जगराओं में नशे के खिलाफ आवाज उठाने वाले मनप्रीत को पडोसी युवकों ने आग लगा दी थी। जिसके चलते मनप्रीत 85% झुलस गया था। परिजनों द्वारा फरोदकोट में अस्पताल दाखिल कराए गए मनप्रीत की इलाज के दौरान मौत हो गई। इस मामले को लेकर पुलिस ने 8 आरोपियों में से 4 आरोपियों को पकड़ लिया था, जबकि मुख्य आरोपी समेत 4 आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास पुलिस द्वारा किए जा रहे है। यह है पूरा मामला अपने घर के नजदीक नशा बिकने को लेकर 24 वर्षीय मनप्रीत सिंह ने नशे के खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी थी। जिसको लेकर उसकी अपने ही पडोस में रहने वाले कुछ युवकों के साथ बहसबाजी हो गई थी। उस समय तो मामला शांत हो गया। लेकिन अपने मन में रंजिश रखते हुए उन युवकों ने 4 जून को चुनावों की गिनती वाले दिन मनप्रीत सिंह को घर से बाहर बुला लिया। फिर दोनों के बीच बहसबाजी शुरू हो गई। जिसके बाद प्रदीप सिंह ने मनप्रीत को पीछे से पकड़ लिया। वहीं विजय कुमार ने अपनी जेब से पेट्रोल से भरी बोतल निकाल कर मनप्रीत सिंह के ऊपर पेट्रोल छिड़क दिया। जिसके बाद दूसरी जेब से लाइटर निकाल कर आग लगा दी थी। आग लगने से मनप्रीत बुरी तरह से झुलस गया। जिसको पहले जगराओं के अस्पताल में भर्ती करवाया। लेकिन डॉक्टरों ने हालत नाजुक देखते हुए मनप्रीत को फरीदकोट अस्पताल में रेफर कर दिया। आरोपियों ने कही थी इलाज कराने की बात इस दौरान शातिर आरोपियों ने खुद को फंसता देख कर मनप्रीत के परिजनों को यह कह कर शिकायत करने से रोक दिया। कि वह मनप्रीत का इलाज करवा कर देंगे। चाहे कितने भी रुपए क्यों ना लगे। इस दौरान आरोपियों ने घटना स्थल के आस पास लोगों के घरों में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी अपने कब्जे में करते हुए लोगो को मनप्रीत के परिजनों को फुटेज नहीं देने को कह कर मनप्रीत सिंह के परिजनों से भी पुलिस को बयान दिला दिया कि आग बाइक से लगी है। जिसके बाद खुद को सुरक्षित समझ कर आरोपियों ने दो दिनों बाद मनप्रीत का इलाज करवाने से इंकार कर दिया। वहीं मनप्रीत 85% जलने के कारण जिंदगी व मौत से लड़ रहा था। जोकि देर रात जिंदगी की जंग हार गया। इस दौरान मनप्रीत के परिजनों के हाथ सीसीटीवी कैमरे की फुटेज लग गई। उन्होंने इस सबंधी पुलिस को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की। इन आरोपियों पर दर्ज हुआ था मामला पुलिस ने पीड़ित मनप्रीत सिंह के पिता राकेश कुमार के बयानों पर प्रदीप सिंह उर्फ टीटू, विजय कुमार, हर्ष, निखिल, निक्का, काज़ा, जतिन,निवासी रानी वाला खूह नजदीक चुंगी नंबर सात जगराओं व जिम्मी निवासी कबीर नगर जगराओं पर थाना सिटी में मामला दर्ज किया था। यह हुए है अब तक गिरफ्तार पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए अभी तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। प्रदीप सिंह उर्फ टीटू, जतिन, निक्का जिम्मी को पुलिस ने जेल भेज दिया है। वहीं इस मामले में अभी मुख्य आरोपी समेत 4 आरोपी फरार है। फिलहाल पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस ने दी जानकारी इस मामले सबंधी जानकारी देते हुए थाना सिटी के एएसआई मोहन लाल ने बताया कि करीब आठ दिन पहले चुंगी नंबर 5 के नजदीक कुछ युवकों ने अपने ही पड़ोसी युवक को घर से बुला कर आग लगा दी थी। इस मामले में पुलिस ने 8 आरोपियों पर थाना सिटी में मामला दर्ज कर लिया था। उन 8 आरोपियों में से 3 आरोपी नाबालिग थे। जिन की उम्र 14 साल से लेकर 16 साल तक थी। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी प्रदीप सिंह उर्फ टीटू व जतिन कुमार निवासी रानी वाला खूह नजदीक चुंगी नंबर 7 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर कुल 4 को इस मामले में पकड़ लिया है। फरार चल रहे आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। जगराओं में नशे के खिलाफ आवाज उठाने वाले मनप्रीत को पडोसी युवकों ने आग लगा दी थी। जिसके चलते मनप्रीत 85% झुलस गया था। परिजनों द्वारा फरोदकोट में अस्पताल दाखिल कराए गए मनप्रीत की इलाज के दौरान मौत हो गई। इस मामले को लेकर पुलिस ने 8 आरोपियों में से 4 आरोपियों को पकड़ लिया था, जबकि मुख्य आरोपी समेत 4 आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास पुलिस द्वारा किए जा रहे है। यह है पूरा मामला अपने घर के नजदीक नशा बिकने को लेकर 24 वर्षीय मनप्रीत सिंह ने नशे के खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी थी। जिसको लेकर उसकी अपने ही पडोस में रहने वाले कुछ युवकों के साथ बहसबाजी हो गई थी। उस समय तो मामला शांत हो गया। लेकिन अपने मन में रंजिश रखते हुए उन युवकों ने 4 जून को चुनावों की गिनती वाले दिन मनप्रीत सिंह को घर से बाहर बुला लिया। फिर दोनों के बीच बहसबाजी शुरू हो गई। जिसके बाद प्रदीप सिंह ने मनप्रीत को पीछे से पकड़ लिया। वहीं विजय कुमार ने अपनी जेब से पेट्रोल से भरी बोतल निकाल कर मनप्रीत सिंह के ऊपर पेट्रोल छिड़क दिया। जिसके बाद दूसरी जेब से लाइटर निकाल कर आग लगा दी थी। आग लगने से मनप्रीत बुरी तरह से झुलस गया। जिसको पहले जगराओं के अस्पताल में भर्ती करवाया। लेकिन डॉक्टरों ने हालत नाजुक देखते हुए मनप्रीत को फरीदकोट अस्पताल में रेफर कर दिया। आरोपियों ने कही थी इलाज कराने की बात इस दौरान शातिर आरोपियों ने खुद को फंसता देख कर मनप्रीत के परिजनों को यह कह कर शिकायत करने से रोक दिया। कि वह मनप्रीत का इलाज करवा कर देंगे। चाहे कितने भी रुपए क्यों ना लगे। इस दौरान आरोपियों ने घटना स्थल के आस पास लोगों के घरों में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी अपने कब्जे में करते हुए लोगो को मनप्रीत के परिजनों को फुटेज नहीं देने को कह कर मनप्रीत सिंह के परिजनों से भी पुलिस को बयान दिला दिया कि आग बाइक से लगी है। जिसके बाद खुद को सुरक्षित समझ कर आरोपियों ने दो दिनों बाद मनप्रीत का इलाज करवाने से इंकार कर दिया। वहीं मनप्रीत 85% जलने के कारण जिंदगी व मौत से लड़ रहा था। जोकि देर रात जिंदगी की जंग हार गया। इस दौरान मनप्रीत के परिजनों के हाथ सीसीटीवी कैमरे की फुटेज लग गई। उन्होंने इस सबंधी पुलिस को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की। इन आरोपियों पर दर्ज हुआ था मामला पुलिस ने पीड़ित मनप्रीत सिंह के पिता राकेश कुमार के बयानों पर प्रदीप सिंह उर्फ टीटू, विजय कुमार, हर्ष, निखिल, निक्का, काज़ा, जतिन,निवासी रानी वाला खूह नजदीक चुंगी नंबर सात जगराओं व जिम्मी निवासी कबीर नगर जगराओं पर थाना सिटी में मामला दर्ज किया था। यह हुए है अब तक गिरफ्तार पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए अभी तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। प्रदीप सिंह उर्फ टीटू, जतिन, निक्का जिम्मी को पुलिस ने जेल भेज दिया है। वहीं इस मामले में अभी मुख्य आरोपी समेत 4 आरोपी फरार है। फिलहाल पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस ने दी जानकारी इस मामले सबंधी जानकारी देते हुए थाना सिटी के एएसआई मोहन लाल ने बताया कि करीब आठ दिन पहले चुंगी नंबर 5 के नजदीक कुछ युवकों ने अपने ही पड़ोसी युवक को घर से बुला कर आग लगा दी थी। इस मामले में पुलिस ने 8 आरोपियों पर थाना सिटी में मामला दर्ज कर लिया था। उन 8 आरोपियों में से 3 आरोपी नाबालिग थे। जिन की उम्र 14 साल से लेकर 16 साल तक थी। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी प्रदीप सिंह उर्फ टीटू व जतिन कुमार निवासी रानी वाला खूह नजदीक चुंगी नंबर 7 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर कुल 4 को इस मामले में पकड़ लिया है। फरार चल रहे आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
अबोहर में किसान को सांप ने काटा:परिजन बाबा के पास ले गए; तबीयत बिगड़ी तो अस्पताल भेजा
अबोहर में किसान को सांप ने काटा:परिजन बाबा के पास ले गए; तबीयत बिगड़ी तो अस्पताल भेजा अबोहर के गिदडांवाली गांव निवासी एक मजदूर आज बाग में कटाई कर रहा था। इसी दौरान कुछ देर आराम करते समय एक तीन फुट के सांप ने उसे डस लिया। इसके बाद परिजन उसे सीधा अस्पताल ले जाने की बजाए किसी बाबा के पास झाड़ फूंक के लिए ले गए। जब हालत बिगड़ी तो उसे अस्पताल लाया गया जहां उसका इलाज किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार करीब 50 साल के बलराम जो कि गांव में ही एक जमीदार के बाग में कटाई कर रहा था। दोपहर को थकावट के चलते कुछ देर बेंच पर ही आराम करने लगा कि इसी दौरान मिट्टी रंग के तीन सांप ने उसके हाथ पर डस लिया। उसने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी। इसके बाद परिजन उसे अस्पताल लाने की बजाय पहले गांव धर्मपुरा में किसी बाबा के पास झाड़ फूंक के लिए ले गए। लेकिन आराम ना आने पर परिजन उसे इलाज के लिए अस्पताल लाए, जहां उसका डॉक्टरों इलाज कर रहे हैं। अस्पताल के फार्मासिस्ट इंसाफ शर्मा ने बताया कि किसी भी सांप के डसने पर तुरंत अस्पताल में आकर इलाज करवाए ना कि बाबाओं के चक्कर में पड़कर अपनी जान खतरे में डालें।
फाजिल्का में 66 किलो अफीम बरामद:मास्टर माइंड समेत 3 गिरफ्तार, कार में बनाई थी गुप्त जगह, पुलिस टीम को डेढ़ लाख का इनाम
फाजिल्का में 66 किलो अफीम बरामद:मास्टर माइंड समेत 3 गिरफ्तार, कार में बनाई थी गुप्त जगह, पुलिस टीम को डेढ़ लाख का इनाम फाजिल्का पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ चलाए गए विशेष अभियान के तहत 66 किलो अफीम बरामद की गई l इस मामले में अफीम की बरामदगी करने के साथ-साथ झारखंड में छिपे बैठे मास्टर माइंड को पुलिस ने हिरासत में लिया है। फाजिल्का पुलिस की इस कार्रवाई पर पंजाब के डीजीपी ने पुलिस टीम को डेढ़ लाख का नकद इमाम दिया है। जानकारी देते हुए फाजिल्का की एसएसपी डाक्टर प्रज्ञा जैन ने बताया कि फाजिल्का पुलिस द्वारा मिशन निश्चय के तहत लगातार कार्यवाई की जा रही है l नशे के खिलाफ कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ा जा रहा है और उनसे भारी मात्रा में रिकवरी भी हो रही है l इसी के तहत पुलिस ने एक स्विफ्ट कार में गुप्त जगह बनाकर छिपाकर लाई जा रही 66 किलो अफीम बरामद की है। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया l झारखंड से मास्टर माइंड काबू पकडे़ गए आरोपियों से की गई पूछताछ के बाद पुलिस ने झारखंड में छिपकर बैठे मास्टर माइंड को भी गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। अब तक किसी केस में जहां 6 लोगों को पकड़ा जा चुका है, वहीं बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है l फाजिल्का पुलिस टीम द्वारा की गई पंजाब की सबसे बड़ी कार्रवाई से खुश होकर पंजाब के डीजीपी ने फाजिल्का पुलिस टीम की सराहना करते हुए उनके डेढ़ लाख का नकद इनाम दिया हैl
गोल्डी बराड़ का नया ऑडिया वायरल:मूसेवाला परिवार को बताया कांग्रेस का एजेंट; खुद को बताया सिख धर्म का हमदर्द
गोल्डी बराड़ का नया ऑडिया वायरल:मूसेवाला परिवार को बताया कांग्रेस का एजेंट; खुद को बताया सिख धर्म का हमदर्द सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मुख्य आरोपी गोल्डी बराड़ का नया ऑडियो वायरल हुआ है। ये ऑडियो खालिस्तानी समर्थक हरदीप निज्जर के कत्ल मामले में गिरफ्तार करण बराड़ की गोल्डी बराड़ से नजदीकियां सामने आने के बाद सामने आया है। 15 मिनट 22 सेकेंड की इस ऑडियो में गोल्डी खुद को सिख पंथ का हिमायती जताने का प्रयास कर रहा है। हालांकि दैनिक भास्कर इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता, लेकिन इसमें बोलने वाला शख्स खुद को गोल्डी बराड़ बता रहा है। गोल्डी ने इस ऑडियो में सिद्धू मूसेवाला को सिख विरोधी बताने का प्रयास किया है। इसके साथ ही वे सिद्धू मूसेवाला व उसके पिता बलकौर सिंह को कांग्रेस का एजेंट बता रहा है। जबकि अपनी छवी को सुधारने के लिए खाडकू खालिस्तानी लहर का समर्थक और सिख धर्म का हिमायती बनने का भी गोल्डी ने प्रयास किया है। जांच एजेंसी को गोल्डी व लॉरेंस पर शक जिक्र योग्य है कि हरीप सिंह निज्जर के कत्ल मामले में कनाडाई एजेंसियों का दावा है कि इसमें गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ का हाथ है। अभी तक हुई 4 गिरफ्तारियों में एक करण बराड़ भी है, जिसकी गोल्डी बराड़ से काफी नजदीकियां हैं। दरअसल, जब वे कनाडा आया था तो गोल्डी बराड़ के पिता ने उसे संभालने की जिम्मेदारी निभाई थी। जानें क्या है ऑडियो में वायरल ऑडियो में गोल्डी ने कहा- सिद्धू की हत्या के बाद पंजाब के लोग सिद्धू के परिवार का खूब साथ दे रहे हैं। सिद्धू को शहीद कहकर सिख शहीदों के बेइज्जती न करें। हम भी आम लोग थे, आम लोगों की तरह जिंदगी जी रहे थे। मैं आम लोगों की तरह आम लोगों के बीच एक साधारण युवक होता था। मैंने भी कड़ी मेहनत से 40-40 घंटे तक ट्रक चलाया। कभी किसी का हक नहीं मारा। मेरे भाई की मौत 12 अक्टूबर 2020 को हो गई। उसकी मौत में सिद्धू का हाथ था। इसके बाद हमने गुनाह का रास्ता चुना। रवनीत सिद्धू मूसेवाला पंथक मानसिकता का मालिक है। सिख समुदाय को अच्छे पक्ष में रख रहा है, लेकिन उनके पिता लोगों को गुमराह कर रहे हैं और युवाओं का ध्यान भटका रहे हैं। सिखों का खून पीने वाली पार्टी कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं। कई लोग कह रहे हैं कि वह अपने बेटे की सोच के खिलाफ जा रहे हैं। सिद्धू का परिवार 1984 से कांग्रेस के समर्थन में गोल्डी ने कहा कि सिद्धू के पिता कई बार कह चुके हैं कि शुरू से हमने कांग्रेस को वोट डाले हैं। मतलब 1984 में भी इसका परिवार कांग्रेस का समर्थन कर रहा था। गोल्डी ने कहा, ‘सिद्धू मूसेवाला आने वाले समय में पंजाब के पूर्व CM बेअंत सिंह की तरह होने वाला था, जिन्होंने सिखों के साथ गलत किया था। रवनीत बिट्टू को बुलाकर मानसा में ऑफिस का उद्घाटन करवाया था।’ गोल्डी ने कहा कि आप इसे शहीद कैसे कह सकते हैं। इसकी मौत 29 मई 2022 को हुई थी, जबकि 5 जून को दिल्ली में इसका शो था। 5 जून को ऑपरेशन ब्लू स्टार की सालगिरह है, जिसमें संत भिंडरावाले सहित 6 से 7 हजार निहत्थे लड़के-लड़कियां मारे गए। इन दिनों यदि किसी बच्चे का जन्मदिन होता है तो परिवार उसे अगले सप्ताह मनाता है। हमने मूसेवाला को इसलिए मारा क्योंकि हम उसे वह शो नहीं करने देना चाहते थे। फिर वह विश्व भ्रमण पर निकल जाता और कब आता, नहीं पता। हम किसी अच्छे व्यक्ति को नहीं मारते ऑडियो में गोल्डी कह रहा है कि हम पंजाब में रहे हैं तो पंजाब के विरुद्ध हम कभी नहीं जा सकते। जिंदगी में कभी किसी अच्छे व्यक्ति को हमने नहीं मारा और न ही कभी ऐसा करेंगे। अगर हमारे खिलाफ कोई भी व्यक्ति कोई गतिविधि करता है तो हम उसे छोड़ेंगे। गोल्डी ने कहा, ‘हम खालिस्तान के खिलाफ नहीं हैं। पंजाब के साथ हैं हम और हमेशा रहेंगे।’