हरियाणा भिवानी में नया बाजार स्थित जिंदल इलेक्ट्रॉनिक्स शॉप की अचानक लिफ्ट टूटने से बड़ा हादसा हो गया। दुकान पर काम करने वाले 2 कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें हिसार के निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां पर एक युवक की मौत हो गई। घटना के बाद सिविल लाइन थाना पुलिस छानबीन शुरू कर दी है। भारी सामान के साथ भेजा था मालिक ने भिवानी के गांव जाटू लोहारी निवासी मधे सिंह ने बताया कि चचेरे भाई का लड़का रतिपाल 3 साल से भिवानी के नया बाजार स्थित जिंदल इलेक्ट्रिक पर काम करता था। 22 जून 2024 को लगभग दोपहर 2 बजे हमारे पास संदेश आया कि आपके लड़के को चोट लगी है। उसे लेकर जिंदल अस्पताल हिसार जा रहे है। सूचना मिलते ही हम जिंदल अस्पताल हिसार पहुंचे। गंभीर रूप से घायल रतिपाल से मिले तो उसने बताया कि मुझे और ओम को जिंदल इलेक्ट्रिक के मालिक अंकित और नितिन ने लिफ्ट से सामान लाने के लिए कहा। कर्मचारियों ने लिफ्ट में जाने से किया था मना हमने दुकान के मालिक को कहा कि लिफ्ट के तार कमजोर है। भारी सामान लिफ्ट में नहीं लाया जा सकता है। उसने कहा कुछ नहीं होता सामान ले आओ। हम सामान लाने के लिए लिफ्ट में गए तो लिफ्ट कि अचानक तार टूट गई। जिस वजह से हम सामान सहित लिफ्ट से नीचे गिर गए। मुझे व दूसरे साथी ओम को काफी चोट आई। दोनों को घायल हालत में भिवानी के नागरिक अस्पताल पहुंचाया। वहां से घायलों को रेफर कर दिया। दोनों को हिसार के जिंदल अस्पताल लेकर गए। वहां पर आज दोपहर को रतीपाल पुत्र कंवरसैन की मौत हो गई। शॉप मलिक पर लापरवाही का आरोप मृतक रतिपाल के चाचा मधे सिंह ने आरोप लगाया कि जिंदल इलेक्ट्रॉनिक्स नए बाज़ार भिवानी के मालिकों की लापरवाही से यह हादसा हुआ है। लिफ्ट ठीक न करवाने के कारण मेरे भतीजे रतिपाल की मौत हो गई है। दुकान मालिक के खिलाफ केस दर्ज पुलिस ने हिसार जिंदल अस्पताल पहुंचकर मामले की कारवाई की। रतिपाल के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिवानी नागरिक अस्पताल लाया गया। पुलिस ने मृतक के चाचा के बयान पर जिंदल इलेक्ट्रॉनिक्स शॉप मालिक के खिलाफ IPC की धारा 304A के तहत मामला दर्ज किया है। हरियाणा भिवानी में नया बाजार स्थित जिंदल इलेक्ट्रॉनिक्स शॉप की अचानक लिफ्ट टूटने से बड़ा हादसा हो गया। दुकान पर काम करने वाले 2 कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें हिसार के निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां पर एक युवक की मौत हो गई। घटना के बाद सिविल लाइन थाना पुलिस छानबीन शुरू कर दी है। भारी सामान के साथ भेजा था मालिक ने भिवानी के गांव जाटू लोहारी निवासी मधे सिंह ने बताया कि चचेरे भाई का लड़का रतिपाल 3 साल से भिवानी के नया बाजार स्थित जिंदल इलेक्ट्रिक पर काम करता था। 22 जून 2024 को लगभग दोपहर 2 बजे हमारे पास संदेश आया कि आपके लड़के को चोट लगी है। उसे लेकर जिंदल अस्पताल हिसार जा रहे है। सूचना मिलते ही हम जिंदल अस्पताल हिसार पहुंचे। गंभीर रूप से घायल रतिपाल से मिले तो उसने बताया कि मुझे और ओम को जिंदल इलेक्ट्रिक के मालिक अंकित और नितिन ने लिफ्ट से सामान लाने के लिए कहा। कर्मचारियों ने लिफ्ट में जाने से किया था मना हमने दुकान के मालिक को कहा कि लिफ्ट के तार कमजोर है। भारी सामान लिफ्ट में नहीं लाया जा सकता है। उसने कहा कुछ नहीं होता सामान ले आओ। हम सामान लाने के लिए लिफ्ट में गए तो लिफ्ट कि अचानक तार टूट गई। जिस वजह से हम सामान सहित लिफ्ट से नीचे गिर गए। मुझे व दूसरे साथी ओम को काफी चोट आई। दोनों को घायल हालत में भिवानी के नागरिक अस्पताल पहुंचाया। वहां से घायलों को रेफर कर दिया। दोनों को हिसार के जिंदल अस्पताल लेकर गए। वहां पर आज दोपहर को रतीपाल पुत्र कंवरसैन की मौत हो गई। शॉप मलिक पर लापरवाही का आरोप मृतक रतिपाल के चाचा मधे सिंह ने आरोप लगाया कि जिंदल इलेक्ट्रॉनिक्स नए बाज़ार भिवानी के मालिकों की लापरवाही से यह हादसा हुआ है। लिफ्ट ठीक न करवाने के कारण मेरे भतीजे रतिपाल की मौत हो गई है। दुकान मालिक के खिलाफ केस दर्ज पुलिस ने हिसार जिंदल अस्पताल पहुंचकर मामले की कारवाई की। रतिपाल के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिवानी नागरिक अस्पताल लाया गया। पुलिस ने मृतक के चाचा के बयान पर जिंदल इलेक्ट्रॉनिक्स शॉप मालिक के खिलाफ IPC की धारा 304A के तहत मामला दर्ज किया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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शाहबाद में कांग्रेस प्रत्याशी का विरोध:मौजूद विधायक को टिकट देने पर कार्यकर्ता नाराज; बोले- यहां न प्रचार करेंगे न मतदान कुरूक्षेत्र जिले के शाहबाद में कांग्रेस के मौजूदा विधायक रामकरण काला को टिकट दिए जाने पर कार्यकर्ताओं में रोष है। आज कांग्रेस कार्यकर्ता शिव मंदिर धर्मशाला में इकट्ठा हुए और आगामी रणनीति पर विचार विमर्श किया गया। पूर्व विधायक अनिल धन थोड़ी ने कहा कि शाहबाद में विधायक रामकरण कल को टिकट दिए जाने पर पार्टी ने शाहबाद के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ ठीक नहीं किया। रामकरण काला ने वर्ष 2009, 2014, 2019 में कांग्रेस पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ा। वहीं कांग्रेस पार्टी ने ही उन्हें शाहबाद विधानसभा से टिकट देकर मैदान में उतार दिया। सभी कांग्रेस कार्यकर्ता इस बात से नाराज है। उन्होंने कहा कि आज बैठक में सभी पुराने कार्यकर्ताओं ने अपनी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेसी है,थे और रहेंगे। किसी भी कीमत पर कांग्रेस पार्टी को नहीं छोड़ेंगे। न प्रचार करेंगे, न मतदान- अनिल उन्होंने कहा कि वह शाहबाद विधानसभा को बचाना चाहते हैं। इसलिए ना तो वह इस बार मतदान करेंगे और ना ही कांग्रेस पार्टी के लिए शाहाबाद में प्रचार करेंगे। उन्होंने कहा कि वह आसपास के क्षेत्र में जाकर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार प्रसार और पूरी मेहनत करेंगे।