हरियाणा के भिवानी जिले में एक व्यक्ति को मर्चेंट नेवी में नौकरी लगाने के नाम पर एक लाख रुपए की ठगी कर ली। ठगी का शिकार हुए व्यक्ति ने मामले की शिकायत साइबर पुलिस थाने में दर्ज करवाई है। भिवानी के गांव खरक कलां निवासी विनीत ने बताया कि मैंने मर्चेन्ट नेवी का कोर्स किया है। उसने बताया कि पहले भी मर्चेन्ट नेवी में नौ महीने के लिए काम किया है। 15 मई 2024 को मैंने इंटरनेट पर मर्चेन्ट नेवी के सम्बन्ध में खोज की। व्हाट्सएप के माध्यम से हुई थी बात पीड़ित विनीत ने बताया कि मैंने सर्च करने के बाद लिंक पर क्लिक किया तो व्हाट्सएप नंबर 9602434894 खुला। जिस पर मैंने बात की। जिसने मुझे अपना बायोडाटा भेजने के लिए कहा। उसने मर्चेन्ट में नौकरी के लिए अपना डाटा भेज दिया। इसके बाद 16 मई 2024 को व्हाट्सएप नंबर 9602434894 से एक व्यक्ति से व्हाट्सएप के माध्यम से बात हुई। जिसने मुझे नौकरी लेने के लिए सर्विस चार्ज के लिए एक लाख रुपए बताए। मुझे 21 मई 2024 को मर्चेन्ट नेवी ज्वाइन करने के लिए भुवनेश्वर उड़ीसा बुलाया। एयर टिकट बुक करवाई 20 मई 2024 के लिए एयर टिकट बुक करवाकर भुवनेश्वर उड़ीसा पहुंचा। वहां पर पहुंचकर अपने मोबाइल नंबर से 9602434894 पर बात की तो उसने मुझे बताया कि आपके 21 मई 2024 को दोपहर तक मर्चेन्ट में नौकरी के दस्तावेज तैयार हो जाएंगे। ई-मेल पर डाले फर्जी ज्वाइनिंग लेटर उन्होंने कहा कि आपकी ईमेल पर ज्वॉइनिंग लेटर भेज देंगे। इसके बाद उसी दिन मेरी ईमेल आईडी पर मर्चेन्ट नेवी में ज्वाइनिंग के कागजात पहुंचाने के बाद कॉल करके एक लाख रुपए मर्चेन्ट नेवी में लगवाने के नाम पर डलवाए। पहले 10 रुपए, 49,990 रुपए और 50,000 रुपए धोखाधड़ी करके बैंक खाता में डलवा लिए। पीड़ित से मर्चेन्ट नेवी में नौकरी लगवाने के नाम पर कुल एक लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। हरियाणा के भिवानी जिले में एक व्यक्ति को मर्चेंट नेवी में नौकरी लगाने के नाम पर एक लाख रुपए की ठगी कर ली। ठगी का शिकार हुए व्यक्ति ने मामले की शिकायत साइबर पुलिस थाने में दर्ज करवाई है। भिवानी के गांव खरक कलां निवासी विनीत ने बताया कि मैंने मर्चेन्ट नेवी का कोर्स किया है। उसने बताया कि पहले भी मर्चेन्ट नेवी में नौ महीने के लिए काम किया है। 15 मई 2024 को मैंने इंटरनेट पर मर्चेन्ट नेवी के सम्बन्ध में खोज की। व्हाट्सएप के माध्यम से हुई थी बात पीड़ित विनीत ने बताया कि मैंने सर्च करने के बाद लिंक पर क्लिक किया तो व्हाट्सएप नंबर 9602434894 खुला। जिस पर मैंने बात की। जिसने मुझे अपना बायोडाटा भेजने के लिए कहा। उसने मर्चेन्ट में नौकरी के लिए अपना डाटा भेज दिया। इसके बाद 16 मई 2024 को व्हाट्सएप नंबर 9602434894 से एक व्यक्ति से व्हाट्सएप के माध्यम से बात हुई। जिसने मुझे नौकरी लेने के लिए सर्विस चार्ज के लिए एक लाख रुपए बताए। मुझे 21 मई 2024 को मर्चेन्ट नेवी ज्वाइन करने के लिए भुवनेश्वर उड़ीसा बुलाया। एयर टिकट बुक करवाई 20 मई 2024 के लिए एयर टिकट बुक करवाकर भुवनेश्वर उड़ीसा पहुंचा। वहां पर पहुंचकर अपने मोबाइल नंबर से 9602434894 पर बात की तो उसने मुझे बताया कि आपके 21 मई 2024 को दोपहर तक मर्चेन्ट में नौकरी के दस्तावेज तैयार हो जाएंगे। ई-मेल पर डाले फर्जी ज्वाइनिंग लेटर उन्होंने कहा कि आपकी ईमेल पर ज्वॉइनिंग लेटर भेज देंगे। इसके बाद उसी दिन मेरी ईमेल आईडी पर मर्चेन्ट नेवी में ज्वाइनिंग के कागजात पहुंचाने के बाद कॉल करके एक लाख रुपए मर्चेन्ट नेवी में लगवाने के नाम पर डलवाए। पहले 10 रुपए, 49,990 रुपए और 50,000 रुपए धोखाधड़ी करके बैंक खाता में डलवा लिए। पीड़ित से मर्चेन्ट नेवी में नौकरी लगवाने के नाम पर कुल एक लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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गुरुग्राम में स्वीमिंग पूल में डूबने से बच्चे की मौत:डेढ़ की जगह 4 फुट गहराई में उतरा, लाइफ गार्ड बाहर घूमता रहा
गुरुग्राम में स्वीमिंग पूल में डूबने से बच्चे की मौत:डेढ़ की जगह 4 फुट गहराई में उतरा, लाइफ गार्ड बाहर घूमता रहा हरियाणा में गुरुग्राम के सेक्टर-37D की पॉश सोसाइटी बीपीटीपी पार्क शीरीन में एक 5 वर्षीय बच्चे की स्विमिंग पूल में डूबने से मौत हो गई। स्विमिंग पूल में तैरने आई सोसाइटी की अन्य महिला ने बच्चे को पूल में पड़ा देखा तो उसने शोर मचाकर लोगों को इकट्ठा किया। इस घटना का एक CCTV फुटेज भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि बच्चा पानी में उतरने के कुछ ही पल बाद डूब जाता है। पूल के पास ही टहल रहा लाइफ गार्ड भी उसकी ओर ध्यान नहीं देता। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। घटना के बाद बच्चे के दादा ने लाइफ गार्ड, क्लब मैनेजर, पूल संचालक, सिक्योरिटी सुपरवाइजर और सिक्योरिटी गार्ड पर मुकदमा दर्ज करवाया है। बच्चे के स्विमिंग पूल में डूबने के 3 PHOTOS… स्विमिंग पूल में तैरने आया था बच्चा
बच्चे के दादा सीताराम सिंघला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि वह अपनी पत्नी रमा सिंघला, बेटा रवि सिंघला, बहु आशु देवी, 2 पोतियां रुशदाऊ व रुशदा और पोते मिवांश के साथ यहां रहते हैं। बुधवार शाम करीब सवा छह बचे मिवांश अपनी दादी के साथ स्विमिंग पूल में तैरने के लिए गया था। सीतीराम ने बताया कि सोसाइटी में 3 पूल हैं। एक डेढ़ फुट का, एक तीन का और एक चार फुट का। इनमें से बच्चों को केवल डेढ़ फुट वाले पूल में घुसने की अनुमति है। यह नियम न टूटे, इसके लिए सोसाइटी में 5 लाइफ गार्ड नरेश, अंकित, मिंटू, सचिन और दुर्गा, क्लब मैनेजर देव राघव व तपन, पूल संचालक सुमित, सिक्योरिटी सुपरवाइजर राजेंद्र और सिक्योरिटी गार्ड कपिल, विकास व राजकुमार को तैनात किया गया है। बच्चे के दादा का कहना है कि जब मिवांश की दादी उसके लिए कुछ खाने ले लिए लेने ऊपर घर में आई, तभी बच्चा 4 फुट वाले स्विमिंग पूल में चला गया। उसने किसी भी जिम्मेदार ने नहीं देखा। जब वह पानी में उतरा तो कुछ क्षण बाद ही डूब गया। सीताराम ने सभी जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है। CCTV में क्या दिखा
इधर, CCTV में देखा जा सकता है कि बच्चा धीरे-धीरे स्विमिंग पूल में उतरता है। उसके पास ही लाइफ गार्ड भी है, लेकिन उसका ध्यान बच्चे की तरफ नहीं है। उतरने के कुछ क्षण में ही बच्चा डूब गया। थोड़ी देर बाद जब सोसाइटी की एक महिला अपने बच्चे के साथ पूल पर आई। तब उसने पूल में कुछ तैरता हुआ देखा। पास आकर उसने जब देखा तो उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर मौके पर लोग पहुंचे और आसपास घूम रहा लाइफ गार्ड भी आया। उसने आनन-फानन बच्चे को पूल से निकाला। लाइफ गार्ड ने पहले बच्चे की छाती दबाकर उसे होश में लाने की कोशिश की। जब बच्चे पर इसका कोई असर नहीं हुआ तो वह बच्चे को निकालकर ले गया। उसने अस्पताल में जाकर भर्ती कराया। वहां बच्चे की मौत हो गई। वहीं, गुरुग्राम सेक्टर-10 थाना पुलिस हादसे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची, और जांच में जुट गई।
सैलजा की चुप्पी से हरियाणा कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ीं:टिकट वितरण और जातिगत टिप्पणी से नाराज; प्रचार में नहीं दिख रहीं, 21 सीटों पर प्रभाव
सैलजा की चुप्पी से हरियाणा कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ीं:टिकट वितरण और जातिगत टिप्पणी से नाराज; प्रचार में नहीं दिख रहीं, 21 सीटों पर प्रभाव हरियाणा में सिरसा से कांग्रेस की सांसद कुमारी सैलजा की चुप्पी से इन दिनों पार्टी की टेंशन बढ़ गई है। उनके समर्थकों को विधानसभा टिकट बंटवारे में तवज्जो न मिलने और लगातार हुड्डा गुट के समर्थकों की ओर की गईं टिप्पणियों से वह आहत हैं, और अपने आपको हरियाणा चुनाव से दूर रखे हुए हैं। सैलजा की साइलेंस से हुड्डा खेमे में खलबली मची हुई है, क्योंकि उनकी चुप्पी का कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है, और हुड्डा खेमे को सत्ता पाने की चाहत से दूर कर सकता है। बता दें कि कुमारी सैलजा अनुसूचित जाति से आती हैं। वह हरियाणा में कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा हैं। हरियाणा में 17 रिजर्व सीटे हैं। इसके अलावा सिरसा और फतेहाबाद की विधानसभा सीटों पर भी सैलजा का प्रभाव है। ऐसे में करीब 21 विधानसभा सीटें हैं, जहां कुमारी सैलजा प्रभाव रखती हैं। हरियाणा में 12 सितंबर को नामांकन के अंतिम दिन कांग्रेस ने उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की थी। तब से ही कुमारी सैलजा चुप हैं, और उन्होंने चुनावी कैंपेन से दूरी बना ली है। सैलजा के नाराज होने की 3 वजहें… 1. टिकट वितरण में अनदेखी : कुमारी सैलजा के नाराज होने की वजह टिकट वितरण को माना जा रहा है। सैलजा ने हरियाणा में 30 से 35 सीटें अपने समर्थकों के लिए मांगी थीं, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने हुड्डा समर्थकों को तवज्जो देते हुए 90 में से 72 सीटों पर उनके समर्थकों को टिकट दी। वहीं, सैलजा खेमे के हाथ केवल 4 सीटें लगीं। कांग्रेस महासचिव एवं सांसद कुमारी सैलजा अपने बेहद करीबी डॉ. अजय चौधरी को नारनौंद विधानसभा सीट से टिकट दिलाने में भी कामयाब नहीं हो पाईं। 