आचार संहिता की वजह से पिछले दो माह से थमा ‘जनता दर्शन’ गुरुवार से एक बार फिर शुरू होगा। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ प्रतिदिन सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुनेंगे और निराकरण के लिए अधिकारियों को तत्काल निर्देशित भी करेंगे। इस पहल से प्रदेश की जनता को अपनी समस्याओं को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाने का अवसर प्राप्त होगा और साथ ही उसका तत्काल निराकरण भी संभव हो सकेगा। प्रतिदिन लगता है सीएम योगी का जनता दर्शन बता दें कि दो माह पूर्व आचार संहिता लगने से पहले तक सीएम योगी तकरीबन प्रतिदिन अपने सरकारी आवास पर जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान आमजन से मुलाकात करते रहे हैं। इस दौरान प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए लोग सीएम से मिलकर उन्हें अपनी विभिन्न समस्याओं से अवगत कराते रहे हैं। मुख्यमंत्री भी एक-एक कर प्रत्येक व्यक्ति से उनकी समस्याएं सुनते हैं और तत्काल प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों को जनता की समस्याओं के निराकरण के निर्देश भी देते रहे हैं। जनता की समस्याओं के तत्काल हो समाधान सीएम योगी के सामने आने वाली ज्यादातर समस्याओं में जमीन संबंधित विवाद और स्वास्थ्य संबंधित खर्च के अनुरोध रहते हैं। इसके अलावा पारिवारिक विवाद और थाने व तहसील से संबंधित विवादों में भी जनता मुख्यमंत्री से गुहार लगाती है।हालांकि प्रदेश और जिले के अधिकारियों संग बैठकों के दौरान सीएम योगी ने पहले ही स्पष्ट निर्देश दे रखे हैं कि थानों और तहसीलों की साप्ताहिक समीक्षा जिलास्तर के वरिष्ठ अधिकारी करें, किसी भी फरियादी के साथ अशोभनीय व्यवहार नहीं होना चाहिए और उसकी समस्या का तत्काल यथोचित निराकरण जिलास्तर पर ही होना चाहिए। इसके अलावा जिले की समीक्षा मंडल स्तर और मंडल की समीक्षा लखनऊ मुख्यालय से प्रतिमाह होनी चाहिए। आचार संहिता की वजह से पिछले दो माह से थमा ‘जनता दर्शन’ गुरुवार से एक बार फिर शुरू होगा। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ प्रतिदिन सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुनेंगे और निराकरण के लिए अधिकारियों को तत्काल निर्देशित भी करेंगे। इस पहल से प्रदेश की जनता को अपनी समस्याओं को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाने का अवसर प्राप्त होगा और साथ ही उसका तत्काल निराकरण भी संभव हो सकेगा। प्रतिदिन लगता है सीएम योगी का जनता दर्शन बता दें कि दो माह पूर्व आचार संहिता लगने से पहले तक सीएम योगी तकरीबन प्रतिदिन अपने सरकारी आवास पर जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान आमजन से मुलाकात करते रहे हैं। इस दौरान प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए लोग सीएम से मिलकर उन्हें अपनी विभिन्न समस्याओं से अवगत कराते रहे हैं। मुख्यमंत्री भी एक-एक कर प्रत्येक व्यक्ति से उनकी समस्याएं सुनते हैं और तत्काल प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों को जनता की समस्याओं के निराकरण के निर्देश भी देते रहे हैं। जनता की समस्याओं के तत्काल हो समाधान सीएम योगी के सामने आने वाली ज्यादातर समस्याओं में जमीन संबंधित विवाद और स्वास्थ्य संबंधित खर्च के अनुरोध रहते हैं। इसके अलावा पारिवारिक विवाद और थाने व तहसील से संबंधित विवादों में भी जनता मुख्यमंत्री से गुहार लगाती है।हालांकि प्रदेश और जिले के अधिकारियों संग बैठकों के दौरान सीएम योगी ने पहले ही स्पष्ट निर्देश दे रखे हैं कि थानों और तहसीलों की साप्ताहिक समीक्षा जिलास्तर के वरिष्ठ अधिकारी करें, किसी भी फरियादी के साथ अशोभनीय व्यवहार नहीं होना चाहिए और उसकी समस्या का तत्काल यथोचित निराकरण जिलास्तर पर ही होना चाहिए। इसके अलावा जिले की समीक्षा मंडल स्तर और मंडल की समीक्षा लखनऊ मुख्यालय से प्रतिमाह होनी चाहिए। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
यमुना नदी में आज भी नज़र आ रहा झाग ही झाग, दिल्ली की हवा भी हुई खराब
यमुना नदी में आज भी नज़र आ रहा झाग ही झाग, दिल्ली की हवा भी हुई खराब <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News:</strong> ऐसा पहली बार नहीं है जब यमुना में फैले toxic झाग दूर तक नजर आ रहे हैं. हर साल की तरह इस बार भी दिल्ली की यमुना नदी के कई वीडियो वायरल हैं जिसमें प्रदूषित, टॉक्सिक यमुना नज़र आयेगी. घाट पर यमुना का पानी गहरा काला रंग का दिख रहा है तो वहीं अंदर यमुना में सफेद झाग उठता हुआ नज़र आ रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यमुना को साफ करने के वादे जरूर हुए हैं लेकिन वादे और आश्वासनों से काम नहीं चलता दिख रहा क्योंकि ग्राउंड रिपोर्ट ये बताती है हर साल पैदा होने वाली इस समस्या से जूझने के लिए प्रशासन इसका ठोस निपटारा नहीं कर पा रहा है. यमुना नदी में प्रशासन की सख्ती भी नजर नहीं आ रही. इसे साफ करने के प्रयास नहीं किए जा रहे हैं. जल्द ही छठ पूजन आयोजित होगा जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस नदी में पूजन करते हुए नजर आयेंगे लेकिन बावजूद इसके साफ सफाई के लिए कोई काम नहीं किया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यमुना नदी के पास रहने वाले लोग बताते हैं कि आज यमुना की ये तस्वीर बीते कुछ दिनों से बेहतर है क्योंकि बीते कई दिनों से टॉक्सिक झाग के बड़े बड़े गुबार उठ रहे थे जो अब कम नज़र आ रहे हैं. लेकिन फिर भी इसे सुधार की तस्वीर नहीं कहा जा सकता है. आने वाले दिनों में फिर से चिंता पैदा करने वाली तस्वीर सामने आ सकती हैं जो यमुना नदी की सफाई के लिए इस्तेमाल होने वाले बजट के ऊपर बड़ा सवालिया निशान उठाती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साफ हवा की गुणवत्ता से बहुत दूर है दिल्ली</strong><br />बात करें दिल्ली की हवा की गुणवत्ता की तो वो भी दिवाली से पहले और दिवाली के बाद चिंताजनक स्टेज पर पहुंच जाती है. आज भी दिल्ली की ओवरऑल एयर क्वालिटी इनडेस्क (AQI ) 200 के आसपास बनी हुई है जो कि Poor की श्रेणी है. साफ हवा की गुणवत्ता 0-50 के भीतर होती है जिससे दिल्ली बहुत दूर है. प्रदूषित हवा पानी को देखते हुए दिल्ली वासियों के मन में सवाल जरूर उठ रहा होगा कि आखिर जाएं तो जाएं कहां!.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”‘दिल्ली में लोग डरे हुए हैं’, रोहिणी में स्कूल के पास ब्लास्ट पर AAP ने केंद्र और बीजेपी को घेरा” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-rohini-blast-incident-aap-manish-sisodia-saurabh-bhardwaj-attack-on-bjp-lg-central-govt-2807343″ target=”_self”>’दिल्ली में लोग डरे हुए हैं’, रोहिणी में स्कूल के पास ब्लास्ट पर AAP ने केंद्र और बीजेपी को घेरा</a></strong></p>
HMPV Virus: बिहार में एचएमपीवी वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, कोरोना के तर्ज पर होगा इंतजाम
HMPV Virus: बिहार में एचएमपीवी वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, कोरोना के तर्ज पर होगा इंतजाम <p style=”text-align: justify;”><strong>HMPV Virus in Bihar: </strong><span style=”font-weight: 400;”>चीन में फैले एचएमपीवी वायरस को बिहार में मात देने के लिए कोरोना के तर्ज पर इंतजाम किए जाएंगे. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. स्वास्थ्य विभाग ने केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के बाद सभी जिलों के जिलाधिकारियों, मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के प्राचार्य एवं अधीक्षक, सिविल सर्जनों को इस वायरस से बचाव के लिए कोरोना के तर्ज पर ही इंतजाम करने का निर्देश दिया है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कोई विशेष एंटी वायरल या वैक्सीन अब तक उपलब्ध नहीं</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, यह एक श्वसन तंत्र से जुड़ा हुआ वायरस है. इसके संक्रमण से बचने के लिए कोई विशेष एंटी वायरल या वैक्सीन अब तक उपलब्ध नहीं है. विभाग ने निर्देश दिया है कि सभी स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा इन्फ्लूएंजा के समान बीमारी एवं सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी न्यूमोनिया (सारी) का सर्विलांस सुनिश्चित करते हुए इसको आईएचआईपी पोर्टल पर प्रतिदिन रिपोर्ट दी जाए.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>कोविड-19 से संबंधित दवा, किट, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन, मास्क इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. इसके ट्रेंड पर ध्यान रखने और इसके बढ़ने की स्थिति में सभी अस्पतालों में संक्रमण नियंत्रण गतिविधियों की सघन निगरानी करने को कहा गया है. अस्पताल में गंभीर रूप से भर्ती मामलों के सैंपल को राष्ट्रीय लैब में भेजकर जांच कराने के भी निर्देश दिए गए हैं जिससे एचएमपीवी की लैब में पुष्टि हो सके.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या होता है एचएमपीवी वायरस का लक्षण?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>विभाग के अनुसार इसके लक्षणों में कफ, बुखार, नाक में संक्रमण, श्वास में परेशानी, गंभीर स्थिति में ब्रोंकाइटिस एवं न्यूमोनिया शामिल है. एचएमपीवी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने अथवा छींकने से फैलता है. साथ ही संक्रमित व्यक्ति को छूने, एवं संक्रमित वस्तुओं के मुंह, आंख अथवा नाक के संपर्क होने से फैल सकता है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>एचएमपीवी से बचाव के लिए कोरोना के समान ही प्रमुख विधि बताई जा रही है. विशेषकर छोटे बच्चे, 60 वर्षों से अधिक अधिक उम्र वाले व्यक्ति और कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्ति के लिए एहतियात बरतने का सुझाव दिया गया है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/jdu-pressure-politics-bjp-nda-seat-sharing-delhi-assembly-election-2025-bihar-cm-nitish-kumar-nitish-model-ann-2858087″>नीतीश मॉडल के सहारे सीटों के लिए BJP पर दबाव? दिल्ली में चुनाव से पहले JDU का बड़ा बयान</a></strong></p>
बस्ती मंडल के नए डीआईजी होंगे दिनेश कुमार पी, 14 साल में 24 बार हो चुका है ट्रांसफर
बस्ती मंडल के नए डीआईजी होंगे दिनेश कुमार पी, 14 साल में 24 बार हो चुका है ट्रांसफर <p style=”text-align: justify;”><strong>Basti News:</strong> उत्तर प्रदेश में एक ऐसा आईपीएस भी है, जिसका 15 साल के अपने सर्विस काल में दो दर्जन से ज्यादा बार तबादला हो चुका है. आईपीएस दिनेश कुमार पी 2009 बैच के तेजतर्रार अधिकारी है और बस्ती मंडल के ड़ीआईजी के पद पर नियुक्त हुए हैं. 14 वर्षों के अपने प्रभावशाली करियर में उन्होंने 24 से अधिक बार तबादले झेले हैं. एक दर्जन से अधिक जिलों में पुलिस कप्तान की जिम्मेदारी संभाली है. उनकी नेतृत्व क्षमता और गुडवर्क के लिए उनकी पहचान बनी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिनेश कुमार पी.का जन्म 1 मार्च 1986 को तमिलनाडु के सेलम जिले में हुआ उन्होंने कृषि विज्ञान में स्नातक (बीएससी एग्रीकल्चर) की पढ़ाई की. 2009 में सिविल सेवा परीक्षा पास कर भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में शामिल हुए. आईपीएस दिनेश कुमार पी ने सहारनपुर, शामली, गोरखपुर, झांसी, पीलीभीत, हमीरपुर, जौनपुर, और कन्नौज जैसे जिलों में पुलिस कप्तान के रूप में काम किया है. सहारनपुर में उनका 20 महीने का कार्यकाल सबसे लंबा और प्रभावशाली रहा, जहां उन्होंने अपराध नियंत्रण में कई ऐतिहासिक कदम उठाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कई घटनाओं का किया खुलासा</strong><br />सहारनपुर में 41 लाख रुपये की डकैती का खुलासा कर उन्होंने पुलिसिंग में अपनी दक्षता का परिचय दिया. उनके इस कार्य को तत्कालीन डीजीपी ओ.पी.सिंह ने सम्मानित किया. गोरखपुर में उन्होंने एक अंतर्राज्यीय गैंग के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया जो फिंगरप्रिंट क्लोन का उपयोग कर बैंक खातों से पैसे निकालते थे, उनके कब्जे से 9.10 लाख रुपये की नकदी समेत अत्याधुनिक उपकरण जब्त किए गए. झांसी में दुराचार और लूट के मामले में केवल 8 घंटे के भीतर 8 आरोपियों की गिरफ्तारी ने उनकी टीम की कुशलता को प्रदर्शित किया. साथ ही पश्चिमी यूपी के शामली में पुलिसकर्मियों पर हमला और राइफल लूटने की घटना का सफलतापूर्वक खुलासा कर उन्होंने अपराधियों पर शिकंजा कसा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बस्ती मंडल में डीआईजी का मिला पद</strong><br />कानपुर में अपहरण और फिरौती के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर 11 लाख रुपये की नकदी बरामद की. हाल ही में आईपीएस दिनेश कुमार पी. को बस्ती मंडल में डीआईजी के पद पर पदोन्नति मिली है. वर्तमान में वे गाजियाबाद में एडिशनल पुलिस कमिश्नर के रूप में कार्यरत थे. दिनेश कुमार पी. जैसे अधिकारी न केवल अपनी पेशेवर दक्षता से पुलिसिंग का चेहरा बदल रहे हैं, बल्कि नए अधिकारियों के लिए प्रेरणा भी हैं. उनके द्वारा किए गए कार्य ने अपराधियों में खौफ और जनता में विश्वास कायम किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/sambhal-violence-deputy-cm-keshav-prasad-maurya-big-statement-says-two-sp-goons-and-rioters-fought-among-themselves-ann-2834626″>’संभल में सपा के दो गुंडे, दंगाई आपस में लड़े…’ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान</a></strong></p>