मथुरा में 25 जून की रात 10:09 बजे नेशनल हाइवे पर बाइक पर चलते-चलते दो बदमाशों ने युवक को निशाना बनाया। बाइक दोस्त चला रहा था, पीछे 40 साल के प्रेम सिंह बैठे थे। बदमाशों ने प्रेम सिंह की कनपटी में ऐसी जगह गोली मारी, जहां किसी दुकान या हाईवे पर कैमरे न लगे हों। कुछ दूर आगे आकर दोस्त बाइक रोकता है, तभी प्रेम सिंह बाइक पर बैठे-बैठे गिर जाते हैं। उनकी मौत हो जाती है। पुलिस की 5 टीमें हत्यारों का सुराग लगा रहीं
प्रेम सिंह बाइक से गिरते हुए होटल के CCTV में दिख रहे हैं। हत्या को 36 घंटे से ज्यादा का समय हो गया है। अब तक पुलिस हत्यारों तक नहीं पहुंच सकी है। हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए SSP ने 5 टीमें बनाई हैं। पुलिस टीम हाईवे और किनारे की दुकानों पर कई किमी तक लगे CCTV कैमरों को खंगाल रही है, जिससे हत्यारों का सुराग मिल सके। 1.14 मिनट का CCTV फुटेज सामने आया
हत्या से जुड़ा 1.14 मिनट का CCTV फुटेज अब सामने आया है। जिसमें प्रेम सिंह बाइक पर पीछे बैठे हैं। उनके साथी रतन सिंह हेलमेट लगाकर बाइक चला रहे हैं। अचानक रतन सिंह होटल के सामने हाइवे पर बाइक को साइड में रोकते हैं। रोकते ही पीछे बैठे प्रेम सिंह सड़क पर गिर जाते हैं। इसके बाद रतन सिंह बाइक खड़ी कर हाइवे पर वाहनों को रोकने के लिए दोनों हाथ हिलाते हैं। मदद मांगते हैं। लेकिन, कोई रुकता नहीं। फिर वह सड़क की एक तरफ किसी घर की ओर भागते हैं। प्रेम सिंह के हत्यारों ने इस होटल से पहले ऐसी जगह वारदात के लिए चुनी, जहां CCTV कैमरे नहीं थे। छाता थाना से 500 मीटर दूर की वारदात
प्रेम सिंह छाता कस्बे के रहने वाले थे। वह सॉफ्ट ड्रिंक बनाने वाली कंपनी पेप्सी में ड्यूटी पूरी कर अपने घर जा रहे थे। प्रेम सिंह अपने साथी रतन सिंह के साथ बाइक पर थे। प्रेम जैसे ही थाना छाता से महज 500 मीटर पहले पहुंचे कि तभी बाइक पर आए दो अज्ञात हमलावरों ने उनकी कनपटी में सटाकर गोली मार दी। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घर वाले बोले- उनकी किसी से दुश्मनी नहीं थी
वारदात के बाद घर वाले और पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने प्रेम सिंह को अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। प्रेम सिंह के परिजन दशरथ चौधरी ने बताया- उनकी किसी से दुश्मनी नहीं थी। अब कौन किस बात को लेकर रंजिश मान कर बैठ गया और इस वारदात को अंजाम दे दिया, कुछ कह नहीं सकते। 15 साल से कंपनी में काम कर रहे थे
प्रेम सिंह की शादी 20 साल पहले मंजू देवी से हुई थी। तीन भाइयों में सबसे छोटे प्रेम सिंह के दो बच्चे हैं। प्रेम सिंह 15 साल से पेप्सी कंपनी में काम कर रहे थे। उनकी हत्या के बाद परिवार में कोहराम मचा है। परिजन यह नहीं समझ पा रहे कि आखिर उसकी हत्या क्यों की गई? SSP बोले- ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे हत्यारे पहचाने जा सकें
SSP शैलेश पांडे ने बताया कि उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण किया है। मौके से ऐसा कुछ नहीं मिला, जिससे हत्यारों की पहचान हो सके। खुलासे के लिए थाना छाता के अलावा स्वाट, SOG, सर्विलांस सहित 5 टीमें लगाई हैं। टीमें हत्यारों की पहचान के लिए CCTV कैमरों की रिकॉर्डिंग के अलावा यह भी जानने की कोशिश कर रही कि प्रेम सिंह का किसी से विवाद तो नहीं हुआ था। ये खबरें भी पढ़िए- मेरठ में मां-पापा के नाम बच्चे का सुसाइड नोट: अब कोई आपके सिर पर नहीं चढ़ेगा, ठीक है न… अब कोई आपके सिर पर नहीं चढ़ेगा। ठीक है न…। कोई परेशान नहीं करेगा। अब आप खुश रहो। अब आपको मेरे से कोई मतलब नहीं। आज तक एक मोटर बाइक तो दिलाई नहीं गई। बाइक दिलानी दूर, पुरानी बुलेट ठीक तक नहीं कराई। और हां, पापा आप कह रहे थे न, जिनके पास फोन नहीं होता, वो कैसे पढ़ाई करते हैं। तो वो कैसे भी पढ़ते हों, हमारे पास तो फोन है न। वो फोन तो सिर्फ मम्मी के लिए ही है। मैं तो इस घर में कबाड़ हूं। भूंड (बदसूरत) शक्ल का हूं। बेशर्म हूं। भगवान मेरे जैसी मां किसी को मत देना। बाय…। झकझोर देने वाला ये सुसाइड नोट मेरठ के 14 साल के अंगद का है। उसने खुद को गोली मारने से पहले अपने मम्मी-पापा के लिए लिखा। पढ़ें पूरी खबर… बाराबंकी में थाने के अंदर दरोगा ने कनपटी में गोली मारी, फायरिंग की आवाज किसी ने नहीं सुनी बाराबंकी में कोठी थाने के अदंर सर्विस रिवॉल्वर से दरोगा ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली कनपटी में लगी है, जो चीरते हुए आर-पार हो गई। लेकिन, चौंकाने वाली बात यह कि फायरिंग की आवाज किसी ने सुनी ही नहीं। साथी पुलिसकर्मी दरोगा को बुलाने के लिए जब उनके कमरे में पहुंचे तो दरोगा का खून से लथपथ शव पड़ा मिला। पुलिस ने कमरे की तलाशी ली तो कमरे से सुसाइड नोट मिला। इसमें उन्होंने माइग्रेन से परेशान होने की बात लिखी है। पढ़ें पूरी खबर… मथुरा में 25 जून की रात 10:09 बजे नेशनल हाइवे पर बाइक पर चलते-चलते दो बदमाशों ने युवक को निशाना बनाया। बाइक दोस्त चला रहा था, पीछे 40 साल के प्रेम सिंह बैठे थे। बदमाशों ने प्रेम सिंह की कनपटी में ऐसी जगह गोली मारी, जहां किसी दुकान या हाईवे पर कैमरे न लगे हों। कुछ दूर आगे आकर दोस्त बाइक रोकता है, तभी प्रेम सिंह बाइक पर बैठे-बैठे गिर जाते हैं। उनकी मौत हो जाती है। पुलिस की 5 टीमें हत्यारों का सुराग लगा रहीं
प्रेम सिंह बाइक से गिरते हुए होटल के CCTV में दिख रहे हैं। हत्या को 36 घंटे से ज्यादा का समय हो गया है। अब तक पुलिस हत्यारों तक नहीं पहुंच सकी है। हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए SSP ने 5 टीमें बनाई हैं। पुलिस टीम हाईवे और किनारे की दुकानों पर कई किमी तक लगे CCTV कैमरों को खंगाल रही है, जिससे हत्यारों का सुराग मिल सके। 1.14 मिनट का CCTV फुटेज सामने आया
हत्या से जुड़ा 1.14 मिनट का CCTV फुटेज अब सामने आया है। जिसमें प्रेम सिंह बाइक पर पीछे बैठे हैं। उनके साथी रतन सिंह हेलमेट लगाकर बाइक चला रहे हैं। अचानक रतन सिंह होटल के सामने हाइवे पर बाइक को साइड में रोकते हैं। रोकते ही पीछे बैठे प्रेम सिंह सड़क पर गिर जाते हैं। इसके बाद रतन सिंह बाइक खड़ी कर हाइवे पर वाहनों को रोकने के लिए दोनों हाथ हिलाते हैं। मदद मांगते हैं। लेकिन, कोई रुकता नहीं। फिर वह सड़क की एक तरफ किसी घर की ओर भागते हैं। प्रेम सिंह के हत्यारों ने इस होटल से पहले ऐसी जगह वारदात के लिए चुनी, जहां CCTV कैमरे नहीं थे। छाता थाना से 500 मीटर दूर की वारदात
प्रेम सिंह छाता कस्बे के रहने वाले थे। वह सॉफ्ट ड्रिंक बनाने वाली कंपनी पेप्सी में ड्यूटी पूरी कर अपने घर जा रहे थे। प्रेम सिंह अपने साथी रतन सिंह के साथ बाइक पर थे। प्रेम जैसे ही थाना छाता से महज 500 मीटर पहले पहुंचे कि तभी बाइक पर आए दो अज्ञात हमलावरों ने उनकी कनपटी में सटाकर गोली मार दी। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घर वाले बोले- उनकी किसी से दुश्मनी नहीं थी
वारदात के बाद घर वाले और पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने प्रेम सिंह को अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। प्रेम सिंह के परिजन दशरथ चौधरी ने बताया- उनकी किसी से दुश्मनी नहीं थी। अब कौन किस बात को लेकर रंजिश मान कर बैठ गया और इस वारदात को अंजाम दे दिया, कुछ कह नहीं सकते। 15 साल से कंपनी में काम कर रहे थे
प्रेम सिंह की शादी 20 साल पहले मंजू देवी से हुई थी। तीन भाइयों में सबसे छोटे प्रेम सिंह के दो बच्चे हैं। प्रेम सिंह 15 साल से पेप्सी कंपनी में काम कर रहे थे। उनकी हत्या के बाद परिवार में कोहराम मचा है। परिजन यह नहीं समझ पा रहे कि आखिर उसकी हत्या क्यों की गई? SSP बोले- ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे हत्यारे पहचाने जा सकें
SSP शैलेश पांडे ने बताया कि उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण किया है। मौके से ऐसा कुछ नहीं मिला, जिससे हत्यारों की पहचान हो सके। खुलासे के लिए थाना छाता के अलावा स्वाट, SOG, सर्विलांस सहित 5 टीमें लगाई हैं। टीमें हत्यारों की पहचान के लिए CCTV कैमरों की रिकॉर्डिंग के अलावा यह भी जानने की कोशिश कर रही कि प्रेम सिंह का किसी से विवाद तो नहीं हुआ था। ये खबरें भी पढ़िए- मेरठ में मां-पापा के नाम बच्चे का सुसाइड नोट: अब कोई आपके सिर पर नहीं चढ़ेगा, ठीक है न… अब कोई आपके सिर पर नहीं चढ़ेगा। ठीक है न…। कोई परेशान नहीं करेगा। अब आप खुश रहो। अब आपको मेरे से कोई मतलब नहीं। आज तक एक मोटर बाइक तो दिलाई नहीं गई। बाइक दिलानी दूर, पुरानी बुलेट ठीक तक नहीं कराई। और हां, पापा आप कह रहे थे न, जिनके पास फोन नहीं होता, वो कैसे पढ़ाई करते हैं। तो वो कैसे भी पढ़ते हों, हमारे पास तो फोन है न। वो फोन तो सिर्फ मम्मी के लिए ही है। मैं तो इस घर में कबाड़ हूं। भूंड (बदसूरत) शक्ल का हूं। बेशर्म हूं। भगवान मेरे जैसी मां किसी को मत देना। बाय…। झकझोर देने वाला ये सुसाइड नोट मेरठ के 14 साल के अंगद का है। उसने खुद को गोली मारने से पहले अपने मम्मी-पापा के लिए लिखा। पढ़ें पूरी खबर… बाराबंकी में थाने के अंदर दरोगा ने कनपटी में गोली मारी, फायरिंग की आवाज किसी ने नहीं सुनी बाराबंकी में कोठी थाने के अदंर सर्विस रिवॉल्वर से दरोगा ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली कनपटी में लगी है, जो चीरते हुए आर-पार हो गई। लेकिन, चौंकाने वाली बात यह कि फायरिंग की आवाज किसी ने सुनी ही नहीं। साथी पुलिसकर्मी दरोगा को बुलाने के लिए जब उनके कमरे में पहुंचे तो दरोगा का खून से लथपथ शव पड़ा मिला। पुलिस ने कमरे की तलाशी ली तो कमरे से सुसाइड नोट मिला। इसमें उन्होंने माइग्रेन से परेशान होने की बात लिखी है। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर