Haryana: बीजेपी में शामिल होने के बाद किरण चौधरी को लगेगा झटका? कांग्रेस ने स्पीकर से कर दी ये मांग

Haryana: बीजेपी में शामिल होने के बाद किरण चौधरी को लगेगा झटका? कांग्रेस ने स्पीकर से कर दी ये मांग

<p style=”text-align: justify;”><strong>Haryana News:</strong> हरियाणा कांग्रेस ने बुधवार को राज्य विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर किरण चौधरी को विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित करने की मांग की. किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी अपने समर्थकों के साथ बुधवार को दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गईं. दोनों ने मंगलवार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को लिखे एक पत्र में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के उप नेता आफताब अहमद और सीएलपी के मुख्य सचेतक बी बी बत्रा ने उल्लेख किया कि किरण चौधरी को 2019 के विधानसभा चुनाव में भिवानी के तोशाम से कांग्रेस पार्टी के विधायक के रूप में चुना गया था. उन्होंने लिखा, “यह हमारे संज्ञान में आया है कि किरण चौधरी ने 18 जून को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इसके अलावा वह 19 जून को बीजेपी नेताओं की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गई हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भारत के संविधान की दसवीं अनुसूची विशेष रूप से पैराग्राफ 2 (1) (ए) के अनुसार, “किसी भी राजनीतिक दल से संबंधित सदन का सदस्य यदि स्वेच्छा से ऐसे राजनीतिक दल की सदस्यता छोड़ देता है तो वह सदन की सदस्यता से अयोग्य घोषित किया जाएगा.” अहमद और बत्रा ने कहा कि यह देखते हुए कि किरण चौधरी को कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुना गया था और अब उन्होंने बीजेपी में शामिल होकर स्वेच्छा से अपनी सदस्यता छोड़ दी है, वह दसवीं अनुसूची के प्रावधानों के तहत अयोग्य हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>किरण चौधरी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की पुत्रवधू हैं. वह और श्रुति राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में बीजेपी में शामिल हुईं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’बंसीलाल परिवार की राजनीति खत्म करने की हो रही थी साजिश'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी के बीजेपी में शामिल होने पर पूर्व मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता सतपाल सांगवान ने कहा कि हरियाणा के विकास पुरुष के नाम से विख्यात पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के परिवार की राजनीति को खत्म करने की साजिश की जा रही थी. उन्होंने कहा कि किरण चौधरी और श्रुति चौधरी ने सही समय पर सही फैसला लिया है. अब समय और हालात बदल गये हैं. दोनों अब हरियाणा में बंसीलाल की राजनीति को आगे बढाएंगी, जिससे राज्य के विकास को गति मिलेगी. विकास को लेकर बंसीलाल के जो सपने थे, उसे पूरा करने के लिए किरण और श्रुति चौधरी ने अच्छा कदम उठाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सतपाल सांगवान ने कहा कि दोनों अब बीजेपी में विकास पुरुष बंसीलाल की राजनीति को आगे बढाएंगी. ‘बंसीलाल का बुलडोजर’ के नाम से विख्यात सतपाल सांगवान ने पुरानी बातें साझा करते हुए कहा कि पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह के निधन के बाद वह बंसीलाल के आदेश पर ही किरण चौधरी को विरासत संभालने के लिए सियासत में लेकर आए थे. साथ ही किरण की राजनीति को आगे बढ़ाने के लिए लगातार फील्ड में रहकर बंसीलाल परिवार के लिए काम किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी नेता ने कहा कि बंसीलाल परिवार के साथ जिस पार्टी विशेष ने दगा किया, उसी की दगाबाजी के कारण वह भी बीजेपी में आए. बीजेपी में किरण-श्रुति के आने से हरियाणा में पार्टी का ग्राफ बढ़ेगा और कांग्रेस का सूपड़ा साफ होगा.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Haryana News:</strong> हरियाणा कांग्रेस ने बुधवार को राज्य विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर किरण चौधरी को विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित करने की मांग की. किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी अपने समर्थकों के साथ बुधवार को दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गईं. दोनों ने मंगलवार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को लिखे एक पत्र में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के उप नेता आफताब अहमद और सीएलपी के मुख्य सचेतक बी बी बत्रा ने उल्लेख किया कि किरण चौधरी को 2019 के विधानसभा चुनाव में भिवानी के तोशाम से कांग्रेस पार्टी के विधायक के रूप में चुना गया था. उन्होंने लिखा, “यह हमारे संज्ञान में आया है कि किरण चौधरी ने 18 जून को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इसके अलावा वह 19 जून को बीजेपी नेताओं की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गई हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भारत के संविधान की दसवीं अनुसूची विशेष रूप से पैराग्राफ 2 (1) (ए) के अनुसार, “किसी भी राजनीतिक दल से संबंधित सदन का सदस्य यदि स्वेच्छा से ऐसे राजनीतिक दल की सदस्यता छोड़ देता है तो वह सदन की सदस्यता से अयोग्य घोषित किया जाएगा.” अहमद और बत्रा ने कहा कि यह देखते हुए कि किरण चौधरी को कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुना गया था और अब उन्होंने बीजेपी में शामिल होकर स्वेच्छा से अपनी सदस्यता छोड़ दी है, वह दसवीं अनुसूची के प्रावधानों के तहत अयोग्य हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>किरण चौधरी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की पुत्रवधू हैं. वह और श्रुति राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में बीजेपी में शामिल हुईं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’बंसीलाल परिवार की राजनीति खत्म करने की हो रही थी साजिश'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी के बीजेपी में शामिल होने पर पूर्व मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता सतपाल सांगवान ने कहा कि हरियाणा के विकास पुरुष के नाम से विख्यात पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के परिवार की राजनीति को खत्म करने की साजिश की जा रही थी. उन्होंने कहा कि किरण चौधरी और श्रुति चौधरी ने सही समय पर सही फैसला लिया है. अब समय और हालात बदल गये हैं. दोनों अब हरियाणा में बंसीलाल की राजनीति को आगे बढाएंगी, जिससे राज्य के विकास को गति मिलेगी. विकास को लेकर बंसीलाल के जो सपने थे, उसे पूरा करने के लिए किरण और श्रुति चौधरी ने अच्छा कदम उठाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सतपाल सांगवान ने कहा कि दोनों अब बीजेपी में विकास पुरुष बंसीलाल की राजनीति को आगे बढाएंगी. ‘बंसीलाल का बुलडोजर’ के नाम से विख्यात सतपाल सांगवान ने पुरानी बातें साझा करते हुए कहा कि पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह के निधन के बाद वह बंसीलाल के आदेश पर ही किरण चौधरी को विरासत संभालने के लिए सियासत में लेकर आए थे. साथ ही किरण की राजनीति को आगे बढ़ाने के लिए लगातार फील्ड में रहकर बंसीलाल परिवार के लिए काम किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी नेता ने कहा कि बंसीलाल परिवार के साथ जिस पार्टी विशेष ने दगा किया, उसी की दगाबाजी के कारण वह भी बीजेपी में आए. बीजेपी में किरण-श्रुति के आने से हरियाणा में पार्टी का ग्राफ बढ़ेगा और कांग्रेस का सूपड़ा साफ होगा.</p>  पंजाब Rajasthan: खेल संघों ने नेशनल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट कोड का विरोध किया, जानें क्या है मांग?