हिसार में देर रात आए तूफान में 77 बिजली के खंभे और 11 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके चलते बिजली निगम के कर्मचारी रात से ही बिजली बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, सुबह हल्की बारिश होने से लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली। लेकिन दोपहर में तेज धूप ने लोगों को उमस भरी गर्मी से परेशान किया। बिजली निगम की टीमें सुबह फील्ड में उतर गईं और दोपहर तक तूफान से हुए नुकसान का आकलन करने में जुटी रहीं। दोपहर को बिजली निगम की ओर से रिपोर्ट जारी की गई है जिसमें बताया गया है कि तूफान से काफी नुकसान हुआ है। कुछ जगहों पर अभी भी बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। वहीं, क्षतिग्रस्त हुए ट्रांसफार्मरों को बदलने का काम भी जारी है। पश्चिमी विक्षोभ के बाद गिरा तापमान दूसरी ओर, 31 मई और 1 जून को हल्के पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में गिरावट आई थी, लेकिन अब तापमान फिर से 45 डिग्री की ओर बढ़ रहा है। सुबह हुई बारिश के कारण तापमान में मामूली गिरावट आई। लेकिन दोपहर में तेज धूप और गर्म हवा के कारण तापमान में और बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। वहीं, बढ़ते तापमान ने बिजली निगम के भी पसीने छुड़ाने शुरू कर दिए हैं। 5 जून को बिजली की मांग 118.75 यूनिट तक पहुंच गई थी। गर्मी के साथ बिजली की मांग बढ़ने से ट्रांसफार्मरों पर लोड भी बढ़ गया है। रात भर लो वोल्टेज से परेशानी वहीं, हिसार शहर में सेक्टरवासियों का कहना है कि रात होते ही लो वोल्टेज के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा असर सेक्टर 13 में साईं मंदिर के पास रहने वाले लोगों पर पड़ रहा है। यहां रात भर वोल्टेज ऊपर-नीचे होता रहता है। इससे लोगों के बिजली उपकरण खराब होने का डर बना हुआ है। इसी तरह शहर के अन्य सेक्टरों और पॉश कॉलोनियों में भी लो वोल्टेज की समस्या बनी हुई है। नुकसान का आकलन पूरा : एसई बिजली निगम हिसार सर्कल के एसई ओमबीर का कहना है कि हमने नुकसान का आकलन कर लिया है। हमने लगभग सभी जगहों पर बिजली सुचारु कर दी है। जहां सप्लाई शुरू नहीं हुई है वहां भी जल्द हो जाएगी। एसई का कहना है कि बिजली निगम की टीमें पूरी मुस्तैदी से लगी हुई है। गर्मी में किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। हिसार में देर रात आए तूफान में 77 बिजली के खंभे और 11 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके चलते बिजली निगम के कर्मचारी रात से ही बिजली बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, सुबह हल्की बारिश होने से लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली। लेकिन दोपहर में तेज धूप ने लोगों को उमस भरी गर्मी से परेशान किया। बिजली निगम की टीमें सुबह फील्ड में उतर गईं और दोपहर तक तूफान से हुए नुकसान का आकलन करने में जुटी रहीं। दोपहर को बिजली निगम की ओर से रिपोर्ट जारी की गई है जिसमें बताया गया है कि तूफान से काफी नुकसान हुआ है। कुछ जगहों पर अभी भी बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। वहीं, क्षतिग्रस्त हुए ट्रांसफार्मरों को बदलने का काम भी जारी है। पश्चिमी विक्षोभ के बाद गिरा तापमान दूसरी ओर, 31 मई और 1 जून को हल्के पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में गिरावट आई थी, लेकिन अब तापमान फिर से 45 डिग्री की ओर बढ़ रहा है। सुबह हुई बारिश के कारण तापमान में मामूली गिरावट आई। लेकिन दोपहर में तेज धूप और गर्म हवा के कारण तापमान में और बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। वहीं, बढ़ते तापमान ने बिजली निगम के भी पसीने छुड़ाने शुरू कर दिए हैं। 5 जून को बिजली की मांग 118.75 यूनिट तक पहुंच गई थी। गर्मी के साथ बिजली की मांग बढ़ने से ट्रांसफार्मरों पर लोड भी बढ़ गया है। रात भर लो वोल्टेज से परेशानी वहीं, हिसार शहर में सेक्टरवासियों का कहना है कि रात होते ही लो वोल्टेज के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा असर सेक्टर 13 में साईं मंदिर के पास रहने वाले लोगों पर पड़ रहा है। यहां रात भर वोल्टेज ऊपर-नीचे होता रहता है। इससे लोगों के बिजली उपकरण खराब होने का डर बना हुआ है। इसी तरह शहर के अन्य सेक्टरों और पॉश कॉलोनियों में भी लो वोल्टेज की समस्या बनी हुई है। नुकसान का आकलन पूरा : एसई बिजली निगम हिसार सर्कल के एसई ओमबीर का कहना है कि हमने नुकसान का आकलन कर लिया है। हमने लगभग सभी जगहों पर बिजली सुचारु कर दी है। जहां सप्लाई शुरू नहीं हुई है वहां भी जल्द हो जाएगी। एसई का कहना है कि बिजली निगम की टीमें पूरी मुस्तैदी से लगी हुई है। गर्मी में किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार में देसी मुर्गे को लेकर मर्डर:दो पक्ष आपस में भिड़े, तेजधार हथियार से हत्या, शव रखकर लगाया जाम
हिसार में देसी मुर्गे को लेकर मर्डर:दो पक्ष आपस में भिड़े, तेजधार हथियार से हत्या, शव रखकर लगाया जाम हरियाणा के हिसार जिले के गांव बीड़ बबरान में देसी मुर्गे को लेकर मर्डर हो गया। झगड़ा मुर्गे बेचने पर मिले रुपयों को लेकर हुआ। पैसे के लेनदेन को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया। जिसमें तलवंडी राणा निवासी कृष्ण की तेजधार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई। मृतक के स्वजन और रिश्तेदार भड़के घटना सोमवार देर रात की है सूचना मिलने पर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए हिसार के नागरिक अस्पताल में भिजवा दिया। फिलहाल पुलिस मृतक के परिजनों के बयान दर्ज कर रही है। वहीं आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होने से मृतक के स्वजन और रिश्तेदार भड़क गए और उन्होंने सिविल अस्पताल के सामने जाम लगा दिया। जाम से वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस परिजनों को समझाने का प्रयास कर रही है। वापस मांग रहे थे पैसे मिली जानकारी के अनुसार तलवंडी राणा निवासी मृतक कृष्ण से बीड़ बबरान के कर्ण ने देसी मुर्गा खरीदा था। जिसके पैसे के लेनदेन को लेकर झगड़ा चल रहा था। इस दौरान मुर्गा बीमार हो गया था, जब कर्ण बीमार मुर्गा को वापस लौटाने गया, तो उन्होंने मना कर दिया और इस दौरान दोनों के बीच रंजिश हो गई। सोमवार रात को तलवंडी राणा निवासी कृष्ण और उसका भाई मिश्री बीड़ बबरान में कर्ण के घर पहुंचे। कर्ण अपने घर बेटे और पत्नी मीरा के साथ था। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच झगड़ा शुरू हो गया। तेजधार हथियार से किया हमला झगड़े के दौरान कर्ण ने तेजधार हथियार से कृष्ण और उसके भाई मिश्री पर हमला कर दिया। हमले में कृष्ण की मौत हो गई। वहीं उसके भाई मिश्री घायल हो गया वहीं दूसरी तरफ कर्ण की पत्नी मीरा को भी चोट आई हैं जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। वहीं पुलिस मृतक के परिजनों के बयान दर्ज हिसार के नागरिक अस्पताल में शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। परिवार वालों ने नागरिक अस्पताल के बाहर शव रखकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
