आगरा में दो भाइयों के सुसाइड केस में दरोगा हरिओम अग्निहोत्री को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले को CM योगी ने संज्ञान में लिया था। इसके बाद यह एक्शन लिया गया। आज यानी बुधवार को आरोपी दरोगा को कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं, आरोपी इंस्पेक्टर मुकेश कुमार फरार हो गया है। मामला दो जिले- आगरा और हाथरस से जुड़ा हुआ है। आगरा के बहरन थाना क्षेत्र के रूपपुर गांव में 72 घंटे में दो भाइयों ने फांसी लगाकर सुसाइड किया। इनमें से एक होमगार्ड का जवान था। डीसीपी वेस्ट जोन सोनम कुमार ने बताया- दरोगा की गिरफ्तारी हो चुकी है इंस्पेक्टर मुकेश फरार है। जल्दी उसकी भी गिरफ्तारी की जाएगी। सुसाइड नोट में दरोगा पर पैसे मांगने का आरोप 22 जून को रूपपुर गांव के किसान संजय सिंह ने अपने खेत में लगे आम के पेड़ में फंदा बनाकर सुसाइड किया। संजय सिंह के बड़े भाई प्रमोद कुमार ने तब आरोप लगाते हुए कहा था- मेरे भाई की ससुराल हाथरस के सादाबाद में है। यहीं उसका साला एक युवती को लेकर भाग गया। लड़की के घर वालों ने थाने में केस दर्ज कराया। सादाबाद पुलिस ने साले को पकड़ने के लिए संजय सिंह को उठा लिया। सादाबाद पुलिस ने उसे मारा-पीटा भी। बाद में शांति भंग में चालान कर उसे छोड़ दिया। पुलिस ने धमकी दी थी कि अगर लड़की नहीं मिली तो थाने ले जाएंगे। पुलिस के टॉर्चर से परेशान होकर मेरे भाई ने सुसाइड कर लिया। 24 जून को प्रमोद ने भी अपने खेत में आम के पेड़ से फंदा बनाकर सुसाइड कर लिया। उसके पास से एक नोट बरामद हुआ। जिसमें उसने सादाबाद थाने के दरोगा हरिओम अग्निहोत्री पर पैसे मांगने, प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। साथ में लिखा- पुलिस से पंगा मत लेना। यही मेरी सबसे बड़ी भूल थी। 4 घंटे तक चला बवाल, एक्शन के बाद उतारी गई थी बॉडी संजय और प्रमोद के सुसाइड के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। जमकर नारेबाजी की गई। ग्रामीणों ने मांग करते हुए कहा कि जब तक आरोपी पुलिस वालों पर एक्शन नहीं लिया जाएगा। प्रमोद की बॉडी को फंदे से नहीं उतारने देंगे। मौके पर पहुंचे चौकी प्रभारी को भी ग्रामीणों ने भगा दिया। बवाल बढ़ता देख कई थानों की पुलिस फोर्स और आगरा पुलिस के अधिकारी मौके पर जा पहुंचे। इसके बाद ग्रामीणों और परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। मामले में तत्काल ही दरोगा को निलंबित कर दिया गया है। थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया गया। दोनों के खिलाफ दर्ज हुई FIR, इंस्पेक्टर फरार मामले पर प्रमोद के जीजा जसवंत सिंह उर्फ पप्पू ने हाथरस के सादाबाद थाना प्रभारी और सब इंस्पेक्टर के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने इस तहरीर के आधार पर थाना प्रभारी सादाबाद और दरोगा पर बरहन थाने में केस दर्ज किया है। इनके ऊपर धारा 306, आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज हुआ। देर रात हुई दरोगा की गिरफ्तारी
मामला सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा। इसके बाद आईजी रेंज अलीगढ़ शलभ माथुर के आदेश पर कार्रवाई हुई। देर रात आरोपी दरोगा हरिओम अग्निहोत्री को गिरफ्तार कर लिया गया। आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। दरोगा हरिओम अग्निहोत्री पर हवालात में प्रताड़ना देना, धन वसूली करना और मौत के लिए प्रेरित करने के आरोप लगाए गए हैं। प्रमोद का सुसाइड नोट, केस में क्या कुछ हुआ… सुसाइड नोट में लिखा..पुलिस से पंगा लेना हमारी भूल: अब परिवार का ख्याल सरकार रखे रूपपुर गांव में जवान प्रमोद की लाश करीब 4 घंटे तक फंदे से लटकी रही। उसके पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। इसमें लिखा है- भाई की मौत के बाद पुलिस वाले धमकी दे रहे थे। दरोगा रुपए मांग रहा था। पुलिस से पंगा लेना मेरी भूल थी, सरकार मेरे परिवार का ख्याल रखे। जय श्री राम। पढ़ें पूरी खबर… आगरा में दो भाइयों के सुसाइड केस में दरोगा हरिओम अग्निहोत्री को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले को CM योगी ने संज्ञान में लिया था। इसके बाद यह एक्शन लिया गया। आज यानी बुधवार को आरोपी दरोगा को कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं, आरोपी इंस्पेक्टर मुकेश कुमार फरार हो गया है। मामला दो जिले- आगरा और हाथरस से जुड़ा हुआ है। आगरा के बहरन थाना क्षेत्र के रूपपुर गांव में 72 घंटे में दो भाइयों ने फांसी लगाकर सुसाइड किया। इनमें से एक होमगार्ड का जवान था। डीसीपी वेस्ट जोन सोनम कुमार ने बताया- दरोगा की गिरफ्तारी हो चुकी है इंस्पेक्टर मुकेश फरार है। जल्दी उसकी भी गिरफ्तारी की जाएगी। सुसाइड नोट में दरोगा पर पैसे मांगने का आरोप 22 जून को रूपपुर गांव के किसान संजय सिंह ने अपने खेत में लगे आम के पेड़ में फंदा बनाकर सुसाइड किया। संजय सिंह के बड़े भाई प्रमोद कुमार ने तब आरोप लगाते हुए कहा था- मेरे भाई की ससुराल हाथरस के सादाबाद में है। यहीं उसका साला एक युवती को लेकर भाग गया। लड़की के घर वालों ने थाने में केस दर्ज कराया। सादाबाद पुलिस ने साले को पकड़ने के लिए संजय सिंह को उठा लिया। सादाबाद पुलिस ने उसे मारा-पीटा भी। बाद में शांति भंग में चालान कर उसे छोड़ दिया। पुलिस ने धमकी दी थी कि अगर लड़की नहीं मिली तो थाने ले जाएंगे। पुलिस के टॉर्चर से परेशान होकर मेरे भाई ने सुसाइड कर लिया। 24 जून को प्रमोद ने भी अपने खेत में आम के पेड़ से फंदा बनाकर सुसाइड कर लिया। उसके पास से एक नोट बरामद हुआ। जिसमें उसने सादाबाद थाने के दरोगा हरिओम अग्निहोत्री पर पैसे मांगने, प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। साथ में लिखा- पुलिस से पंगा मत लेना। यही मेरी सबसे बड़ी भूल थी। 4 घंटे तक चला बवाल, एक्शन के बाद उतारी गई थी बॉडी संजय और प्रमोद के सुसाइड के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। जमकर नारेबाजी की गई। ग्रामीणों ने मांग करते हुए कहा कि जब तक आरोपी पुलिस वालों पर एक्शन नहीं लिया जाएगा। प्रमोद की बॉडी को फंदे से नहीं उतारने देंगे। मौके पर पहुंचे चौकी प्रभारी को भी ग्रामीणों ने भगा दिया। बवाल बढ़ता देख कई थानों की पुलिस फोर्स और आगरा पुलिस के अधिकारी मौके पर जा पहुंचे। इसके बाद ग्रामीणों और परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। मामले में तत्काल ही दरोगा को निलंबित कर दिया गया है। थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया गया। दोनों के खिलाफ दर्ज हुई FIR, इंस्पेक्टर फरार मामले पर प्रमोद के जीजा जसवंत सिंह उर्फ पप्पू ने हाथरस के सादाबाद थाना प्रभारी और सब इंस्पेक्टर के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने इस तहरीर के आधार पर थाना प्रभारी सादाबाद और दरोगा पर बरहन थाने में केस दर्ज किया है। इनके ऊपर धारा 306, आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज हुआ। देर रात हुई दरोगा की गिरफ्तारी
मामला सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा। इसके बाद आईजी रेंज अलीगढ़ शलभ माथुर के आदेश पर कार्रवाई हुई। देर रात आरोपी दरोगा हरिओम अग्निहोत्री को गिरफ्तार कर लिया गया। आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। दरोगा हरिओम अग्निहोत्री पर हवालात में प्रताड़ना देना, धन वसूली करना और मौत के लिए प्रेरित करने के आरोप लगाए गए हैं। प्रमोद का सुसाइड नोट, केस में क्या कुछ हुआ… सुसाइड नोट में लिखा..पुलिस से पंगा लेना हमारी भूल: अब परिवार का ख्याल सरकार रखे रूपपुर गांव में जवान प्रमोद की लाश करीब 4 घंटे तक फंदे से लटकी रही। उसके पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। इसमें लिखा है- भाई की मौत के बाद पुलिस वाले धमकी दे रहे थे। दरोगा रुपए मांग रहा था। पुलिस से पंगा लेना मेरी भूल थी, सरकार मेरे परिवार का ख्याल रखे। जय श्री राम। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर