पंजाब के लुधियाना में चांद नगर गली नंबर 4 में आज सुबह एक घर में आग लग गई। आग इतनी फैल गई कि करीब 1 किलोमीटर दूर से ही लोगों को धुएं के गोले दिखाई दे रहे थे। आग की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। जिस घर में आग लगी, उसी घर में घर के मालिक ने ट्रॉलियों में सामान रखा हुआ था। ट्रॉलियों के टायरों की वजह से आग और भड़की आग लगने की वजह से ट्रॉलियों के टायरों में आग लग गई। रबर में आग लगने के बाद आग तुरंत भड़क गई। गनीमत रही कि जिस घर में आग लगी, उसमें कोई नहीं रहता था। घर के मालिक का नाम राजेश गोसाई है। वह अपने परिवार के साथ घर के पास ही एक घर में रहता है। 5 पानी की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया राजेश ने तुरंत लोगों की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन कुछ ही देर में आग बढ़ गई। लोगों की मदद से दमकल विभाग को सूचना दी गई। करीब 5 दमकल गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। पूरे इलाके की बिजली गुल हो गई। लोगों की मदद से जले हुए सामान को बाहर निकाला गया। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। 2 लाख का हुआ नुकसान राजेश गोसाई मुताबिक करीब 2 लाख का नुकसान हो गया है। उधर, फायर बिग्रेड के अधिकारियों मुताबिक समय रहते आग पर काबू पा लिया गया अन्यथा कोई बड़ा हादसा हो सकता था। पंजाब के लुधियाना में चांद नगर गली नंबर 4 में आज सुबह एक घर में आग लग गई। आग इतनी फैल गई कि करीब 1 किलोमीटर दूर से ही लोगों को धुएं के गोले दिखाई दे रहे थे। आग की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। जिस घर में आग लगी, उसी घर में घर के मालिक ने ट्रॉलियों में सामान रखा हुआ था। ट्रॉलियों के टायरों की वजह से आग और भड़की आग लगने की वजह से ट्रॉलियों के टायरों में आग लग गई। रबर में आग लगने के बाद आग तुरंत भड़क गई। गनीमत रही कि जिस घर में आग लगी, उसमें कोई नहीं रहता था। घर के मालिक का नाम राजेश गोसाई है। वह अपने परिवार के साथ घर के पास ही एक घर में रहता है। 5 पानी की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया राजेश ने तुरंत लोगों की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन कुछ ही देर में आग बढ़ गई। लोगों की मदद से दमकल विभाग को सूचना दी गई। करीब 5 दमकल गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। पूरे इलाके की बिजली गुल हो गई। लोगों की मदद से जले हुए सामान को बाहर निकाला गया। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। 2 लाख का हुआ नुकसान राजेश गोसाई मुताबिक करीब 2 लाख का नुकसान हो गया है। उधर, फायर बिग्रेड के अधिकारियों मुताबिक समय रहते आग पर काबू पा लिया गया अन्यथा कोई बड़ा हादसा हो सकता था। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बिट्टू के केंद्रीय राज्यमंत्री बनते ही पंजाब में जगी उम्मीदें:किसानों के उत्पादन को मिलेगी नई मार्केट, हाई स्पीड ट्रेन प्रोजेक्ट को मिलेगी रफ्तार
बिट्टू के केंद्रीय राज्यमंत्री बनते ही पंजाब में जगी उम्मीदें:किसानों के उत्पादन को मिलेगी नई मार्केट, हाई स्पीड ट्रेन प्रोजेक्ट को मिलेगी रफ्तार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह लुधियाना से चुनाव हारने वाले रवनीत सिंह बिट्टू को अपने मंत्रिमंडल में शामिल कर उन्हें खाद्य प्रसंस्करण और रेलवे राज्य मंत्री बनाया है। इसके जरिए पार्टी सीधे तौर पर किसानों और आम लोगों से अपील करेगी। वहीं, इससे पंजाब के लिए तरक्की के रास्ते खुलेंगे। वहीं, राज्य में कई सालों से हाई स्पीड रेलवे प्रोजेक्ट के पूरा होने की उम्मीद जगी है। इसके अलावा रेलवे आधारित उद्योग को भी नई संजीवनी मिलने की उम्मीद है। हालांकि, जानकारों के मुताबिक बिट्टू को दिए गए पद काफी अहम हैं। वह सीधे