हरियाणा के करनाल के कुडलान गांव के एक व्यक्ति से विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 15.65 लाख रुपये की ठगी हुई है। पीड़ित अपने भांजे, मामा के बेटे और दोस्त को वर्क परमिट पर ऑस्ट्रेलिया भेजना चाहता था। आरोपियों ने पीड़ित को फर्जी वीजा थमा दिया। जब ठगी का खुलासा हुआ और पीड़ित ने अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने उसे जातिसूचक शब्द कहे और जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की और पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। कैसे हुई शुरुआत? मार्च-अप्रैल 2023 में राकेश की मुलाकात करनाल में एक रैली के दौरान प्रदीप नाम के व्यक्ति से हुई, जिसने खुद को लोगों को विदेश भेजने का एक्सपर्ट बताया। प्रदीप ने राकेश को भरोसा दिलाया कि वह कई युवकों को विदेश भेज चुका है और इस समय ऑस्ट्रेलिया में वर्क परमिट खुले हैं। राकेश ने अपने भांजे सागर, मामा के बेटे प्रवीण और दोस्त रिंकू को ऑस्ट्रेलिया भेजने की बात कही। प्रत्येक व्यक्ति के लिए 12-12 लाख रुपए का अमाउंट तय किया गया, यानी 36 लाख में डील हो गई। पीड़ित ने सभी कागजात प्रदीप को सौंपे। प्रदीप और उसके साथियों ने 15.65 लाख रुपये की मांग की, जिसे राकेश ने नगद और ऑनलाइन माध्यम से चुका दिया। इसके बाद उन्होंने राकेश को फर्जी वीजा दिए और और पैसे की मांग की। धोखाधड़ी का पर्दाफाश प्रदीप ने तीनों के वीजा राकेश को सौंप दिए, लेकिन राकेश को वीजा पर शक हो गया। राकेश ने वीजा की जांच कराई तो वे फर्जी निकले। जब राकेश ने प्रदीप और उसके साथियों से अपने पैसे वापस मांगे तो उन्होंने उसे जान से मारने की धमकी दी और जातिसूचक गाली-गलौज की। राकेश को धमकाया गया कि उनके बड़े गुंडों और अफसरों से संबंध हैं और अगर उसने अपने पैसे वापस मांगे तो अंजाम बुरा होगा। राकेश ने यह भी बताया कि आरोपियों ने उससे सिक्योरिटी के तौर पर एक चेक भी लिया था, जो अभी भी उसके पास है। राकेश ने पुलिस से उसे भी वापस दिलाने की मांग की है। मानसिक प्रताड़ना राकेश ने बताया कि प्रदीप और उसके साथी उसे बार-बार अपने ऑफिस बुलाते थे और वहां अवैध हथियार दिखाकर डराते थे। राकेश ने पुलिस से इन आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और उसे न्याय दिलाने की अपील की है। पुलिस कार्रवाई असंध थाना के जांच अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि राकेश की शिकायत के आधार पर शिव कुमार (गांव अंदेसरा, जिला अंबाला), सागर बावा (गांव समालखा, जिला अंबाला), रणदीप सिंह (गांव पंजोखरा साहिब, जिला अंबाला), भाग सिंह (निवासी बलदेव नगर, अंबाला), प्रदीप (जठलाना, जिला यमुनानगर), सलिंद्र पुत्र सुंदर लाल (पपलोथा, जिला अंबाला), सुमित के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। हरियाणा के करनाल के कुडलान गांव के एक व्यक्ति से विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 15.65 लाख रुपये की ठगी हुई है। पीड़ित अपने भांजे, मामा के बेटे और दोस्त को वर्क परमिट पर ऑस्ट्रेलिया भेजना चाहता था। आरोपियों ने पीड़ित को फर्जी वीजा थमा दिया। जब ठगी का खुलासा हुआ और पीड़ित ने अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने उसे जातिसूचक शब्द कहे और जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की और पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। कैसे हुई शुरुआत? मार्च-अप्रैल 2023 में राकेश की मुलाकात करनाल में एक रैली के दौरान प्रदीप नाम के व्यक्ति से हुई, जिसने खुद को लोगों को विदेश भेजने का एक्सपर्ट बताया। प्रदीप ने राकेश को भरोसा दिलाया कि वह कई युवकों को विदेश भेज चुका है और इस समय ऑस्ट्रेलिया में वर्क परमिट खुले हैं। राकेश ने अपने भांजे सागर, मामा के बेटे प्रवीण और दोस्त रिंकू को ऑस्ट्रेलिया भेजने की बात कही। प्रत्येक व्यक्ति के लिए 12-12 लाख रुपए का अमाउंट तय किया गया, यानी 36 लाख में डील हो गई। पीड़ित ने सभी कागजात प्रदीप को सौंपे। प्रदीप और उसके साथियों ने 15.65 लाख रुपये की मांग की, जिसे राकेश ने नगद और ऑनलाइन माध्यम से चुका दिया। इसके बाद उन्होंने राकेश को फर्जी वीजा दिए और और पैसे की मांग की। धोखाधड़ी का पर्दाफाश प्रदीप ने तीनों के वीजा राकेश को सौंप दिए, लेकिन राकेश को वीजा पर शक हो गया। राकेश ने वीजा की जांच कराई तो वे फर्जी निकले। जब राकेश ने प्रदीप और उसके साथियों से अपने पैसे वापस मांगे तो उन्होंने उसे जान से मारने की धमकी दी और जातिसूचक गाली-गलौज की। राकेश को धमकाया गया कि उनके बड़े गुंडों और अफसरों से संबंध हैं और अगर उसने अपने पैसे वापस मांगे तो अंजाम बुरा होगा। राकेश ने यह भी बताया कि आरोपियों ने उससे सिक्योरिटी के तौर पर एक चेक भी लिया था, जो अभी भी उसके पास है। राकेश ने पुलिस से उसे भी वापस दिलाने की मांग की है। मानसिक प्रताड़ना राकेश ने बताया कि प्रदीप और उसके साथी उसे बार-बार अपने ऑफिस बुलाते थे और वहां अवैध हथियार दिखाकर डराते थे। राकेश ने पुलिस से इन आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और उसे न्याय दिलाने की अपील की है। पुलिस कार्रवाई असंध थाना के जांच अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि राकेश की शिकायत के आधार पर शिव कुमार (गांव अंदेसरा, जिला अंबाला), सागर बावा (गांव समालखा, जिला अंबाला), रणदीप सिंह (गांव पंजोखरा साहिब, जिला अंबाला), भाग सिंह (निवासी बलदेव नगर, अंबाला), प्रदीप (जठलाना, जिला यमुनानगर), सलिंद्र पुत्र सुंदर लाल (पपलोथा, जिला अंबाला), सुमित के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा पुलिस का DSP गिरफ्तार:पंचकूला में तैनात, अग्रिम जमानत खारिज होने पर सरेंडर करने कोर्ट पहुंचा, हिसार SIT ने पकड़ा हरियाणा पुलिस के DSP प्रदीप कुमार काे हिसार पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने गिरफ्तार कर लिया है। DSP पर हिसार के मिर्जापुर चौक के पास द विकास मार्ग वेलफेयर सोसाइटी के 2 प्लाटों पर कब्जा का केस चल रहा है। इसमें डीएसपी की अग्रिम जमानत याचिका खारिज हो गई। जिसके बाद DSP प्रदीप कुमार सरेंडर करने पंचकूला कोर्ट में पहुंच गया। जिसके बाद एसआईटी ने डीएसपी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। अदालत ने डीएसपी को 4 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। इस मामले में पुलिस डीएसपी के 3 साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पूछताछ में सामने आया था डीएसपी का नाम
एसआईटी ने इस मामले में रामअवतार, सुनील व सुरजीत को गिरफ्तार किया था। एसआईटी ने उनसे पूछताछ की तो डीएसपी प्रदीप यादव की भूमिका सामने आई। जिसके बाद से पुलिस डीएसपी की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही थी। नाम सामने आने पर हुए अंडरग्राउंड
केस में नाम सामने आने के बाद डीएसपी प्रदीप यादव कुछ समय से अंडरग्राउंड हो गए थे। वहीं प्लाट पर कब्जे के मुख्य आरोपी ऋषिनगर के रहने वाले आरोपी राजकुमार उर्फ राजा गुर्जर की अग्रिम जमानत याचिका अदालत खारिज कर चुकी है। इसके बाद पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय से भी जमानत याचिका को खारिज किया जा चुका है। अभी वह गिरफ्तारी से बाहर है। 19 जुलाई को दी थी शिकायत
एचटीएम थाना पुलिस ने इस संबंध में 19 जुलाई 2024 को सेक्टर 16-17 निवासी एक व्यक्ति की शिकायत पर धोखाधड़ी से प्लाट हड़पने का केस दर्ज किया था। पुलिस ने शिकायत के आधार पर राजकुमार उर्फ राजा, मुकेश, रामअवतार व सुरजीत के खिलाफ केस दर्ज किया था। जिसके बाद डीएसपी का नाम सामने आया तो एसआईटी ने डीएसपी के घर पर छापा मारा था। जिसमें कई दस्तावेज बरामद किए थे। एसआईटी रिमांड पर डीएसपी से करेगी पूछताछ
पुलिस एसआईटी डीएसपी प्रदीप कुमार को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। अब उम्मीद है कि कब्जाधारी गिरोह का नेटवर्क बेनकाब हो सकता है। इससे गिरोह से जुड़े अन्य पुलिस कर्मियों के नाम उजागर होने सहित अन्य सरकारी विभागों की मिलीभगत का खुलासा होगा। कब्जाधारी गिरोह ने सेक्टर 16-17 वासी सतबीर सिंह के उक्त सोसाइटी में 2 प्लॉट्स कब्जा रखे थे। सतबीर सिंह ने पुलिस को शिकायत दी थी।
