हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर के सुजानपुर में एक कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। जिससे कार सवार तीन लोग घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दुर्घटना हमीरपुर-सुजानपुर रोड पर सुजानपुर से लगभग 2 किलोमीटर पहले हुई। पुलिस के अनुसार कार में तीन लोग सवार थे । यह लोग दिल्ली से जिला कांगड़ा के थुरल की तरफ जा रहे थे। जानकारी के अनुसार, जिला कांगड़ा के थुरल के नजदीक द्रमण लाहड़ गांव के निवासी रतन चंद, उनकी पत्नी संतोष कुमार और उनका बेटा विशाल कुमार अपनी कार में सवार होकर दिल्ली से अपने घर लौट रहे थे। सुजानपुर के पास कार अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। जैसे ही स्थानीय लोगों को कार के खाई में गिरने की खबर लगी तो तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस, प्रशासन और दमकल के अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया गया। बताया जा रहा है कि गाड़ी करीब 100 से 150 फीट नीचे लुढ़क गई थी। तीनों गंभीर घायलों को सिविल हॉस्पिटल सुजानपुर में भर्ती करवाया गया है। मौके पर पहुंचे दमकल विभाग की टीम के सदस्य मनोज कुमार, विकास, अमित, रविंदर, संदीप ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया तथा बड़ी मुश्किल से घायलों को दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी से बाहर निकाला और स्थानीय लोगों की सहायता से सुजानपुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पुलिस के अनुसार रत्न चंद और उनकी पत्नी संतोष कुमारी का हमीरपुर अस्पताल में इलाज जारी है, जबकि विशाल कुमार को टांडा अस्पताल रेफर किया गया है। हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर के सुजानपुर में एक कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। जिससे कार सवार तीन लोग घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दुर्घटना हमीरपुर-सुजानपुर रोड पर सुजानपुर से लगभग 2 किलोमीटर पहले हुई। पुलिस के अनुसार कार में तीन लोग सवार थे । यह लोग दिल्ली से जिला कांगड़ा के थुरल की तरफ जा रहे थे। जानकारी के अनुसार, जिला कांगड़ा के थुरल के नजदीक द्रमण लाहड़ गांव के निवासी रतन चंद, उनकी पत्नी संतोष कुमार और उनका बेटा विशाल कुमार अपनी कार में सवार होकर दिल्ली से अपने घर लौट रहे थे। सुजानपुर के पास कार अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। जैसे ही स्थानीय लोगों को कार के खाई में गिरने की खबर लगी तो तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस, प्रशासन और दमकल के अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया गया। बताया जा रहा है कि गाड़ी करीब 100 से 150 फीट नीचे लुढ़क गई थी। तीनों गंभीर घायलों को सिविल हॉस्पिटल सुजानपुर में भर्ती करवाया गया है। मौके पर पहुंचे दमकल विभाग की टीम के सदस्य मनोज कुमार, विकास, अमित, रविंदर, संदीप ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया तथा बड़ी मुश्किल से घायलों को दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी से बाहर निकाला और स्थानीय लोगों की सहायता से सुजानपुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पुलिस के अनुसार रत्न चंद और उनकी पत्नी संतोष कुमारी का हमीरपुर अस्पताल में इलाज जारी है, जबकि विशाल कुमार को टांडा अस्पताल रेफर किया गया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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किन्नौर में दूसरे दिन भी बर्फबारी:ऊंचे क्षेत्रों में बढ़ी ठंड, लैंडस्लाइड के बाद NH-5 बंद, सेब तोड़ने का काम रुका हिमाचल के किन्नौर जिले के ऊंचे क्षेत्रों आज दूसरे दिन भी बर्फबारी हुई। इससे जनजातीय जिले के तापमान में भी काफी गिरावट आई है। किन्नौर के नागडुम, कोरिक, दुमती में बर्फबारी ताजा बर्फबारी हुई है। इसके बाद अधिक ऊंचे और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौमस ठंडा हो गया। खासकर सुबह शाम के वक्त लोगों को अभी से ठंड का अहसास होने लगा है। बर्फबारी के कारण ऊंचे क्षेत्रों में सेब के तोड़ने का काम भी प्रभावित हुआ है। बर्फबारी के बाद मशहूर पर्यटन स्थल छितकुल, सांगला, कल्पा, रोपा वेली, नाको आदि क्षेत्रों में काफी ठंड बढ़ गई है। जिला मुख्यालय रिकांगपिओ सहित अधिकांश क्षेत्रों में शुक्रवार को भी दिनभर रुक रुक कर बारिश होती रही। यहां देखे ताजा बर्फबारी के बाद के फोटो… निगुलसरी में एनएच-5 फिर हुआ बंद बारिश के बाद नेशनल हाईवे-5 निगुलसरी में फिर से वाहनों के लिए बंद हो गया है। इससे पूरे किन्नौर जिला का राजधानी शिमला से संपर्क कट गया है। यहां बीते दो महीने के दौरान कई बार सड़क अवरुद्ध हुई है। वहीं पागल नाला में भी बाढ़ जैसे हालात बन गए है और तेज बारिश के बाद मलबा सड़क पर आ गया है। पर्यटकों व स्थानीय लोगों को एडवाइजरी जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में नहीं जाने की सलाह दी है। जिसके लिए प्रशासन ने एडवाइजरी भी जारी कर दी है।
हिमाचल में अस्पतालों की लंबी कतारों से राहत:’आभा ऐप’ से एक मिनट में बनेगा पर्चा, 52 हॉस्पिटल्स में होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
हिमाचल में अस्पतालों की लंबी कतारों से राहत:’आभा ऐप’ से एक मिनट में बनेगा पर्चा, 52 हॉस्पिटल्स में होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हिमाचल प्रदेश के 52 अस्पतालों में पर्चे बनाने की व्यवस्था में बड़े बदलाव की तैयारी है। स्वास्थ्य विभाग चिन्हित अस्पतालों में आभा कार्ड के जरिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू करने जा रहा है। इसके लिए सभी अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दे दिए गए हैं। इसके बाद लोग घर बैठे ही ऑनलाइन पंजीकरण कर सकेंगे। आभा कार्ड से पंजीकरण के बाद मरीजों और उनके तीमारदारों को पर्ची बनवाने के लिए ज्यादा देर तक लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। आभा कार्ड से ऑनलाइन पंजीकरण के बाद मरीज अस्पतालों के पर्ची काउंटर के साथ स्कैनर पर स्कैन करके पर्ची बनवा सकेंगे। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल प्रबंधन को चिन्हित अस्पतालों के पर्ची काउंटर के साथ विशेष काउंटर और स्कैनर लगाने के निर्देश दिए हैं। इससे मरीजों और उनके परिजनों को कम समय में जल्दी पर्ची बनवा सकेंगे। IGMC और AIIMS में शुरू हो चुकी है व्यवस्था प्रदेश के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान आईजीएमसी शिमला और एम्स बिलासपुर में यह व्यवस्था शुरू हो चुकी है। अब इसे अन्य अस्पतालों में भी शुरू किया जा रहा है। IGMC की नई OPD की दूसरी मंजिल पर विशेष काउंटर स्थापित आईजीएमसी में आभा कार्ड से पर्चे बनाने की यह सुविधा ओपीडी ब्लॉक की दूसरी मंजिल पर बने पर्चे काउंटर पर मिलेगी। अस्पताल प्रबंधन ने इसके लिए विशेष काउंटर खोला है। यहां अस्पताल स्टाफ मरीजों को आभा कार्ड से पर्चे बनाने के लिए जागरूक कर रहा है। एक मिनट में पर्ची बनने का दावा
|दावा किया जा रहा है कि ‘आभा मोबाइल’ से एक मिनट में पर्ची बनाई जा सकेगी। यह व्यवस्था हॉस्पिटल मैनेजमैंट एंड इंफॉर्मेशन सिस्टम (HMIS) से शुरू की जा रही है। मोबाइल एप करनी होगी डाउनलोड
मरीजों को इसके लिए आभा मोबाइल एप डाउनलोड करनी होगी। आभा एप को अपने मोबाइल नंबर के साथ लॉगिन करना होगा। इससे आभा एप एक्टिव हो जाएगी। काउंटर पर लगे स्कैनर पर स्कैन करने के बाद टोकन जनरेट होगा। यह टोकन विशेष काउंटर पर बैठे कर्मचारी को देना होगा। इसके बाद कर्मचारी पर्ची बनाकर मरीज व तीमारदार को देगा। 90% लोगों के बने आभा कार्ड
हिमाचल की आबादी लगभग 70 लाख की है। आभा कार्ड के स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. अनादि गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में 90 प्रतिशत से ज्यादा लोगों की आभा आईडी बन चुकी है। लिहाजा आभा आईडी बनाने वाले सभी मरीज अस्पतालों में पर्ची बनाने की सुविधा का फायदा उठा सकेंगे। एक मिनट में बना सकेंगे पर्ची: राव
IGMC के एमएस डॉ. राहुल राव ने बताया कि आभा कार्ड से पर्ची बनाना आसान हो गया है। मरीजों को पर्चियां बनाने के लिए लंबी लाइनों में लगने की जरूरत नहीं होगी। क्यूआर कोड स्कैन करके एक मिनट में मरीज पर्ची बना सकेंगे। आभा कार्ड से पर्ची को बनाए जा रहे विशेष काउंटर
हिमाचल के हेल्थ निदेशक पीसी दरोच ने बताया कि प्रदेश के 52 से ज्यादा अस्पतालों में आभा कार्ड से पर्ची बनाने की व्यवस्था शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया कि आईजीएमसी, एम्स बिलासपुर के अलावा राज्य के सभी मेडिकल कालेज, जिला अस्पतालों में आभा कार्ड से पर्ची के लिए विशेष काउंटर बनाए जा रहे हैं।