<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस की आउटर नॉर्थ साइबर सेल ने फर्जी लोन बैंक का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी पवन कुमार और मोहम्मद रहबर ने खुद को बजाज फाइनेंस लिमिटेड का अधिकारी बताकर लोगों को फर्जी लोन ऑफर देते थे और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर मोटी रकम हड़प ली. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली पुलिस ने दी अहम जानकारी </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के मुताबिक शिकायतकर्ता मोहम्मद हसीब जो दिल्ली के भलस्वा डेयरी में रहते हैं. मोहम्मद हसीब को फोन पर 25 लाख के लोन का ऑफर दिया गया. आरोपी ने खुद को बजाज फाइनेंस का अधिकारी बनकर लोन की प्रोसेसिंग और पॉलिसी फीस के नाम पर करीब 1 लाख 92 हजार की ठगी कर ली. पैसे देने के बावजूद जब लोन नहीं मिला और अकाउंट से अतिरिक्त पैसे कटने के ट्रांजेक्शन होने लगे तब जाकर मामला सामने आया. इस पूरे ठगी की शिकायत दिल्ली पुलिस से की गई और इस आधार पर दिल्ली पुलिस ने मामले में केस दर्ज करके जांच में जुट गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली पुलिस ने जांच के लिए बनाई टीम </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक स्पेशल टीम का गठन किया. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में तकनीकी निगरानी, मोबाइल सर्विलांस और बैंक अकाउंट के लेनदेन की गंभीरता से जांच की. हालांकि इस पूरे मामले में जांच करते हुए दिल्ली पुलिस ने सभापुर एक्सटेंशन और दिल्ली के तिलक नगर में छापेमारी भी की. इसके बाद दोनों आरोपियों को 9 जून और 13 जून को गिरफ्तार कर लिया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आरोपियों के अपराध करने का तरीका</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आरोपी पवन कुमार खुद को बजाज फाइनेंस का अधिकारी बताकर तमाम पीड़ितों को फोन करता था और आरोपी पवन ने ही 25 लाख तक का लोन देने का झांसा देकर प्रोसेसिंग फीस के रूप में शिकायतकर्ता से पैसे मंगवाए थे. जिसके बाद पैसे कई खातों में ट्रांसफर कर दिए गए जिन्हें मोहम्मद रहबर ऑपरेट करता था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी सबूत को छुपाने के लिए मोबाइल फोन चेक बुक और तमाम चीज घर की छत पर रखते थे ताकि किसी को उन पर शक ना हो. दिल्ली पुलिस ने आरोपियों से 15 मोबाइल, चेकबुक, डेस्कटॉप, रबर स्टाम्प, डेबिट कार्ड्स भी बरामद किए. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली पुलिस के मुताबिक कई मामले से जुड़े है तार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के मुताबिक जांच में यह सामने आया है कि आरोपी देश भर में 10 से अधिक शिकायतों में लोन स्कैन से जुड़े हुए हैं. वहीं दिल्ली पुलिस तकनीकी निगरानी और बैंकिंग ट्रेल के जरिए इस मामले में फरार अन्य आरोपी संदीप और याशीष की तलाश के लिए अलग-अलग जगह पर छापेमारी कर रही है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में जांच अभी जारी है और जल्द ही पूरे नेटवर्क को उजागर किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/dwarka-delivery-boy-fraud-case-at-amazon-and-flipkart-with-38-fake-return-packages-arrested-ann-2963375#google_vignette”>अमेजन और फ्लिपकार्ट में डिलीवरी बॉय बनकर लगाया चूना, नकली रिटर्न पैकेट के साथ आरोपी गिरफ्तार</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस की आउटर नॉर्थ साइबर सेल ने फर्जी लोन बैंक का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी पवन कुमार और मोहम्मद रहबर ने खुद को बजाज फाइनेंस लिमिटेड का अधिकारी बताकर लोगों को फर्जी लोन ऑफर देते थे और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर मोटी रकम हड़प ली. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली पुलिस ने दी अहम जानकारी </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के मुताबिक शिकायतकर्ता मोहम्मद हसीब जो दिल्ली के भलस्वा डेयरी में रहते हैं. मोहम्मद हसीब को फोन पर 25 लाख के लोन का ऑफर दिया गया. आरोपी ने खुद को बजाज फाइनेंस का अधिकारी बनकर लोन की प्रोसेसिंग और पॉलिसी फीस के नाम पर करीब 1 लाख 92 हजार की ठगी कर ली. पैसे देने के बावजूद जब लोन नहीं मिला और अकाउंट से अतिरिक्त पैसे कटने के ट्रांजेक्शन होने लगे तब जाकर मामला सामने आया. इस पूरे ठगी की शिकायत दिल्ली पुलिस से की गई और इस आधार पर दिल्ली पुलिस ने मामले में केस दर्ज करके जांच में जुट गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली पुलिस ने जांच के लिए बनाई टीम </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक स्पेशल टीम का गठन किया. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में तकनीकी निगरानी, मोबाइल सर्विलांस और बैंक अकाउंट के लेनदेन की गंभीरता से जांच की. हालांकि इस पूरे मामले में जांच करते हुए दिल्ली पुलिस ने सभापुर एक्सटेंशन और दिल्ली के तिलक नगर में छापेमारी भी की. इसके बाद दोनों आरोपियों को 9 जून और 13 जून को गिरफ्तार कर लिया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आरोपियों के अपराध करने का तरीका</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आरोपी पवन कुमार खुद को बजाज फाइनेंस का अधिकारी बताकर तमाम पीड़ितों को फोन करता था और आरोपी पवन ने ही 25 लाख तक का लोन देने का झांसा देकर प्रोसेसिंग फीस के रूप में शिकायतकर्ता से पैसे मंगवाए थे. जिसके बाद पैसे कई खातों में ट्रांसफर कर दिए गए जिन्हें मोहम्मद रहबर ऑपरेट करता था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी सबूत को छुपाने के लिए मोबाइल फोन चेक बुक और तमाम चीज घर की छत पर रखते थे ताकि किसी को उन पर शक ना हो. दिल्ली पुलिस ने आरोपियों से 15 मोबाइल, चेकबुक, डेस्कटॉप, रबर स्टाम्प, डेबिट कार्ड्स भी बरामद किए. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली पुलिस के मुताबिक कई मामले से जुड़े है तार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के मुताबिक जांच में यह सामने आया है कि आरोपी देश भर में 10 से अधिक शिकायतों में लोन स्कैन से जुड़े हुए हैं. वहीं दिल्ली पुलिस तकनीकी निगरानी और बैंकिंग ट्रेल के जरिए इस मामले में फरार अन्य आरोपी संदीप और याशीष की तलाश के लिए अलग-अलग जगह पर छापेमारी कर रही है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में जांच अभी जारी है और जल्द ही पूरे नेटवर्क को उजागर किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/dwarka-delivery-boy-fraud-case-at-amazon-and-flipkart-with-38-fake-return-packages-arrested-ann-2963375#google_vignette”>अमेजन और फ्लिपकार्ट में डिलीवरी बॉय बनकर लगाया चूना, नकली रिटर्न पैकेट के साथ आरोपी गिरफ्तार</a></strong></p> दिल्ली NCR सीएम सुक्खू ने ऊना के लिए लगा दी सौगातों की झड़ी, यहां खुलेगा राज्य का पहला सरकारी CBSE स्कूल