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गुरुग्राम के लिए 2887 करोड़ रुपए मंजूर:14 हजार CCTV लगेंगे; जीएमडीए एरिया में चलेंगी 200 नई इलेक्ट्रिक बसें गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) की 13वीं बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक के दौरान वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 2887.32 करोड़ रुपए के बजट प्रस्ताव को मंजूरी दी। बैठक में शहर की निगरानी और बेहतर यातायात प्रबंधन के लिए CCTV कैमरों की क्षमता बढ़ाने, नए जल उपचार संयंत्रों का निर्माण और मौजूदा की क्षमता बढ़ाने, जल निकासी और सीवर उपचार संयंत्रों के नेटवर्क को मजबूत करने सहित विभिन्न एजेंडों पर विस्तृत चर्चा हुई। जीएमडीए प्राधिकरण ने शहर की निगरानी और बेहतर यातायात प्रबंधन के लिए 422 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से सीसीटीवी परियोजना के चरण-3 के कार्यान्वयन को मंजूरी प्रदान की। इसके तहत विभिन्न स्थानों पर उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे इनकी संख्या वर्तमान में लगे 4000 सीसीटीवी से बढ़कर लगभग 14000 हो जाएगी। 52 करोड़ रुपए के फ्लाई ओवर की मंजूरी बैठक में सेक्टर 45-46-51-52 के जंक्शन पर यातायात भीड़ को कम करने के लिए एक फ्लाईओवर के निर्माण को भी मंजूरी प्रदान की गई, जिसके लिए 52 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। इसी प्रकार, सेक्टर 85-86-89-90 के चौराहे पर भीड़भाड़ को कम करने और आवागमन को बढ़ाने के लिए 59 करोड़ रूपए की लागत से एक और फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा। 634 करोड़ रुपए से स्टेडियम में बढ़ेंगी बुनियादी सुविधाएं खिलाड़ियों के लिए अत्याधुनिक खेल बुनियादी ढांचा विकसित करने के लिए, जीएमडीए प्राधिकरण ने 634.30 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से गुरुग्राम के ताऊ देवी लाल स्टेडियम के उन्नयन को स्वीकृति प्रदान की। इस व्यापक नवीनीकरण परियोजना का उद्देश्य एथलीटों के लिए उपलब्ध सुविधाओं को बढ़ाना है, जिसमें नए प्रशिक्षण केंद्रों का निर्माण, अत्याधुनिक खेल सुविधाएं आदि शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करने के लिए आधुनिक प्रणालियाँ और बुनियादी ढांचा प्रदान किया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि स्टेडियम विभिन्न प्रकार के खेल आयोजनों और गतिविधियों का समर्थन करने के लिए सुसज्जित है। जीएमडीए क्षेत्र में 200 नई इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी बैठक में 69.66 करोड़ रुपए की लागत से जीएमडीए क्षेत्र में संचालन के लिए सकल लागत अनुबंध मॉडल के तहत 200 इलेक्ट्रिक बसों की खरीद को भी मंजूरी दी गई। इस पहल का उद्देश्य गुरुग्राम के निवासियों को सुरक्षित, विश्वसनीय, स्वच्छ और किफायती सिटी बस सेवाएं प्रदान करना है। इन इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत शहर के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और टिकाऊ शहरी परिवहन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यात्रियों के लिए आराम और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ये बसें नवीनतम तकनीक से लैस होंगी। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की मंजूरी गुरुग्राम के बेहरामपुर में 120 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और धनवापुर में 100 एमएलडी एसटीपी के उन्नयन की परियोजना को क्रमशः 50.58 करोड़ रुपए और 75.46 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से स्वीकृति प्रदान की गई है। बैठक के दौरान, सेक्टर 107 में दो चरणों में 100 एमएलडी के दो एसटीपी के निर्माण के लिए 500 करोड़ रुपए की मंजूरी भी दी गई।