एमपी के अशोकनगर की चंदेरी मंडल की भाजपा महामंत्री ममता यादव (35) की हत्या कर शव उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में फेंक दिया था। इस बात की पुष्टि इस केस की शुरुआती जांच करने वाले उत्तर प्रदेश पुलिस के सब इंस्पेक्टर ने की है। इस मामले में मुख्य संदेही प्रयागराज का रिटायर्ड डिप्टी रेंजर रमापति द्विवेदी है। पुलिस ममता की गुमशुदगी के संबंध में उससे पूछताछ भी कर चुकी है, लेकिन अब वह फरार है। दैनिक भास्कर ने ममता की गुमशुदगी की जांच कर रही चंदेरी पुलिस की जांच डायरी का वह खास पेज हासिल किया है, जिसमें रमापति से पूछताछ किए जाने का जिक्र है। इसमें रमापति को मुख्य संदेही बताया गया है। डायरी में ही इस बात का भी जिक्र है कि अगले दिन द्विवेदी अपने घर में ताला लगाकर फरार हो गए हैं। 7 अक्टूबर 2023 को इस डायरी में रमापति द्विवेदी से पूछताछ किए जाने का जिक्र है। पढ़िए, ये रिपोर्ट… ममता की सिर में रॉड मारकर की थी हत्या ममता के भाई राजभान सिंह उर्फ राजा भैय्या ने दावा किया है कि रमापति द्विवेदी उनके नाती और ड्राइवर संजय द्विवेदी ने उनकी बहन की हत्या कर शव को फेंका है। बहन के शव की शिनाख्ती के सिलसिले में हम मांडा प्रयागराज पहुंचे थे। वहां मेरे सामने चंदेरी थाने के एसआई धर्मेंद्र दांगी ने संजय द्विवेदी को पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ में उसने स्वीकार कर लिया था कि रमापति द्विवेदी और उनके नाती के कहने पर ममता की हत्या सिर में रॉड मारकर की थी। बाद में हम तीनों ने बॉडी को ठिकाने लगाने की नीयत से शव को जंगल में झाड़ियों के बीच फेंक दिया था। इसकी धर्मेंद्र दांगी ने वीडियो रिकार्डिंग भी की थी। इसके बाद रमापति द्विवेदी से भी पूछताछ की गई थी। इस बात की जानकारी प्रयागराज पुलिस को भी दी थी। बाद में प्रयागराज पुलिस ने आगे कार्रवाई की नहीं की। मैं चंदेरी पुलिस की टीम के साथ भोपाल लौट आया। दो दिन बाद चंदेरी थाने पहुंचा, पुलिस ने चुनाव का हवाला देते हुए बाद में आने का बोला। इसके बाद से ममता की गुमशुदगी की जांच ठंडे बस्ते में है। हम इस मामले की उच्चस्तरीय जांच चाहते हैं। बहन के हत्यारों को सलाखों के पीछे देखना चाहते हैं। इधर, राजभान के तमाम आरोपों की पुष्टि पुलिस के रिकार्ड भी कर रहे हैं। चंदेरी पुलिस की केस डायरी में इन तमाम बातों का जिक्र है। ममता की गुमशुदगी जांच केस डायरी में क्या-क्या लिखा 29 सितंबर को थाना चंदेरी में ममता की मिसिंग कम्प्लेंट फाइल हुई थी। इसमें लिखा था- ममता की लास्ट लोकेशन 29 सितंबर 2023 को मिर्जापुर में थी। इसके बाद उसका मोबाइल फोन बंद हो गया था। इसी तारीख को ममता की 3-4 बार प्रयागराज के रमापति द्विवेदी से बात हुई थी। कॉल डिटेल के आधार पर चंदेरी पुलिस की टीम प्रयागराज पहुंची थी। वहां द्विवेदी से पूछताछ की गई। द्विवेदी ने स्वयं को रिटायर्ड डिप्टी रेंजर बताया था। उसने ममता से संपर्क होने की बात स्वीकार की थी। साथ ही जानकारी दी कि उसका ममता से लेन-देन चलता था। ममता पूर्व में अपने जेवरात भी उसके पास रखा करती थी। ममता यादव ने यूपी के प्रयागराज के कोराव थाने में द्विवेदी के खिलाफ केस दर्ज कराया था। जिसका अपराध क्रं. 