मोदी सरकार 3.0 का हिस्सा बने हिमाचल के जेपी नड्डा, जानिए छात्र जीवन से राष्ट्रीय राजनीति तक का सफर

मोदी सरकार 3.0 का हिस्सा बने हिमाचल के जेपी नड्डा, जानिए छात्र जीवन से राष्ट्रीय राजनीति तक का सफर

<p style=”text-align: justify;”><strong>JP Nadda in Modi Cabinet:</strong> हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर से संबंध रखने वाले जगत प्रकाश नड्डा ने प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> के कैबिनेट में मंत्री के तौर पर शपथ ली है. जगत प्रकाश नड्डा मौजूदा वक्त में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. वह इससे पहले भी मोदी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं. जगत प्रकाश नड्डा ने छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत की थी. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से होते हुए उन्होंने राष्ट्र राजनीति तक का सफर तय किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जगत प्रकाश नड्डा साल 1978 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ जुड़े थे. इसके बाद में भारतीय जनता युवा मोर्चा में शामिल हुए. साल 1991 से लेकर साल 1994 तक में भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे. जगत प्रकाश नड्डा की धर्मपत्नी मल्लिका नड्डा भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय महासचिव रही हैं. जगत प्रकाश नड्डा मोदी सरकार 1.0 में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं. तब उन्होंने हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में जनता को एम्स की बड़ी सौगात भी दी थी. नड्डा के बेटे हरीश नड्डा भी राजनीति और सामाजिक कार्यों में सक्रिय नजर आते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साल 2003 में विधायक का चुनाव हार गए थे जेपी नड्डा&nbsp;</strong><br />साल 1993 में जगत प्रकाश नड्डा पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विधायक के तौर पर चुनकर आए थे. हिमाचल प्रदेश विधानसभा में पार्टी के नेता भी रहे. साल 1998 में भी वे विधायक बने और उन्हें तत्कालीन धूमल सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया. हालांकि साल 2003 में जगत प्रकाश नड्डा को कांग्रेस के तिलक राज से हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद साल 2007 में उन्होंने दोबारा चुनाव जीतने में सफलता हासिल की. साल 2007 से लेकर साल 2012 तक चली धूमल सरकार में वे वन, पर्यावरण विज्ञान और टेक्नोलॉजी विभाग के मंत्री रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साल 2010 में राज्य छोड़ राष्ट्रीय राजनीति की पकड़ी राह</strong><br />साल 2010 में जगत प्रकाश नड्डा ने प्रदेश की राजनीति छोड़ राष्ट्रीय राजनीति की राह पकड़ ली थी. इसके बाद जगत प्रकाश नड्डा मोदी कैबिनेट के मंत्री होते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तक पहुंचे. अब एक बार फिर मोदी सरकार 3.0 में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. जगत प्रकाश नड्डा इससे पहले हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सांसद रहे, लेकिन इस बार हिमाचल में कांग्रेस की सरकार होने की वजह से उन्हें गुजरात से राज्यसभा सांसद चुनकर भेजा गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हमेशा रहती थी सियासी तकरार की स्थिति</strong><br />प्रो. धूमल के साथ रहता था सियासी टकराव हिमाचल प्रदेश की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल के बीच हमेशा सियासी तकरार की स्थिति रहती थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रेम कुमार धूमल पूर्व खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के पिता हैं. नड्डा का हिमाचल प्रदेश में बतौर मुख्यमंत्री अपने दायित्व का निर्वहन करना अधूरे सियासी सपने जैसा है. साल 2017 में जब प्रो. प्रेम कुमार धूमल विधानसभा चुनाव हार गए, तब भी जगत प्रकाश नड्डा के हिमाचल आकर मुख्यमंत्री बनने की चर्चा थी. लेकिन, उस वक्त पार्टी ने धूमल कैबिनेट में ही ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रहे जयराम ठाकुर को विधायक दल का नेता के तौर पर चयन करवाया और मुख्यमंत्री बनाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Keher Singh Khachi: सुक्खू सरकार में फिर नई ताजपोशी, अब केहर सिंह खाची को भी कैबिनेट रैंक” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/sukhvinder-singh-sukhu-cabinet-expansion-kehar-singh-khachi-gets-cabinet-rank-in-himachal-government-ann-2711312″ target=”_self”>Keher Singh Khachi: सुक्खू सरकार में फिर नई ताजपोशी, अब केहर सिंह खाची को भी कैबिनेट रैंक</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>JP Nadda in Modi Cabinet:</strong> हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर से संबंध रखने वाले जगत प्रकाश नड्डा ने प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> के कैबिनेट में मंत्री के तौर पर शपथ ली है. जगत प्रकाश नड्डा मौजूदा वक्त में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. वह इससे पहले भी मोदी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं. जगत प्रकाश नड्डा ने छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत की थी. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से होते हुए उन्होंने राष्ट्र राजनीति तक का सफर तय किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जगत प्रकाश नड्डा साल 1978 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ जुड़े थे. इसके बाद में भारतीय जनता युवा मोर्चा में शामिल हुए. साल 1991 से लेकर साल 1994 तक में भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे. जगत प्रकाश नड्डा की धर्मपत्नी मल्लिका नड्डा भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय महासचिव रही हैं. जगत प्रकाश नड्डा मोदी सरकार 1.0 में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं. तब उन्होंने हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में जनता को एम्स की बड़ी सौगात भी दी थी. नड्डा के बेटे हरीश नड्डा भी राजनीति और सामाजिक कार्यों में सक्रिय नजर आते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साल 2003 में विधायक का चुनाव हार गए थे जेपी नड्डा&nbsp;</strong><br />साल 1993 में जगत प्रकाश नड्डा पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विधायक के तौर पर चुनकर आए थे. हिमाचल प्रदेश विधानसभा में पार्टी के नेता भी रहे. साल 1998 में भी वे विधायक बने और उन्हें तत्कालीन धूमल सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया. हालांकि साल 2003 में जगत प्रकाश नड्डा को कांग्रेस के तिलक राज से हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद साल 2007 में उन्होंने दोबारा चुनाव जीतने में सफलता हासिल की. साल 2007 से लेकर साल 2012 तक चली धूमल सरकार में वे वन, पर्यावरण विज्ञान और टेक्नोलॉजी विभाग के मंत्री रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साल 2010 में राज्य छोड़ राष्ट्रीय राजनीति की पकड़ी राह</strong><br />साल 2010 में जगत प्रकाश नड्डा ने प्रदेश की राजनीति छोड़ राष्ट्रीय राजनीति की राह पकड़ ली थी. इसके बाद जगत प्रकाश नड्डा मोदी कैबिनेट के मंत्री होते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तक पहुंचे. अब एक बार फिर मोदी सरकार 3.0 में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. जगत प्रकाश नड्डा इससे पहले हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सांसद रहे, लेकिन इस बार हिमाचल में कांग्रेस की सरकार होने की वजह से उन्हें गुजरात से राज्यसभा सांसद चुनकर भेजा गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हमेशा रहती थी सियासी तकरार की स्थिति</strong><br />प्रो. धूमल के साथ रहता था सियासी टकराव हिमाचल प्रदेश की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल के बीच हमेशा सियासी तकरार की स्थिति रहती थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रेम कुमार धूमल पूर्व खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के पिता हैं. नड्डा का हिमाचल प्रदेश में बतौर मुख्यमंत्री अपने दायित्व का निर्वहन करना अधूरे सियासी सपने जैसा है. साल 2017 में जब प्रो. प्रेम कुमार धूमल विधानसभा चुनाव हार गए, तब भी जगत प्रकाश नड्डा के हिमाचल आकर मुख्यमंत्री बनने की चर्चा थी. लेकिन, उस वक्त पार्टी ने धूमल कैबिनेट में ही ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रहे जयराम ठाकुर को विधायक दल का नेता के तौर पर चयन करवाया और मुख्यमंत्री बनाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Keher Singh Khachi: सुक्खू सरकार में फिर नई ताजपोशी, अब केहर सिंह खाची को भी कैबिनेट रैंक” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/sukhvinder-singh-sukhu-cabinet-expansion-kehar-singh-khachi-gets-cabinet-rank-in-himachal-government-ann-2711312″ target=”_self”>Keher Singh Khachi: सुक्खू सरकार में फिर नई ताजपोशी, अब केहर सिंह खाची को भी कैबिनेट रैंक</a></strong></p>  हिमाचल प्रदेश 20-20 रुपये के नोट नहीं गिन सका दूल्हा, नाराज दुल्हन ने वापस लौटाई बारात