<p style=”text-align: justify;”><strong>ADG JS Gangwar Press Conference:</strong> पटना पुलिस हैडक्वाटर एडीजी जेएस गंगवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी है कि पुलिस के नए कानून 1 जुलाई 2024 से लागू हो जाएंगे. नए कानून से अपराध को रोकथाम में नए परिवर्तन आएंगे. इसको लेकर पुलिस पदाधिकारी को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. राज्य स्तरीय तीन दिवसीय प्रशिक्षण की शुरुआत (10 जून) से हुई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>एडीजी जेएस गंगवार ने बताया कि 25000 पुलिस पदाधिकारी को प्रशिक्षण प्रथम चरण में दिया जा रहा है. प्रत्येक जिले के पुलिस कर्मियों को वेबकास्टिंग के माध्यम से भी जोड़ा गया है. नए आपराधिक कानून की जानकारी दी जा रही है. विधि विज्ञान का पुलिस कैसे उपयोग करेगी उसकी भी जानकारी दी जा रही है. डिजिटल पुलिसिंग को बढ़ावा देने के लिए यह नए कानून मैं काम करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसेक अलाव अनुसंधान के क्रम में डिजिटल और सोशल मीडिया से जुड़कर पुलिसिंग करना सिखाया जा रहा है. सोशल मीडिया क्राइम को रोकने के लिए डिजिटल एविडेंस इकट्ठा करने का विशेष प्रशिक्षित किया जा रहा है, पुलिसकर्मियों को और सभी पुलिस थाने को स्मार्टफोन और लैपटॉप की व्यवस्था पुलिस मुख्यालय करके देगी. न्यायालय से पुलिस को कुर्की और वारंट डिजिटल रूप से मिलेगा. वारंट और कुर्की जब्ती की जो मिसिंग होती है वह गलतियां नहीं होगी. </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>ADG JS Gangwar Press Conference:</strong> पटना पुलिस हैडक्वाटर एडीजी जेएस गंगवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी है कि पुलिस के नए कानून 1 जुलाई 2024 से लागू हो जाएंगे. नए कानून से अपराध को रोकथाम में नए परिवर्तन आएंगे. इसको लेकर पुलिस पदाधिकारी को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. राज्य स्तरीय तीन दिवसीय प्रशिक्षण की शुरुआत (10 जून) से हुई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>एडीजी जेएस गंगवार ने बताया कि 25000 पुलिस पदाधिकारी को प्रशिक्षण प्रथम चरण में दिया जा रहा है. प्रत्येक जिले के पुलिस कर्मियों को वेबकास्टिंग के माध्यम से भी जोड़ा गया है. नए आपराधिक कानून की जानकारी दी जा रही है. विधि विज्ञान का पुलिस कैसे उपयोग करेगी उसकी भी जानकारी दी जा रही है. डिजिटल पुलिसिंग को बढ़ावा देने के लिए यह नए कानून मैं काम करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसेक अलाव अनुसंधान के क्रम में डिजिटल और सोशल मीडिया से जुड़कर पुलिसिंग करना सिखाया जा रहा है. सोशल मीडिया क्राइम को रोकने के लिए डिजिटल एविडेंस इकट्ठा करने का विशेष प्रशिक्षित किया जा रहा है, पुलिसकर्मियों को और सभी पुलिस थाने को स्मार्टफोन और लैपटॉप की व्यवस्था पुलिस मुख्यालय करके देगी. न्यायालय से पुलिस को कुर्की और वारंट डिजिटल रूप से मिलेगा. वारंट और कुर्की जब्ती की जो मिसिंग होती है वह गलतियां नहीं होगी. </p> बिहार Pappu Yadav: ‘एक करोड़ दो… नहीं तो पूर्णिया छोड़ दो’, रंगदारी के मामले में सांसद पप्पू यादव पर FIR दर्ज