Exclusive: नीट पेपर लीक में हजारीबाग के जिस स्कूल का कोड मिला था वहां के प्रिंसिपल का बड़ा खुलासा, कही ये बात

Exclusive: नीट पेपर लीक में हजारीबाग के जिस स्कूल का कोड मिला था वहां के प्रिंसिपल का बड़ा खुलासा, कही ये बात

<p style=”text-align: justify;”><strong>NEET Paper Leak 2024: </strong>नीट पेपर लीक कांड में जारी जांच के बीच इसका झारखंड कनेक्शन भी जुड़ गया है. शक है कि नीट का पेपर सबसे पहले हजारीबाग के एक सेंटर से लीक हुआ है. हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में नीट का सेंटर था. एबीपी न्यूज़ की टीम सोमवार (24 जून) को यहां पहुंची. यहां के प्रिंसिपल ने बातचीत में बड़ा खुलासा किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक ने कहा कि नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र जिस ट्रंक में रखा था उसमें दो ताले थे. एक नॉर्मल ताला था जिसके हैंडल को बगल में रखी आड़ी से काटना था. दूसरा जो ताला था वह डिजिटल लॉक था. जिसको एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) के डायरेक्शन के तहत परीक्षा के दिन एक बजकर 15 मिनट पर दोपहर में खोलना था. हालांकि पूरे भारत में 1:15 बजे कहीं भी डिजिटल ताला नहीं खुला.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एहसानुल हक ने कहा कि इसके बाद हर जगह से एनडीए को कॉल आया और एनटीए ने कहा कि जिस तरह नॉर्मल ताला आड़ी से काटा गया है उसी तरह इस डिजिटल लॉक को भी काट दीजिए. एनटीए की अनुमति के बाद डिजिटल लॉक को काटा गया. उन्होंने कहा कि ईओयू की टीम पूछ रही थी कि डिजिटल लॉक आड़ी से क्यों काटा गया तो हम लोगों ने सारी बात कही है कि एनटीए ने अनुमति दी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जो बुकलेट नंबर मिला उस पर एक बच्ची ने दी थी परीक्षा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आगे बातचीत में कहा कि यह मीडिया में कहा जा रहा है कि पेपर सबसे पहले यहां से लीक हुआ. एनटीए ने ऐसा हम लोगों से कुछ नहीं कहा. बिहार ईओयू की टीम 21 जून को यहां आई थी. ईओयू को मैंने बताया कि मैं जिले में नीट परीक्षा कराने के लिए सिटी कोऑर्डिनेटर था. ईओयू ने कहा कि जले हुए प्रश्न पत्र हम लोगों को मिले हैं जिसमें बुकलेट नंबर लिखा है. वह इसी ओएसिस स्कूल का है. जांच में यह आया है. मैंने यहां अटेंडेंस चेक किया तो पता चला कि उस बुकलेट नंबर पर एक बच्ची ने यहां एग्जाम दिया था. पांच मई को परीक्षा थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पटना के एक स्कूल से मिले थे जले हुए प्रश्न पत्र</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें नीट पेपर लीक मामले में पटना के लर्न प्ले स्कूल की छत से पुलिस को जले हुए प्रश्न पत्र मिले थे. नीट परीक्षा से एक दिन पहले पटना के खेमनीचक स्थित इस स्कूल में अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र और उत्तर दिया गया था. यहां रात में सबको रटवाया गया था. बाद में प्रश्न पत्र जला दिए गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने जले हुए प्रश्न पत्र का मिलान एनटीए की ओर से उपलब्ध कराए गए मूल प्रश्न पत्र से किया है. अब इसको फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. जले हुए प्रश्न पत्र पर सीरियल कोड लिखा हुआ था. ईओयू को एनटीए से जले हुए प्रश्न पत्र के सीरियल कोड से संबंधित वांछित प्रतिवेदन प्राप्त हुआ है. उससे स्पष्ट हुआ है कि जले हुए प्रश्न पत्र का सीरियल कोड हजारीबाग के ओएसिस स्कूल परीक्षा केंद्र का है. ओएसिस स्कूल में बिहार से ईओयू की टीम पहुंची और जांच की. कर्मचारियों से पूछताछ की गई. कर्मचारियों का बयान भी दर्ज किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिहार ईओयू के सत्यापन में प्रथम दृष्टया इस परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र की पैकिंग के संदिग्ध पॉलीबैग, संबंधित अभ्यर्थी से बरामद मूल प्रश्न पत्र की पैकिंग और संबंधित पैकिंग ट्रंक में इन सभी के साथ छेड़छाड़ होना पाया गया है. ईओयू ने सभी सबूतों को जब्त कर लिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढे़ं- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/neet-paper-leak-sanjeev-mukhiya-connection-with-jdu-saving-the-kingpin-rjd-manoj-jha-big-revelation-2722234″>NEET Paper Leak: संजीव मुखिया का JDU से ‘कनेक्शन’! किंगपिन को बचाया जा रहा? मनोज झा का बड़ा खुलासा</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>NEET Paper Leak 2024: </strong>नीट पेपर लीक कांड में जारी जांच के बीच इसका झारखंड कनेक्शन भी जुड़ गया है. शक है कि नीट का पेपर सबसे पहले हजारीबाग के एक सेंटर से लीक हुआ है. हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में नीट का सेंटर था. एबीपी न्यूज़ की टीम सोमवार (24 जून) को यहां पहुंची. यहां के प्रिंसिपल ने बातचीत में बड़ा खुलासा किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक ने कहा कि नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र जिस ट्रंक में रखा था उसमें दो ताले थे. एक नॉर्मल ताला था जिसके हैंडल को बगल में रखी आड़ी से काटना था. दूसरा जो ताला था वह डिजिटल लॉक था. जिसको एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) के डायरेक्शन के तहत परीक्षा के दिन एक बजकर 15 मिनट पर दोपहर में खोलना था. हालांकि पूरे भारत में 1:15 बजे कहीं भी डिजिटल ताला नहीं खुला.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एहसानुल हक ने कहा कि इसके बाद हर जगह से एनडीए को कॉल आया और एनटीए ने कहा कि जिस तरह नॉर्मल ताला आड़ी से काटा गया है उसी तरह इस डिजिटल लॉक को भी काट दीजिए. एनटीए की अनुमति के बाद डिजिटल लॉक को काटा गया. उन्होंने कहा कि ईओयू की टीम पूछ रही थी कि डिजिटल लॉक आड़ी से क्यों काटा गया तो हम लोगों ने सारी बात कही है कि एनटीए ने अनुमति दी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जो बुकलेट नंबर मिला उस पर एक बच्ची ने दी थी परीक्षा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आगे बातचीत में कहा कि यह मीडिया में कहा जा रहा है कि पेपर सबसे पहले यहां से लीक हुआ. एनटीए ने ऐसा हम लोगों से कुछ नहीं कहा. बिहार ईओयू की टीम 21 जून को यहां आई थी. ईओयू को मैंने बताया कि मैं जिले में नीट परीक्षा कराने के लिए सिटी कोऑर्डिनेटर था. ईओयू ने कहा कि जले हुए प्रश्न पत्र हम लोगों को मिले हैं जिसमें बुकलेट नंबर लिखा है. वह इसी ओएसिस स्कूल का है. जांच में यह आया है. मैंने यहां अटेंडेंस चेक किया तो पता चला कि उस बुकलेट नंबर पर एक बच्ची ने यहां एग्जाम दिया था. पांच मई को परीक्षा थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पटना के एक स्कूल से मिले थे जले हुए प्रश्न पत्र</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें नीट पेपर लीक मामले में पटना के लर्न प्ले स्कूल की छत से पुलिस को जले हुए प्रश्न पत्र मिले थे. नीट परीक्षा से एक दिन पहले पटना के खेमनीचक स्थित इस स्कूल में अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र और उत्तर दिया गया था. यहां रात में सबको रटवाया गया था. बाद में प्रश्न पत्र जला दिए गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने जले हुए प्रश्न पत्र का मिलान एनटीए की ओर से उपलब्ध कराए गए मूल प्रश्न पत्र से किया है. अब इसको फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. जले हुए प्रश्न पत्र पर सीरियल कोड लिखा हुआ था. ईओयू को एनटीए से जले हुए प्रश्न पत्र के सीरियल कोड से संबंधित वांछित प्रतिवेदन प्राप्त हुआ है. उससे स्पष्ट हुआ है कि जले हुए प्रश्न पत्र का सीरियल कोड हजारीबाग के ओएसिस स्कूल परीक्षा केंद्र का है. ओएसिस स्कूल में बिहार से ईओयू की टीम पहुंची और जांच की. कर्मचारियों से पूछताछ की गई. कर्मचारियों का बयान भी दर्ज किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिहार ईओयू के सत्यापन में प्रथम दृष्टया इस परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र की पैकिंग के संदिग्ध पॉलीबैग, संबंधित अभ्यर्थी से बरामद मूल प्रश्न पत्र की पैकिंग और संबंधित पैकिंग ट्रंक में इन सभी के साथ छेड़छाड़ होना पाया गया है. ईओयू ने सभी सबूतों को जब्त कर लिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढे़ं- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/neet-paper-leak-sanjeev-mukhiya-connection-with-jdu-saving-the-kingpin-rjd-manoj-jha-big-revelation-2722234″>NEET Paper Leak: संजीव मुखिया का JDU से ‘कनेक्शन’! किंगपिन को बचाया जा रहा? मनोज झा का बड़ा खुलासा</a></strong></p>  बिहार Watch: संसद में शपथ ग्रहण के बीच अखिलेश यादव ने किया कुछ ऐसा काम, हर जगह हो रही चर्चा, Video Viral