तौर पर लोगों से जुड़े हुए हैं। वह हर वक्त चर्चा में रहेंगे। लेकिन, उनके लिए चुनौतियां भी कम नहीं हैं। अगर वह लोगों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे तो उन्हें नुकसान भी उठाना पड़ेगा। हालांकि, 2019 में खाद्य प्रसंस्करण विभाग शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर के पास था। वह केंद्र से कई प्रोजेक्ट लाने में सफल रही थीं। चंडीगढ़ राजपुरा रेलवे ट्रैक लटका काम होगा पूरा बिट्टू को रेलवे का राज्यमंत्री बनाया गया है, उनकी जिम्मेदारी अहम रहने वाली है। जहां तक रेलवे की बात है तो अमृतसर से दिल्ली के बीच हाई स्पीड रेल परियोजना प्रस्तावित है। यह करीब 465 किलोमीटर लंबी है। इसमें पंजाब ही नहीं बल्कि हरियाणा भी जुड़ना है। अभी तक यह प्राथमिक चरण में है। अगर यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाता है तो अमृतसर दिल्ली का सफर मात्र कुछ घंटों का रह जाएगा। इसी तरह चंडीगढ़ राजपुरा रेलवे मार्ग है, जो कि 2016 में मंजूर हुआ था, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ है। इसके लिए टोकन मनी हजार रुपये मंजूर हुई थी। अगर यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाता है तो ट्राइसिटी समेत कई हरियाणा और अन्य राज्यों के लोगों को रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा पंजाब में रेलवे पर आधारित इंडस्ट्री काफी है। क्योंकि लुधियाना, मोहाली व जालंधर में रेलवे से जुड़े कई पुर्जे तैयार होते है। हालांकि रेलवे के करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट पंजाब में चल रहे है। पूर्व कांग्रेसी नेता पवन बंसल के बाद यह विभाग पंजाब या चंडीगढ़ में आया है। किसान फसली चक्र से आ सकते हैं बाहर रवनीत सिंह बिट्टू को दूसरा प्रमुख विभाग फूड प्रोसेसिंग मिला है। यह विभाग उन्हें पंजाब को ध्यान में ही रखकर दिया गया है। पंजाब में 75 फीसदी लोग खेती पर निर्भर है। वहीं, सरकार काफी समय से किसानों काे फसली चक्र से निकालने में जुटी हुई है। जिसमें यह विभाग अहम जिम्मेदारी निभा सकता है। क्योंकि इस डिपार्टमेंट द्वारा किसानों को उन्हें अपने उत्पादन को मार्केट की डिमांड के हिसाब से तैयार करने के काबिल बनाया जाता है। क्योंकि पंजाब में खाद्य प्रसंस्करण के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र है। ऐसे में वह किसानों के लिए मददगार होंगे। यूएई समेत कई देशों में है निर्यात राज्य के विनिर्माण जीएसडीपी में इसकी हिस्सेदारी 21% है (राष्ट्रीय औसत 8.8%) है। जबकि राज्य 1.2 बिलियन डॉलर मूल्य के खाद्य उत्पाद निर्यात करता है। वहीं, प्रमुख निर्यातक देशों में अमेरिका, यूएई, यूके, वियतनाम व मध्य पूर्व और सऊदी अरब है। जबकि पंजाब के किन्नू, अमरूद, लीची आदि के निर्यात को बल मिलेगा। देश के कुल किन्नू का 24 फीसदी पंजाब में पैदा होता है। प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता में नंबर वन पर है। इसके लिए किसानों को नए अवसर पैदा होंगे।
अमृतसर-मुंबई के बीच स्पेशल ट्रेनें चलेंगी:चंडीगढ़-अंबाला से होकर गुजरेगी, दोनों तरफ से 2 ट्रिप होंगे; विंटर हॉलिडे को लेकर रेलवे ने फैसला लिया
अमृतसर-मुंबई के बीच स्पेशल ट्रेनें चलेंगी:चंडीगढ़-अंबाला से होकर गुजरेगी, दोनों तरफ से 2 ट्रिप होंगे; विंटर हॉलिडे को लेकर रेलवे ने फैसला लिया त्योहारी सीजन और सर्दियों की छुट्टियों को देखते हुए भारतीय रेलवे ने यात्रियों के लिए मुंबई सेंट्रल और अमृतसर के बीच स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला किया है। यह स्पेशल ट्रेन 04661/62 नंबर से चलेगी और दोनों तरफ से दो ट्रिप में चलेगी। इससे ट्रेनों में बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। यह स्पेशल ट्रेन लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी राहत साबित होगी। रेलवे ने यह कदम छुट्टियों के मौसम में यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए उठाया है। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे समय पर टिकट बुक कर लें, क्योंकि यह ट्रेन केवल दो विशेष ट्रिप के लिए उपलब्ध होगी। विशेष ट्रेन का संचालन और समय सारणी यह ट्रेन 25 दिसंबर 2024 और 29 दिसंबर 2024 को मुंबई सेंट्रल स्टेशन से रवाना होगी। यह ट्रेन 24 दिसंबर और 28 दिसंबर को अमृतसर से रवाना होगी। रूट और प्रमुख स्टेशन यह ट्रेन निम्नलिखित मार्ग और स्टेशनों से होकर गुजरेगी। जिनमें प्रमुख स्टेशन उधना, वडोदरा, रतलाम, कोटा, नई दिल्ली, अंबाला कैंट और चंडीगढ़ होगा।
पंजाब में दृष्टिहीन के सहायक को फ्री यात्रा:रोडवेज और PRTC की बसों में मिलेगा लाभ, कैबिनेट मंत्री बोली- जल्द जारी होगी अधिसूचना
पंजाब में दृष्टिहीन के सहायक को फ्री यात्रा:रोडवेज और PRTC की बसों में मिलेगा लाभ, कैबिनेट मंत्री बोली- जल्द जारी होगी अधिसूचना अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस पर मंगलवार को सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग पंजाब द्वारा यहां के नेहरू स्टेडियम में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कैबिनेट मंत्री डा. बलजीत कौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। उन्होंने दृष्टिहीनों के सहायकों को भी मुफ्त बस यात्रा की सुविधा देने की घोषणा करते हुए कहा कि जल्द ही इसकी अधिसूचना जारी की जाएगी। इस मौके पर डा. बलजीत कौर ने कहा कि पंजाब सरकार दिव्यांगों और अन्य कमजोर वर्गों की प्रगति और सर्वांगीण विकास के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और दिव्यांगों की सुविधा के लिए सरकार जहां बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रही है, वहीं उन्हें रोजगार भी दिया जा रहा है। सरकारी और निजी संस्थानों में नौकरियों में उनका उचित कोटा हर हाल में लागू किया जाएगा। दिव्यांग कोटे में होगी मेटों की नियुक्ति उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार मनरेगा में दिव्यांगों के कोटे के अनुसार मेटों की भी नियुक्ति करेगी। पंजाब सरकार की ओर से दिव्यांगों की सुविधा के लिए विशेष रोजगार कैंप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस दुनिया में कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं है, हम सभी में कुछ न कुछ कमियां होती हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार जल्द ही दृष्टिहीनों के सहायकों के लिए मुफ्त यात्रा की सुविधा के संबंध में एक अधिसूचना जारी करेगी। 7.5 लाख विकलांगों को मिला लाभ उन्होंने कहा कि, पंजाब रोडवेज और पीआरटीसी बसों में विकलांग व्यक्तियों के लिए किराये में 50 प्रतिशत की छूट दी जा रही है और साल 2023-24 में 2.19 करोड़ रुपये की लागत से 7.5 लाख से अधिक विकलांग व्यक्तियों को लाभ मिला। चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य पेंशन योजना के तहत 265,694 दिव्यांगजनों को 278.17 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई। शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 12,607 विकलांग व्यक्तियों को छात्रवृत्ति के रूप में 3.37 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गई। इस मौके पर सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी, सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता, सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी और दिव्यांगों के कल्याण के लिए कार्य करने वाली संस्थाओं को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर विधायक गुरदित्त सिंह सेखों, निदेशक शेना अग्रवाल, डीसी विनीत कुमार, एसएसपी डा. प्रज्ञा जैन भी उपस्थित रहे।