353/22 है। यह एफआईआर 10.08. 2022 को दर्ज कराई गई थी। जिसमें पुलिस ने धमकाने, पीटने की धाराओं में केस दर्ज किया था। डिप्टी रेंजर से सात लाख रुपए का लेन-देन था भाजपा नेत्री के भाई राजभान यादव उर्फ राजा ने दैनिक भास्कर से चर्चा की है। राजभान यादव ने बताया कि उनकी बहन ममता यादव भाजपा के चंदेरी मंडल में महामंत्री थी। राजनीति में रहने के कारण क्षेत्रीय नेताओं और प्रदेश स्तर के नेता और अफसरों से अच्छी जान-पहचान थी। वह प्रयागराज भी आना-जाना करती थी। प्रयागराज में ही ममता की दोस्ती रमापति द्विवेदी से हुई। वह वन विभाग में डिप्टी रेंजर हैं। रमापति द्विवेदी से ममता की खूब बात होती थी। दोस्ती के दौरान ममता ने रमापति द्विवेदी को 7 लाख रुपए दिए थे। यह रुपए जब रमापति से वापस मांगना शुरू किए, तो उसने ममता को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। दोनों ने एक-दूसरे से बात करना बंद कर दिया। 14 सितंबर 2023 को ममता यादव को रमापति द्विवेदी ने पहले सोनभद्र और बाद में प्रयागराज बुलाया। द्विवेदी ने ममता से कहा- 7 लाख रुपए प्रयागराज आकर ले जाओ। रमापति के बुलावे पर ममता प्रयागराज गई थी। यहां रमापति द्विवेदी के साथ मीटिंग की। 21 सितंबर की रात 9 बजे तक उसका मोबाइल फोन एक्टिव रहा। तब तक वह मिर्जापुर और प्रयाग राज में अलग-अलग स्थानों पर रही। इस दौरान ममता की अशोकनगर, चंदेरी और मुंगावली के तमाम नेताओं से बात हुई। इन नेताओं में पूर्व मंत्री एवं वर्तमान में मुंगावली से विधायक बृजेंद्र सिंह यादव, चंदेरी अनस खान भी शामिल है। बकौल राजभान, भाजपा में मंडल महामंत्री होने के कारण ममता की पूर्व मंत्री यादव से बातचीत होती रहती थी। नाले में शव फेंका गया था, मारा कहीं और गया होगा प्रयागराज के मांडा थाना में पदस्थ रहे सब इंस्पेक्टर रामकेवल यादव ने बताया कि 26 सितंबर 2023 को मांडा थाना क्षेत्र के दसवार गांव में सड़क किनारे नाले के पास एक डेडबॉडी मिली थी। शव महिला का था। चेहरा और शरीर गल चुका था। केवल पीठ की स्किन और हिस्सा सुरक्षित था। पीठ पर टैटू बना हुआ था। शुरूआती जांच में पता चला था कि शव को नाले में फेंका गया है। उसे मारा किसी दूसरे स्थान पर गया था। जिस स्थान पर शव मिला, उस स्पॉट पर और उसके आसपास कहीं पर भी संबंधित को मारे जाने के सबूत (खून, मौत से पहले संघर्ष के निशान) नहीं मिले थे। बाद में जांच में पता चला है कि नाले में मिला शव मध्यप्रदेश के अशोकनगर से गुम हुई ममता यादव का था। मोबाइल बंद हुआ तब 8319#95### पर हुई थी बात भाजपा के चंदेरी मंडल की महामंत्री ममता यादव का मोबाइल 21 सितंबर 2023 की रात 9.02 बजे बंद हुआ था। मोबाइल स्विच ऑफ होने के पहले आखिरी कॉल 8319#95### से गया था। यह मोबाइल नंबर एमपी विधानसभा के रिकार्ड में मुंगावली विधायक बृजेंद्र सिंह यादव के नाम से दर्ज है। इसके अलावा 1 अगस्त से 21 सितंबर के बीच मोबाइल नंबर 722##651## पर सबसे ज्यादा 243 बार ममता की बात हुई थी। 