हरियाणा विधानसभा भंग होने पर आज फैसला:2 कारणों से CM ने लिया फैसला; अर्जेंट बुलाई कैबिनेट, VIDEO कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ेंगे मंत्री
हरियाणा विधानसभा भंग होने पर आज फैसला:2 कारणों से CM ने लिया फैसला; अर्जेंट बुलाई कैबिनेट, VIDEO कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ेंगे मंत्री हरियाणा में 12 सितंबर से पहले विधानसभा का मानसून सत्र बुलाने और विधानसभा भंग करने के संवैधानिक संकट के बीच हरियाणा सरकार ने अर्जेंट मंत्रिमंडल की बैठक बुला ली है। सूत्रों की माने तो इस बैठक में विधानसभा भंग करने का फैसला लिया जाएगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में सरकार के अधिकांश मंत्री शामिल होंगे। सुबह BJP के उम्मीदवारों के नॉमिनेशन के कारण मीटिंग का समय आज शाम 5 बजे तय किया गया है। मुख्य सचिव कार्यालय की ओर से सैनी के मंत्रियों को इसकी सूचना भेजी जा चुकी है। कुछ मंत्रियों के बैठक में शामिल न होने की स्थिति में उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ने के आदेश दिए गए हैं। संविधान विशेषज्ञों की राय के अनुसार, ऐसा करना सरकार के लिए जरूरी है। वजह साफ है कि 6 माह के अंतराल से पूर्व सदन का अगला सत्र बुलाना संवैधानिक अनिवार्यता है। बेशक प्रदेश विधानसभा के ताजा चुनाव घोषित कर दिए गए हो। विधानसभा भंग करना ही सिंगल ऑप्शन विधायी एवं संवैधानिक मामलों के जानकार हेमंत कुमार का कहना है कि बेशक चुनाव आयोग ने 15वीं हरियाणा विधानसभा के गठन के लिए आम चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी हो, उसमें भी सरकार सत्र बुला सकती है। उनका कहना है कि 14वीं हरियाणा विधानसभा, जिसका कार्यकाल 3 नवंबर 2024 तक है, एवं जिसका पिछला एक दिन का विशेष सत्र 5 माह पूर्व 13 मार्च 2024 को बुलाया गया था। ऐसे में संविधान के अनुच्छेद 174(1) की सख्त अनुपालना में मौजूदा प्रदेश विधानसभा का एक सत्र, बेशक वह एक दिन या आधे दिन की अवधि का ही क्यों न हो, वह आगामी 12 सितम्बर 2024 से पहले बुलाना अनिवार्य है। क्या कहता है संविधान ? संविधान में स्पष्ट उल्लेख है कि पिछले सत्र की अंतिम बैठक और अगले सत्र की प्रथम बैठक के बीच 6 महीने का अंतराल नहीं होना चाहिए। सरकार की ओर से पिछली कैबिनेट बैठक में मानसून सत्र पर कोई फैसला नहीं लिया गया था। ऐसे में अब सरकार के पास हरियाणा विधानसभा को समयपूर्व भंग करने के लिए राज्यपाल से सिफारिश करना ही एकमात्र विकल्प बचा है। हरियाणा में संवैधानिक संकट का कारण हरियाणा में चुनाव की घोषणा के बाद संवैधानिक संकट खड़ा हुआ है। इसकी वजह 6 महीने के भीतर एक बार विधानसभा सेशन बुलाना है। राज्य विधानसभा का अंतिम सेशन 13 मार्च को हुआ था। उसमें नए बने CM नायब सैनी ने विश्वास मत हासिल किया था। इसके बाद 12 सितंबर तक सेशन बुलाना अनिवार्य है। यह संवैधानिक संकट ऐतिहासिक भी है, क्योंकि देश आजाद होने के बाद कभी ऐसी स्थिति नहीं आई। हरियाणा में ही कोरोना के दौरान भी इस संकट को टालने के लिए 1 दिन का सेशन बुलाया गया था। 6 माह में सत्र न बुलाने का इतिहास में उदाहरण नहीं है। संविधान के जानकार मानते हैं कि वैसे तो यह महज कागजी औपचारिकता है, लेकिन संवैधानिक तौर पर अनिवार्य होने से इसे हर हाल में पूरा करना होगा। ऐसी सूरत में भी सेशन न बुलाया गया हो, ऐसा कोई उदाहरण देश में नहीं है। 14वीं विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर तक राज्य में इस समय 15वीं विधानसभा चल रही है। 15वीं विधानसभा के गठन के लिए चुनाव की घोषणा हो चुकी है। इसका नोटिफिकेशन 5 सितंबर को जारी हो गया है। 5 अक्टूबर को वोटिंग और 8 अक्टूबर को काउंटिंग होगी। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर तक है।