2. जातिगत टिप्पणी : टिकट वितरण के अंतिम दिन नारनौंद में कांग्रेस उम्मीदवार जस्सी पेटवाड़ के नामांकन कार्यक्रम में एक समर्थक ने कुमारी सैलजा पर जातिगत टिप्पणी की थी। इस मामले ने तूल पकड़ा और जगह-जगह विरोध भी हुआ। दलित समाज सैलजा पर की गई टिप्पणी से आहत है। नारनौंद थाने में जस्सी पेटवाड़ समर्थक कांग्रेस कार्यकर्ता पर केस भी दर्ज हुआ है। 3. हुड्डा खेमे से तनातनी : हरियाणा कांग्रेस में दो गुट बने हुए हैं। एक गुट हुड्डा पिता-पुत्र का है, तो दूसरा गुट SRK से SRB हो गया है। किरण चौधरी भी हुड्डा की मनमानी से नाराज होकर भाजपा में चली गई हैं। इसके बाद बीरेंद्र सिंह सैलजा गुट के साथ नजर आने लगे हैं। चुनाव कैंपेन में पोस्टर से लेकर बयानबाजी तक में दोनों खेमे में साफ तौर पर तनातनी देखने मिली है। भूपेंद्र हुड्डा अब डैमेज कंट्रोल कर रहे
सांसद कुमारी सैलजा पर अभद्र टिप्पणी के बाद पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा उनके सपोर्ट में भी आए। उन्होंने कहा, “सैलजा पर की गई टिप्पणी मैनिपुलेटेड है। वह हमारी बहन भी हैं, और कांग्रेस की सम्मानित नेता हैं। कांग्रेस का कोई भी नेता या कार्यकर्ता उनके बारे में गलत टिप्पणी नहीं कर सकता। उनके बारे में यदि कोई भी, किसी प्रकार की गलत टिप्पणी करता है तो उसका कांग्रेस में कोई स्थान नहीं है। आज हर किसी के पास मोबाइल है और किसी को भी मैनिपुलेट कर कुछ भी बुलवाया जा सकता है, लेकिन ऐसी मानसिकता का समाज या राजनीति में कोई स्थान नहीं है। विरोधी दल जानबूझकर समाज को बांटने वाली साजिश रच रहे हैं।” हुड्डा-सैलजा में कांग्रेस संदेश यात्रा के दौरान दिखी तनातनी
हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में CM कुर्सी की लड़ाई शुरू हो गई थी। पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा गुट के ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ कैंपेन के बराबर सांसद कुमारी सैलजा ने ‘कांग्रेस संदेश यात्रा’ का ऐलान कर दिया था। सैलजा ने सोशल मीडिया पर 27 जुलाई से अपना कैंपेन शुरू करने को लेकर एक पोस्टर शेयर किया था। इससे बवाल मच गया था। क्योंकि इस पर पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान का फोटो नहीं था। हुड्डा गुट ने इसकी शिकायत कांग्रेस हाईकमान से की थी। इसके बाद सैलजा ने एक और पोस्टर रिलीज किया था, जिसमें हुड्डा और उदयभान के फोटो शामिल किए गए। सैलजा ने अपने पोस्टर में रणदीप सुरजेवाला और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह को जगह दी थी।
राम रहीम की 6 बार सिफारिश करने वाले को टिकट:BJP ने जेल सुपरिंटेंडेंट सुनील सांगवान को दादरी से दिया टिकट, पूर्व मंत्री के बेटे
राम रहीम की 6 बार सिफारिश करने वाले को टिकट:BJP ने जेल सुपरिंटेंडेंट सुनील सांगवान को दादरी से दिया टिकट, पूर्व मंत्री के बेटे रोहतक की सुनारिया जेल में रेप और हत्या के मामले में बंद राम रहीम को 6 बार पैरोल और फरलों की सिफारिश करने वाले को BJP ने अपना उम्मीदवार बनाया है। BJP ने दंगल गर्ल बबीता फोगाट का टिकट काटकर सुनील सांगवान को टिकट दिया है। सुनील सांगवान जेल सुपरिंटेंडेंट के पद से वीआरएस लेकर इसी सप्ताह भाजपा में आए थे और आते ही भाजपा ने उन पर मेहरबानी दिखाते हुए अपना उम्मीवार बना दिया। हरियाणा सदाचारी बंदी (अस्थायी रिहाई) अधिनियम जेल अधीक्षक को कैदियों को पैरोल या फरलो देने के लिए मामलों की सिफारिश जिला मजिस्ट्रेट से करने का अधिकार देता है। इसी अधिकार के तहत सुनील सांगवान ने 6 बार राम रहीम की सिफारिश कर रिहा करवाया। बता दें कि सुनील सांगवान का परिवार राजनीति से जुड़ा हुआ है। वह पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान के पुत्र हैं। सतपाल सांगवान लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। सतपाल चरखी दादरी से पूर्व विधायक हैं। सुनील सांगवान 5 साल सुनारिया में तैनात रहे
सुनील सांगवान 22 साल से ज्यादा समय तक सरकारी सेवा में रहे हैं। वह 2002 में हरियाणा जेल विभाग में शामिल हुए थे। वह कई जेलों के अधीक्षक रह चुके हैं, जिनमें रोहतक की सुनारिया जेल भी शामिल है, जहां उन्होंने 5 साल तक सेवा प्रदान की। यह वही जेल है, जहां डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम सिंह अपनी 2 महिला अनुयायियों के साथ रेप और पत्रकार राम चंद्र छत्रपति की हत्या के जुर्म में सजा काट रहा है। हाल ही में राम रहीम सुनारिया जेल से 21 दिन की फरलो पर आया था। वीरवार को राम रहीम की फरलो का समय पूरा हो गया और वह दोबारा जेल में चला गया है। राम रहीम को 10 मौकों पर पैरोल या फरलो मिली, उनमें से 6 बार सांगवान उस जेल के अधीक्षक थे जहां डेरा प्रमुख को हिरासत में रखा गया था। गुरुग्राम की भोंडसी जेल में तैनात थे
वर्तमान में सुनील सांगवान हरियाणा की गुरुग्राम भोंडसी जेल के अधीक्षक थे, जिससे उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन रविवार को सरकार को दिया था। उनके आवेदन को स्वीकार करने की प्रक्रिया में इस कदर तेजी लाई गई कि जेल महानिदेशक (डीजी) ने रविवार को राज्य के सभी जेल अधीक्षकों को एक ईमेल भेजा, जिसमें उन्हें उसी दिन ‘नो-ड्यू’ प्रमाण पत्र जारी करने का निर्देश दिया गया। डीजी के पत्र में कहा गया, ‘गुरुग्राम जिला जेल के अधीक्षक सुनील सांगवान ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए अनुरोध किया है, इसलिए अनुरोध है कि उनके पक्ष में शाम 4 बजे तक नो-ड्यू प्रमाणपत्र जारी किया जाए’ पिता ने भी सरकारी पद से त्यागपत्र देकर चुनाव लड़ा
बता दें कि सुनील सांगवान के पिता सतपाल संगवान भी 1996 में राजनीति में आने से पहले दूरसंचार विभाग में उप-मंडल अधिकारी (एसडीओ) थे। बाद में वह पद से इस्तीफा देकर राजनीति में आए। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की हरियाणा विकास पार्टी (हविपा) के उम्मीदवार के तौर पर चरखी दादरी सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की, बाद में उन्होंने और भी चुनाव लड़े। 2009 में वह हरियाणा जनहित कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर जीते और भूपिंदर हुड्डा सरकार में मंत्री भी बने। 2014 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े, लेकिन हार गए। 2019 में कांग्रेस से टिकट नहीं मिला तो उन्होंने जननायक जनता पार्टी (जजपा) का दामन थाम लिया और चुनाव लड़ा, लेकिन फिर हार मिली।