ नहीं जाएंगे राज?</strong><br />अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, राज ठाकरे सभी नेता और कार्यकर्ताओं से ग्राऊंड रिपोर्ट ले रहे हैं. बीजेपी के साथ गठबंधन करेंगे तो क्या परिणाम हो सकते हैं, इसकी जानकारी वे अपने नेताओं से लेंगे. राज ठाकरे की सीएम से मुलाकात और फिर बैठक के बीच अब सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या भाई उद्धव ठाकरे को दिया वादा तोड़ कर राज ठाकरे बीजेपी के साथ जाने की तैयारी कर रहे हैं? </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उद्धव-राज ठाकरे की सुलह की चर्चाएं थीं तेज</strong><br />अब तक महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में यह चर्चा थी कि ठाकरे भाई सारे गिले-शिकवे मिटा कर एक बार फिर साथ आएंगे. इसको लेकर दोनों ही नेताओं की तरफ से अच्छे संकेत मिल रहे थे. शिवसेना यूबीटी के मुखपत्र सामना के फ्रंट पेज पर उद्धव और राज ठाकरे की तस्वीर भी छपी थी, जिसपर लिखा गया था कि महाराष्ट्र की जनता का जो फैसला होगा, वही होगा. इसके बाद से यह लगभग तय हो गया था कि बाल ठाकरे की शिवसेना वापस आने वाली है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उद्धव-राज ठाकरे पर क्या बोले थे देवेंद्र फडणवीस?</strong><br />जब उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के साथ आने की खबर लगभग कंफर्म होती दिख रही थी, तब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि यह उन दोनों भाइयों का अपना मसला है, वे खुद निपटाएं. मैं बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना बनने में इंटरेस्टेड नहीं हूं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे ने दिया था बीजेपी का साथ</strong><br />बता दें, लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान राज ठाकरे ने बिना किसी सीट पर उम्मीदवारी जताए बीजेपी को अपना पूर्ण समर्थन दिया था. प्रचार के दौरान राज ठाकरे कई बार पीएम मोदी के साथ मंच साझा करते भी दिखे थे. इसके अलावा, उन्होंने बीजेपी उम्मीदवारों के लिए प्रचार भी किया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, विधानसभा चुनाव में राज ठाकरे ने मन बनाया कि वे बीजेपी का साथ नहीं देंगे, बल्कि अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे. मनसे ने कई सीटों पर अपने उम्मीदवार भी उतारे, लेकिन उनका एक भी उम्मीदवार जीत हासिल नहीं कर पाया. राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे भी चुनाव हार गए थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अब समय निकाय चुनाव का है, जिसमें राज ठाकरे पूरा गणित लगाने के बाद सही फैसला लेना चाहते हैं. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि नफा-नुकसान तोलने के बाद राज ठाकरे आखिरकार बीजेपी के साथ जाते हैं या भाई उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन करते हैं.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Raj Thackeray MNS Meeting:</strong> महाराष्ट्र की सियासत में उस समय हलचल तेज हो गई जब मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की और करीब एक घंटे तक दोनों के बीच में बातचीत हुई. ताज लैंड्स एंड में दोनों नेताओं में क्या बात हुई, यह तो सामने नहीं आया, लेकिन अब राज ठाकरे ने मनसे नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अटकलें लगाई जा रही हैं कि सीएम देवेंद्र फडणवीस से मिलने के बाद अब राज ठाकरे अपने नेताओं से यह चर्चा करना चाहते हैं कि बीजेपी से गठबंधन करने के क्या फायदे या नुकसान हो सकते हैं. ऐसे में राज ठाकरे के शिवतीर्थ पर मुंबई, ठाणे और पालघर के सभी शहर प्रमुख और उपशहर प्रमुखों को बुलाया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या भाई उद्धव ठाकरे के साथ नहीं जाएंगे राज?</strong><br />अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, राज ठाकरे सभी नेता और कार्यकर्ताओं से ग्राऊंड रिपोर्ट ले रहे हैं. बीजेपी के साथ गठबंधन करेंगे तो क्या परिणाम हो सकते हैं, इसकी जानकारी वे अपने नेताओं से लेंगे. राज ठाकरे की सीएम से मुलाकात और फिर बैठक के बीच अब सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या भाई उद्धव ठाकरे को दिया वादा तोड़ कर राज ठाकरे बीजेपी के साथ जाने की तैयारी कर रहे हैं? </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उद्धव-राज ठाकरे की सुलह की चर्चाएं थीं तेज</strong><br />अब तक महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में यह चर्चा थी कि ठाकरे भाई सारे गिले-शिकवे मिटा कर एक बार फिर साथ आएंगे. इसको लेकर दोनों ही नेताओं की तरफ से अच्छे संकेत मिल रहे थे. शिवसेना यूबीटी के मुखपत्र सामना के फ्रंट पेज पर उद्धव और राज ठाकरे की तस्वीर भी छपी थी, जिसपर लिखा गया था कि महाराष्ट्र की जनता का जो फैसला होगा, वही होगा. इसके बाद से यह लगभग तय हो गया था कि बाल ठाकरे की शिवसेना वापस आने वाली है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उद्धव-राज ठाकरे पर क्या बोले थे देवेंद्र फडणवीस?</strong><br />जब उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के साथ आने की खबर लगभग कंफर्म होती दिख रही थी, तब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि यह उन दोनों भाइयों का अपना मसला है, वे खुद निपटाएं. मैं बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना बनने में इंटरेस्टेड नहीं हूं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे ने दिया था बीजेपी का साथ</strong><br />बता दें, लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान राज ठाकरे ने बिना किसी सीट पर उम्मीदवारी जताए बीजेपी को अपना पूर्ण समर्थन दिया था. प्रचार के दौरान राज ठाकरे कई बार पीएम मोदी के साथ मंच साझा करते भी दिखे थे. इसके अलावा, उन्होंने बीजेपी उम्मीदवारों के लिए प्रचार भी किया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, विधानसभा चुनाव में राज ठाकरे ने मन बनाया कि वे बीजेपी का साथ नहीं देंगे, बल्कि अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे. मनसे ने कई सीटों पर अपने उम्मीदवार भी उतारे, लेकिन उनका एक भी उम्मीदवार जीत हासिल नहीं कर पाया. राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे भी चुनाव हार गए थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अब समय निकाय चुनाव का है, जिसमें राज ठाकरे पूरा गणित लगाने के बाद सही फैसला लेना चाहते हैं. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि नफा-नुकसान तोलने के बाद राज ठाकरे आखिरकार बीजेपी के साथ जाते हैं या भाई उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन करते हैं.</p> महाराष्ट्र राजा रघुवंशी केस में बड़ा खुलासा, सोनम की शादी में क्यों नहीं पहुंचा था राज का परिवार? मां-बहन का दावा, ‘लालच में…’
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