पंजाब के लुधियाना में नव नियुक्त सांसद और कांग्रेस प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग पूर्व सांसद और भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू पर जमकर भड़के। वड़िंग ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि विरोधियों ने मुझे बाहरी घोषित करके लोगों से पराया करने की कोशिश की लेकिन लुधियाना की जनता ने उन्हें अपना बनाया है। अच्छा होता बिट्टू कांग्रेस में रहते राजा ने कहा कि आज अच्छा होता अगर बिट्टू कांग्रेस में ही रहते। कांग्रेस में रहकर उन्हें आज चौथी बार सांसद बनने का मौका मिलना था। ये बिट्टू की बुरी सोच और बदनियत का असर है कि आज उनका ये हाल हुआ। श्री राम के नाम पर बिट्टू ने किया ड्रामा वड़िंग ने कहा कि चुनाव के आखरी दिनों में भगवान श्री राम के नाम पर बिट्टू ने खूब ड्रामा खेला। गली मोहल्ले और सड़कों पर भगवान श्री राम जी के पोस्टर और झंडे लगाए गए। रैली या मीटिंग के बाद वही झंडे और पोस्टर सड़कों पर बिखरते थे। भगवान श्री राम के नाम की भाजपा ने इस्तेमाल करके सिर्फ अनादर किया है। आज अयोध्या में भगवान श्री राम ने ही भाजपा को नकार दिया है। 6 जून के बाद लीडरशिप के साथ प्लानिंग करके मनाएंगे जश्न वड़िंग ने कहा कि जीत का जश्न 6 जून के बाद लीडरशिप के साथ प्लानिंग करके मनाया जाएगा। ब्लू स्टार आपरेशन के कारण लोगों की धार्मिक भावनाएं जुड़ी है। सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। वड़िंग ने कहा कि मेरी जो दोस्त चुनाव हार गए हैं उन्हें अपनी आदतें सुधारनी चाहिए। वड़िंग ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अशोक पराशर पप्पी के बेटे विकास पराशर पर भी निशाना साधा। विरोधियों ने फैलाई थी झूठी अफवाएं वड़िंग ने कहा कि मिन्नतें करके पहले चाय पर घर लेकर गए फिर झूठी अफवाह फैलाई की हमारा राजा ने समर्थन कर दिया। उधर, बिट्टू पर भी वड़िंग ने कटाक्ष किया कि झूठी चिट्ठियां बनाकर लाइव होकर कहना कि कांग्रेस ने हलकों के इंचार्ज बदल दिए। प्रो. वैणु गोपाल के हस्ताक्षर तक जाली उस चिट्ठी पर कर दिए। बिट्टू के बुरी सोच के कारण ही भगवान श्री राम ने उसका साथ नहीं दिया। पंजाब के लुधियाना में नव नियुक्त सांसद और कांग्रेस प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग पूर्व सांसद और भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू पर जमकर भड़के। वड़िंग ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि विरोधियों ने मुझे बाहरी घोषित करके लोगों से पराया करने की कोशिश की लेकिन लुधियाना की जनता ने उन्हें अपना बनाया है। अच्छा होता बिट्टू कांग्रेस में रहते राजा ने कहा कि आज अच्छा होता अगर बिट्टू कांग्रेस में ही रहते। कांग्रेस में रहकर उन्हें आज चौथी बार सांसद बनने का मौका मिलना था। ये बिट्टू की बुरी सोच और बदनियत का असर है कि आज उनका ये हाल हुआ। श्री राम के नाम पर बिट्टू ने किया ड्रामा वड़िंग ने कहा कि चुनाव के आखरी दिनों में भगवान श्री राम के नाम पर बिट्टू ने खूब ड्रामा खेला। गली मोहल्ले और सड़कों पर भगवान श्री राम जी के पोस्टर और झंडे लगाए गए। रैली या मीटिंग के बाद वही झंडे और पोस्टर सड़कों पर बिखरते थे। भगवान श्री राम के नाम की भाजपा ने इस्तेमाल करके सिर्फ अनादर किया है। आज अयोध्या में भगवान श्री राम ने ही भाजपा को नकार दिया है। 6 जून के बाद लीडरशिप के साथ प्लानिंग करके मनाएंगे जश्न वड़िंग ने कहा कि जीत का जश्न 6 जून के बाद लीडरशिप के साथ प्लानिंग करके मनाया जाएगा। ब्लू स्टार आपरेशन के कारण लोगों की धार्मिक भावनाएं जुड़ी है। सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। वड़िंग ने कहा कि मेरी जो दोस्त चुनाव हार गए हैं उन्हें अपनी आदतें सुधारनी चाहिए। वड़िंग ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अशोक पराशर पप्पी के बेटे विकास पराशर पर भी निशाना साधा। विरोधियों ने फैलाई थी झूठी अफवाएं वड़िंग ने कहा कि मिन्नतें करके पहले चाय पर घर लेकर गए फिर झूठी अफवाह फैलाई की हमारा राजा ने समर्थन कर दिया। उधर, बिट्टू पर भी वड़िंग ने कटाक्ष किया कि झूठी चिट्ठियां बनाकर लाइव होकर कहना कि कांग्रेस ने हलकों के इंचार्ज बदल दिए। प्रो. वैणु गोपाल के हस्ताक्षर तक जाली उस चिट्ठी पर कर दिए। बिट्टू के बुरी सोच के कारण ही भगवान श्री राम ने उसका साथ नहीं दिया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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ट्रेनों की मेंटेनेंस में तैनात कर्मियों को कांट्रेक्टर के साथ सफाई की देखरेख के लिए ड्यूटी लगाने का मामला भास्कर न्यूज | अमृतसर ट्रेनों की मेंटेनेंस के लिए तैनात कर्मियों को कांट्रेक्टर के साथ सफाई की देखरेख के लिए ड्यूटी लगाने को लेकर अफसरों की मनमानी का मामला दिल्ली तक पहुंचने के बाद अफसर हरकत में आ गए हैं। डीआरएम के बाद अब प्रिंसिपल चीफ मैकेनिकल इंजीनियर दिल्ली से अमृतसर स्टेशन के वाशिंग लाइन का दौरा करने आज पहुंच रहे हैं। इस दौरान रेल कर्मियों से बातचीत कर उनकी समस्या सुनेंगे और मौके पर ही निपटारा कराएंगे। दरअसल, कैरिज एंड वैगन में ट्रेनों की मेंटेनेंस से जुड़े कर्मियों को ट्रेनों में सफाई का काम देखने के लिए मजबूर कर 3 से 4 दिनों के लिए उच्च अफसर ड्यूटी लगा दे रहे थे। वहीं जब मेंटिनेंस का काम रुकने लगा तो कर्मियों को चार्जशीट दे दिया गया। यह सिलसिला करीब एक महीने से चल रहा था, इसमें करीब 13 कर्मियों को चार्जशीट किया गया है। इसके बाद ऑल इंडिया रेलवे इंप्लाई एससी/एसटी यूनियन का गुस्सा फूट पड़ा और रेलवे अफसरों के विरोध में वाशिंग लाइन की ट्रैक पर उतर आए। ट्रेनों की मेंटेनेंस सेंसिटिव मामला होने के कारण रेलवे के उच्च अफसरों ने गंभीरता से लिया है। सवाल उठने लगे हैं कि जब अफसर ने ही कर्मियों की ड्यूटी ट्रेनों में सफाई व्यवस्था की देख-रेख के लिए लगाई थी तो चार्जशीट कैसे किया जा सकता है। वहीं मामला जब बढ़ा तो हायर लेवल तक पहुंच गया। सवाल उठाए गए कि वाशिंग लाइन में सफाई का काम प्राइवेट कंपनी को दिया गया है। ऐसे में जिस प्राइवेट कर्मी को इस काम के लिए इंचार्ज लगाया गया उसे नोटिस क्यों नहीं जारी किया गया। प्राइवेट तौर पर काम कर रहे मुलाजिमों से सवाल-जवाब क्यों नहीं किया जा रहा है। वहीं यूनियन की ओर से पिछले दिनों इस मामले में की गई हड़ताल से अब सभी रेलवे के अफसर हरकत में आ गए है। वहीं मामले में दखलअंदाजी देने के लिए अमृतसर स्टेशन में पहुंच रहे है। ताकि पता चल सके कि आखिर यह काम कब से चल रहा था। बता दें कि सोमवार को भी वांशिंग लाइन अफसर पहुंचे थे, जिन्होंने यूनियन के साथ बातचीत कर उनकी सभी शर्तें मान ली थी। वहीं अब आज के दौरे को लेकर अफसर अपने बचाव में जुट गए है। एडवोकेट पीसी शर्मा ने कहा कि कैरिज एंड वैगन में तैनात रेल कर्मचारी ट्रेनों की मेंटिनेंस का काम कर रहे उनकी ड्यूटी प्राइवेट कांट्रेक्टर के सफाई का काम देखने के लिए ड्यूटी लगा दिया जाना सही नहीं है। यह कर्मचारी ट्रेनों के अलग-अलग पार्ट्स को चेक करते हैं। थोड़ी भी लापरवाही या चूक हुई तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। जिस भी अफसर ने कर्मियों की ड्यूटी सफाई चेक करने के लिए कांट्रेक्टर के साथ लगाया फिर उनको बाद में चार्जशीट कर दिया गया उसके खिलाफ अफसरों को जांच बिठानी चाहिए। जो कर्मचारी या एसएसई ठेकेदार के द्वारा किए काम को ठीक तरह से चेक करने के बजाय जेब का ख्याल रखते है, उन पर कार्यवाही होनी चाहिए। सूत्रों की मानें तो ट्रेनों की मेंटिनेंस के लिए जिन कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है, उनको सफाई का काम देखरेख में लगाया ही क्यों गया। क्या अफसरों को यह नहीं पता कि ट्रेनों के मेंटिनेंस से जुड़ा मामला सेंसिटिव होता है। बता दें कि यह कर्मचारी ट्रेनों के पहिए चेंज करने, ब्रेक व अन्य मैकेनिज्म पार्ट्स को चेक करते हैं। कहीं कोई गड़बड़ी सामने आई तो उसे तत्काल दूर कराया जाता है। इसमें किसी भी तरह की चूक नहीं होनी चाहिए।
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