हरियाणा के फरीदाबाद जिले के सेक्टर-30 स्थित पुलिस लाइन में तैनात एक सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) ने जंगले में बंधी रस्सी से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान मूलरूप से रेवाड़ी के रोड़ाई गांव निवासी 42 वर्षीय उमराव सिंह के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि वह मानसिक रूप से परेशान थे। सूचना पर पहुंची पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है। फांसी पर लटका मिला शव पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक उमराव सिंह करीब 23 साल से हरियाणा में पुलिस में थे। उनकी ड्यूटी पुलिस लाइन में लगी थी। वह पुलिस लाइन में अकेले रह रहे थे। साथ ही मधुमेह आदि बीमारी से ग्रसित थे। इससे वह मानसिक तनाव में रहते थे। सुबह करीब छह बजे उमराव जब अपने कमरे से बाहर नहीं आए तो अन्य साथी उन्हें उठाने गए। काफी देर तक उन्हें आवाज दी गई। जब वह बाहर नहीं आए तो खिड़की से देखा गया। वह जंगले में बंधी रस्सी से लटके थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा इसकी सूचना तुरंत पुलिस लाइन में तैनात अन्य पुलिस कर्मियों को दी गई। साथ ही सेक्टर-30 थाना पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बीके अस्पताल भेज दिया है। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। ऐसे में आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है। पुलिस मृतक के परिजन से भी आत्महत्या के कारणों की जानकारी जुटाएगी। हरियाणा के फरीदाबाद जिले के सेक्टर-30 स्थित पुलिस लाइन में तैनात एक सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) ने जंगले में बंधी रस्सी से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान मूलरूप से रेवाड़ी के रोड़ाई गांव निवासी 42 वर्षीय उमराव सिंह के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि वह मानसिक रूप से परेशान थे। सूचना पर पहुंची पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है। फांसी पर लटका मिला शव पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक उमराव सिंह करीब 23 साल से हरियाणा में पुलिस में थे। उनकी ड्यूटी पुलिस लाइन में लगी थी। वह पुलिस लाइन में अकेले रह रहे थे। साथ ही मधुमेह आदि बीमारी से ग्रसित थे। इससे वह मानसिक तनाव में रहते थे। सुबह करीब छह बजे उमराव जब अपने कमरे से बाहर नहीं आए तो अन्य साथी उन्हें उठाने गए। काफी देर तक उन्हें आवाज दी गई। जब वह बाहर नहीं आए तो खिड़की से देखा गया। वह जंगले में बंधी रस्सी से लटके थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा इसकी सूचना तुरंत पुलिस लाइन में तैनात अन्य पुलिस कर्मियों को दी गई। साथ ही सेक्टर-30 थाना पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बीके अस्पताल भेज दिया है। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। ऐसे में आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है। पुलिस मृतक के परिजन से भी आत्महत्या के कारणों की जानकारी जुटाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कांग्रेस की जीत पर JJP विधायक ने लड्डू बांटे:बोले- यह दमन-सत्ता सुख खत्म करने की लड़ाई; हरियाणा में चुनाव से पहले समर्थन दिया था हरियाणा में सिरसा लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रहीं कुमारी सैलजा की जीत का फतेहबाद के टोहाना में पूर्व मंत्री JJP विधायक देवेंद्र बबली ने भी जश्न मनाया है। सैलजा की जीत पर बबली के कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने लड्डू बांटे। बबली ने भी सभी को बधाई दी। लोकसभा के लिए मतदान होने से पहले ही बबली ने कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया था। वह अब भी JJP से विधायक हैं। उन्होंने पार्टी से इस्तीफा भी नहीं दिया है। फिर भी वह पार्टी के साथ नहीं हैं। बुधवार को जश्न के दौरान बबली ने फिर से अपने प्रतिद्वंद्वियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह बुराई पर अच्छाई की और असत्य पर सत्य की जीत है। जो सरिया 2019 में निकाला था, एक बार फिर उसे निकालने का काम किया है। जब तक आप जनता की भावनाओं से खिलवाड़ करेंगे, जनता ऐसे ही जवाब देती रहेगी। यह लोगों की लड़ाई थी, मेरे अकेले की नहीं। आगामी चुनाव भी जनता के आदेश पर लड़ेंगे
उन्होंने कहा कि जो दमन-दबाव की राजनीति व सत्ता सुख भोगने की राजनीति थी, यह उसे खत्म करने की लड़ाई थी। उन्होंने कहा कि पहले चुनाव के बाद के सारे चुनाव उन्होंने टोहाना के आदेश पर लड़े। आगामी चुनाव भी जनता के आदेश पर ही लड़ेंगे। उसकी तैयारियां लोग करने में जुटे हैं। टोहाना में कुमारी सैलजा की जीत का श्रेय लेने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह श्रेय नहीं ले रहे, बल्कि जितने वोट उन्होंने आंकड़ों में बताए, उतने ही आए हैं। दिल्ली में कुछ नेताओं से भी मीटिंग हुई, जिसमें जितने फिगर वह देकर आए, उतने ही वोट आए। उन्होंने कहा कि वह श्रेय लेने की राजनीति नहीं करते, बल्कि जो भी हासिल किया है, वह हलके को समर्पित करते हैं। चुनाव से ठीक पहले किया समर्थन का ऐलान
विधायक देवेंद्र बबली ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया था। उन्होंने टोहाना में समर्थकों की मीटिंग में कहा था कि उन्होंने अपना फैसला कोर कमेटी पर छोड़ा था। सदस्यों ने कुमारी सैलजा का नाम लिया। इस पर उन्होंने समर्थकों से चर्चा की तो उन्होंने सैलजा को समर्थन देने को लेकर हां कर दी। बबली ने समर्थकों से वोट डलवा कर राय मांगी थी। बबली ने बताया था कि 3 हजार से ज्यादा लोगों ने उन्हें वोट दिया। इनमें 74 प्रतिशत लोगों ने फैसला उन पर छोड़ दिया है कि जो निर्णय वह लेंगे, वे उसमें उनके साथ रहेंगे। उनके समर्थकों में 9 प्रतिशत लोगों ने भाजपा जॉइन करने की सलाह दी। 17% लोग चाहते हैं कि वह कांग्रेस में जाएं, जबकि 0.5% लोगों का मानना है कि वे जहां हैं, वहीं रहें। पूर्व CM खट्टर के करीबी रह चुके बबली
देवेंद्र बबली पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर के करीबी माने जाते हैं। खट्टर सरकार की ओर से जब पंचायतों के लिए ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया शुरू की थी, तब प्रदेशभर में पंचायतों ने इस फैसले का जमकर विरोध किया था। इस दौरान खट्टर के साथ बबली खड़े रहे। जबकि, सरकार के इस फैसले का उनकी ही पार्टी के मुखिया पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने विरोध किया था। दुष्यंत चौटाला को खलनायक बताया
बबली कुछ समय पहले पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को खलनायक भी बता चुके हैं। कहा था कि चौधरी देवीलाल के नाम पर जननायक पार्टी का नाम रखा गया। जब दुष्यंत सांसद बने तो उन्हें लेकर लोगों में अच्छे नेतृत्व की उम्मीद जगी थी, लेकिन आज वह खलनायक बने हुए हैं।
हिसार सिलेंडर ब्लास्ट में पति-पत्नी समेत 3 की मौत:सलेमगढ़ में 27 मई को हुआ था हादसा; 2 का अभी चल रहा इलाज
हिसार सिलेंडर ब्लास्ट में पति-पत्नी समेत 3 की मौत:सलेमगढ़ में 27 मई को हुआ था हादसा; 2 का अभी चल रहा इलाज हरियाणा के हिसार में एलपीजी सिलेंडर में ब्लास्ट के बाद आग से झुलसे 5 व्यक्तियों में से पति-पत्नी समेत 3 की बीती रात इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतकों में एक पड़ोसी भी है। पति-पत्नी को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया था। 2 अन्य घायलों का अभी अस्पताल में इलाज चल रहा है। पहले जाने पूरा मामला हिसार के आदमपुर खंड के गांव सलेमगढ़ में 27 मई सोमवार को कुलदीप अपने परिवार के साथ घर पर था। उसकी पत्नी मीरा शाम को 5 बजे के करीब चाय बनाने के लिए रसोई में गई थी। जैसे ही उसने गैस चूल्हा जलाने का प्रयास किया तो अचानक आग भड़क गई थी। इसके बाद सिलेंडर में जोरदार धमाका हुआ। कुलदीप व मीरा तेजी से घर से बाहर निकले, लेकिन उनके बाहर निकलते ही सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया। इसमें पड़ोसी दिनेश, दीपचंद सोनी व सुलोचना भी आग से झुलस गए थे।
इनकी हुई मौत पांचों को अस्पताल में दाखिल कराया गया था। इनमें से कुलदीप व मीरा की हालत ज्यादा गंभीर थी और उनको दिल्ली के निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया था। बीती रात को दिनेश की जहां हिसार में मौत हो गई, वहीं कुलदीप व उसकी पत्नी मीरा ने दिल्ली में दम तोड़ दिया। दीपचंद सोनी और सुलोचना का निजी अस्पताल में उपचार जारी है मौके पर अमित ने बताया कि वह मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है। सोमवार को वह अपनी बुआ सुलोचना के घर आया था। कुलदीप के घर सिलेंडर फटने की आवाज सुनकर उसकी बुआ सलोचना, दीपचंद सोनी, दिनेश गए तो वे भी आग से झुलस गए। झुलसे सभी लोगों को हिसार के सोनी बर्न अस्पताल में भर्ती कराया गया। सीसीटीवी में दिखा ब्लास्ट गांव सलेमगढ़ में 27 मई सोमवार को कुलदीप के घर हुए सिलेंडर ब्लास्ट का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि कुछ व्यक्ति जिनमें महिला भी है, एक घर में झांकते हैं। कुछ देर बाद अंदर जाते हैं तो तभी सिलेंडर में ब्लास्ट हो जाता है और वे इसकी आग से घिर जाते हैं। इसके बाद घर में आग लग जाती है। बाद में फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया था। गांव में ज्वेलरी की दुकान दिनेश आग से 60 प्रतिशत तक झुलसा था। डॉक्टर उसे बचा नहीं सके। वह कुलदीप के सामने वाले मकान में रहता था। उसके दो बच्चे हैं। दिनेश की गांव में ही ज्वेलर्स की दुकान है। वहीं कुलदीप खेती बाड़ी का काम करता था। उसकी पत्नी मीरा गृहिणी थी। उसके दो लड़के व एक लड़की है। कुलदीप के भाई की कई साल पहले मौत हो चुकी है।
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करनाल में विधवा के साथ दो लोगों ने किया रेप:महिला को दी थी परिवार खत्म करने की धमकी, 23 साल तक करते रहे दुष्कर्म हरियाणा में करनाल के सेक्टर 32,33 थाना एरिया में एक विधवा महिला ने दो लोगों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। महिला का आरोप है कि आरोपी आज से नहीं बल्कि बीते 23 साल से उसका शारीरिक शोषण करता आ रहा है। आरोपी ने महिला को धमकी दी हुई थी कि उसने किसी के सामने भी मुंह खोला तो उसके पति को जान से मार देंगे। शारीरिक उत्पीड़न से दुखी पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस को कर दी। जिसके बाद पुलिस ने महिला का मेडिकल करवाया और शिकायत के आधार पर दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। तुम नीची जाति के लोग हमारे मनोरंजन के लिए होते हो पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि उसके साथ 23 सालों तक दुष्कर्म होता रहा। वह कुछ भी नहीं कर पा रही थी, क्योंकि आरोपियों ने उसके पति को खत्म करने की धमकी दी हुई थी। आरोपी हर बार यही कहते थे कि तुम नीची जाति के लोग हमारे मनोरंजन के लिए ही हो, अगर हम चाहे तो दो-दो पत्नियां भी रख सकते है, क्योंकि हम पैसे वाले लोग है। आरोपियों पर जेठ ने करवाया था मुकद्मा पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि 20 जून 2021 में उसके पति ने सुसाइड कर लिया था। मेरे जेठ ने इन आरोपियों के खिलाफ 20 जून 2021 को मामला दर्ज करवा दिया था। पीड़िता का आरोप है कि दुष्कर्मियों ने उसे धमकी दी हुई थी, कि तू अपनी जुबान मत खोलना, बस हमारा कहा मानती रह। पीड़िता ने बताया है कि वह विधवा थी और दबाव में आ गई। 29 मई को आरोपियों ने बातचीत के लिए मुझे बुलाया और आरोप लगाया कि तुमने अपने जेठ को धमकी वाली बात बताई है। इसके बाद आरोपियों ने फिर से धमकी दे दी और कहा कि तेरे जेठ को भी तेरे पति की तरह जान से मरवा देंगे। इसके बाद एक आरोपी ने मेरे साथ रेप किया और दोबारा फिर धमकी दे दी कि अगर तुमने यह बात किसी को बताई तो तुझे और तेरे परिवार व जेठ को जान से मार देंगे। पुलिस जुटी जांच में पीड़िता ने बताया है कि उसने आरोपियों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। जांच अधिकारी राजपाल सिंह ने बताया कि महिला ने दो व्यक्तियों पर रेप के आरोप लगाए है और जान से मारने की भी धमकी दी। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच में तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।