722##651## की सिम चंदेरी अशोकनगर निवासी अनस खान के नाम पर रजिस्टर्ड है। आखिरी लोकेशन 21 सितंबर को मिर्जापुर में मिली चंदेरी के टांडा गांव की रहने वाली भाजपा की मंडल महामंत्री ममता यादव के मोबाइल फोन की आखिरी लोकेशन उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर में पुलिस को मिली है। इसके अलावा प्रयागराज के बड़ोखर गांव के रहने वाले रमापति द्विवेदी से 11 सितंबर से 21 सितंबर के बीच 40 से 45 बार बात हुई थी। चंदेरी पुलिस ने भाजपा नेत्री की गुमशुदगी दर्ज करने के बाद मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट के आधार पर रमापति से पूछताछ भी थी। लेकिन, उसने पुलिस को ममता की गुमशुदगी के बारे में कुछ भी नहीं बताया। CM योगी को भी दिया जांच के लिए आवेदन मृतका की मां रैना बाई उर्फ गीता ने बताया कि बेटी की मौत के बाद दो कई बार उत्तर प्रदेश तक जा चुके हैं। लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से भेंट कर उनसे भी न्याय दिलाने और बेटी के मर्डर की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। उन्होंने जांच कराने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन, उत्तर प्रदेश पुलिस ने अब तक कुछ नहीं किया। 10 दिन में 8319#95### पर हुई सबसे ज्यादा बात भाजपा नेत्री की सीडीआर रिपोर्ट के अनुसार ममता की मोबाइल 8319#95### नंबर पर 10 सितंबर से 21 सितंबर के बीच सबसे ज्यादा बार बात हुई थी। 8319#95### मोबाइल नंबर की सिम अशोक नगर के रहने वाले अमित यादव के नाम पर रजिस्टर्ड है। यही मोबाइल नंबर मप्र विधानसभा के रिकार्ड में मुंगावली से भाजपा के विधायक बृजेंद्र सिंह यादव के नाम से दर्ज है। हालांकि, मुंगावली विधायक बृजेंद्र सिंह यादव स्पष्ट कर चुके हैं कि ममता यादव, पार्टी में मंडल महामंत्री थी। उससे उनकी बात होती थी। सवालों के घेरे में पुलिस की जांच 1 . 26 सितंबर 2023 को ममता यादव का अज्ञात के रूप में महिला का शव मिला। लेकिन, मांडा थाना पुलिस ने मामले में मर्ग दर्ज नहीं किया।
2 . मांडा थाना पुलिस की शुरूआती जांच में ही महिला की हत्या कर शव फेंके जाने के तथ्य सामने आए। लेकिन, पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की।
3 . चंदेरी पुलिस भाजपा नेत्री ममता यादव की गुमशुदगी की जांच करने अक्टूबर 2023 में मोबाइल की आखिरी लोकेशन के आधार पर मांडा पहुंची। यहां संदेही रमापति द्विवेदी से पूछताछ की। लेकिन, मांडा पुलिस ने शव की शिनाख्त नहीं कराई।
4 . मांडा थाना में सितंबर 2023 में मिले अज्ञात शव की पहचान ममता यादव के रूप में फरवरी 2024 में हुई। इसके बाद पुलिस ने ममता के डीएनए का मिलान उसके भाई राजभान सिंह के डीएनए से नहीं कराया। ये खबरें भी पढ़ें… 1. भाजपा नेत्री की मौत बनी मिस्ट्री अशोकनगर के चंदेरी की भाजपा नेत्री ममता यादव की गुमशुदगी के बाद मौत का मामला 9 महीने बाद भी नहीं सुलझ पाया है। ममता की गुमशुदगी मध्यप्रदेश के चंदेरी में दर्ज हुई और शव उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मिला। पूरी खबर यहां पढ़ें… 2. भाजपा नेत्री की मौत मामले में दिग्विजय की एंट्री अशोकनगर के चंदेरी की बीजेपी नेता ममता यादव की गुमशुदगी और फिर मौत का मामले में अब राजनीति भी शुरू हो गई है। शनिवार को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ममता यादव की मां और भाई साथ मीडिया से चर्चा की। पूरी खबर यहां पढ़ें… एमपी के अशोकनगर की चंदेरी