पंजाब-हरियाणा के लिए बिजली और पानी के लिहाज से महत्वपूर्ण भाखड़ा बांध से आज सुबह टरबाइन के माध्यम से पानी रिलीज कर दिया गया है। इसे लेकर 2 दिन पहले ही भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड ने एडवाइजरी जारी की थी। इस दौरान SDM नंगल द्वारा लोगों को दरिया किनारे न जाने की सलाह दी है। साथ ही विभागों को बरसात के मौसम के मद्दे नजर आगामी प्रबंध करने के लिए मीटिंग बुलाई गई है। आज सुबह 6 बजे दर्ज किए गए आंकड़ों के हिसाब से भाखड़ा बांध के पीछे बनी गोविंद सागर झील का इनफ्लो 23140 क्यूसेक और आउटफ्लो 22905 क्यूसेक है। यहां से नंगल डैम से 4500 क्यूसेक पानी सतलुज नदी में छोड़ा जाएगा। डेली छोड़ा जा रहा 640 क्यूसेक पानी
प्रशासन ने सुबह 8 बजे 1000 क्यूसेक पानी, फिर हर 1 घंटे बाद 1000 क्यूसेक पानी नंगल डैम से छोड़े जाने का मैप तैयार किया है। सतलुज नदी में पहले से ही 640 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। आज लगभग 4500 क्यूसेक पानी नंगल डैम से छोड़े जाने का प्लान है। इस पानी से पंजाब के अलावा हरियाणा और राजस्थान के बड़े एरिया को फायदा मिलेगा। बाढ़ से बचने के लिए योजना बनाई
प्रशासन की ओर से सतलुज नदी किनारे बसे लोगों से अपील की गई है कि वह दरिया के करीब न जाएं, क्योंकि पानी का लेवल किसी भी समय बढ़ सकता है। बता दें कि इस बार भाखड़ा बांध में पानी का स्तर पिछले साल के मुकाबले कुछ ज्यादा दर्ज किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, बाढ़ जैसी स्थिति से बचने के लिए बांध प्रशासन द्वारा समय-समय पर पहले ही पानी रिलीज करने की योजना बनाई है। पंजाब-हरियाणा के लिए बिजली और पानी के लिहाज से महत्वपूर्ण भाखड़ा बांध से आज सुबह टरबाइन के माध्यम से पानी रिलीज कर दिया गया है। इसे लेकर 2 दिन पहले ही भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड ने एडवाइजरी जारी की थी। इस दौरान SDM नंगल द्वारा लोगों को दरिया किनारे न जाने की सलाह दी है। साथ ही विभागों को बरसात के मौसम के मद्दे नजर आगामी प्रबंध करने के लिए मीटिंग बुलाई गई है। आज सुबह 6 बजे दर्ज किए गए आंकड़ों के हिसाब से भाखड़ा बांध के पीछे बनी गोविंद सागर झील का इनफ्लो 23140 क्यूसेक और आउटफ्लो 22905 क्यूसेक है। यहां से नंगल डैम से 4500 क्यूसेक पानी सतलुज नदी में छोड़ा जाएगा। डेली छोड़ा जा रहा 640 क्यूसेक पानी
प्रशासन ने सुबह 8 बजे 1000 क्यूसेक पानी, फिर हर 1 घंटे बाद 1000 क्यूसेक पानी नंगल डैम से छोड़े जाने का मैप तैयार किया है। सतलुज नदी में पहले से ही 640 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। आज लगभग 4500 क्यूसेक पानी नंगल डैम से छोड़े जाने का प्लान है। इस पानी से पंजाब के अलावा हरियाणा और राजस्थान के बड़े एरिया को फायदा मिलेगा। बाढ़ से बचने के लिए योजना बनाई
प्रशासन की ओर से सतलुज नदी किनारे बसे लोगों से अपील की गई है कि वह दरिया के करीब न जाएं, क्योंकि पानी का लेवल किसी भी समय बढ़ सकता है। बता दें कि इस बार भाखड़ा बांध में पानी का स्तर पिछले साल के मुकाबले कुछ ज्यादा दर्ज किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, बाढ़ जैसी स्थिति से बचने के लिए बांध प्रशासन द्वारा समय-समय पर पहले ही पानी रिलीज करने की योजना बनाई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर