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MP News: धार्मिक स्थलों से उतरवाये लाउडस्पीकर, CM मोहन यादव के आदेश पर दो जिलों में कार्रवाई
MP News: धार्मिक स्थलों से उतरवाये लाउडस्पीकर, CM मोहन यादव के आदेश पर दो जिलों में कार्रवाई <p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> मुख्यमंत्री मोहन यादव के आदेश पर लाउडस्पीकर हटाने का अभियान एक बार फिर शुरू हो गया है. प्रशासन की टीम ने छिंदवाड़ा और रतलाम में धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतरवाये. छिंदवाड़ा शहर में रिसाला मस्जिद, इंदिरा नगर की मस्जिद और आसपास के मंदिरों से लाउडस्पीकर हटाने की कार्रवाई हुई. बता दें कि एक दिन पहले शुक्रवार को बैठक में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अफसरों को सख्त निर्देश दिए थे. उन्होंने कहा थआ कि खुले में मांस की बिक्री रोकने और लाउडस्पीकर हटाने की कार्रवाई दोबारा शुरू की जाये.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री के निर्देश पर दूसरे दिन से अधिकारियों ने अमल शुरू कर दिया. छिंदवाड़ा के तहसीलदार धर्मेन्द्र चौकसे ने बताया कि अभियान आगे भी जारी रहेगा. रतलाम जिले में भी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने की कार्रवाई को अधिकारियों ने अंजाम दिया. 636 धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर निकाले गए. रहमत नगर की मस्जिद हसनैन, मिल्लत नगर की मस्जिद रजा ए मुस्तफा, जावरा रोड गाजी खान की मस्जिद, मोहन नगर और सैलाना यार्ड से दो-दो लाउडस्पीकर उतरवाए गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>छिंदवाड़ा और रतलाम में उतरवाए गये लाउडस्पीकर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>रतलाम शहर के गुरुद्वारा से भी लाउडस्पीकर को निकाला गया. करीब 5 महीने पहले राज्य सरकार ने ध्वनि प्रदूषण नियंत्रक कानून का पालन करवाने के लिए धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का फैसला लिया था. शुक्रवार को आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि धार्मिक स्थलों पर ध्वनि विस्तारक यंत्रों के बेजा इस्तेमाल पर रोक का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने निर्देश दिया कि ध्वनि प्रदूषण पर जागरूकता अभियान चलाया जाये.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुख्यमंत्री मोहन यादव के आदेश पर कार्रवाई हुई शुरू</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>खुले में मांस की बिक्री और डीजे पर भी नजर रखी जाये. जुआ, सट्टा, साइबर अपराध, संपत्ति विवाद पर नियंत्रण के लिए हर स्तर पर त्वरित कार्रवाई की जाए. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी रात में थानों का आकस्मिक निरीक्षण सुनिश्चित करें. मुख्यमंत्री के निर्देशों पर अब फिर से अमल होना शुरू हो गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”खुशखबरी! एक जून से जबलपुर- मुंबई गरीब रथ पनवेल तक जाएगी, यहां देखें पूरा शेड्यूल” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/jabalpur-mumbai-csmt-garib-rath-express-will-go-panvel-from-june-1st-know-full-schedule-ann-2698470″ target=”_self”>खुशखबरी! एक जून से जबलपुर- मुंबई गरीब रथ पनवेल तक जाएगी, यहां देखें पूरा शेड्यूल</a></strong></p>
करनाल में महिला की संदिग्ध मौत:परिजनों ने रेप और हत्या का जताया शक, घर से गई थी फैक्ट्री, अस्पताल में मिली मृत
करनाल में महिला की संदिग्ध मौत:परिजनों ने रेप और हत्या का जताया शक, घर से गई थी फैक्ट्री, अस्पताल में मिली मृत हरियाणा के करनाल में संदिग्ध हालातों में महिला की मौत हो गई। महिला बसताड़ा के नजदीक एक फैक्ट्री में काम करती थी और घर से फैक्ट्री के लिए निकली थी, लेकिन वह परिजनों को करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में मृत मिली। महिला को कोई ऑटो वाला ही अस्पताल में लेकर पहुंचा था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने महिला के साथ दुष्कर्म व हत्या का शक जताया है, क्योंकि महिला के कपड़े उलट पुलट मिले है और अंडर गारमेंट्स भी गायब बताए जा रहे है। महिला के शरीर पर चोट के निशान पाए गए है। परिजनों ने फैक्ट्री में ही अनहोनी होने का शक जताया है। परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस को की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अशोक नगर की रहने वाली थी पूनम मृतका के पिता ने बताया कि वह मूलरुप से पानीपत के रहने वाले है। उसकी बेटी की शादी की हमने करीब 20 साल पहले अशोक नगर निवासी व्यक्ति के साथ की थी। करीब 5 साल पहले उसके पति की मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद से ही वह गांव बसताड़ा के नजदीक एक फैक्ट्री में करीब 4 साल से काम करती थी। कल वह घर से फैक्ट्री के जाने के लिए 9 बजे निकल गई थी और 1 बजे वह अस्पताल में मृत मिली। अब फैक्ट्री के अंदर उसके साथ कोई गलत काम हुआ है या फिर कहीं बाहर, वह जांच का विषय जरूर है। चौकीदार बोला यहां नहीं आई, लेबर ने कहा आई थी मृतका पिता ने कहा कि आज जब हम फैक्ट्री के अंदर गए तो चौकीदार ने साफ तौर पर इनकार कर दिया कि यहां पर महिला नहीं आई थी। जब अंदर जाकर लेबर से बात की गई तो लेबर ने भी बताया कि महिला आज फैक्ट्री में आई थी, वह जगराते का प्रसाद बांटकर गई थी। अब सवाल ये है कि जब वह फैक्ट्री से 10 बजे निकली है, और उसके बाद ही उसके साथ कुछ हुआ है। ऑटो वाले को कैसे पता महिला के एड्रेस का मृतका के पिता ने यह भी सवाल खड़ा किया कि अब यह भी कहा जा रहा है कि ऑटो में बैठने के बाद कुछ हुआ है, लेकिन ऑटो वाला किसी मरे हुए को कैसे बैठा लेगा। अगर कुछ हुआ है तो ऑटो वाला भी उसके मोबाइल से फोन कर सकता था। वह मेरी बेटी को एक बजे अस्पताल में छोड़कर गया है, वह यहां पर उसका नाम और एड्रेस तक लिखवा कर गया है, एक ऑटो वाले को कैसे पता उसकी बेटी का नाम और एड्रेस। इसमें फैक्ट्री का कर्मचारी भी शामिल है, लेकिन ऑटो वाला कुछ भी नहीं बता रहा। रेप कर हत्या का शक पिता का आरोप है कि उसकी बेटी के शरीर पर चोट के निशान भी पाए गए है। उसके साथ कुछ बड़ी घटना हुई है। उसके अंडर गारमेंट्स भी गायब मिले है। कपड़े भी उलट पुलट है। परिजनों को संदेह है कि लड़की का रेप कर उसकी हत्या की गई है। दो बेटियों के सिर से उठा मां का साया पूनम के पति की 5 साल पहले ही मौत हो चुकी थी। उसके पास तीन बच्चे थे, जिनमें से एक लड़के की भी मौत हो चुकी है। उसके पास अब दो बेटियां है। बड़ी बेटी की उम्र करीब 18 साल है और छोटी बेटी के उम्र 15 साल है। दोनों बच्चियों के सिर से अब माता पिता का साया उठा गया। अपनी बच्चियों के पालन पोषण के लिए ही पूनम फैक्ट्री में काम करती थी। पुलिस जांच में जुटी पोस्टमॉर्टम हाउस में मौजूद जांच अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और तथ्यों के अनुसार आगामी कार्रवाई अमल में लाएगी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के सही कारणों का पता लग पाएगा। फिलहाल शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया है।
जगदलपुर में सिटी बसों का संचालन ठप, निगम आयुक्त बोले- ‘कबाड़ में तब्लीद हो चुकी हैं बसें अब…’
जगदलपुर में सिटी बसों का संचालन ठप, निगम आयुक्त बोले- ‘कबाड़ में तब्लीद हो चुकी हैं बसें अब…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Bastar News Today:</strong> छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में पिछले 3 साल से सिटी बस सेवा ठप पड़ी हुई है. संभागीय मुख्यालय जगदलपुर में सिटी बस का संचालन बंद होने से एक बड़ा वर्ग प्रभावित हो रहा है. लाख कोशिशों के बावजूद सिटी बस सेवा पटरी पर लौट नहीं पाई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, जगदलपुर शहर के धरमपुरा इलाके में स्थित कॉलेज और यूनिवर्सिटी जाने के लिए छात्रों को ऑटो का सहारा लेना पड़ता है. इसी तरह शहर से 10 किलोमीटर दूर स्थित डिमरापाल में मेडिकल कॉलेज तक जाने के लिए भी सार्वजनिक यातायात सुविधा नहीं मिल पाती. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’सिटी बसें हो चुकी हैं कबाड़ में तब्दील'</strong><br />इसी तरह बड़ी संख्या में हर रोज कर्मचारी और मरीज मेडिकल कॉलेज तक आना जाना होता है. इसके अलावा जगदलपुर से पर्यटन स्थल चित्रकोट, तीरथगढ़ जाने के लिए भी सार्वजनिक यातायात सुविधा उपलब्ध नहीं है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>निगम आयुक्त हरीश मंडावी का कहना है कि कोरोना काल के बाद से सभी सिटी बसें बंद हो गई. फिलहाल सिटी बसें अब कबाड़ में तब्दील हो रही हैं. इन बसों को सड़कों पर उतारने के लिए करीब 25 लाख रुपये खर्च करने पड़ेंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>निगम आयुक्त का कहना है कि जल्द ही नए सिरे से सिटी बसों के संचालन के लिए ठेका दिया जाएगा. आने वाली सिक्योरिटी मनी के जरिए पहले वाहनों को सुधारा जाएगा, इसके बाद सिटी बसों का परिचालन शुरू किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>11 साल पहले शुरू की गई थी योजना</strong><br />दरअसल, जगदलपुर शहर के अलावा ग्रामीण अंचल के लोगों को भी आवागमन के लिए सस्ते दामों में यात्री परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए करीब 11 साल पहले बीजेपी शासनकाल में सिटी बस की शुरुआत की गई थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस योजना के तहत जगदलपुर शहर को 12 से अधिक सिटी बसें मिली थी, लेकिन पिछले 6 सालों से इन बसों का संचालन बंद है. जिसके चलते करोड़ों की बसें यार्ड में खड़ी- खड़ी कबाड़ में तब्दील हो रही हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बस सेवा शुरू होने से बढ़ा था रोजगार व्यपार</strong><br />सिटी बस सेवा शुरू होने के बाद बस्तर के ग्रामीण अंचल के लोगों को आवगमन में काफी आसानी हो गई थी. ग्रामीणों के अलावा कॉलेज में पढ़ने वाले ग्रामीण छात्र- छात्राओं को भी किफायती दाम में सिटी बस की सेवा मिल रही थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों को सिटी बस जगदलपुर शहर से कनेक्ट करने पर यहां पर व्यापार में काफी बढ़ोतरी हुई थी. हालांकि बीते कई सालों से सिटी बस सेवा रखरखाव और मेंटनेंस के अभाव में कबाड़ में तब्दील होती जा रही हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>निजी बस संचालक वसूल रहे मनमाना किराया</strong><br />बताया जा रहा है कि इन बसों का रखरखाव सही तरीके से नहीं किए जाने की वजह से सभी बसे खड़ी-खड़ी कबाड़ हो गई हैं. जिससे करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि वर्तमान में निजी यात्री बस संचालकों के जरिये उनसे मनमानी किराया वसूला जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>थोड़ी दूर के सफर के लिए लोगों को इन बसों में नहीं बिठाया जाता है. निजी बस सेवा अगर बैठा भी लेते हैं, तो उनसे किराए के रुप में मनमाना पैसा वसूला जाता है. सिटी बसों के संचालन से आस-पास के गांव में जाने वालों को भी सुविधा मिल रही थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सिटी बस के लिए उठ रही ये मांग</strong><br />बस्तर के जानकारों का कहना है कि वर्तमान में इन सिटी बसों को संचालित करने के लिए कोई ठेकेदार सामने नहीं आ रहा है, ऐसे में इन बसों को पूरी तरह से दुरुस्त करवाकर बस्तर के बेरोजगारों को किराए पर संचालित करने के लिए दिया जा सकता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जिससे उन्हें भी रोजगार मिलेगा और लोगों को आवगमन की सुविधा भी दस्तयाब हो जाएगी. इसके लिए प्रशासन को पहल करना चाहिए. हालांकि निगम आयुक्त हरीश मंडावी का कहना है कि एक बार फिर से सिटी बस संचालन के लिए ठेका लिया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”> निगम आयुक्त हरीश मंडावी ने इस ठेके से आने वाली सिक्योरिटी मनी से बसों को सुधारा जाएगा और इसके बाद फिर से इसका संचालन शुरू किया जाएगा. हालांकि इसके लिए अभी और समय लग सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”बस्तर में माओवादी संगठन को बड़ा झटका, 5 नक्सलियों ने सुकमा में किया सरेंडर, 19 लाख का था इनाम” href=”https://www.abplive.com/states/chhattisgarh/five-hardcore-naxalites-with-cumulative-bounty-of-rs-19-lakh-surrender-in-sukma-police-ann-2747128″ target=”_blank” rel=”noopener”>बस्तर में माओवादी संगठन को बड़ा झटका, 5 नक्सलियों ने सुकमा में किया सरेंडर, 19 लाख का था इनाम</a></strong></p>