पंजाब के लुधियाना की जिला पुलिस ने आज घोडा छाप कॉलोनी और छावनी मोहल्ला में कई लोगों के घरों की तलाशी ली. पुलिस ने कुछ लोगों के घरों से नशीली दवाएं भी बरामद की. अगर घोडा छाप कॉलोनी की बात करें तो सुबह साढ़े सात बजे ही पूरी कॉलोनी को पुलिस बल ने घेर लिया था. चारों तरफ से बैरिकेडिंग कर दी गई थी. पुलिस कर्मियों ने हर आने-जाने वाले व्यक्ति की तलाशी ली। पुलिस की छापेमारी के दौरान कॉलोनी के लोगों ने कई अहम खुलासे किए. लोगों ने बताया कि पुलिस की छापेमारी से पहले ही कुछ पुलिस कर्मी नशा तस्करों को छापेमारी की सूचना दे देते हैं। इस कारण बड़े नशे के मगरमच्छ पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाते। आम लोगों के घरों में चेकिंग की जाती है, जबकि असली नशा सप्लायर भाग जाते हैं या फिर नशे को इधर-उधर छिपा देते हैं। 100 से अधिक पुलिस बल ने की सर्च
घोड़ा छाप कालोनी में अलग-अलग थानों के पुलिस कर्मचारी 100 से अधिक सर्च करने पहुंचे। मौके का जायजा पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल और ADGP प्रवीण कुमार ने लिया। ADGP प्रवीण कुमार ने कहा कि आज पूरे पंजाब में नशा तस्करों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है। लुधियाना में घोड़ा छाप कालोनी और छावनी मोहल्ला में चैकिंग की गई है। कालोनी के कुछ लोगों ने अपनी दिक्कतें बताई है उन पर भी ध्यान दिया जाएगा। अधिकारियों के स्पष्ट आदेश है कि किसी भी हाल में नशा तस्करों को छोड़ना नहीं है। लुधियाना के अभी कई और भी संदिग्ध इलाके है जहां आने वाले दिनों में भी रेड करवाई जाएगी। कालोनी निवासियों में रोष
घोड़ा छाप कालोनी में रहते विनोद घई ने कहा कि पूरी कालोनी में 10 प्रतिशत लोग ऐसे है जो चिट्टा बेचते है। इन लोगों को पुलिस कर्मचारी पहले ही सुचेत कर देते है जिस कारण छापामारी के वक्त ये तस्कर पुलिस के हाथ नहीं आते। विनोद ने कहा कि पहले कई बार उसने पुलिस को नशा तस्करों की शिकायत दी लेकिन उसे जान से मारने की धमकियां मिलने लगी। नशा तस्कर और पुलिस कर्मी गाडियों में बैठ करते सेटिंग रोजाना पुलिस कर्मचारी नशा तस्करों के साथ गाड़ियों में बैठकर सेटिंग करते है। आज वह पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल से भी मिले है। उन्हें भी मामला संबंधी जानकारी दी है। कालोनी में रहने वाले अच्छे सामाजिक लोगों की छवि खराब होती है जब पुलिस बेवजह उनके घरों की सर्च करती है। जबकि असल नशा तस्कर पहले ही भाग जाते। पंजाब के लुधियाना की जिला पुलिस ने आज घोडा छाप कॉलोनी और छावनी मोहल्ला में कई लोगों के घरों की तलाशी ली. पुलिस ने कुछ लोगों के घरों से नशीली दवाएं भी बरामद की. अगर घोडा छाप कॉलोनी की बात करें तो सुबह साढ़े सात बजे ही पूरी कॉलोनी को पुलिस बल ने घेर लिया था. चारों तरफ से बैरिकेडिंग कर दी गई थी. पुलिस कर्मियों ने हर आने-जाने वाले व्यक्ति की तलाशी ली। पुलिस की छापेमारी के दौरान कॉलोनी के लोगों ने कई अहम खुलासे किए. लोगों ने बताया कि पुलिस की छापेमारी से पहले ही कुछ पुलिस कर्मी नशा तस्करों को छापेमारी की सूचना दे देते हैं। इस कारण बड़े नशे के मगरमच्छ पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाते। आम लोगों के घरों में चेकिंग की जाती है, जबकि असली नशा सप्लायर भाग जाते हैं या फिर नशे को इधर-उधर छिपा देते हैं। 100 से अधिक पुलिस बल ने की सर्च
घोड़ा छाप कालोनी में अलग-अलग थानों के पुलिस कर्मचारी 100 से अधिक सर्च करने पहुंचे। मौके का जायजा पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल और ADGP प्रवीण कुमार ने लिया। ADGP प्रवीण कुमार ने कहा कि आज पूरे पंजाब में नशा तस्करों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है। लुधियाना में घोड़ा छाप कालोनी और छावनी मोहल्ला में चैकिंग की गई है। कालोनी के कुछ लोगों ने अपनी दिक्कतें बताई है उन पर भी ध्यान दिया जाएगा। अधिकारियों के स्पष्ट आदेश है कि किसी भी हाल में नशा तस्करों को छोड़ना नहीं है। लुधियाना के अभी कई और भी संदिग्ध इलाके है जहां आने वाले दिनों में भी रेड करवाई जाएगी। कालोनी निवासियों में रोष
घोड़ा छाप कालोनी में रहते विनोद घई ने कहा कि पूरी कालोनी में 10 प्रतिशत लोग ऐसे है जो चिट्टा बेचते है। इन लोगों को पुलिस कर्मचारी पहले ही सुचेत कर देते है जिस कारण छापामारी के वक्त ये तस्कर पुलिस के हाथ नहीं आते। विनोद ने कहा कि पहले कई बार उसने पुलिस को नशा तस्करों की शिकायत दी लेकिन उसे जान से मारने की धमकियां मिलने लगी। नशा तस्कर और पुलिस कर्मी गाडियों में बैठ करते सेटिंग रोजाना पुलिस कर्मचारी नशा तस्करों के साथ गाड़ियों में बैठकर सेटिंग करते है। आज वह पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल से भी मिले है। उन्हें भी मामला संबंधी जानकारी दी है। कालोनी में रहने वाले अच्छे सामाजिक लोगों की छवि खराब होती है जब पुलिस बेवजह उनके घरों की सर्च करती है। जबकि असल नशा तस्कर पहले ही भाग जाते। पंजाब | दैनिक भास्कर