हरियाणा के पानीपत जिले के गांव सिवाह में बीती रात विवाहिता ने संदिग्ध परिस्थितियों में घर पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। शव को फंदे पर लटका देख, इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मौके से सभी साक्ष्यों को जुटाने के बाद एवं सभी आवश्यक कार्रवाई करने के बाद शव को सिविल अस्पताल भिजवाया। जहां उसका पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया गया है। वहीं, महिला के मायका पक्ष वालों ने ससुराल पक्ष पर दहेज की मांग के लिए हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामले की आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। मायका वालों का कहना- 5 लाख रुपए दे चुके थे जानकारी देते हुए अजीत ने बताया कि वह सोनीपत के गन्नौर का रहने वाला है। उसकी बहन प्रीति (25) की शादी करीब 6 साल पहले पानीपत के गांव सिवाह निवासी कर्मवीर के साथ हुई थी। वह दो बच्चों की मां थी। शादी के बाद से ही ससुराल वालों ने उसके साथ दहेज के लिए अक्सर मारपीट की। इतना ही नहीं, 5 लाख से ज्यादा ससुराल वालों को रुपए भी दे चुके थे। लेकिन इसके बाद भी उनकी मांग लगातार जारी थी। कई बार ससुराल वालों को समझाया भी गया था। लेकिन वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। वहीं, मायका वालों का ये भी आरोप है कि प्रीति को मार कर फंदे पर लटकाया गया है। हरियाणा के पानीपत जिले के गांव सिवाह में बीती रात विवाहिता ने संदिग्ध परिस्थितियों में घर पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। शव को फंदे पर लटका देख, इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मौके से सभी साक्ष्यों को जुटाने के बाद एवं सभी आवश्यक कार्रवाई करने के बाद शव को सिविल अस्पताल भिजवाया। जहां उसका पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया गया है। वहीं, महिला के मायका पक्ष वालों ने ससुराल पक्ष पर दहेज की मांग के लिए हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामले की आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। मायका वालों का कहना- 5 लाख रुपए दे चुके थे जानकारी देते हुए अजीत ने बताया कि वह सोनीपत के गन्नौर का रहने वाला है। उसकी बहन प्रीति (25) की शादी करीब 6 साल पहले पानीपत के गांव सिवाह निवासी कर्मवीर के साथ हुई थी। वह दो बच्चों की मां थी। शादी के बाद से ही ससुराल वालों ने उसके साथ दहेज के लिए अक्सर मारपीट की। इतना ही नहीं, 5 लाख से ज्यादा ससुराल वालों को रुपए भी दे चुके थे। लेकिन इसके बाद भी उनकी मांग लगातार जारी थी। कई बार ससुराल वालों को समझाया भी गया था। लेकिन वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। वहीं, मायका वालों का ये भी आरोप है कि प्रीति को मार कर फंदे पर लटकाया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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PM मोदी को पहलवान अमन ने बताया संघर्ष का किस्सा:कहा- बहुत बुरा वक्त देखा है; 10 साल का था, माता-पिता छोड़कर चले गए
PM मोदी को पहलवान अमन ने बताया संघर्ष का किस्सा:कहा- बहुत बुरा वक्त देखा है; 10 साल का था, माता-पिता छोड़कर चले गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस ओलिंपिक के भारतीय दल से मुलाकात की है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के उभरते स्टार रेसलर अमन सहरावत से भी बातचीत की। अमन सहरावत ने पेरिस ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। लेकिन जब पीएम मोदी ने मुलाकात के दौरान उनसे पूछा कि उन्होंने घर जाकर क्या पसंदीदा चीज खाई है। उस पर अमन सहरावत का जवाब सुनकर प्रधानमंत्री मोदी और वहां मौजूद खिलाड़ी भी हंस पड़े। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पहलवान अमन सहरावत से टूर्नामेंट से लौटने पर पूछा कि अभी मूड क्या है? इस पर अमन ने जो जवाब दिया, उसे भी सुनकर सभी हंसने लगे। अमन की बातों में उनकी मासूमियत, संघर्ष, मौजूदा हालातों का साफ पता लग रहा था। पीएम मोदी और अमन के बीच हुई बातचीत पूरे देश में सुर्खियां बटोर रही है। पीएम मोदी और पहलवान अमन सहरावत के बीच बातचीत के मुख्य अंश पीएम: आप तो यंगेस्ट थे। सब कहते होंगे कि ये मत करो, वो मत करो। तो आप डर जाते होंगे। अमन: नमस्कार सर, मैंने तो बहुत बुरा समय देखा है। जब मैं 10 साल का था, मेरे मम्मी-पापा मुझे छोड़कर चले गए थे। वो मुझे देश को सौंप गए थे। उनका ये ही सपना था कि मैं ओलिंपिक में मेडल लेकर आऊं। मेरा भी यही सपना था कि मैं मैंने देश को ओलिंपिक में मेडल देना है। बस ये ही सोच कर प्रैक्टिस करता रहा। टॉप्स, साई, इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन और WFI का मेरे इस मेडल में बहुत योगदान रहा है। पीएम: अभी मूड़ क्या है ?
अमन: बहुत अच्छा है जी, काफी अच्छा लग रहा है। पीएम: कोई पसंद की चीज घर आकर खाई या नहीं ?
अमन: अभी तो घर गए ही नहीं सर। पीएम: घर गए ही नहीं, हमें बोलते तो हम बनवा देते कुछ भाई
अमन: घर जाकर चूरमा खाऊंगा सर। पेरिस जाने वाले इकलौते पुरुष पहलवान
भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हरियाणा के अमन सहरावत ने प्यूर्टो रिको के डरलिन तुई क्रूज को 13-5 से हरा कर ओलिंपिक में भारत को कुश्ती में पहला मेडल दिलाया। अमन ने ब्रॉन्ज मेडल अपने दिवंगत माता-पिता को समर्पित किया है। भारत की तरफ से पेरिस ओलिंपिक में भारत के 6 पहलवान खेलने के लिए गए थे। इनमें अमन सहरावत, विनेश फोगाट, अंतिम पंघाल, अंशु मलिक, निशा दहिया और रीतिका हुड्डा शामिल रही। अमन, सभी 6 रेसलर्स में से इकलौते पुरुष पहलवान रहे। पिता का सपना था- घर में कोई मेडल जीते
अमन सहरावत का जन्म 16 जुलाई 2003 को झज्जर जिले के भिड़होड गांव में हुआ था। अमन ने 8 साल की उम्र में कुश्ती शुरू की थी। अमन जब 11 साल के थे, तब उनकी मां कमलेश की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसके बाद उसके पिता सोमवीर सहरावत भी बीमार रहने लगे। 6 महीने के बाद पिता का भी देहांत हो गया। अमन की मौसी सुमन बतातीं है कि अमन का मन बचपन से ही खेलकूद में लगता था। वह मौसेरे भाई दीपक के साथ रनिंग और अखाड़े में कुश्ती का अभ्यास करने लगा। अमन के पिता चाहते थे कि घर में कोई पहलवानी करे और देश के लिए मेडल जीते। खेतों की ढाणी में रहता है परिवार
अमन का परिवार खेती करता है। उनके हिस्से में केवल ढाई एकड़ जमीन आती है। अमन की बहन पूजा बीए फर्स्ट ईयर में पढ़ रही है। अमन के दादा मांगे राम, ताऊ सुधीर, जयवीर व चाचा रणवीर, कर्मवीर, वेद प्रकाश आदि ने उनकी परवरिश की। उनका परिवार गांव से 2 किलोमीटर दूर नौगांव की तरफ जाने वाले कच्चे रास्ते पर बनी ढाणी में रहते हैं।
हरियाणा कांग्रेस की 8 मेंबरी कमेटी का EVM पर फोकस:हुड्डा के समधी अध्यक्ष; राठौड़ बोले- कांग्रेस को पार्टी के लोगों ने ही नुकसान पहुंचाया
हरियाणा कांग्रेस की 8 मेंबरी कमेटी का EVM पर फोकस:हुड्डा के समधी अध्यक्ष; राठौड़ बोले- कांग्रेस को पार्टी के लोगों ने ही नुकसान पहुंचाया हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद इसके कारणों को जानने के लिए प्रदेश कांग्रेस ने एक 8 सदस्यीय कमेटी बनाई है। यह कमेटी के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने बनाई है और इसका अध्यक्ष पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समधी करण सिंह दलाल को बनाया गया है। आज मंगलवार को दोपहर 12 बजे इस कमेटी की पहली मीटिंग होगी। इस मीटिंग में तय होगा कि यह कमेटी काम कैसे करेगी, और हरियाणा में कांग्रेस की हार के कारणों का कैसे पता लगाएगी। 90 विधानसभाओं में कांग्रेस के विधायकों और प्रत्याशियों से मुलाकात की जाएगी। सभी मेंबर एक साथ एक टीम के रूप में विधानसभाओं में जाएंगे या विधानसभा क्षेत्र की रिपोर्ट के लिए अलग-अलग मेंबर जाएंगे, यह सब मीटिंग में ही तय होगा। बता दें कि कांग्रेस हाईकमान की भेजी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी पहले ही हार के कारणों पर सभी नेताओं से वन टू वन बात कर चुकी है। हालांकि, उसकी रिपोर्ट सामने नहीं आई है। EVM से जुड़े मुद्दों पर फोकस करेगी कमेटी
अब यह नई 8 मेंबरी कमेटी विशेष रूप से EVM से जुड़े मुद्दों पर फोकस करेगी, जोकि देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके अलावा कांग्रेस ने माना है कि कुछ आंतरिक पार्टी विरोधी गतिविधियों ने भी पार्टी को नुकसान पहुंचाया है, जिन पर समिति की ओर से विचार किया जाएगा। समिति उन सभी विधायकों से बातचीत करेगी, जो चुनाव में जीतकर आए हैं और उन प्रत्याशियों से भी चर्चा करेगी, जो चुनाव हार गए। इसके साथ ही पार्टी में संगठन निर्माण में देरी और विपक्षी दल के प्रति जनता के असंतोष के मुद्दों पर भी समिति द्वारा विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी। यह समिति एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद पार्टी की ओर से आवश्यक कदम उठाए जाने की उम्मीद है। कमेटी में 5 हारे हुए नेता
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से बनाई कमेटी में करण सिंह दलाल अध्यक्ष हैं। कमेटी के सदस्यों में पार्टी के लीगल सेल के अध्यक्ष केसी भाटिया और नूंह के विधायक आफताब अहमद के अलावा चुनाव हारने वाले 5 नेता शामिल हैं। इनमें घरौंडा सीट से कैंडिडेट रहे वीरेंद्र राठौड़, बड़खल से कैंडिडेट रहे विजय प्रताप सिंह, पानीपत सिटी से चुनाव हारे वीरेंद्र बुल्ले शाह, दादरी सीट से उम्मीदवार रहीं डॉ. मनीषा सांगवान और सोनीपत जिले की खरखौदा सीट से चुनाव हारे पूर्व विधायक जयवीर वाल्मीकि शामिल हैं। कमेटी के सदस्य वीरेंद्र राठौड़ ने बताया है कि EVM का मुद्दा पूरे देश में है। इस मुद्दे पर कमेटी का विशेष फोकस रहेगा। इसमें डाटा फाइल अपलोड करने का एक महत्वपूर्ण विषय है। दूसरा, कांग्रेस में कांग्रेस के ही लोगों ने पार्टी नेताओं का नुकसान किया। ऐसे मुद्दों पर एक विस्तृत रिपोर्ट कमेटी तैयार करेगी। राठौड़ बोले- 14 सीटों के रिजल्ट को मैन्युपुलेट किया गया
राठौड़ का कहना है कि हरियाणा की जनता बदलाव चाहती थी। हालांकि, अब यह बात कहना ठीक नहीं लगेगा, क्योंकि चुनावी परिणाम आ चुके हैं, लेकिन कुछ मुद्दे जरूर हैं जिन पर चर्चा होना जरूरी है। राठौड़ ने एक वॉट्सऐप मैसेज का जिक्र करते हुए कहा कि काउंटिंग शुरू होने से पहले मैसेज मिला, जिसमें लिखा था कि 14 ऐसी सीटें हैं, जिन्हें कांग्रेस जीत रही है, लेकिन डेटा फाइल्स को अपलोड कर इन 14 सीटों के रिजल्ट को मैन्युपुलेट कर दिया। हालांकि, मैं यह नहीं कह रहा कि इसमें पूरी सच्चाई है, लेकिन यह एक ऐसा प्रश्न चिह्न जरूर खड़ा करता है कि किसी भी व्यक्ति को गिनती शुरू होने से पहले उन 14 सीटों की जानकारी कैसे हुई कि यही 14 सीटें कांग्रेस हारेगी? यही 14 सीटें कांग्रेस हारी भी और इन्हीं सीटों की वजह से कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई। कहीं न कहीं सबूत इस तरफ इशारा जरूर कर रहे है। हालांकि, इस बात को साबित करना मुश्किल है, लेकिन सोचने पर जरूर मजबूर किया जा रहा है। ऐसा क्या हुआ कि इस प्रकार के नतीजे आए? भाजपा की कैबिनेट ही चुनाव हार गई
वीरेंद्र राठौर ने भाजपा के पक्ष में आए चुनावी नतीजों को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा कैबिनेट ने अच्छा काम किया होता तो अनिल विज को छोड़कर सभी कैबिनेट मंत्री क्यों चुनाव हारते? अगर विधायकों ने काम अच्छा काम किया होता तो 11 उम्मीदवारों की जमानत जब्त न होती। भाजपा 89 सीटों पर चुनाव लड़ी और 89 में से 10 कैबिनेट मंत्री चुनाव हारे और 11 लोगों की जमानत जब्त हो गई। फिर बचीं 69 सीटें। ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि ऐसी कौन सी आंधी भाजपा की चल रही थी कि 69 में से 48 सीटें भाजपा जीत गई? आज भी लोग इस नतीजे को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। विकसित देश EVM का इस्तेमाल नहीं करते
राठौड़ ने कहा कि किसी भी चीज को साबित करने के लिए सबूत चाहिए, लेकिन जब टेक्नोलॉजी से फ्रॉड किए जाते हैं तो उन्हें साबित करना आसान नहीं होता। आज टेक्नोलॉजी उस लेवल पर है, जहां डेटा को मैन्युपुलेट करना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन लोगों का विश्वास इलेक्शन कमीशन और EVM पर होना जरूरी है। देश की जनता कह रही है कि बैलट से इलेक्शन करवाए जाएं। विकसित देश EVM का इस्तेमाल नहीं करते। जाट और नॉन-जाट पॉलिटिक्स पर राठौड़ ने कहा कि यह सोशल मीडिया के माध्यम से प्रोपेगेट कर समाज को बांटने का काम भाजपा करती है। यहां वोटर बीजेपी के खिलाफ था। जो लोग BJP से त्रस्त थे, छोटा व्यापारी BJP की नीतियों से परेशान था। यहां जाट और नॉन-जाट का सवाल बेमाना है। वहीं, कांग्रेस के संगठन और नेता प्रतिपक्ष को लेकर राठौड़ करते हैं कि विपक्ष का नेता तो पार्टी हाईकमान ही तय करेगी। और संगठन भी जल्दी बन जाना चाहिए। बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हवा होने के बाद भी पार्टी को 37 सीटें मिली हैं। वहीं, भाजपा 48 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में कामयाब रही।
हरियाणा में मृतक दोस्त का मजाक बनाने पर मर्डर:दोस्तों ने घर से बुलाकर युवक को चाकू मारे; 6 दिन पहले मिला था शव
हरियाणा में मृतक दोस्त का मजाक बनाने पर मर्डर:दोस्तों ने घर से बुलाकर युवक को चाकू मारे; 6 दिन पहले मिला था शव हरियाणा के फरीदाबाद में युवक को दोस्तों ने ही चाकू से गोदकर मौत के घाट उतार दिया। इसका खुलासा मंगलवार को DLF क्राइम ब्रांच की टीम ने किया। 18 जुलाई को यमुना पुस्ता के पास युवक का शव मिला था। पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि एक नाबालिग पहले ही पकड़ा जा चुका है। अभी भी एक नाबालिग आरोपी फरार चल रहा है। पकड़े गए आरोपी की पहचान बिहार के मोतीहारी जिले के रहने वाले समीर उर्फ सुच्चा (19) के रूप में हुई है। फिलहाल वह अजय नगर में रह रहा था। मरने वाले युवक का नाम भी समीर था। पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक ने एक्सीडेंट में जान गंवाने वाले दोस्त का मजाक उड़ाया था। इसके बाद बाकी दोस्तों ने समीर के मर्डर का प्लान बनाया। मुहर्रम देखने के लिए घर से निकला 18 जुलाई को पल्ला थाने में व्यक्ति ने शिकायत देकर कहा था कि उसका बेटा समीर (24) 17 जुलाई की दोपहर 2:30 बजे मुहर्रम देखने के लिए घर से निकला था। इसके बाद वह घर नहीं आया। उसने समीन को कॉल की, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। 18 जुलाई को थाना पल्ला क्षेत्र में यमुना पुस्तक के पास कच्ची रोड पर एक शव बरामद हुआ। जिसकी पहचान समीर के रूप में हुई। समीर के सिर पर चाकू से कई वार किए गए थे। मामले में हत्या की धाराएं जोड़कर आरोपियों की तलाश की गई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक नाबालिग आरोपी को पकड़ लिया। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने समीर उर्फ सुच्चा को भी पकड़ लिया। दोस्त की एक्सीडेंट में हुई मौत पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक और आरोपी आपस में दोस्त थे। इन सभी का मोहित नाम लड़का भी दोस्त था, मोहित की कुछ समय पहले एक एक्सीडेंट में मृत्यु हो गई। मृतक समीर, उस समय मोहित के अंतिम संस्कार में नहीं आया। मोहित की मृत्यु के बाद एक दिन अपने दोस्तों के साथ मोहित की किसी बात को लेकर हंसने लगा। इसके बाद समीर उर्फ सुच्चा और दूसरे साथी समीर से नाराज हो गए। सभी दोस्तों को लगा कि समीर ने ही मोहित को मरवाया है। इसी बात को लेकर सभी ने समीर को मारने की योजना बनाई। मुहर्रम के दिन समीर को बहला फुसलाकर अपने साथ यमुना पुस्ता पर ले गए और चाकू से गोदकर समीर की हत्या कर दी। सुच्चा पर पहले भी लूट-चोरी के केस पुलिस ने बताया कि आरोपी समीर उर्फ सुच्चा के खिलाफ इससे पहले भी लूट और चोरी के 3-4 मुकदमे दर्ज हैं, जिनकी जांच जारी है। मामले में गहनता से पूछताछ और वारदात में प्रयोग चाकू बरामद करने के लिए आरोपी को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा और फरार चल रहे आरोपी की धरपकड़ की जाएगी।