हिमाचल में कांग्रेस की चारों लोकसभा सीटों पर करारी हार हुई है। प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस की खराब परफॉर्मेंस व हार के कारणों का पता लगाने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दो सदसीय फैक्ट फाइडिंग कमेटी गठित की है। AICC ने सीनियर कांग्रेस के नेता पीएल पुनिया और रजनी पाटिल को हिमाचल में हार के कारणों का पता लगाने का जिम्मा दिया गया है। बताया जा रहा है कि दोनों कांग्रेस नेता जल्द हिमाचल का दौरा करके चारों लोकसभा क्षेत्रों में जाकर हार की वजह जानेंगे। इस दौरान पार्टी नेताओं के साथ साथ आम जनता की भी राय पूछेंगे। इसके आधार पर पार्टी हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। इसलिए सत्तारूढ़ कांग्रेस से थी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद हिमाचल की जनता ने 18 महीने पहले प्रदेश की सत्ता कांग्रेस को सौंपी है। इस वजह से कांग्रेस हाईकमान और इंडी गठबंधन को भी हिमाचल में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी। मगर कांग्रेस पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई। नतीजा यह हुआ की छह बार के सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे एवं लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह जैसे दिग्गज लोकसभा चुनाव हार गए। पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा की भी इन चुनाव में हार हुई है। यही नहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू सहित उनके आठ मंत्री अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी प्रत्याशी को लीड नहीं दिला सके। इससे कांग्रेस का हिमाचल में लगातार तीसरी बार क्लीन स्वीप हुआ है। इन राज्यों के लिए भी बनाई गई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हिमाचल के अलावा मध्य प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, उड़िसा, उत्तराखंड, कर्नाटक और तेलंगाना के लिए भी फैक्ट फाइडिंग कमेटी गठित की गई है। यहां देखे किस सीट से कांग्रेस की कितनी वोटों से हार हुई… हिमाचल में कांग्रेस की चारों लोकसभा सीटों पर करारी हार हुई है। प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस की खराब परफॉर्मेंस व हार के कारणों का पता लगाने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दो सदसीय फैक्ट फाइडिंग कमेटी गठित की है। AICC ने सीनियर कांग्रेस के नेता पीएल पुनिया और रजनी पाटिल को हिमाचल में हार के कारणों का पता लगाने का जिम्मा दिया गया है। बताया जा रहा है कि दोनों कांग्रेस नेता जल्द हिमाचल का दौरा करके चारों लोकसभा क्षेत्रों में जाकर हार की वजह जानेंगे। इस दौरान पार्टी नेताओं के साथ साथ आम जनता की भी राय पूछेंगे। इसके आधार पर पार्टी हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। इसलिए सत्तारूढ़ कांग्रेस से थी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद हिमाचल की जनता ने 18 महीने पहले प्रदेश की सत्ता कांग्रेस को सौंपी है। इस वजह से कांग्रेस हाईकमान और इंडी गठबंधन को भी हिमाचल में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी। मगर कांग्रेस पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई। नतीजा यह हुआ की छह बार के सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे एवं लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह जैसे दिग्गज लोकसभा चुनाव हार गए। पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा की भी इन चुनाव में हार हुई है। यही नहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू सहित उनके आठ मंत्री अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी प्रत्याशी को लीड नहीं दिला सके। इससे कांग्रेस का हिमाचल में लगातार तीसरी बार क्लीन स्वीप हुआ है। इन राज्यों के लिए भी बनाई गई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हिमाचल के अलावा मध्य प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, उड़िसा, उत्तराखंड, कर्नाटक और तेलंगाना के लिए भी फैक्ट फाइडिंग कमेटी गठित की गई है। यहां देखे किस सीट से कांग्रेस की कितनी वोटों से हार हुई… हिमाचल | दैनिक भास्कर
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