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करनाल में भाजपा के आपत्तिजनक पोस्टर लगाने का मामला:नगर निगम के सहायक अभियंता ने दी शिकायत पर FIR, CCTV खंगाल रही पुलिस हरियाणा के करनाल में विभिन्न स्थानों पर लगाए गए भाजपा के विवादास्पद पोस्टरों से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। नगर निगम के सहायक अभियंता की शिकायत पर सिविल लाइन पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस मामले में गहनता से जांच कर रही है और पोस्टरों को लगाने वाले दोषियों का पता लगाने के लिए आसपास के CCTV फुटेज खंगाल रही है। बता दें कि, इस मामले में भाजपा मुख्यमंत्री के ओएसडी संजय बठला ने कांग्रेस पर आरोप लगाए थे कि ये पोस्टर उन्हीं ने लगाए है। वहीं पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने इस मामल में कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। पोस्टरबाजी से बढ़ा राजनीतिक तनाव इन आपत्तिजनक पोस्टरों में हरियाणा के कैबिनेट मंत्री मनोहर लाल और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के रोते हुए चेहरों के साथ महिलाओं के खिलाफ अपराध और बढ़ती बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर भड़काऊ संदेश लिखे गए थे। इन पोस्टरों में लिखा गया है – म्हारा हरियाणा- नॉन स्टॉप हरियाणा व नॉन स्टॉप महिला अत्याचार और हरियाणा में एक करोड़ युवा बेरोजगार, जो राज्य की वर्तमान स्थिति पर सीधे सवाल खड़े करते हैं। इन पोस्टरों के कारण जनता में आक्रोश फैल गया है। राजनीतिक दलों में भी असंतोष देखने को मिल रहा है। कई नेताओं ने इस पोस्टरबाजी की निंदा की है। पोस्टर कहां-कहां लगाए गए नगर निगम के सहायक अभियंता अनुप कुमार को जब इन पोस्टरों को विभिन्न स्थानों पर चस्पाए जाने की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत इसकी सूचना सिविल लाइन थाने को दी। करनाल में यह अग्रसेन चौक, कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज, निर्दलीय विधायक धर्मपाल गोंदर के आवास, CSSRI संस्थान, श्री कृष्ण प्रणामी स्कूल, गन्ना प्रजनन संस्थान, सरकारी स्कूल, शहीद तेजेंद्रा पार्क, महिला आश्रम और DAV स्कूल की दीवारों पर चस्पाए गए थे। पोस्टर लगाने वालों की तलाश में पुलिस पुलिस अब इन पोस्टरों को लगाने वाले अज्ञात व्यक्तियों की तलाश में जुटी हुई है। सिविल लाइन थाने के जांच अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि पोस्टर चस्पा करने के मामले में नगर निगम के अधिकारी की तरफ से शिकायत मिली थी, जिसके आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस शहर के विभिन्न स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की बारीकी से जांच कर रही है, ताकि दोषियों का पता लगाया जा सके। जनता से अपील सिविल लाइन थाना के SHO विष्णु मित्र ने जनता से अपील की है कि अगर किसी को इस मामले से संबंधित कोई जानकारी मिलती है, तो वह तुरंत पुलिस को सूचित करे। इस तरह की घटनाएं न केवल कानून का उल्लंघन हैं, बल्कि सामाजिक शांति और सद्भाव को भी खतरे में डालती हैं।