मंडल की भाजपा महामंत्री ममता यादव (35) की हत्या कर शव उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में फेंक दिया था। इस बात की पुष्टि इस केस की शुरुआती जांच करने वाले उत्तर प्रदेश पुलिस के सब इंस्पेक्टर ने की है। इस मामले में मुख्य संदेही प्रयागराज का रिटायर्ड डिप्टी रेंजर रमापति द्विवेदी है। पुलिस ममता की गुमशुदगी के संबंध में उससे पूछताछ भी कर चुकी है, लेकिन अब वह फरार है। दैनिक भास्कर ने ममता की गुमशुदगी की जांच कर रही चंदेरी पुलिस की जांच डायरी का वह खास पेज हासिल किया है, जिसमें रमापति से पूछताछ किए जाने का जिक्र है। इसमें रमापति को मुख्य संदेही बताया गया है। डायरी में ही इस बात का भी जिक्र है कि अगले दिन द्विवेदी अपने घर में ताला लगाकर फरार हो गए हैं। 7 अक्टूबर 2023 को इस डायरी में रमापति द्विवेदी से पूछताछ किए जाने का जिक्र है। पढ़िए, ये रिपोर्ट… ममता की सिर में रॉड मारकर की थी हत्या ममता के भाई राजभान सिंह उर्फ राजा भैय्या ने दावा किया है कि रमापति द्विवेदी उनके नाती और ड्राइवर संजय द्विवेदी ने उनकी बहन की हत्या कर शव को फेंका है। बहन के शव की शिनाख्ती के सिलसिले में हम मांडा प्रयागराज पहुंचे थे। वहां मेरे सामने चंदेरी थाने के एसआई धर्मेंद्र दांगी ने संजय द्विवेदी को पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ में उसने स्वीकार कर लिया था कि रमापति द्विवेदी और उनके नाती के कहने पर ममता की हत्या सिर में रॉड मारकर की थी। बाद में हम तीनों ने बॉडी को ठिकाने लगाने की नीयत से शव को जंगल में झाड़ियों के बीच फेंक दिया था। इसकी धर्मेंद्र दांगी ने वीडियो रिकार्डिंग भी की थी। इसके बाद रमापति द्विवेदी से भी पूछताछ की गई थी। इस बात की जानकारी प्रयागराज पुलिस को भी दी थी। बाद में प्रयागराज पुलिस ने आगे कार्रवाई की नहीं की। मैं चंदेरी पुलिस की टीम के साथ भोपाल लौट आया। दो दिन बाद चंदेरी थाने पहुंचा, पुलिस ने चुनाव का हवाला देते हुए बाद में आने का बोला। इसके बाद से ममता की गुमशुदगी की जांच ठंडे बस्ते में है। हम इस मामले की उच्चस्तरीय जांच चाहते हैं। बहन के हत्यारों को सलाखों के पीछे देखना चाहते हैं। इधर, राजभान के तमाम आरोपों की पुष्टि पुलिस के रिकार्ड भी कर रहे हैं। चंदेरी पुलिस की केस डायरी में इन तमाम बातों का जिक्र है। ममता की गुमशुदगी जांच केस डायरी में क्या-क्या लिखा 29 सितंबर को थाना चंदेरी में ममता की मिसिंग कम्प्लेंट फाइल हुई थी। इसमें लिखा था- ममता की लास्ट लोकेशन 29 सितंबर 2023 को मिर्जापुर में थी। इसके बाद उसका मोबाइल फोन बंद हो गया था। इसी तारीख को ममता की 3-4 बार प्रयागराज के रमापति द्विवेदी से बात हुई थी। कॉल डिटेल के आधार पर चंदेरी पुलिस की टीम प्रयागराज पहुंची थी। वहां द्विवेदी से पूछताछ की गई। द्विवेदी ने स्वयं को रिटायर्ड डिप्टी रेंजर बताया था। उसने ममता से संपर्क होने की बात स्वीकार की थी। साथ ही जानकारी दी कि उसका ममता से लेन-देन चलता था। ममता पूर्व में अपने जेवरात भी उसके पास रखा करती थी। ममता यादव ने यूपी के प्रयागराज के कोराव थाने में द्विवेदी के खिलाफ केस दर्ज कराया था। जिसका अपराध क्रं. 353/22 है। यह एफआईआर 10.08. 2022 को दर्ज कराई गई थी। जिसमें पुलिस ने धमकाने, पीटने की धाराओं में केस दर्ज किया था। डिप्टी रेंजर से सात लाख रुपए का लेन-देन था भाजपा नेत्री के भाई राजभान यादव उर्फ राजा ने दैनिक भास्कर से चर्चा की है। राजभान यादव ने बताया कि उनकी बहन ममता यादव भाजपा के चंदेरी मंडल में महामंत्री थी। राजनीति में रहने के कारण क्षेत्रीय नेताओं और प्रदेश स्तर के नेता और अफसरों से अच्छी जान-पहचान थी। वह प्रयागराज भी आना-जाना करती थी। प्रयागराज में ही ममता की दोस्ती रमापति द्विवेदी से हुई। वह वन विभाग में डिप्टी रेंजर हैं। रमापति द्विवेदी से ममता की खूब बात होती थी। दोस्ती के दौरान ममता ने रमापति द्विवेदी को 7 लाख रुपए दिए थे। यह रुपए जब रमापति से वापस मांगना शुरू किए, तो उसने ममता को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। दोनों ने एक-दूसरे से बात करना बंद कर दिया। 14 सितंबर 2023 को ममता यादव को रमापति द्विवेदी ने पहले सोनभद्र और बाद में प्रयागराज बुलाया। द्विवेदी ने ममता से कहा- 7 लाख रुपए प्रयागराज आकर ले जाओ। रमापति के बुलावे पर ममता प्रयागराज गई थी। यहां रमापति द्विवेदी के साथ मीटिंग की। 21 सितंबर की रात 9 बजे तक उसका मोबाइल फोन एक्टिव रहा। तब तक वह मिर्जापुर और प्रयाग राज में अलग-अलग स्थानों पर रही। इस दौरान ममता की अशोकनगर, चंदेरी और मुंगावली के तमाम नेताओं से बात हुई। इन नेताओं में पूर्व मंत्री एवं वर्तमान में मुंगावली से विधायक बृजेंद्र सिंह यादव, चंदेरी अनस खान भी शामिल है। बकौल राजभान, भाजपा में मंडल महामंत्री होने के कारण ममता की पूर्व मंत्री यादव से बातचीत होती रहती थी। नाले में शव फेंका गया था, मारा कहीं और गया होगा प्रयागराज के मांडा थाना में पदस्थ रहे सब इंस्पेक्टर रामकेवल यादव ने बताया कि 26 सितंबर 2023 को मांडा थाना क्षेत्र के दसवार गांव में सड़क किनारे नाले के पास एक डेडबॉडी मिली थी। शव महिला का था। चेहरा और शरीर गल चुका था। केवल पीठ की स्किन और हिस्सा सुरक्षित था। पीठ पर टैटू बना हुआ था। शुरूआती जांच में पता चला था कि शव को नाले में फेंका गया है। उसे मारा किसी दूसरे स्थान पर गया था। जिस स्थान पर शव मिला, उस स्पॉट पर और उसके आसपास कहीं पर भी संबंधित को मारे जाने के सबूत (खून, मौत से पहले संघर्ष के निशान) नहीं मिले थे। बाद में जांच में पता चला है कि नाले में मिला शव मध्यप्रदेश के अशोकनगर से गुम हुई ममता यादव का था। मोबाइल बंद हुआ तब 8319#95### पर हुई थी बात भाजपा के चंदेरी मंडल की महामंत्री ममता यादव का मोबाइल 21 सितंबर 2023 की रात 9.02 बजे बंद हुआ था। मोबाइल स्विच ऑफ होने के पहले आखिरी कॉल 8319#95### से गया था। यह मोबाइल नंबर एमपी विधानसभा के रिकार्ड में मुंगावली विधायक बृजेंद्र सिंह यादव के नाम से दर्ज है। इसके अलावा 1 अगस्त से 21 सितंबर के बीच मोबाइल नंबर 722##651## पर सबसे ज्यादा 243 बार ममता की बात हुई थी। 722##651## की सिम चंदेरी अशोकनगर निवासी अनस खान के नाम पर रजिस्टर्ड है। आखिरी लोकेशन 21 सितंबर को मिर्जापुर में मिली चंदेरी के टांडा गांव की रहने वाली भाजपा की मंडल महामंत्री ममता यादव के मोबाइल फोन की आखिरी लोकेशन उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर में पुलिस को मिली है। इसके अलावा प्रयागराज के बड़ोखर गांव के रहने वाले रमापति द्विवेदी से 11 सितंबर से 21 सितंबर के बीच 40 से 45 बार बात हुई थी। चंदेरी पुलिस ने भाजपा नेत्री की गुमशुदगी दर्ज करने के बाद मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट के आधार पर रमापति से पूछताछ भी थी। लेकिन, उसने पुलिस को ममता की गुमशुदगी के बारे में कुछ भी नहीं बताया। CM योगी को भी दिया जांच के लिए आवेदन मृतका की मां रैना बाई उर्फ गीता ने बताया कि बेटी की मौत के बाद दो कई बार उत्तर प्रदेश तक जा चुके हैं। लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से भेंट कर उनसे भी न्याय दिलाने और बेटी के मर्डर की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। उन्होंने जांच कराने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन, उत्तर प्रदेश पुलिस ने अब तक कुछ नहीं किया। 10 दिन में 8319#95### पर हुई सबसे ज्यादा बात भाजपा नेत्री की सीडीआर रिपोर्ट के अनुसार ममता की मोबाइल 8319#95### नंबर पर 10 सितंबर से 21 सितंबर के बीच सबसे ज्यादा बार बात हुई थी। 8319#95### मोबाइल नंबर की सिम अशोक नगर के रहने वाले अमित यादव के नाम पर रजिस्टर्ड है। यही मोबाइल नंबर मप्र विधानसभा के रिकार्ड में मुंगावली से भाजपा के विधायक बृजेंद्र सिंह यादव के नाम से दर्ज है। हालांकि, मुंगावली विधायक बृजेंद्र सिंह यादव स्पष्ट कर चुके हैं कि ममता यादव, पार्टी में मंडल महामंत्री थी। उससे उनकी बात होती थी। सवालों के घेरे में पुलिस की जांच 1 . 26 सितंबर 2023 को ममता यादव का अज्ञात के रूप में महिला का शव मिला। लेकिन, मांडा थाना पुलिस ने मामले में मर्ग दर्ज नहीं किया।
2 . मांडा थाना पुलिस की शुरूआती जांच में ही महिला की हत्या कर शव फेंके जाने के तथ्य सामने आए। लेकिन, पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की।
3 . चंदेरी पुलिस भाजपा नेत्री ममता यादव की गुमशुदगी की जांच करने अक्टूबर 2023 में मोबाइल की आखिरी लोकेशन के आधार पर मांडा पहुंची। यहां संदेही रमापति द्विवेदी से पूछताछ की। लेकिन, मांडा पुलिस ने शव की शिनाख्त नहीं कराई।
4 . मांडा थाना में सितंबर 2023 में मिले अज्ञात शव की पहचान ममता यादव के रूप में फरवरी 2024 में हुई। इसके बाद पुलिस ने ममता के डीएनए का मिलान उसके भाई राजभान सिंह के डीएनए से नहीं कराया। ये खबरें भी पढ़ें… 1. भाजपा नेत्री की मौत बनी मिस्ट्री अशोकनगर के चंदेरी की भाजपा नेत्री ममता यादव की गुमशुदगी के बाद मौत का मामला 9 महीने बाद भी नहीं सुलझ पाया है। ममता की गुमशुदगी मध्यप्रदेश के चंदेरी में दर्ज हुई और शव उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मिला। पूरी खबर यहां पढ़ें… 2. भाजपा नेत्री की मौत मामले में दिग्विजय की एंट्री अशोकनगर के चंदेरी की बीजेपी नेता ममता यादव की गुमशुदगी और फिर मौत का मामले में अब राजनीति भी शुरू हो गई है। शनिवार को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ममता यादव की मां और भाई साथ मीडिया से चर्चा की। पूरी खबर यहां पढ़ें… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर