वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में मंगलवार की रात छात्रों के दो गुट भिड़ गए। बचाव में PAC जवानों ने लाठी लेकर दौड़ाया। छात्र रात में टहल रहे थे, तभी किसी बात पर उनकी बहस हो गई। एक पक्ष ने आरोप लगाया है कि दूसरे गुट ने हॉस्टल तक खदेड़ा। किसी तरह वो भागकर आचार्य नरेंद्र देव छात्रावास पहुंचे। वहां पर साथियों और स्टाफ को घटना के बारे में बताया। छात्रों को पीटे जाने से अन्य साथियों ने नाराजगी जताई। सूचना पाकर चौकी पुलिस भी मौके पर पहुंची। वहीं, छात्रों की भीड़ भी जमा है। पुलिस ने दोनों गेटों पर आवागमन बंद कर दिया है। वहीं, छात्र कार्रवाई की जिद पर अड़े हैं। काशी विद्यापीठ में कई थानों का फोर्स बुलाया गया है। देखिए घटनास्थल की तस्वीरें प्रोफेसर बोलीं-मामले की जांच हो रही प्रोफेसर अमिता सिंह ने बताया-थोड़ी देर पहले मुझे गार्ड सुपरवाइजर का फोन आया। उन्होंने बताया कि कुछ छात्रों में मारपीट हो रही है। मैंने कहा कि जाकर मौके पर देखिए कि छात्रों के बीच क्या विवाद है। किस वजह से मारपीट हुई है। तब तक कई छात्रों के मेरे पास फोन आ गए। मैं गाड़ी से तुरंत मौके पर पहुंची। छात्र PAC के पास मदद मांगने आए थे। PAC हमारे परिसर में ही आवासित हैं। छात्रों का कहना है कि उनमें से 1-2 लोग बाहरी थे। फिलहाल, जांच चल रही है। वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में मंगलवार की रात छात्रों के दो गुट भिड़ गए। बचाव में PAC जवानों ने लाठी लेकर दौड़ाया। छात्र रात में टहल रहे थे, तभी किसी बात पर उनकी बहस हो गई। एक पक्ष ने आरोप लगाया है कि दूसरे गुट ने हॉस्टल तक खदेड़ा। किसी तरह वो भागकर आचार्य नरेंद्र देव छात्रावास पहुंचे। वहां पर साथियों और स्टाफ को घटना के बारे में बताया। छात्रों को पीटे जाने से अन्य साथियों ने नाराजगी जताई। सूचना पाकर चौकी पुलिस भी मौके पर पहुंची। वहीं, छात्रों की भीड़ भी जमा है। पुलिस ने दोनों गेटों पर आवागमन बंद कर दिया है। वहीं, छात्र कार्रवाई की जिद पर अड़े हैं। काशी विद्यापीठ में कई थानों का फोर्स बुलाया गया है। देखिए घटनास्थल की तस्वीरें प्रोफेसर बोलीं-मामले की जांच हो रही प्रोफेसर अमिता सिंह ने बताया-थोड़ी देर पहले मुझे गार्ड सुपरवाइजर का फोन आया। उन्होंने बताया कि कुछ छात्रों में मारपीट हो रही है। मैंने कहा कि जाकर मौके पर देखिए कि छात्रों के बीच क्या विवाद है। किस वजह से मारपीट हुई है। तब तक कई छात्रों के मेरे पास फोन आ गए। मैं गाड़ी से तुरंत मौके पर पहुंची। छात्र PAC के पास मदद मांगने आए थे। PAC हमारे परिसर में ही आवासित हैं। छात्रों का कहना है कि उनमें से 1-2 लोग बाहरी थे। फिलहाल, जांच चल रही है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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Bihar Politics: अशोक चौधरी की फिसली जुबान, कहा- 2025 में 2020 प्लस सीटों का है लक्ष्य, RJD ने यूं ले ली चुटकी <p style=”text-align: justify;”><strong> Shakti Yadav on Ashok Choudhary:</strong> एनडीए की बैठक के बाद सोमवार को आरजेडी नेता और प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने मंत्री अशोक चौधरी पर चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि जो असम का चूर्ण वो नीतीश कुमार को खिलाते हैं, उसका असर उन्हीं पर हो रहा है. दरअसल (28 अक्टूबर) को एनडीए की बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अशोक चौधरी की जुबान फिसल गई. उन्होंने कहा कि बैठक में 2025 में 2020 प्लस सीटें जीतने का लक्ष्य रखा गया है. हालांकि पत्रकारों ने उन्हें बीच में टोका भी, लेकिन वो दोबारा वही बात बोल गए. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अशोक चौधरी पर क्या बोले आरजेडी नेता?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अशोक चौधरी के इस तरह स्लीपिंग ऑफ टंग पर आजेडी नेता ने कहा कि अशोक चौधरी नीतीश कुमार को असम वाला चूर्ण खिला रहे हैं, लेकिन उसका असर अब उन पर भी हो रहा है. शक्ति यादव ने कहा कि लगता है कि असम वाला चूर्ण अशोक चौधरी भी खा लिए हैं. इसका असर उन पर साफ-साफ दिख रहा है. वो क्या बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि एनडीए के घटक दलों में इतनी बौखलाहट क्यों हैं. 17 महीने का जो तेजस्वी यादव का जो काम था, चाहे वो किसी भी क्षेत्र में हो, जो लकीर उन्होंने खींची है, उसका सामना करना एनडीए की सरकार को मुश्किल हो रहा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’तेजस्वी यादव के डर से एनडीए गठबंधन की बैठक'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं एनडीए की बैठक पर तंज कसते हुए इससे पहले आजेडी नेता ने कहा था कि तेजस्वी यादव के डर से एनडीए गठबंधन की बैठक हो रही है. चार विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने वाले हैं, सभी जगह एनडीए प्रत्याशी की स्थिति ठीक नहीं है. यही कारण है कि एनडीए के लोग अब बैठकें कर रहे हैं. कोई फायदा नहीं होगा, चारों सीटों पर भारत गठबंधन के प्रत्याशी जीतेंगे. शक्ति सिंह ने कहा था कि इस बैठक में कुछ नहीं होगा, एनडीए गठबंधन के नेता सिर्फ चाय-बिस्कुट खाएंगे और फिर चले जाएंगे. एनडीए के नेताओं को भी पता है कि बिहार में माहौल कैसा है. </p>
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MP में बाघ और चीतों की तर्ज पर अब हाथियों को भी लगाया जायेगा सैटेलाइट कॉलर, जानिए नया प्लान
MP में बाघ और चीतों की तर्ज पर अब हाथियों को भी लगाया जायेगा सैटेलाइट कॉलर, जानिए नया प्लान <p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> मध्य प्रदेश में चीते और बाघ की तर्ज पर अब हाथियों को भी सैटेलाइट कॉलर लगाये जायेंगे. सैटेलाइट कॉलर लगाने से हाथियों की लोकेशन का पता चल सकेगा. वन विभाग के एपीसीसीएफ एल. कृष्णमूर्ति ने बताया कि हाथी झुंड में रहते हैं. इसलिए सैटेलाइट कॉलर झुंड के किसी एक हाथी को लगाई जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसकी मॉनिटरिंग कॉरिडोर वाले जिलों के डीएफओ और वाइल्ड लाइफ मुख्यालय स्थित कंट्रोल कमांड सेंटर से होगी. उन्होंने बताया कि हाथियों की लोकेशन पता करने के लिए नई व्यवस्था की जा रही है. यदि हाथी गांव की तरफ जाते हैं तो उन्हें मैनेज कर जंगल की तरफ हांका जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सैटेलाइट कॉलर लगाने के लिए कर्नाटक वाइल्ड लाइफ मुख्यालय ने स्वीकृति दे दी है. बताया जा रहा है कि कर्नाटक में इस तरह के प्रयोग हो रहे हैं. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में लगभग 160 हाथी हैं. आंकड़ों के मुताबिक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 70 हाथी हैं. वहीं, संजय डुबरी नेशनल पार्क में 25 हाथियों का डेरा है. हाथियों को मैनेज करने का गुर सीखने अधिकारियों का दो दल मैसूर और कोयम्बटूर जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अब हाथियों को लगाये जायेंगे सैटेलाइट कॉलर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दोनों दलों में कान्हा, संजय दुबरी, बांधवगढ़, उमरिया, मंडला, सीधी, शहडोल, अनूपपुर, मंडला सहित अन्य हाथी कॉरिडोर और प्रभावित इलाकों के डीएफओ शामिल हैं. सैटेलाइट कॉलर लगाने से जंगल के पास रहने वाली आबादी को बड़ी राहत मिलेगी. जंगली हाथी के गांव की तरफ जाने पर मैनेज कर जंगल की तरफ हांक दिया जाएगा. वन विभाग की तरफ से लोगों को भी जागरूक करने का काम किया जाएगा. बता दें कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की रहस्मयी मौत के बाद मध्य प्रदेश सरकार भी गंभीर है. हाथियों की मौत ने मध्य प्रदेश के वन्य प्राणियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिये हैं. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के 10 हाथियों की मौत मामले फॉरेंसिक रिपोर्ट आ गयी है. </p>
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<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”भोपाल में सिख समुदाय ने कनाडा की घटना का किया विरोध, लगाए खालिस्तान मुर्दाबाद के नारे” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/bhopal-sikh-community-protest-against-attack-on-hindu-temple-in-canada-2818666″ target=”_self”>भोपाल में सिख समुदाय ने कनाडा की घटना का किया विरोध, लगाए खालिस्तान मुर्दाबाद के नारे</a></strong></p>
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लुधियाना रेलवे स्टेशन के ब्रिज पर चढ़ी नाबालिग का मामला:एक्शन मोड पर सीनियर अधिकारी,जिम्मेवार लोगों से होगी जवाब-तलबी-कैसे पुल पर चढ़ी किशोरी
लुधियाना रेलवे स्टेशन के ब्रिज पर चढ़ी नाबालिग का मामला:एक्शन मोड पर सीनियर अधिकारी,जिम्मेवार लोगों से होगी जवाब-तलबी-कैसे पुल पर चढ़ी किशोरी उत्तर रेलवे के लुधियाना रेलवे स्टेशन पर बीते दिन एक नाबालिग किशोरी प्लेटफार्म नंबर 6 के ब्रिज पर चढ़ कर कूदने लगी। किशोरी पुल पर लटकता देख लोगों ने शोर मचाया तो 2 TTE और 1 रेलवे यूनियन के नेता रेस्क्यू किया। करीब 25 फूट ऊंची सीढ़ी लाकर करीब 1 घंटे की कड़ी मुशक्कत के बाद उसे उतारा। 1 घंटे बंद करवानी पड़ी हाईटेंशन तारें रेलवे अधिकारियों को किशोरी की जान बचाने के लिए करीब 1 घंटे हाईटेंशन तारों को बंद करवाना पड़ा। इस घटनाक्रम की वीडियो सामने आने के बाद पता चला है कि GRP और RPF की पुलिस इस रेस्क्यू में सिर्फ मूक दर्शक बनी रही। GRP और RPF के किसी अधिकारी ने किशोरी को बचाने के प्रयास नहीं किया। सूत्रों मुताबिक इस पूरे घटनाक्रम पर अब फिरोजपुर डिवीजन भी एक्शन लेने की तैयारी में है। मामला गंभीर है,जिम्मेवार लोगों से होगी जवाब-तलबी-सीनियर DSC ऋषि त्रिपाठी बातचीत करते हुए फिरोजपुर डिवीजन के सीनियर DSC ऋषि पांडे ने कहा कि मामले बहुत गंभीर है। नाबालिग बच्ची पुल तक कैसे पहुंची यह भी जांच का विषय है। बच्चों को लेकर RPF काफी गंभीर है। रोजाना कई ऐसे बच्चों को उनके परिजनों के सुपुर्द किया जाता है जो बच्चों घर से किसी न किसी बात को लेकर नाराज होकर चले जाते है। इस घटनाक्रम की भी समीक्षा की जाएगी। जिम्मेवार लोगों से भी जवाब-तलबी की जाएगी कि किशोरी जब पुल पर चढ़ रही थी तो उस समय किसी ने क्यों नहीं देखा। ये बड़ी लापरवाही है। मेरी पूरा फोकस लुधियाना का सुधार करने में ऋषि पांडे ने कहा कि मेरा पूरा फोकस है कि लुधियाना रेलवे स्टेशन पर लावारिस मिलने वाले बच्चों को उनके परिजनों तक पहुंचाए। वहीं जिन लोगों के साथ लूटपाट की वारदातें हो रही है उनकी शिकायतों को भी पहल की आधार पर हल करें। स्पेशल टीमों का गठन किया जा रहा है ताकि स्नैचिंग आदि की घटनाओं को रोका जा सके। सभी सीनियर अधिकारियों के सहयोग से व्यवस्था को ठीक किया जा रहा है।